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#अज्ञात अपराधी
todaypostlive · 2 years
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खूंटी: अज्ञात अपराधियों ने की ग्राम प्रधान समेत दो की हत्या, जांच में जुटी पुलिस
खूंटी: अज्ञात अपराधियों ने की ग्राम प्रधान समेत दो की हत्या, जांच में जुटी पुलिस
खूंटी। मुरहू थाना क्षेत्र के रुबुआ बीरडीह गांव के समीप रविवार देर शाम को दोहरे हत्याकांड के बाद सनसनी फैली गई। अज्ञात अपराधियों ने ग्राम प्रधान सोमा मुंडा (55) और जेम्स पूर्ति (38 ) नामक ग्रामीण की धारदार हथियार और लाठियों से पीटकर हत्या कर दी। एसडीपीओ अमित कुमार ने इस दोहरे हत्याकांड की पुष्टि करते हुए बताया कि रविवार को गांव में फुटबॉल मैच का आयोजन हो रहा था। फुटबॉल मैच देखकर रुबुआ बीरडीह गांव…
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n7india · 18 days
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Deoghar : Hello... मै Agriculture विभाग से बोल रहा हू... और ट्रैक्टर दिलाने का झांसा देकर 68000 रुपये की हो गयी ठगी
Deoghar: साइबर अपराधियों के पीछे वैसे तो पुलिस हर रोज कार्यवाई कर रही. लेकिन अपराधी भी कहा डरने या थक रहे है. ताज़ा मामले में देवघर के मोहनपुर इलाके के एक व्यक्ति को कृषि विभाग द्वारा ट्रैक्टर दिलाने के नाम पर 68000 रुपये की ठगी किये जाने का मामला सामने आया है. इस संबंध में पीड़ित व्यक्ति शिकायत देने साइबर थाना पहुंचा. उसने बताया कि अज्ञात मोबाइल धारक ने कॉल कर उन्हें झारखंड सरकार कृषि विभाग से…
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sharpbharat · 5 months
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jharkhand dhanbad firing- धनबाद में जमीन विवाद को लेकर अपराधियों ने कारोबारी को मारी गोली, इलाके में दहशत
धनबाद: धनबाद में बेलगाम अपराधी लगातार गोली बारी और बमबाजी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. बुधवार की दोपहर को जमीन कारोबारीगोविंदपुर निवासी कृष्णा मंडल को अज्ञात हमलावरों ने गोविंदपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आमा घाटा के समीप गोली मार कर घायल कर दिया. स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें बलियापुर हीरक रोड स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.फिलहाल अस्पताल के बाहर…
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prakhar-pravakta · 6 months
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पोस्ट आफिस में घटित वारदात चिंताजनक - सतना चेंबर
सतना । मुख्य डाकघर, सतना में आज दिनांक 31 अक्टूबर 2023 को सुबह विभिन्न ग्राहकों का पैसा जमा करने गये एजेंट अंशुल अग्रवाल का डाकघर के अंदर से 5 लाख रुपये से भरा बैग अज्ञात व्यक्ति द्वारा पार कर दिये जाने की घटना पर सतना चेंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज ने चिंता व्यक्त करते हुए सतना पुलिस से सी सी टी वी फुटेज के आधार पर अविलंब अपराधी को पकड़ने की मांग की है । महामंत्री मनोहर सुगानी ने बताया है कि इस…
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laweducation · 7 months
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अपराधशास्त्र की विचारधारा की विवेचना एंव इसके प्रकार Schools of Criminology in Hindi
हेल्लो दोस्तों, पिछले आलेख में अपराधशास्त्र की प्रकृति एवं क्षेत्र का विस्तृत वर्णन | Nature of Criminology in Hindi जाना था और इस लेख में हम अपराधशास्त्र की विचारधारा के बारें में बताया गया है जो कि अपराधशास्त्र एंव प्रतियोगिता परीक्षा का एक प्रमुख भाग है| अपराधशास्त्र की विचारधारा क्या है, यह कितने प्रकार की होती है एंव इसका विकास कैसे हुआ आदि को आसान भाषा में समझाने का प्रयास किया गया है, उम्मीद है कि, यह लेख आपको जरुर पसंद आएगा -
अपराधशास्त्र की विचारधारा परिचय -
अपराधशास्त्र के विकास का प्रारम्भ सिसेर बकारिया के समय (सन 1735 से सन 1794) से माना जाता है, देश, काल एंव परिस्थितयों के अनुसार समाज में नए-नए अपराधों का जन्म होता रहा है और उसी क्रम में पिछले काफी वर्षों से अपराधी, अपराधों के कारण, उनका विश्लेषण एंव उनके निवारण के सम्बन्ध में अनेक विद्वान (विचारक) व्याख्या अथवा विचारधाराए प्रतिपादित करते रहे है| विद्वानों की विचारधाराए अपराध के सम्बन्ध में अलग अलग रही है, लेकिन कुछ विद्वानों की विचारधारा एक समान रही है| इस प्रकार विचारकों द्वारा अपराध के सम्बन्ध में समय समय पर निर्मित की गई व्याख्याओं अथवा विचारधाराओं के आधार पर अपराधशास्त्र की विचारधारा का विकास हुआ है, जिसे अपराधशास्त्र की शाखाएँ अथवा सम्प्रदाय भी कहा जाता है| अध्ययन की सुविधा हेतु समान विचारधाराओं के विद्वानों को अलग अलग समूह में विभाजित किया गया है, जिसे अपराधशास्त्र की विचारधारा अथवा शाखाएँ भी कहा जाता है तथा प्रत्येक विचारधारा अपराध एंव अपराधिक आचरण के कारणों की विस्तृत विवेचना अपने अपने दृष्टिकोण के अनुसार करती है|
अपराधशास्त्र की विचारधारा -
अपराधशास्त्र की शाखा में ऐसे विषयों को शामिल किया जाता है जिनमें विभिन्न प्रकार के अपराधों और उनके परिप्रेक्ष्य में नियमों और विधियों का अध्ययन किया जाता है। अपराधशास्त्र शाखाओं में अनेक प्रकार के अपराधों के प्रबंधन, उनके परिप्रेक्ष्य में न्यायिक प्रक्रियाएँ, सजा और सजा की प्रक्रिया, अपराधी और पीड़ित के अधिकार और कर्त्तव्य तथा अपराध और समाज के बीच के नैतिक और सामाजिक पहलुओं का अध्ययन किया जाता है। यह भी जाने - वारन्ट केस क्या है सी.आर.पी.सी. के अन्तर्गत वारन्ट मामलों का विचारण उदाहरण के लिए - अपराधशास्त्र की न्यायशास्त्र शाखा कानूनी प्रक्रियाओं, सुनवाई और किसी अपराध के अधिकारिक प्राप्ति की प्रक्रिया का अध्ययन करती है। यदि समय के साथ साथ समाज में अपराध और उसके प्रभाव बदलते है तो वैज्ञानिक, सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण से नई शाखाएँ भी उत्पन्न हो सकती है। सदरलैण्ड के अनुसार - अपराधशास्त्र की विचारधारा से तात्पर्य ‘अपराध के कारणों एवं उनके विचार के सम्बन्ध में एक ही विचारधारा के समर्थकों का समूह’ है। आसान भाषा में कहा जा सकता है कि, अपराध तथा आपराधिकता के बारे में विभिन्न सम्प्रदायों अथवा विचारधाराओं से आशय ऐसे एकमत विचारों के समूह से है जो अपराध के कारणों एवं निवारण के सम्बन्ध में समान विचार रखते है।
अपराधशास्त्र की विचारधारा के प्रकार -
जैसा की हम जानते है कि देश, काल एवं परिस्थितियों के अनुसार समय-समय पर अपराधशास्त्र की अनेक विचारधाराएँ उत्पन्न होती रही है। अध्ययन की सुविधा हेतु अपराधशास्त्र की निम्नलिखित प्रमुख विचारधाराये अथवा शाखाएँ है, जिनका विस्तृत वर्णन अलग से किया जाएगा - (i) पूर्व - शास्त्रीय विचारधारा (Pre-Classical School) अपराधशास्त्र की यह सर्वाधिक पुरानी विचारधारा है जो 17वीं एवं 18वीं सदी के मध्य की है जिसका जनक एक्विनास को माना जाता है। पूर्व - शास्त्रीय विचारधारा मे अपराध का मुख्य कारण भूत-प्रेतों एंव अदृष्टिगोचर अलौकिक शक्तियों को माना गया है| इस विचारधारा के मतानुसार मानव की आत्मा पवित्र एंव सात्विक है तथा मनुष्य सवभाव से अपराधी नहीं होता है वरन मानव अज्ञात बाध्य शक्ति यानि भूत-प्रेत, शैतान, असुर आदि के नियत्रंण में हो जाते है तब ये बुरी आत्माएं ही मानव से अपराध करवाती है| थॉमस एक्चिनास, हॉब्स, लॉक, ऑगस्ट कॉपटे आदि इस विचारधारा के समर्थक माने जाते है। भूत-प्रेत, शैतान, असुर आदि बुरी आत्माओं से मुक्ति पाने के लिए हवन, मन्त्र, बलिदान, अग्नि परीक्षा आदि प्रचलित थी और इस समय अपराधों के लिए दण्ड का कोई स्थाई सिद्वांत भी नहीं था| समाज में धर्म की प्रधानता के कारण अपराध और पापकर्म में कोई भेद नहीं माना जाता था| यह भी जाने - सीपीसी के तहत डिक्री के निष्पादन के विभिन्न तरीके क्या है | Mode Of Execution  (ii) शास्त्रीय विचारधारा (Classical School) शास्त्रीय विचारधारा का उद्भव 18वीं शताब्दी के उत्तरार्द्व में इंग्लैण्ड में हुआ था जिसका जनक सिसेर बेक्कारिया को माना जाता है। इस विचारधारा के समर्थकों में ब्लेकस्टोन, बेन्थम, रोमिले, राबर्ट पील, फ्यूर बेच आदि विचारकों के नाम प्रमुख है। इस विचारधारा की मुख्य अवधारणा अथवा केन्द्र बिन्दु मानव की स्वतन्त्र इच्छा है यानि मानव जो कुछ भी करता है वह अपनी स्वतन्त्र इच्छा से करता है। प्रत्येक कार्य में वह अपना हित-अहित, भला-बुरा एवं सुख-दुःख आदि को सोचता है अर्थात् किसी कार्य से मिलने वाले सुख की मात्रा उसी कार्य से मिलने वाले दुःख से जीतनी अधिक होगी मानव उतनी ही इच्छा से उसको करता है, अपराध भी इसी का परिणाम है यानि यदि किसी कार्य से मानव को सुख मिलता है तो वह उस कार्य को कर बैठता है चाहे वह कार्य आपराधिक ही क्यों न हो। जेरेमी बेन्थम का उपयोगितावादी सिद्धान्त भी इसी के अनुरूप है। (iii) नवीन-शास्त्रीय विचारधारा (New-Classical School) इस विचारधारा की उत्पत्ति का प्रमुख कारण शास्त्रीय विचारधारा की कमियों को माना जाता है। जैसा कि हम जानते है की शास्त्रीय विचारधारा में समान अपराध के लिए समान दण्ड व्यवस्था के साथ-साथ यह व्याख्या भी की गई है कि मनुष्य वहीं कार्य करता है जिसमें उसे अधिकतम सुख की प्राप्ति होती है चाहे वह अपराध ही क्यों न हो। यह बात अनेक अपराधशास्त्रियों के गले नहीं उतरी और इसी के परिणामस्वरूप नव-शास्त्रीय विचारधारा का जन्म हुआ। नवशास्त्रीय विचारधारा के अनुसार - अपराधों का मुख्य कारण व्यक्ति की केवल सुख प्राप्त करने की इच्छा ही नहीं है वरन वह कई बार विवशता अथवा परिस्थितियों के कारण भी अपराध कारित कर बैठता है। इसलिए समान अपराधों के लिए समान दण्ड की व्यवस्था न्यायसंगत नहीं है। डोनाल्ड और टेफ्ट के मतानुसार दण्ड की मात्रा अपराध के कारणों, परिस्थितियों, अपराधी की आयु, चरित्र, मानसिक दशा आदि को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की जानी चाहिए। इस प्रकार नव शास्त्रीय विचारधारा का सूत्रपात मुख्यतः शास्त्रीय विचारधारा की कमियों को दूर करने के लिए हुआ है। इस विचारधारा के समर्थकों में रोसी, गैराल्ड, जौली आदि के नाम मुख्य है। (iv) प्रारूपवादी विचारधारा (Typological School) इस विचारधारा का उद्भव नव-शास्त्रीय विचारधारा की कमियों के कारण हुआ। इस विचारधारा के अनुसार अपराधों का कारण केवल सुखवादी दर्शन ही नहीं है वरन अपराधी की शारीरिक रचना एवं मानसिक दशा भी है। इनके अनुसार सामान्य मनुष्य की तुलना में अपराधी व्यक्ति की शारीरिक बनावट एवं मानसिक दशा कुछ भिन्न होती है और इस कारण उन्हें पहचाना जा सकता है। अपराधी व्यक्ति के शरीर की शारीरिक या मानसिक विशेषताए जन्म से या वंशानुगत होती है तथा यही विशेषताए उसे अपराध के लिए उत्प्रेरित करती है| इस सम्प्रदाय के समर्थक अनेक प्रकार के शारीरिक लक्षणों को अपराध का मुख्य कारण मानते है, जिससे इसकी अनेक शाखाएँ विकसित हो गई है, इस विचारधारा की प्रमुख रूप से तीन शाखाएँ है – - लोम्ब्रोसो या इटैलियन शाखा - मानसिक परिक्षण शाखा - मनोविशलेषणात्म्क शाखा लोम्बोसो, एनरिको फेरी, रेफिले गेरोफलो आदि अपराधशास्त्रियों को इस विचारधारा का प्रबल समर्थक माना गया है। इस विचारधारा को कभी कभी सकारात्मक विचारधारा भी कहा जाता है (v) समाजशास्त्रीय विचारधारा (Sociological School) इसे समाजवादी विचारधारा (Socialistic School) के नाम से भी जाना जाता है। फ़्रांस के विधि विशेषज्ञ गैब्रियल डे टार्डे को इस विचाराधारा का जनक माना जाता है, इस विचाराधारा के अनुसार व्यक्ति की विभिन्न सामाजिक परिस्थितियां ही अपराध का कारण होती है, इस विचारधारा के समर्थक, अपराधों का मुख्य कारण अर्थाभाव, गरीबी एवं आर्थिक विषमता को मानते है। जब अमीर व्यक्ति एवं निर्धन व्यक्ति के मध्य गहराई बढ जाती है और बेकारी एवं बेरोजगारी अपना विकराल रूप धारण कर लेती है तब वर्ग संघर्ष जन्म लेता है और व्यक्ति अपराध कारित करने की ओर अग्रसर हो जाता है। मार्क्स, एंजिल, बोंगर आदि समाजवादी विचारधारा के प्रबल समर्थक माने जाते है, इनके अनुसार वर्ग संघर्ष का मुख्य कारण पूँजीवादी अर्थव्यवस्था है। सदरलैण्ड के अनुसार – अपराध जन्मजात नहीं होकर बुरी संगति में रहकर सिखे जाते है, यानि व्यक्ति उसी प्रकार आपराधिक आचरण सीखता है जिस तरह वह बचपन में अन्य बातें सीखता है। (vi) वातावरणीय विचारधारा (Geographical and Ecological School) अपराधशास्त्र की इस विचारधारा को भौगोलिक या परिवेशीय विचारधारा के नाम से भी जाना जाता है| वर्ष 1830 से वर्ष 1880 तक यह विचारधारा प्रगति पर थी और क्वेटलेटख, मॉन्टेस्क्यू, ए एम ग्वैरी, खेरी, एडॉल्फ, लैक्सन आदि अपराधशास्त्री इस विचारधारा के प्रमुख समर्थक रहे है। अपराधशास्त्र की इस विचारधारा का आधार भौगोलिक परिस्थितियां है क्योकि यह अपराधों की तलाश अपराधी के शरीर, मस्तिष्क आदि की नहीं कर बाहरी वातावरण मे करती है। इसके अनुसार – जलवायु,  प्राकृतिक साधन, भौगोलिक परिस्थितियाँ आदि अपराध के लिए जिम्मेदारी होती है। इस विचारधारा की मान्यता है कि अनुकूल भौगोलिक एंव सामाजिक वातावरण में अपराध कम होते है, जबकि इसके प्रतिकूल वातावरण अपराध को प्रोत्साहन देती है। इसी तरह प्राकृतिक साधनों एवं स्रोतों की अधिकता वाले क्षेत्रों में अपराध कम होते है, जबकि अभावग्रस्त क्षेत्रों में अपराध अधिक होते है। लैकेसन ने विभिन्न महिनों में कारित होने वाले अपराधों का विवेचन किया है और उनके अनुसार व्यक्ति के विरुद्ध अपराध मई एवं जून माह में तथा सम्पत्ति के विरुद्ध अपराध दिसम्बर माह में अधिक होते है। (vii) विविध कारक विचारधारा (Multi Factor School) यह विचारधारा वर्तमान में सर्वाधिक प्रचलित विचारधारा है जिसे बहुकारकीय विचारधारा के नाम से भी जाना जाता है। यह विचारधारा अपराध की अत्यन्त उदार व्याख्या करती है। इस विचारधारा के समर्थकों का मानना है कि, अपराधों के एक नहीं बल्कि अनेक कारण होते है और इन सभी कारणों को शामिल किऐ बिना एंव बिना किसी प्रतिवाद के किसी एक सिद्वान्त का प्रतिपादन नहीं किया जा सकता है। इनका मत है कि अपराध अनेक परिस्थितियां एंव कारको मानवशास्तीय, भौतिक व सामाजिक के संयोग से बनता है। डॉ. बर्ट ने ऐसे कारको को चार भागों में बांटा है – (a) प्रमुख अथवा सबसे अधिक महत्वपूर्ण कारक (b) मुख्य एंव सहयोगी कारक, (c) अमुख्य या गौण परिस्थितियां जो अपराध को प्रेरित करती है (d) ऐसी परिस्थितियां जो उपस्थित रहने पर भी क्रियशील नहीं होती यह विचारधारा विलियम हीली के बहुकारकवाद के सिद्धान्त से समर्थित है जबकि अलबर्ट कोहेन ने इस विचारधारा की कटु आलोचना की है, इनके अनुसार बहुकारकवादी विद्वान एक कारकवादी सिद्वान्त की आलोचना इसे ठीक प्रकार से न समझने के कारण करते है, लेकिन उनकी आलोचना को अधिक बल नहीं मिला है। (viii) समाजवादी विचारधारा इस विचारधारा की उत्पत्ति लगभग वर्ष 1850 ई. से मानी जाती है। कार्ल मार्क्स, एंजिल्स, बोंगर को समाजवादी विचारधारा के प्रतिपादक माने जाते है, जिनके मतानुसार अपराध का प्रत्यक्ष सम्बन्ध आर्थिक दशाओं के साथ है यदि आर्थिक दशाऐं मानव के अनुकुल रहे तो अपराध की दर में कमी आऐगी और यदि विपरित रहे तो अपराध की दर में वृद्वि हो जाऐगी सदरलैण्ड इसे एक वैज्ञानिक सिद्वान्त की संज्ञा देते है क्योंकि यह सिद्वान्त एक सामान्य परिकल्पना से कार्य करके इस तरह डाटा एकतरित करता है कि इसके आधार पर अन्य लोग भी कार्य को दुहरा सके तथा उनके निष्कर्षो की जांच कर सकें Note – If there is a need for amendment in the post, do share it and subscribe to the blog to get information related to the law. Reference :- Criminology And Penology (Dr. Y.S. Sharma) सम्बंधित पोस्ट - अपराधशास्त्र की परिभाषा, अर्थ एंव अपराधशास्त्र का महत्त्व | Criminology in Hindi What is Criminology : Introduction, Definition, Importance Description of the Scope and Nature of Criminology Read the full article
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abhinews1 · 8 months
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फतेहाबाद पुलिस टीम द्वारा मोबाइल लूट करने वाले वाईकर्स गैग का किया खुलासा
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फतेहाबाद पुलिस टीम द्वारा मोबाइल लूट करने वाले वाईकर्स गैग का किया खुलासा
थाना फतेहाबाद पुलिस, को मिली बड़ी सफलता पुलिस सर्विलेंस टीम किया ने मोबाइल फोन छीनने वाले वाईकर्स गैग का किया पर्दा फास पिछले समय पुलिस को यह सूचना मिल रही थी फतेहाबाद क्षेत्र में चोरों द्वारा लूटपाट जैसी घटनाएं की जा रही है। तभी 25 अगस्त को राजेश फतेहाबाद थाना क्षेत्र अपने घर अपनी पत्नी व पुत्र के साथ अपने घर जा रहा है तभी 04 अज्ञात युवक,02 स्प्लेंडर और 02 अपाचे बाइक पर सवार थे चोरों ने उन्हें अवैध तमंचा दिखाकर उनकी पत्नी से मंगलसूत् और एक रेडमी मोबाइल और ₹1500 नगद लूट कर भाग गए जिसकी तहरीर पीड़ित ने थाना फतेहाबाद पुलिस को दी अज्ञात,और चोरों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर दिया तभी थाना फतेहाबाद पुलिस टीम द्वारा, थाना क्षेत्रअंतर्गत एक्सप्रेसवे सर्विस रोड पर चेकिंग की जा रही थी चेकिंग के दौरान थाना फतेहाबाद पुलिस को पैशन प्रो बाइक सवार तीन अज्ञात युवकों पर शक हुआ तो वह पुलिस को देख मोटरसाइकिल मोड कर भागने का प्रयास करने लगे इसी बीच पुलिस टीम ने अपना एडम में स दिखाईे हुए अज्ञात चोरों को पकड़ लिया पकड़े गए चोरों की पहचान 01 विजय जाटव पुत्र प्रेम सिंह सिकरवार निवासी सिकरवार मोहल्ला कस्बा वह थाना फतेहाबाद 02 लखन सिंह ओझा पुत्र नत्थी ���ाल ओझा निवासी ग्राम सैदपुर थाना निबोरा कमिश्नर कमिश्नररेट आगरा 03 मंगलेश कुशवाहा पुत्र स्व, रामकिशन कुशवाहा निवासी मोहल्ला कछियात कस्बा वह थाना फतेहाबाद के रूप में हुई गिरफ्तार कियागए चोरों से पूछताछ में चौथे चोर का भी नाम प्रकाश में आया है जिसका नाम सनी , चौहान पुत्र स्व, विनोद चौहान निवासी राजपूत मोहल्ला कस्बा थाना फतेहाबाद भी इस घटना में शामिल है यह अपराधी वर्तमान में थाना फतेहाबाद क्षेत्र में बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके थे पकड़े गए चोरों की निशान देही पर पुलिस ने 04 एंड्राइड फोन ,व कीपैड फोन और ₹200 नगद एक कपड़ों से भरा हुआ बैग 01 चाकू 01 अवैध तमंचा 02 जिंदा कारतूस और घटना में प्रयोग 01 पैशन प्रो मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है , पुलिस द्वारा, इन सभी आरोपियों पर गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है
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hindinewsmanch · 8 months
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Noida Fraud News: क्राइम ब्रांच अधिकारी बन कर , मीडियाकर्मी को ठगा- Chetna Manch
Noida News: (चेतना मंच)। साइबर ठग लोगों को नित नए तरीकों से अपना शिकार बनाकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। मनी लॉन्ड्रिंग में दस्तावेजों का प्रयोग करने का भय दिखाकर साइबर ठग ने एक मीडिया कर्मी से एक लाख हड़प लिए। साइबर ठग ने वीडियो कॉल पर क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर बाकायदा पीडि़त से बात की और उसे जेल भेजने का भय दिखाया। पीडि़त ने थाना सेक्टर 39 में अज्ञात ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
क्राइम ब्रांच अधिकारी बन कर डराया 
नोएडा के सेक्टर 37 स्थित अरुण विहार में रहने वाले मीडिया कर्मी रूपसा मुखर्जी ने पुलिस से की शिकायत में बताया कि गत 31 जुलाई को उनके पास ब्लू डार्ट पैकेज के संबंध में कॉल आया। कॉल करने वाले ने बताया कि उसके नाम का एक पैकेज मुंबई में अटका हुआ है। उक्त पैकेट में कुछ अवैध वस्तुएं हैं और यह मुंबई सीमा शुल्क कार्यालय में जमा है। फोन करने वाले ने बताया कि उसका आधार कार्ड और फोन नंबर अवैध गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया गया है इसके लिए उसे मुंबई क्राइम ब्रांच से बात करनी होगी। पीडि़त के मुताबिक उसने जब दिए गए स्काइप नंबर पर कॉल की तो उक्त व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और कहा कि उसके नाम पर गिरफ्तारी वारंट है।
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samacharchakra · 10 months
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वर्दी के दीवानों से बच नहीं पाए अपराधी, कई बड़े मामलों का हुआ खुलासा
समाचार चक्र संवाददाता पाकुड़। लोगों को होगी तलब मुहब्बत की, हम तो वर्दी के बाद चाय के दीवाने हैं। यह पंक्तियां पाकुड़ पुलिस के लिए है। शहर में चोरी की घटनाओं ने पुलिस के सामने चुनौतियां खड़ी कर दी थी। अज्ञात अपराधी कभी बंद घरों को निशाना बनाता, तो कभी बाईकों को गायब कर ���ेता। यहां तक कि महिलाओं के गले से चेन उड़ा ले जाते। पुलिस चोरी की घटनाओं से जहां परेशान थी, वहीं लोगों में दहशत का माहौल भी था।…
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prabudhajanata · 1 year
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम (Mohan Markam) ने राजीव भवन में पत्रकारों को संबोधित करते हुये कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव बताये आदिवासी बेटी के साथ दुष्कर्म के आरोपी और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के बेटे को कहाँ छिपाकर रखे है? भाजपा आखिर बलात्कारियों को कब तक संरक्षण देते रहेगी? पूरा प्रदेश भाजपा के इस बलात्कारी प्रेम को देख रहा है। पुलिस अपराधी को खोजने लगातार दबिश दे रही, नारायण चंदेल खुद भी अज्ञात वास में है। सवाल यह उठता है कि पुत्र मोह में नेता प्रतिपक्ष अपने बेटे को किसी भाजपा शासित राज्य छुपा कर तो नहीं रखे है? कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि भाजपा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल से इस्तीफा ले, वे इस्तीफा नहीं देते है तो उनको बर्खास्त किया जाये तथा उनके बलात्कारी बेटे पलाश चंदेल को सरेंडर करवाये। भाजपा दिल्ली से लेकर छत्तीसगढ़ तक बलात्कारियों और दुराचारियों के समर्थन में खड़ी नजर आ रही है। दिल्ली में देश की नामचीन महिला पहलवान एक दुराचारी के खिलाफ आंदोलनरत है जो भाजपा का सांसद भी है। भाजपा के सांसद कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ पांच-छः महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण के आरोप लगे है। महिला पहलवान रो-रोकर न्याय की गुहार लगा रही है। कमेटी बनाकर इसमें भी लीपापोती की जा रही। भाजपा आदतन अपराधियों को बचाने वाली संगठन है। भाजपा में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सिर्फ दिखावटी नारा है, असल में भाजपा बेटी बचाने और महिला सशक्तिकरण के नाम से की पोस्टरबाजी बयानबाजी और राजनीति करती है और जो वास्तविक में बेटियों के साथ खड़े होने की बारी आती है तब भाजपा के नेता अपराधियों के साथ खड़े हुए दिखते हैं। भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक में दुष्कर्म पीड़ित आदिवासी बेटी के साथ ही दुष्कर्म की घटना की निंदा भी नहीं किया गया और ना ही इस दुष्कर्म के लिए जिम्मेदार नारायण चंदेल के बेटे की गिरफ्तारी की मांग की गई और ना ही नारायण चंदेल को नेता प्रतिपक्ष से हटाया गया। इससे समझ में आता है कि भारतीय जनता पार्टी वैचारिक द्ररिद्रता साथ गुजर रही है। अपराधियों के साथ खड़ा होना भारतीय जनता पार्टी का संस्कार है। कठुवा उन्नाव की घटना भी प्रदेश और देश ने देखा है, कैसे भाजपा के नेता अपने बलात्कारी नेता को बचाने के लिए सड़कों पर झंडा लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। भाजपा की गुजरात सरकार ने जेल में बंद सजायाफ्ता 11 बलात्कारियों को रिहा कर दिया और भाजपा से जुड़े नेता उन बलात्कारियों को हार फूल की माला पहना रहे थे, मिठाई खिला रहे थे, जैसे वह जंग जीत कर आए हैं। मुंगेली में भाजपा के नेता एक घर में घुसकर महिला से छेड़छाड़ करता है, भाजपा आखिर बेटियों के साथ हो रही घटनाओं पर क्यों चुप्पी साध लेती है प्रदेश की जनता जानना चाहती है? डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए बलात्कार के आरोपी अपने ओएसडी ओपी गुप्ता के खिलाफ 4 साल तक नाबालिक एफआईआर दर्ज होने नहीं दिया था। झारखंड में भाजपा की सरकार के दौरान आदिवासी बेटी के साथ हुई गैंग रेप और पॉक्सो एक्ट के मामले में भाजपा के पूर्व विधायक ब्रह्मानंद को बचाने के लिए पूरी भाजपा लगी हुई थी और भानुप्रतापपुर उपचुनाव के दौरान भी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और भाजपा के नेता उस बलात्कारी का जयकारा लगा रहे थे और उसके लिए वोट मांग रहे थे और जब पुलिस गिरफ्तार करने आई तब भाजपा के कार्यकर्ता उस रेप के आरोपी को बचाने के लिए पुलिस के साथ संघर्ष कर रहे थे और अभी भाजपा के नेता अपने नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के बेटे रेप के आरोपी को बचाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है।
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एसएसपी हरिद्वार: नहीं होने देंगे हरिद्वार में ह्यूमन ट्रैफिकिंग,होगी सख्त कार्यवाही
एसएसपी हरिद्वार: नहीं होने देंगे हरिद्वार में ह्यूमन ट्रैफिकिंग,होगी सख्त कार्यवाही
देहरादून : हरिद्वार पुलिस अपने कार्य को काफी संजीदगी से करती है। इसका पता इसी बात से चलता है   की मानव तस्करी करने वाले अपराधी को हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें की दिनांक 21-08-2022 को वादिया श्रीमती सुनीता पत्नी महिपाल (काल्पनिक) निवासी लक्सर हरिद्वार द्वारा अपनी नाबालिग पुत्री को किसी अज्ञात द्वारा बहला फुसलाकर कोल्ड ड्रिन्क में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाकर उसके साथ होटल में…
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todaypostlive · 1 year
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ग्राहक बनकर आए अपराधियों ने सीएसपी संचालक से दिनदहाड़े बंदूक की नोक पर लूटे ढाई लाख रुपए
ग्राहक बनकर आए अपराधियों ने सीएसपी संचालक से दिनदहाड़े बंदूक की नोक पर लूटे ढाई लाख रुपए
दुमका। हंसडीहा थाना क्षेत्र के गंगवारा गांव स्थित बैंक आफ इंडिया के सीएसपी संचालक से  सोमवार को अज्ञात अपराधियों ने हथियार के बल पर करीब ढाई लाख रुपये लूट लिया गया। अपराधी ग्राहक बनकर पैसा निकालने सीएसपी केंद्र पहुंचे थे।   लूट की वारदात के बाद जैसे ही लुटेरे निकले, वैसे ही सीएसपी संचालक बसंत कुमार ने हंसडीहा थाना पहुंचकर पुलिस को घटना की पूरी जानकारी दी और मामला दर्ज कराने के लिए लिखित आवेदन…
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n7india · 4 months
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पटना में निजी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों को बंधक बनाकर लूटे 8.50 लाख
Patna: बिहार के पटना के बिहटा में शनिवार को अज्ञात अपराधियों ने एक निजी फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में धावा बोलकर कर्मचारियों को बंधक बनाया और 8.50 लाख रुपए लूटकर आराम से चलते बने। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बिहटा बाजार के डोमिनिया पुल के पास स्थित महिंद्रा फाइनेंस कंपनी कार्यालय में सात-आठ की संख्या में हथियारबंद अपराधी घुस आए। सभी स्टाफ को हथियार के बल पर अपने कब्जे में लिया। इसके बाद…
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sharpbharat · 8 months
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Jamshedpur crime 5 report - जमशेदपुर में क्राइम की 5 खबरें एक क्लिक पर, 1. सोनारी में कारोबारी पर पिस्तौल तानने वाले अपराधी गिरफ्तार, 2. सिदगोड़ा से साइकिल चोरी करने वाले दो गिरफ्तार, 3. बागबेड़ा से अवैध शराब के साथ एक गिरफ्तार, 4. घाटशिला से गौवंशीय पशु हत्या के मामले में एक गिरफ्तार, 5. परसुडीह में कोरोना को लेकर अफवाह फैलाने वाले को गिरफ्तार कर जेल भेजा
सोनारी में कारोबारी पर पिस्तौल तानने वाले अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया – जमशेदपुर के सोनारी थाना क्षेत्र के सीएच एरिया के पास बाइक सवार तीन अज्ञात अपराधियों द्वारा कारोबारी लालजी प्रसाद पर पिस्तौल तान देने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया युवक राहुल सिंह मुंडा शामिल है. गुरुवार को इस घटना को अपराधियों ने अंजाम दिया था. उसकी पहचान कर ली गयी है. इस कांड में दो और लोगों को…
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countryinsidenews · 2 years
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गिरिडीह/ सरसों तेल लोड ट्रक को लूटने वाले 6 अपराधी चढ़े पुलिस के हत्थे, डीएसपी ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी
गिरिडीह/ सरसों तेल लोड ट्रक को लूटने वाले 6 अपराधी चढ़े पुलिस के हत्थे, डीएसपी ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी
CIN ब्यूरो गिरिडीह: ट्रक लूटकर लोड सामानों समेत ट्रक को खपाने वाले शातिर अपराधी को गिरिडीह पुलिस ने पकड़ कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। इसकी जानकारी डीएसपी संजय राणा ने प्रेस वार्ता आयोजित कर दी। उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर को बगोदर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच जीटी रोड में अज्ञात अपराधी द्वारा ट्रक को रोककर लूटपाट कर उसे अपने साथ ले गया था। सूचना मिलते ही करवाई के सत्यापन हेतु बगोदर थाना में केस…
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trendingwatch · 2 years
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ओडिशा विधायक को जान से मारने की धमकी देने वाला व्यक्ति गिरफ्तार: पुलिस
ओडिशा विधायक को जान से मारने की धमकी देने वाला व्यक्ति गिरफ्तार: पुलिस
पुलिस ने बताया कि आरोपी आदतन अपराधी है। (प्रतिनिधि) बालासोर: ओडिशा के जाजपुर जिले में विधायक नित्यानंद साहू को फोन पर कथित तौर पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। बालासोर जिले के बस्ता से विधायक श्री साहू को मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे एक अज्ञात नंबर से उनके मोबाइल फोन पर फोन आया। एक अधिकारी ने कहा कि बालासोर पुलिस के साइबर सेल ने जांच शुरू की और एसके…
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best24news · 2 years
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Haryana News: पुलिस कस्टडी से फरार बदमाश की गोली मार हत्या, खेतो मे पडा मिला शव
Haryana News: पुलिस कस्टडी से फरार बदमाश की गोली मार हत्या, खेतो मे पडा मिला शव
हरियाणा: करीब तीन महीने पहले पुलिस की कस्टडी से फरार हुए बदमाश की (Court Campus) अज्ञात बदमाशो ने गोली मारकर हत्या कर दी। पलवल के पुन्हाना रोड पर स्थित खेतों में युवका का शव पडा मिला। हत्या किए शव मिलने से आस पास इलाके मे सनसनी फैल गई। कान्हा के जन्मोत्सव पर सजे मंदिर, रात भर झूमते रहे श्रद्धालु अपराधी था इशू: मृतक इशू पर हत्या, हत्या का प्रयास लूट व किडनैपिंग सहित 10 मामले (Criminal Case) दर्ज…
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