Tumgik
#दही का सेवन कब नही करना
lifestylechacha · 3 years
Text
जोड़ो के दर्द का घरेलू उपाय - Home remedy for joint pain in Hindi
Home remedy for joint pain in Hindi : दोस्तों आज हम आपको बताने वाले है। जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू उपाय। साथ ही आप जानेंगे कि यह कैसे होता है? और क्यों होता है? हमारे जीवन की दिनचर्या में कहा गलती है? जिस कारण आपको इतनी परेशानी उठानी पड़ती है। यह बीमारी आज के समय में हर दो व्यक्ति को छोड़ तीसरे व्यक्ति में देखने को मिल जाता है। इसलिए जरूरी है कि हमें इसके बारे में पता हो और इसे बढ़ने से पहले ही रोक दिया जाए। तो आइए जानते हैं इसके बारे में…..  
जोड़ो का दर्द क्या है ?
Tumblr media
जोड़ो का दर्द वहां है। जो हमे घुटने, कोहिनी आदि में होती हैं। सरल भाषा में कहें तो जहा पर भी हमारे शरीर का जोड़ है। जैसे घुटने में जोड़ है ( जिससे हम अपने पैर को मोड़ पाते हैं।) यही जोड़ जोड़ो का दर्द कहलाता है। जब इसमें दर्द होता है। यह जोड़ो का दर्द अक्सर बुढ़ापे में बुजुर्ग लोगों को होता है, किन्तु आज के समय में यह बीमारी बुढ़ापे में नही अपितु किसी भी व्यक्ति को होने लगा है। जिसका कारण है। उचित खान पान का न होना या इसका ध्यान न रखना कि ज्यादा बार जोड़ो पर चोट लगने से यह जोड़ो का दर्द समय से पूर्व आपको हो सकता है।   जोड़ों के दर्द का लक्षण : चलते समय जोड़ो का काम न करना। चलते समय जोड़ों में दर्द। थोड़ा सा हिलने - डुलने में भी जोड़ों में दर्द। आराम करते समय भी जोड़ो में दर्द। जोड़ो में मरोड़। शरीर में अकड़न। घुटने और बाकी के जोड़ो में दर्द। बाल और चेहरे में रूखापन। हाथ हिलने, पैर चलने में काफी तकलीफ़ का सामान करना । चौकड़ी मारकर बैठने में तकलीफ़ होना। शौचालय में बैठने में परेशानी का सामना करना। यह सभी जोड़ों के दर्द के लक्षण हैं और ऐसे ओर न जाने और भी लक्षण हैं। इसलिए सही समय पर इसका इलाज जरूरी है। यदि आपको ऐसा कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
Tumblr media
  जोड़ो के दर्द के कारण : जोड़ो का दर्द तब होता हैं। जब वात और कफ जैसे दोष अपने चरम स्थिति में होते हैं। तब जोड़ो या घुटने, कोहिनी आदि का दर्द होता है। इस तरह के दर्द और भी बीमारियों की ओर ध्यान आकर्षित कराते हैं जैसे - जोड़ो का दर्द। घुटने का अर्थराइटिस। रूमेटाइड अर्थराइटिस। ऑस्टियोआर्थराइटिस। घुटने की चोट। मोच आना। झटका लगाना।   जोड़ो के दर्द / घुटने के दर्द से बचाव के उपाय : इन जोड़ो और घुटने के दर्द से बचने के लिए बहुत ही सामान्य से उपाय है। जिसे हम रोजाना प्रयोग करें। तो इन बीमारियों से बचा जा सकता है।   जोड़ों को चोट लगने से बचना चाहिए : अक्सर हम अपनी असावधानी के कारण जोड़ो पर चोट लगने देते हैं और फिर दर्द होता है। तो साधरण सी पैन किलर खा लेते हैं। हम इस बात का ध्यान भी नहीं देते कि अगर इस तरह चोट लगती रही तो हमारे जोड़ो कमजोर हो जाते हैं और कभी कभी जोड़ टूट भी जाते हैं। इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि कोई भी ऐसा खेल या कार्य न करें। जिससे जोड़ो पर असर हो। यदि करनी पड़ी तो सेफ्टी पैड्स का इस्तेमाल जरूर करें।
Tumblr media
वजन को नियंत्रित रखें : अक्सर लोग अपने वजन पर ध्यान नही देते और सामान्य वजन से ज्यादा वजन हो जाता है और फिर इस वजह से शरीर का नियंत्रण भी अधिक मात्रा में हो जाता है। जिससे हमारे जोड़ो घुटने और कमर पर काफ़ी दवाब डालता है। जिससे हमारे शरीर का कार्टिलेज के टूटने का डर बना रहता है। इसलिए यह जरूरी है कि हम अपने शरीर के वजन को नियंत्रित रखें।   हमेशा गतिशील रहे : जिन्हें भी जोड़ो की समस्या है या फिर इससे ग्रसित है। उन लोगों को ज्यादा समय तक एक ही स्थिति में नही रहना चाहिए और हमेशा गातिशील रहना चाहिए। कोई न कोई कार्य करते रहे नही तो आप एक ही मुद्रीरा में रहेंगे। जिससे आपके जोड़ो के दर्द में रहता नही मिलेगा। इसलिए कोई न कोई गति करते हैं और इससे फिर आपको लंबे समय तक जोड़ो के दर्द से राहत मिलेगा।   सही आसन बनाए रखना चाहिए : अक्सर देखा जाता है कि लोग अपने बैठने उठाने आदि का ध्यान नही देते हैं और फिर जोड़ो के दर्द से ग्रसित हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने सही आसन में उठे, बैठे और चले। जिससे आपके शरीर का सही आसन गर्दन से लेकर पूरे शरीर के जोड़ों की रक्षा करेगा।
Tumblr media
व्यायाम करना चाहिए : व्यायाम यह हर किसी को करना चाहिए फिर चाहे वो किसी बीमारी से ग्रसित हो या न हो क्योंकि व्यायाम करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। जिन्हें जोड़ो के दर्द से निजात चाहिए। वह इसे जरूर अपनाएं ये आपके दिनचर्या में शामिल रहेगा। तो आपको कभी भी जोड़ो के दर्द से ग्रसित नही होना पड़ेगा। व्यायम में तैराकी सबसे अधिक फायदेमंद साबित होता है।   ज्यादा स्ट्रेच न लें : यदि आप व्ययाम करते हैं। तो व्यायम क��ते समय आपको स्ट्रेचिंग की भी सलाह दी जाती हैं। इसलिए स्ट्रेचिंग करते समय यह बात ध्यान में रखें कि एकदम से यह न करें। सप्ताह में दो तीन बार ही करें। यह एकदम से शुरू न करें और ऐसा करने से पहले थोड़ा वार्मअप जरूर करें।   रोजाना दूध पिए : दूध जो हर कोई रोजाना पीने की सलाह डॉक्टर भी जरूर देते हैं। जिन्हें जोड़ो या हड्डियों की समस्या होती है। उन्हें तो दूध अवश्य पीना चाहिए क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम औऱ विटामिन डी पाया जाता है। इसलिए दूध आपको रोजाना पीना चाहिए। इससे आपकी हड्डियां मजबूत बानी रहती है। यदि आप को दूध पसन्द न हो तो आप दूध के बने पर्दाथों का भी सेवन कर सकते हैं जैसे - दही, पनीर, खीर आदि।   जोड़ो के दर्द से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपाय : आम तौर पर लोग जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपाय को सबसे पहले अपनाते हैं। जिससे उन्हें काफी हद तक राहत भी मिलता है जैसे -
Tumblr media
जोड़ो और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है हल्दी चुने का लेप : यह हमेशा ही जोड़ो के दर्द में राहत पाने का राम बाण उपाय साबित हुआ है। बस थोड़ा हल्दी और चुना ले और उसमें पानी डालें। फिर गैस पर थोड़ा गाड़ा होने तक पकाए। जब गाड़ा हो जाये तो उसे गर्म गर्म ही जहा दर्द है। वह पर लागए और कम से कम एक घंटे तक लगा रहने दे फिर उसे किसी सूती कपड़े के माध्यम से हटा लें। दिन में दो बार प्रयोग करें। इसे देखिएगा दो तीन दिन में राहत मिलेगा।   जोड़ो और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है हल्दी वाला दूध : रोजाना दूध का सेवन करने से हमारे शरीर के हड्डियों को मजबूत बनाता है लेकिन यदि उसी में हम थोड़ा गांठ वाली हल्दी को पानी मे फुलाकर पीस ले और उसी दूध में मिलाकर दिन में दो बार उसका सेवन करें। तो वो हमारे हड्डियों के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होता है।   जोड़ो और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है विटामिन डी : यह एक ऐसा उपाय है जो प्रकृतिक है। जिससे हमें विटामिन डी मिलता है। रोजाना सुबह सुबह यदि हम धूप के सामने खड़े रहे थोड़ी देर तो वह एक प्राकृतिक विटामिन डी हमें प्रदान करता है। जो हमारे शरीर के हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है। जोड़ो और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है मसाज और सिकाई : मसाज और सिकाई यह जोड़ो के लिए काफी फायदेमंद होता है। जहां दर्द होता है। वह पर बस रोजाना मसाज करें और थोड़ा पानी उबालकर उसमे नमक डालें। फिर उससे सूती वस्त्र के द्वारा सिकाई करें। ऐसा करना आपके शरीर के लिए काफी बेहतर होगा और एक हफ्ते में असर दिखाई देगा।
Tumblr media
जोड़ो और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है एक्सरसाइज : एक्सरसाइज यह हमारे सेहत और स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी हद तक फायदेमंद होता है। बस फिजियोथेरेपिस्ट की राय से एक्सरसाइज करें या फिर योगा शिक्षक से योगा सीखें और नियमित रूप से योगा करें।   जोड़ों और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है पपीते का सेवन : पपीते का रोजाना सेवन करने से हमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी मिलता है। जो इम्यून सिस्टम के साथ साथ हमारे जोड़ो और हड्डियों के लिए भी काफ़ी फायदेमंद होता है। जानिए डॉक्टर से सलाह कब लेनी चाहिए। हमें डॉक्टर से सलाह तब लेनी चाहिए जब बुखार के साथ शरीर का दर्द भी हो या फैक्चर हो या थोड़ा सूजन हो या फिर गर्माहट हो या फिर लालिमा हो या फिर जोड़ो में दर्द हो आदि होने पर तुरंत ऑर्थोपीड़िक डॉक्टर से मिलाना चाहिए। उनकी सलाह से फिर बताई गई सलाह को अपना चाहिए। मैं ज्योति कुमारी, Lifestylechacha.com पर हिंदी ब्लॉग/ लेख लिखती हूँ। मैं दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हूँ और मुझे लिखना बहुत पसंद है।
Tumblr media
(ज्योति कुमारी ) Read the full article
0 notes
rajatgarg79 · 6 years
Text
80 किलो से 55 किलो होने का सफर दौड़ कर किया मैंने
ऐसा हो सकता है कि कुछ ��द तक वजन अधिक होने पर आपको कोई परेशानी महसूस न हो, लेकिन यह तभी तक संभव है जब तक आपका आत्म-विश्वास डगमगाता नहीं है। कुछ ऐसा ही पंखुड़ी के साथ भी था। उनका वजन हमेशा से अधिक रहा है और उन्हें लगता था कि वो अपना वजन कभी नहीं घटा पाएंगी। आत्म-विश्वास की कमी की वजह से वह ठीक से नौकरी भी नहीं ढूंढ पा रही थीं। पंखुड़ी की इच्छा शक्ति बहुत मजबूत थी, लेकिन जब उनके रिश्तेदार उन्हें टोकते थे, तब उन्होंने फैसला लिया कि अब मुझे खुद के ���िए कुछ अच्छा करना चाहिए। पंखुड़ी ने वजन कम करने की ठानी और सात महीने में 25 किलो वजन कम कर लिया, यानी पंखुड़ी का पहले वजन 80 किलो था और अब उन्होंने अपना वजन घटा कर 55 किलो कर लिया है।
(और पढ़ें - वजन कम करने के आसान तरीके)
तो आइये आपको बताते हैं पंखुड़ी ने कैसे किया वजन कम –
आपने वजन घटाने का फैसला कब लिया?
मेरा वजन शुरू से ही अधिक रहा है। स्कूल के दिनों में मैं हमेशा लोगों के लिए हंसी का पात्र बनी रहती थी। मेरे पिता मुझे अक्सर वजन कम करने के लिए प्रेरित करते थे और इसके लिए वो नए-नए प्रलोभन भी दिया करते थे। लेकिन मेरी यह गलतफहमी थी कि मैं कभी वजन कम नहीं कर सकती, क्योंकि उस समय लगता था कि वजन कम करना नामुमकिन है। अधिक वजन की वजह से मेरा आत्म-विश्वास भी टूट रहा था। मेरा आत्मविश्वास इतना कम हो चुका था कि कॉलेज के बाद मेरे लिए नौकरी ढूंढ पाना मुश्किल हो रहा था। यह सब देखते हुए फिर मैंने खुद से वजन कम करने की ठानी। मैंने रोजाना 45 मिनट तक दौड़ना शुरू किया।
(और पढ़ें - पेट कम करने के लिए डाइट चार्ट)
क्या आप वर्कआउट करती थीं?
मैं रोजाना वर्कआउट करती थी और अपने रूटीन का सही ढंग से पालन करती थी। जिसमें योग, वेट ट्रेनिंग और कार्डियो शामिल होते थे। पर्याप्त पानी पीना और शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है। इससे शरीर की प्रणालियों से विषाक्त पदार्थ निकलते हैं और ऊर्जा का स्तर भी बढ़ जाता है।
(और पढ़ें - वजन कम करने के लिए कितना पानी पीएं)
मेरी फिटनेस यात्रा बहुत लंबी है। अपनी फिटनेस पर मेहनत करने का लक्ष्य औरों से बेहतर होना नहीं होता, बल्कि खुद स्वस्थ रहना होता है। मेरे लिए पर्याप्त नींद, ज्यादा से ज्यादा पानी पीना, रोजाना वर्कआउट करना, स्वस्थ आहार का सेवन करना और जंक फूड से दूर रहना यह सब बेहद जरूरी हैं। यह सभी चीज़ें वजन कम करने में बेहद काम आती हैं।
(और पढ़ें - पेट कम करने के उपाय)
आप क्या खाती थी?
मेरा नाश्ता - तीन से चार बादाम, उपमा या पोहा और एक ग्लास दूध बिना चीनी के पीती थी।
मेरा दोपहर का खाना - दो रोटी उबली दाल के साथ, एक कटोरी सब्जियों से बना सलाद खाती थी।
मेरा रात का खाना - उबली दाल एक रोटी के साथ, पनीर या टोफू और हरी सब्जियों से बना सलाद खाती थी।
डाइट से हैट कर क्या खाती थी - चावल, नूडल्स, पास्ता या पिज़्ज़ा में से कुछ भी मजे से खाती थी। लेकिन ऐसा मैं बहुत ही कम करती थी।
कम कैलोरी वाला मनपसंद खाना - गाजर का सूप, पालक और पत्ता गोभी का सलाद और ग्रीक दही खाती थी।
(और पढ़ें - वजन घटाने के लिए क्या खाएं)
आप इस दौरान कैसे प्रेरित रहीं?
मुझे वर्कआउट करने के लिए प्रेरणा की जरूरत नहीं थी। मुझे सच में वर्कआउट करना बहुत अच्छा लगता था। सच्चाई तो यह है वजन कम करने की कोई अंतिम सीमा नही है, क्योंकि फिट रहने के लिए यात्रा हमेशा जारी रहती है।
(और पढ़ें - मोटापा कम करने के लिए एक्सरसाइज)
आपने ये कैसे सुनिश्चित किया कि आप कभी अपने लक्ष्य से भटकेंगी नहीं?
मैं कभी अपने लक्ष्य से हटी नही, और हमेशा अपना इरादा मजबूत रखती थी। साथ ही मैं हमेशा अपनी प्रगति पर नजर रखती थी। मैंने अपने लिए सही अनुशासन तय किया और उसका पूरी तरह से पालन किया।
(और पढ़ें - मोटापा कम करने के लिए डाइट चार्ट)
अधिक वजन की वजह से आपके लिए कौन सा हिस्सा सबसे मुश्किल भरा था?
अधिक वजन के दिनों में ऐसा लगता था कि मेरी हर बात को हर कोई बारीकी से परखता था। ऐसा लगता था कि दुनिया में बस पतले लोग भरे हुए हैं जो बस मेरे ही बारे में टिप्पणियां करते रहते हैं, फिर चाहे वो मेरी प्लेट में खाना हो या मेरे कपड़े हो।
(और पढ़ें - हिप्स करने के तरीके)
आप खुद को कुछ सालों में किस आकार में देखना चाहती हैं?
मैं हमेशा शारीरिक रूप से चुस्त रहना चाहती हूँ, जैसे कि मैं अभी हूँ। मुझे आगे भी इसी तरह फिट और स्वस्थ रहना है और लोगों को फिटनेस के लिए प्रेरित करना है। 
(और पढ़ें - मोटापा कम करने के घरेलू उपाय)
जीवनशैली में बदलाव लाने के लिए अपने क्या क्या किया?
वजन कम करने से पहले, मैं बाहर के खाने की बहुत आदी थी और साथ ही आलसी भी थी। लेकिन वेट लॉस के लिए, मैंने अपनी जीवनशैली में कई बदलाव किये, जैसे मैंने रोजाना व्यायाम करना शुरू किया, बाहर का खाना एकदम बंद कर दिया, ताजा फलों और सब्जियों को अपने आहार में शामिल किया। 
(और पढ़ें - मोटापा कम करने के लिए योगासन)
आपके लिए सबसे निराशाजनक बात क्या थी?
मैं लोगों द्वारा नजरअंदाज किये जाने से और उनके द्वारा मेरे व्यक्तित्व को सिर्फ में आकार के बारें में बना कर छोड़ देने से परेशान हो चुकी थी। मैं कभी लोगों द्वारा "मोटी लड़की" बोले जाने पर ध्यान नहीं देती थी, लेकिन जब मेरे दोस्त और परिवार वाले मुझे इस तरह बुलाते थे तो मुझे बेहद दुख होता था।
(और पढ़ें - कमर पतली करने के उपाय)
वजन घटाने के बाद आपने क्या सीखा?
वजन कम होने से मेरी ज़िंदगी सच में बेहद आसान हो गयी है। मेरे लिए क्या "स्वस्थ" और क्या "अस्वस्थ" है, यह मैंने जाना। सबसे जरूरी चीज वेट लॉस को कभी मंजिल की तरह न देखें क्योंकि, फिटनेस आपके लिए आजीवन महत्वपूर्ण है। यह यात्रा कभी नहीं रुकती।
(और पढ़ें - पेट कम करने के लिए एक्सरसाइज)
--------------
आशा करते हैं कि आपको पंखुड़ी के बारे में पढ़ कर प्रेरणा मिली होगी और अब आप अपना वजन घटाने का सफर ज़रूर शुरू करेंगे।
अगर आपके पास भी कोई ऐसी ही प्रेरणा देने वाली कहानी है, अपनी या अपने किसी मित्र या परिवार के सदस्य की, तो हमसे ज़रूर शेयर करें यहाँ लिख कर - [email protected]
from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख via https://www.myupchar.com/weightloss/80-kilo-se-55-kilo-hone-ka-safar-daud-kar-kiya-maine-in-hindi
0 notes