‘पत्थर क्या समझेगा, उसकी पूजा मत करो’ देखिए येशु के दरबार का वीडियो
‘पत्थर क्या समझेगा, उसकी पूजा मत करो’ देखिए येशु के दरबार का वीडियो
महाराष्ट्र के बारामती इलाके में एक येशु के दरबार मूर्ति पूजा को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया, जिसका वीडियो भी सामने आया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महाराष्ट्र के दिग्गज नेताओं से एक और राष्ट्रवादी कॉंग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार के इलाके बारामती में एक प्रार्थना सभा के नाम पर ‘यीशु का दरबार’ लगाया गया था। इस कार्यक्रम में ईसाई प्रचारक वहाँ बैठे लोगों से ईसाई धर्म से जुड़ने…
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Watch "#Jesus Religious Festival येशु धार्मिक महोत्सव" on YouTube
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Exodus 15:26
He said, “If you listen carefully to the Lord your God and do what is right in his eyes, if you pay attention to his commands and keep all his decrees, I will not bring on you any of the diseases I brought on the Egyptians, for I am the Lord, who heals you.”
निर्गमन 15:26
कि यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा का वचन तन मन से सुने, और जो उसकी दृष्टि में ठीक है वही करे, और उसकी आज्ञाओं पर कान लगाए, और उसकी सब विधियों को माने, तो जितने रोग मैं ने मिस्रियों पर भेजा है उन में से एक भी तुझ पर न भेजूंगा; क्योंकि मैं तुम्हारा चंगा करने वाला यहोवा हूं॥
Yes, I will Praise You My God 👑My Jesus Christ 🌿🌸✝️🛐🌸🌿
हाँ, मैं आप ही का स्तुति करूँगा मेरे परमेश्वर 👑मेरे येशु मसीह 🌿🌸✝️🛐🌸🌿
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#SaturdayMotivation
#SaturdayThoughts जानिए किस परमेश्वर के पुत्र थे येशु जानिए के लिए डाउनलोड करे हमारी ऑफिशियल एप संत रामपाल जी महाराज जी
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सारे जहां से अच्छा येशु हुआ बलिदान 🇮🇳🙏 #republicday #26january
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Exodus 15:26
He said, “If you listen carefully to the Lord your God and do what is right in his eyes, if you pay attention to his commands and keep all his decrees, I will not bring on you any of the diseases I brought on the Egyptians, for I am the Lord, who heals you.”
निर्गमन 15:26
कि यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा का वचन तन मन से सुने, और जो उसकी दृष्टि में ठीक है वही करे, और उसकी आज्ञाओं पर कान लगाए, और उसकी सब विधियों को माने, तो जितने रोग मैं ने मिस्रियों पर भेजा है उन में से एक भी तुझ पर न भेजूंगा; क्योंकि मैं तुम्हारा चंगा करने वाला यहोवा हूं॥
Yes, I will Praise You My God 👑My Jesus Christ 🌿🌸✝️🛐🌸🌿
हाँ, मैं आप ही का स्तुति करूँगा मेरे परमेश्वर 👑मेरे येशु मसीह 🌿🌸✝️🛐🌸🌿
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बेशक सभी धर्म महान है और सभी लोग अच्छे है, मगर एक दुःख यह भी है कि आज प्रभु येशु का जन्म दिवस है और इसमें भी लोग तर्क निकल रहें है जबकि वो ये भूल जाते है कि परम पिता परमेश्वर ने प्रभु येशु को ये बनाया की आज इस दुनियां के सब से बड़ी आवादी उनका अनुसरण करती है, ऐसे महान आत्मा के चरणों में नमन एवं प्रार्थना की इस नफ़रत को समाप्त करने में भारत पर अपनी कृपा बनाये - डॉ. चन्दन कुमार यादव (अधिवक्ता), प्रदेश सचिव - जनता दल यूनाइटेड, बिहार
#क्रिसमस #जनता_दल_यूनाइटेड #NitishKumarCM #JDU
#डॉ_चन्दन_कुमार_यादव_232_बेलागंज_विधानसभा_गया
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आज क्रिसमस : धुमधामका साथ मनाउँदै
आज क्रिसमस : धुमधामका साथ मनाउँदै
काठमाडौं : आज क्रिसमस दिवस, क्रिश्चियन धर्मावलम्बीले धुमधामका साथ मनाउँदै छन् ।
हरेक वर्ष डिसेम्बर २५ तारिखमा येशु ख्रिष्टको जन्मदिनको खुसियालीमा क्रिसमस मनाउने गरिएको छ । येशुलाई जिसस क्राइस्ट पनि भनिन्छ । येशुले मानव समुदायका लागि पुर्याएको योगदानको सम्झनामा इस्वी सम्वत् चलाइएको विश्वास गरिन्छ ।
क्रिसमसमा येशुको शिक्षा एवम् उपदेशको मनन गर्नुका साथै प्रेम प्रकट गर्दै, शुभकामना तथा उपहार…
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येशु ख्रिष्टको जन्मदिनको सम्झनामा क्रिसमस डे मनाइँदै
येशु ख्रिष्टको जन्मदिनको सम्झनामा क्रिसमस डे मनाइँदै
काठमाडौँ, १० पुस ।
क्रिश्चियन धर्मका संस्थापक येशु ख्रिष्टको जन्मदिनको सम्झनामा आइतबार क्रिसमस डे मनाइँदैछ। ग्रेगोरियन पात्रो अनुसार प्रत्येक वर्षको २५ डिसेम्बरका दिन ख्रिष्टियन धर्मावलम्बीले यो चाड मनाउँछन्।
२०२२ वर्षअघि इजरायलको वेथलेहममा पिता स्वर्गदूत र माता मरियमका गर्भबाट येशुको जन्म भएको दिनको अवसरमा सबैको कल्याण होस् भन्ने कामनासहित चर्चमा प्रार्थनालगायत कार्यक्रम गरी क्रिसमस…
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आज क्रिसमस डे ! नेपालमा कहिलेदेखि मनाउँन थालियो क्रिसमस डे ?
आज क्रिसमस डे ! नेपालमा कहिलेदेखि मनाउँन थालियो क्रिसमस डे ?
१० पुस, बाँके : क्रिश्चियन धर्मका संस्थापक येशु ख्रिष्टको जन्मदिनको सम्झनामा आज आइतबार क्रिसमस डे मनाइँदैछ। ग्रेगोरियन पात्रो अनुसार प्रत्येक वर्षको २५ डिसेम्बरका दिन विश्वभर ख्रिष्टियन धर्मावलम्बीले यो चाड मनाउँने गरिएको छ।
२०२२ वर्षअघि इजरायलको वेथलेहममा पिता स्वर्गदूत र माता मरियमका गर्भबाट येशुको जन्म भएको दिनको अवसरमा सबैको कल्याण होस् भन्ने कामनासहित चर्चमा प्रार्थनालगायत कार्यक्रम गरी…
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*"रवि" मतलब "बुद्ध" और "रविवार" मतलब "बुद्ध का दिन"|* तथागत बुद्ध को सुबह के प्रहर मे बोधि प्राप्त हुई थी, इसलिए सुबह के प्रहर को धम्मप्रहर कहा जाता है| जब सुरज पुरब से उगता है और पश्चिम मे धुंधला सा चंद्रमा तारे के साथ दिखाई देता है, उस समय बुद्ध को बोधि ज्ञान अर्थात बुद्धत्व प्राप्त हुआ था| इसलिए, उगता सुरज और चंद्रमा के साथ चांदनी यह बुद्धत्व के प्रतीक समझे जाते है| आजकल अनेक राष्ट्रों के ध्वज पर स्टार, स्टार के साथ चंद्रमा दिखाई देते है, जो बुद्धत्व के प्रतीक है| सुरज बुद्धत्व का प्रतीक होने के कारण बोधगया मे बुद्ध का शिल्प सुर्य देवता के रूप मे दिखाई देता है| सुर्य देवता बुद्ध के सात घोड़े हफ्ते के सात दिनो के प्रतीक है और सुर्य को सातो दिन रथ मे लेकर आते है, ऐसी प्राचीन बौद्धो की भावना थी| उस शिल्प मे सुर्य देवता बुद्ध के नीचे एक बाजू मे उषा देवता है जो सुबह का प्रतीक है और दुसरी तरफ प्रत्युषा है जो संध्याकाल का प्रतीक है| बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति मे धरती माता और अपराजिता माता इन दो देवताओ ने मदद की थी, उनके यह दो प्रतीक है| बुद्धत्व प्राप्ति करना मतलब अज्ञान के अंधकार रुपी मारा पर विजय पाकर ज्ञान का चमकता उजाला फैलाने जैसा है| सुर्य हर दिन अंधेरी रात को चिरकर उजाला फैलाता है| इसी तरह, बुद्ध अपने धम्म ज्ञान से दुनिया का अंधकार नष्ट कर ज्ञान का उजाला फैलाते है, इसलिए बुद्ध को सुर्य देवता समझा जाता है| बुद्ध ज्ञानी होने के कारण बोधगया के सुर्य देवता शिल्प मे बुद्ध देवता सुर्य के एक हाथ मे किताब और लेखनी है, तो दुसरे हाथ मे कमलपुष्ष है जो बुद्धत्व का प्रतीक है| तथागत बुद्ध को सुर्य देवता मानकर संपुर्ण भारत मे सुर्य मंदिर बनवाए गए थे| सुर्य देवता का सबसे प्राचीन शिल्प बोधगया का सुर्य शिल्प है| सुर्य के उजाले की शुरुआत सुबह से होती है, जब सुर्य की किरणे धरती पर गिरती है (रेवत होती है), इसलिए रेवत करनेवाले सुर्य को रवि कहा जाता है| सुबह से दिन की शुरुआत होती है, इसी तरह, बौद्धो के सक संवत मे रविवार से हफ्ते की शुरुआत होती है| शक संवत का निर्माता बौद्ध यवन भिक्खु है जिसे यवनेश्वर कहा जाता है| उसने इसा पुर्व 120 मे बौद्ध राजा रुद्रकर्मन प्रथम के दरबार मे "यवनजातक" यह खगोलीय ग्रंथ लिखकर दुनिया मे पहली बार सुव्यवस्थित कालगणना का आरंभ कर दिया था, जिसे शाक्यमुनि बुद्ध की याद मे "सक या श�� संवत" कहा जाता है| इस तरह, बुद्ध ही सुर्य देवता है और रविवार मतलब बुद्ध का वार है| क्रिश्चन लोग हर रविवार को येशु ख्रिस्त की चर्च मे जमकर पुजा (प्रेयर) करते है, क्योंकि तथागत बु https://www.instagram.com/p/CknNAgSM_2f/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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खरी सच्ची दवाई
संसार में कई नकली वस्तुएं हैं जो आपको नुकसान पंहुचा सकती है। अगर हम इनका इस्तेमाल करेंगे तो ये हमारे लिए घातक हो सकती हैं, जैसे की नकली दवाइयां या उपकरण इत्यादि। इसी तरह आधयात्मिक छेत्र में, अगर हम परमेश्वर के बताये हुए मार्ग पर चलने के बजाये अपने या किसी मनुष्य द्वारा कल्पित तरीके से स्वर्ग में प्रवेश करना चाहें तो हम असफल होंगे। संसार के कई धर्मों ने होम, बलि , उपवास , दान , दक्षिणा , योग , ध्यान इत्यादि कर्मों से मोक्ष प्राप्त करने के मार्ग बताये हैं , परन्तु ये सारे कर्म व्यर्थ हैं , क्योंकि इन सब बातों से परमेश्वर प्रसन्न नहीं होता। अनंत जीवन केवल येशु मसीह पर विश्वास लाने पर ही प्राप्त होता है। तो देर किस बात की ? कल क्या होगा कौन जाने , समय नष्ट मत कीजिये येशु तो अपनाइये , अनंत जीवन पाइये।
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Psalm 39:7
“But now, Lord, what do I look for?
My hope is in you.
भजन संहिता 39:7
और अब हे प्रभु, मैं किस बात की बाट जोहूं? मेरी आशा तो तेरी ओर लगी है।
My hope is in You My God 👑 My Jesus ✝️🛐
मेरी आशा तो तेरी ओर लगी है,मेरे परमेश्वर 👑 मेरे येशु ✝️🛐
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येशु मसीह आपको यह कह रहे है।
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येशु तु है सबसे महान 🙏 #jesus yeshu tu hai sabse mahan
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