राष्ट्र हित से बड़ी कांग्रेस के लिए सियासी खुदगर्जी है : डॉ. दीपक विजयवर्गीय भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रहित को ताक पर रखकर डोकलाम प्रकरण के दौरान चीनी दूतावास में जाकर राजनयिको से गुफ्तगू कर राष्ट्र को अपमानित किया था। इसी तरह पाकिस्तानी राजनयों की बैठक आयोजित कर पाकिस्तान को भारतीय लोकतंत्र का मजाक बनाने का मौका दिया यह गंभीर मामला है। इससे देश की विदेश नीति का भी उल्लंघन हुआ है। इस बैठक में भाग ले चुके पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पूर्व में भी 2009 में मिस्र में शर्म अल शेख में हुई राजनयिकों को बैठक में राष्ट्र के हित के विपरीत टिप्पणी करने के गुनहगार है। ऐसे में कांग्रेस की विश्वसनीयता और आचार विचार संदेह के घेरे में है। कांग्रेस को इस मामले में बैठक के एजेंडा के बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मणिशंकर अय्यर के निवास पर आयोजित की गयी बैठक में पाकिस्तान के राजदूत, पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री श्री खुर्शीद कसूरी, भारत के पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, जनरल दीपक कपूर सहित अन्य भारतीय राजनयिकों ने भाग लिया। जिस तरह कांग्रेस ने पहले कोई बैठक होने से इंकार किया और जनरल दीपक कपूर द्वारा बैठक संपन्न होना बताए जाने के बाद कबूल किया उससे संदेह और भी पक्का हो गया है कि बैठक का आयोजन वोटों के धु्रवीकरण और चुनाव प्रभावित करने की गरज से किया गया। इसके पहले भी मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में न्यूज चैनल पर कहा था कि भारत में कांग्रेस की सत्ता में वापसी के लिए पाकिस्तान की इमदाद अपेक्षित है। डॉ. विजयवर्गीय ने कहा कि राजनीति और चुनाव देश का आंतरिक मामला है। इसमें किसी विदेशी शक्ति से अनुकंपा की अपेक्षा आपत्तिजनक है। कांग्रेस यह समझने की भूल कर रही है कि राजनीति में पार्टी हित राष्ट्रहित से बड़ा है। कांग्रेस ने विदेश नीति की गरिमा को आहत किया है जो राष्ट्र के प्रति द्रोह की श्रेणी में आता है। श्री राहुल गांधी को इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पष्टीकरण कर जन भ्रम दूर करना चाहिए।
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