…..और चाँद रूठकर गुम हो गया!
मैं चाँद से मेरा चाँद मुझ से कहीं दूर हो गया
घने बादलों में न जाने कहाँ रूठकर खो गया
जानता हूँ वो तो दस्तूर अब भी निभाता होगा
रोज़ शब भर चमकने फलक पर आता होगा
ये मैं ही था जो अब्र के हाथों मजबूर हो गया
जो अपना वजूद था मेरा जाने कहाँ खो गया
ग़र चाँद बादलों के पार देख पाता इक दफ़ा
न यूँ सहनी पड़ती कोई भी मुझे उसकी जफ़ा
तस्दीक़ न करवानी पड़ती मुझे वादा-ए-वफ़ा
नहीं शुमार मेरी फ़ितरत में कभी होना बेवफ़ा
वैसे तो चाँद और मेरा बस अफ़साना यही है
उसके हिस्से है आसमाँ ठिकाना मेरा ज़मीं है
उसकी सूरत देखने को फिर भी तरसा पड़ा हूँ
काश चाँद जान पाता मैं अब भी वहीं खड़ा हूँ
नहीं रक्खी है दिल में कोई चाँद से शिकायत
ख़्वाब टूटे सही दिल में रहे उसी की हिमायत
न चाँद समझा मजबूरी न ही दिल के हालात
सोचा खामोश रहूँगा तभी क़ाबू रहेंगे जज़्बात
अपनी सफ़ाई में मुझे अब कुछ नहीं है कहना
कहाँ कोई समझेगा मुझे अब ऐसे ही है रहना
कैसे मानेगा चाँद ख़्याल ज़हन में यूँही चलेगा
हो उससे मुलाक़ात इंतज़ार वो शब का रहेगा
चाँदनी चाँद का साथ कहाँ छोड़ कर जाएगी
अमावस भी बताती है चाँद रात लौट आयेगी।
25 notes
·
View notes
हिंसक पशुओं का अंत हो जाए!
हिंसक पशुओं का अंत हो जाए!
हिंसक पशुओं का अंत हो जाए! : कविता
कवि:सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’
विश्व में हिंसक पशुओं का अंत हो जाए बाघ चीते गुलदार लकडबघ्घे खो जांए।शिकारी दांत कुकर बिल्लों तक सीमित,केवल रोटी दूध खाने पीने के रह जांए,और शाकाहार जीवों का स्वभाव बन जाए।
निगलने वाले जीव धरती से लुप्त हों जांएकुदरती कहर झंझावात सृष्टि से मिट जाए।सागर का जल पीने लायक मीठा बन जाए खारे पानी के बीच सागरीय आग बुझ जाए,और विशाल भीमकाय…
View On WordPress
0 notes
एक समय ऐसा भी
जिसे कभी-कभी नहीं, रोज़ ही कोई खयाल आता हो, उससे कभी सपनों के बारे मे पूछना। अतरंगी जवाब न मिले, ऐसा हो ही नहीं सकता। आज का ये मेरा खयाल ऐसे ही सोच के कुएँ से निकला है।
कहते हैं जहाँ चाह, वहाँ राह। पर उस चाहत की राह के गुण तभी गाने चाहिए जब खुद को साबित करने की क्षमता हो। वरना फिर वही बात हो जाती है कि, “अधजल गागरी छलकत जाए”। इतने सालों की मेहनत और अभ्यास के बाद, अब मैं ये कह सकती हूँ कि मैं हिंदी भाषा के क्षेत्र में पूरी तैयारी के साथ खड़ी हूँ। मुझे उम्मीद है आपको पसंद आएगा!
कई सालों पहले साहिर लुधियानवी जी ने लिखा था, “कभी-कभी मेरे दिल मे खयाल आता है”। पर…
View On WordPress
0 notes
विश्व हिन्दी दिवस
View On WordPress
0 notes
दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो, तो ज़िंदा हो तुम
दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो, तो ज़िंदा हो तुमनज़र में ख्वाबों की बिजलियाँ लेके चल रहे हो, तो ज़िंदा हो तुम
हवा के झोकों के जैसे आज़ाद रहना सीखो��ुम एक दरियाँ के जैसे लहरों में बहना सीखोहर एक लम्हें से तुम मिलो खोले अपनी बाहेंहर एक पल एक नया समा देखे यह निगाहें
जो अपनी आँखों में हैरानियाँ लेके चल रहे हो, तो ज़िंदा हो तुमदिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो, तो ज़िंदा हो…
View On WordPress
0 notes
ऊंचे हो सपने तो ऊँची उड़ान
भर लेना साँसों में जीवन और प्राण
खींची हो हाथों में कितनी लकीर
किस्मत भी बुजदिल है किस्मत फकीर
होती है कर्मठता खुद की पहचान
मिल जाये जीवन कितनी भी बार
प्यारा सा बंधन हो खूब हो सत्कार
दिखते है दृष्टि में कितने अरमान
0 notes
‘तलाश’ मैं कबसे ढूँढ रहा हूँ, वो हरे घास का मैदान, जहाँ पार्क में लगी लोहे की बेंच पर बैठ कर, तुम्हारे साथ, बढ़ता हुआ चाँद देखूँ, उस चाँद की रोशनी में, तुम्हारे चेहरे पर इश्क़ का चढ़ता रंग देखूँ, पास आऊँ, तो शर्मा कर, तुम्हारा पहलू बदलने का ढंग देखूँ, साँस चढ़े, तो सर्द रात में, तुम्हारा तपता हुआ रूप-रंग देखूँ, मेरी हर बात को गौर से सुनने का, मैं तुम्हारा उमंग देखूँ, सुबह होने को है, फिर भी - तुम्हारे साथ वक्त तेज़ी से गुजरता है, ये कहते हुए, तुम्हारी आँखो में, मुझसा मलँग देखूँ! ~दिलीप 🌱 . #Hindi #Literature #Sahitya #हिन्दी #कविता #नज़्म #तलाश #Love #LovePoetry #Pictorialism #Park #IronBench #Ishq https://www.instagram.com/p/Cc55RDrvcBY/?igshid=NGJjMDIxMWI=
1 note
·
View note
हिन्दी दिवस 2023
के उपलक्ष्य मे
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट
तथा
भारतीय विद्या भवन गर्ल्स डिग्री कॉलेज
के संयुक्त तत्वावधान मे
स्वरचित कविता पाठ, वाद विवाद प्रतियोगिता एवं पुरस्कार वितरण |
दिन : शनिवार | दिनांक : 16.09.2023 | समय : प्रातः 10:00 बजे से
स्थान : भारतीय विद्या भवन गर्ल्स डिग्री कॉलेज, गोमती नगर, लखनऊ
#भारत #हिंदी_दिवस #bharat #hindidiwas2023 #HindiDiwas #hindi #hindipoetry #hindiquotes #hindiday #hindikavita #worldhindiday #hindiwriting #motherlanguageday #hindustan #hindisahitya #vishvahindidiwas #sahitya #hindilanguage
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #ChiefMinisterUttarPradesh
#DrAlkaPandey #dralkanivedan
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
www.helputrust.org
@narendramodi @pmoindia
@MYogiAdityanath @cmouttarpradesh
@HelpUEducationalAndCharitableTrust @HelpU.Trust
@KIRANHELPU
@HarshVardhanAgarwal.HVA @HVA.CLRS @HarshVardhanAgarwal.HelpUTrust
@HelpUTrustDrRupalAgarwal @RupalAgarwal.HELPU @drrupalagarwal
@HelpUTrustDrRupal
9 notes
·
View notes
जग के पथ पर जो न रुकेगा,
जो न झुकेगा, जो न मुड़ेगा,
उसका जीवन, उसकी जीत ।
चल मरदाने, सीना ताने,
हाथ हिलाते, पांव बढ़ाते,
मन मुस्काते, गाते गीत ।
अपनी कालजयी कविताओं एवं रचनाओं के माध्यम से आम जनमानस के जीवन में उत्साह और ऊर्जा का संचार करने वाले हिन्दी कविता के उत्तर छायावाद काल के महान कवि, प्रसिद्ध साहित्यकार व लेखक तथा पद्मभूषण से सम्मानित हरिवंश राय बच्चन जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि ।
मधुशाला, मधुबाला, मधुकलश, सतरंगीनी, एकांत संगीत जैसी आपकी कालजयी रचनाएँ सदैव हिंदी साहित्य का मानवर्धन करती रहेंगी ।
#HarivanshRaiBachchan
#KiranAgarwal
#HelpUTrust
#HelpUEducationalandCharitableTrust
www.helputrust.org
2 notes
·
View notes
जग के पथ पर जो न रुकेगा,
जो न झुकेगा, जो न मुड़ेगा,
उसका जीवन, उसकी जीत ।
चल मरदाने, सीना ताने,
हाथ हिलाते, पांव बढ़ाते,
मन मुस्काते, गाते गीत ।
अपनी कालजयी कविताओं एवं रचनाओं के माध्यम से आम जनमानस के जीवन में उत्साह और ऊर्जा का संचार करने वाले हिन्दी कविता के उत्तर छायावाद काल के महान कवि, प्रसिद्ध साहित्यकार व लेखक तथा पद्म भूषण से सम्मानित हरिवंश राय बच्चन जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन I
#मधुशाला #मधुबाला #मधुकलश #सतरंगिनी #एकांत_संगीत जैसी आपकी #कालजयी रचनाएँ सदैव हिंदी साहित्य का मानवर्धन करती रहेंगी ।
#HarivanshRaiBachchan
#HelpUTrust
#HelpUEducationalandCharitableTrust
www.helputrust.org
3 notes
·
View notes
जग के पथ पर जो न रुकेगा,
जो न झुकेगा, जो न मुड़ेगा,
उसका जीवन, उसकी जीत ।
चल मरदाने, सीना ताने,
हाथ हिलाते, पांव बढ़ाते,
मन मुस्काते, गाते गीत ।
अपनी कालजयी कविताओं एवं रचनाओं के माध्यम से आम जनमानस के जीवन में उत्साह और ऊर्जा का संचार करने वाले हिन्दी कविता के उत्तर छायावाद काल के महान कवि, प्रसिद्ध साहित्यकार व लेखक तथा पद्म भूषण से सम्मानित हरिवंश राय बच्चन जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन I
#मधुशाला #मधुबाला #मधुकलश #सतरंगिनी #एकांत_संगीत जैसी आपकी #कालजयी रचनाएँ सदैव हिंदी साहित्य का मानवर्धन करती रहेंगी ।
#HarivanshRaiBachchan
#DrRupalAgarwal
#HelpUTrust
#HelpUEducationalandCharitableTrust
www.helputrust.org
3 notes
·
View notes
जन्नत!
18 notes
·
View notes
जग के पथ पर जो न रुकेगा,
जो न झुकेगा, जो न मुड़ेगा,
उसका जीवन, उसकी जीत ।
चल मरदाने, सीना ताने,
हाथ हिलाते, पांव बढ़ाते,
मन मुस्काते, गाते गीत ।
अपनी कालजयी कविताओं एवं रचनाओं के माध्यम से आम जनमानस के जीवन में उत्साह और ऊर्जा का संचार करने वाले हिन्दी कविता के उत्तर छायावाद काल के महान कवि, प्रसिद्ध साहित्यकार व लेखक तथा पद्म भूषण से सम्मानित हरिवंश राय बच्चन जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन I
#मधुशाला #मधुबाला #मधुकलश #सतरंगिनी #एकांत_संगीत जैसी आपकी #कालजयी रचनाएँ सदैव हिंदी साहित्य का मानवर्धन करती रहेंगी ।
#HarivanshRaiBachchan
#HarshVardhanAgarwal
#HelpUTrust
#HelpUEducationalandCharitableTrust
www.helputrust.org
2 notes
·
View notes
Dr. Mulla Adam Ali Hindi Language and Literature Blog
डॉ. मुल्ला आदम अली हिंदी भाषा और साहित्यिक ब्लॉग
2 notes
·
View notes
Jamshedpur tulsi bhawan : तुलसी भवन में निराला जयंती सह काव्य कलश का हुआ आयोजन, वक्ताओं ने महाप्राण निराला को बताया कट्टर राष्ट्रवादी एवं सनातनी व्यक्ति
जमशेदपुर : तुलसी भवन साहित्य समिति की ओर से संस्थान के प्रयाग कक्ष में मासिक ‘काव्य कलश’ सह हिन्दी कविता के छायावाद युग के प्रमुख स्तंभ महाप्राण सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ की जयंती का आयोजन किया गया. संस्थान के न्यासी अरुण कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का संचालन समिति की उपाध्यक्ष वीणा पाण्डेय ‘भारती’ ने किया. इस अवसर पर स्वागत वक्तव्य तुलसी भवन के मानद महासचिव प्रसेनजित तिवारी…
View On WordPress
0 notes
तुम गए जबसे
तुम गए जबसे, कुछ पास नहीं मेरे,कितने मौसम आये बदले..आंखें बरसात है घेरे।।
थी तमन्ना ऊँगली थामुं…जेब टोलूँ मैं।चाट खा लूं ..डांट खा लूं…बातें कर लूं दो…गोद में तेरे।।
पर ये मुमकिन हो सका ना,यादें डाले हैं डेरे…..।
तुम गए जबसे,कुछ पास नहीं मेरे,कितने मौसम आये बदले..आंखें बरसात है घेरे..।।
✍🏻कन्हैया
View On WordPress
0 notes