पंजाब सरकार द्वारा निकाली गई 2364 ईटीटी अध्यापकों की भर्ती में से बीएड उम्मीदवारों को अयोग्य करार देने की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से डीसी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे बेरोजगार ईटीटी टेट पास अध्यापक यूनियन ने रविवार को धूरी में बबनपुर नहर के पुल पर धरना दे दिल्ली-लुधियाना हाईवे साढ़े 5 घंटे जाम किया। इस दौरान यूनियन के 8 सदस्य नहर के हेडर (छोटी नहर में पानी निकालने के लिए बनाए गए बांध) पर चढ़ गए। इस दौरान चेतावनी दी कि यदि मांग पूरी न की गई तो नहर में छलांग लगाकर खुदकुशी कर लेंगे।
मौके पर पहुंचे एसडीएम धूरी लतीफ अहमद ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का काफी प्रयास किया। परंतु यूनियन सदस्य प्रमुख सचिव से बैठक करवाने की मांग पर अड़े रहे। यूनियन ने तय प्रोग्राम के अनुसार रविवार को शिक्षा मंत्री विजयइन्दर सिंगला की कोठी का घेराव करना था। जिस कारण कोठी के नजदीक पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया था। परंतु यूनियन सदस्य प्रशासन को चकमा देते हुए धूरी के गांव बबनपुर में नहर के पुल पर जा पहुंचे। करीब 1 बजे यूनियन सदस्यों ने बबनपुर नहर में धरना दे प्रदर्शन शुरू कर दिया।
अध्यापक यूनियन की मुख्य मांगें
यूनियन की मांग है कि 10 हजार ईटीटी अध्यापकों की भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाए। ईटीटी पोस्टों पर सिर्फ ईटीटी पास उम्मीदवारों को ही भर्ती किया जाए। शिक्षा प्रोवाइडरों और वालंटियरों को दिए गए अतिरिक्त अंकों की शर्त हटाई जाए। उच्च योग्यता के नंबरों की शर्त हटाई जाए। आयु सीमा में छूट दी जाए।
2364 ईटीटी उम्मीदवारों को ही किया जाए भर्ती : संदीप सामा
अध्यापक यूनियन के सीनियर उप प्रधान संदीप सामा, निर्मल जीरा, सलिंदर फाजिल्का ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से 2364 ईटीटी अध्यापकों की भर्ती निकाली गई है। जिसमें बीएड उम्मीदवारों को भी बराबर का मौका दिया गया है। जिससे बीएड उम्मीदवारों को बराबर का मौका देकर ईटीटी उम्मीदवारों के हक की पोस्टों पर डाका मारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईटीटी पोस्टों पर सिर्फ ईटीटी उम्मीदवारों को ही रखा जाए और बीएड उम्मीदवारों को ईटीटी की पोस्टों पर अयोग्य करार दिया जाए। बेरोजगार ईटीटी टैट पास अध्यापक यूनियन के राज्य प्रधान दीपक कंबोज ने कहा है कि पंजाब में करीब 15 हजार ईटीटी टैट पास बेरोजगार अध्यापक है और स्कूलों में 10 हजार पद खाली है परंतु सरकार इन पदों पर भर्ती नहीं कर रही है।
पहले भी 6 माह तक टंकी पर कर चुके हैं प्रदर्शन
यूनियन के सदस्य पिछले लंबे समय से रोजगार की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे है। मांग को लेकर 4 सितंबर 2019 को सुनाम रोड स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। करीब 6 माह तक पानी की टंकी पर अपना प्रदर्शन जारी रखा था। परंतु बाद में कोरोना के चलते 21 मार्च प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया था। इस मौके पर गुरसिमरत संगरूर, हरमन, जरनैल नागरा, गुरप्रीत, निर्मल जीरा, शंकर मानसा, कुलदीप, परविंदर लुधियाना, जरनैल, रविंदर अबोहर, सोनिया पटियाला, सरबजीत कौर, गोबिंद जालंधर उपस्थित थे।
40 दिन में 14 धरने, 16 मार्च, 10 अर्थी फूंक प्रदर्शन
संगरूर धरना- प्रदर्शनों का केन्द्र रहा है। क्योंकि कैबिनेट मंत्री विजयइन्दर सिंगला के पास दो विभाग, कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना के पास दो विभाग है। अकेले संगरूर शहर की बात की जाए तो पिछले 40 दिनों में शहर में 14 धरने, 16 रोष मार्च और 10 अर्थी फूंक प्रदर्शन हो चुके है। इसके अतिरिक्त किसानों के प्रदर्शन लगातार जारी है। विपक्ष नेता हरपाल चीमा का कहना है कि चुनावों से पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों से बड़े- बड़े- वायदे किए थे। परंतु अपने किसी वादे को पूरा नहीं किया है।
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Eight-and-a-half hour traffic jammed on Delhi-Ludhiana highway, ETT Tate Pass on Babanpur Canal header, eight unemployed youth
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2 दिनों के बाद लोहड़ी का त्योहार है, इसके चलते लोग पतंग और डोर की खूब खरीदारी कर रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार लोहड़ी वाले दिन घनी-धुंध रहेगी जबकि बारिश के भी आसार हैं। अगर ऐसा होता है तो लोहड़ी पर पतंगबाजी करने वाले लोगों की तैयारियों पर पानी फिर जाएगा। केंद्र के खिलाफ दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों का समर्थन करने के लिए कारीगरों ने किसानों के धरने के संबंधित पंतग तैयार किए हैं।
पतंगों का काम करने वाले दुकानदार शालू महाजन ने बताया कि गत दिवस उनके पास किसान, जट्ट और किसान के चेहरे वाले 300 पतंग आए थे, इनकी कीमत 100 रुपए प्रति पतंग है। करीब एक घंटे के भीतर ही सभी पतंग बिक गए, कुछ लोगों ने पतंगों का आर्डर भी कराया है। दुकानदार शालू महाजन ने बताया कि पिछले कई सालों से चाइना डोर का काफी बोलबाला है, लेकिन इस बार यूपी के बरेली शहर में तैयार हुई चरखड़ी जिसे 16 तार का नाम दिया गया है। वो चाइनीज ड्रैगन का पूरा मुकाबला करेगी।
पिछली बार की तुलना में इस बार पतंग के रेट ज्यादा, कोरोना काल में नहीं हो पाई तैयारी
पिछले साल के मुकाबले इस बार पतंगें ज्यादा महंगी
दुकानदार ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार पतंग काफी महंगी बिक रही है। इसका मुख्य कारण पहले तो कोरोना काल रहा इसके चलते कारीगर पतंग तैयार नहीं कर पाए और अब किसानों ने दिल्ली बार्डर पर धरना लगा रखा है। इसके चलते बाहरी राज्यों से आने वाली पतंग रास्ते में ही अटकी हुई है। इस बार मार्केट में 2 रुपए से लेकर 450 रुपए तक पतंग बिक रहा है। इस बार मार्केट में कपड़े की पतंग, ईगल मार्का, सिद्धू मुस्सेवाला, बब्बू मान, किसानी चेहरा, प्लास्टिक की पतंग काफी तेजी से बिक रही है।
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Kites related to farmers came in the market, the price is 2 to 450 rupees
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लोहड़ी के सीजन को मुख्य रखते हुए आबकारी विभाग शराब तस्करों पर पैनी नजर बनाए बैठा है। वहीं, तस्कर भी शराब और लाहन तस्करी के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। रविवार को आबकारी विभाग ने अलीवाल इलाके के 5 गांवों में छापेमारी कर जमीन में दबाकर रखी 700 किलो लाहन और 35 बोतल अवैध शराब बरामद कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
लाहन बड़े बर्तनों, कैनियों और बोतलों में भरकर रखी थी। वहीं, पकड़े गए व्यक्ति के खिलाफ थाना घनीए-के-बांगर में मामला दर्ज किया गया है। टीम की यह सर्च सुबह 10 से शाम 5 बजे तक जारी रही। आबकारी इंचार्ज जसपिंदर सिंह ने बताया कि आबकारी इंस्पेक्टर सुरिंदर सिंह काहलों और हरविंदर सिंह की अध्यक्षता में 10 पुलिस मुलाजिमों की टीम ने अलीवाल इलाके के गांव बसंतकोट, चंदू माजरा, गांव शकरी, गांव भगठाणा बोहड़वाला और गांव अलीवाल जट्टा में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान टीम को गांव बसंतकोट और गांव चंदू माजरा की एक खाली जगह में छिपाकर रखी 200 किलो लाहन बरामद की।
इसके बाद टीम को रेड दौरान गांव शकरी के श्मशानघाट और सूए से प्लास्टिक की बोतलें और कैनियों में छिपाकर रखी 400 किलो लाहन व एक भट्ठी बरामद की। इसी तरह गांव भगठाना बोहड़वाला के श्मशानघाट से टीम को 100 किलो लाहन मिली। इस दौरान गांव अलीवाल जट्टां में टीम ने छापेमारी के दौरान 35 बोतल अवैध शराब बरामद कर जसपाल सिंह को काबू किया है, इसके खिलाफ थाना घनीए-के-बांगर में केस दर्ज करवाया है।
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700 kg of liquor and 35 bottles of liquor recovered, search lasted seven hours, one arrested
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कस्बा काहनूवान में एक 19 वर्षीय युवक का शव पेड़ से लटकता मिला। अभी मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल गुरदासपुर भेज दिया है, जबकि मृतक युवक के परिजनों के बयान लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतक की पहचान गौरव ठाकुर पुत्र पवन सिंह निवासी काहनूवान के रूप में हुई है।
मृतक गौरव के पिता पवन सिंह ने बताया कि उनका बेटा बेअंत इंजीनियरिंग कॉलेज में बी-टेक कर रहा था और उसका तीसरा सेमेस्टर चल रहा था। उन्होंने बताया कि आज कल वो सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहा था और रोजाना दौड़ लगाने जाया करता था। शनिवार की शाम वो दौड़ लगाकर घर वापस नहीं लौटा। इसके चलते हमने उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इस संबंधी हमने थाना काहनूवान में भी शिकायत दर्ज करवाई थी। पवन सिंह ने बताया कि रविवार सुबह उन्हें गांववासियों ने बताया कि गौरव का शव खेतों में पेड़ से लटका हुआ है।
उन्होंने बताया कि गौरव का कभी किसी से कोई झगड़ा नहीं हुआ और न ही उसने उन्हें कभी किसी परेशानी के बारे में बताया था। मौके पर पहुंचे थाना काहनूवान के अधिकारियों ने बताया कि गौरव ठाकुर का शव कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरूकर दी गई है जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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The body of a 19-year-old man found hanging from a tree, the cause of death is not known.
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जंडियाला गुरु की लड़की से लवमैरिज करके लौटे रहे फतेहगढ़ साहिब के दूल्हे के पिता की रविवार शाम बाइक सवार 3 अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान सलविंदर सिंह निवासी गांव खमाना फतेहगढ़ साहिब के रूप में हुई है। लड़की भाईयों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था, जबकि उसके माता-पिता हत्या से कुछ समय पहले जंडियाला गुरु के गुरुद्वारा साहिब में हुए आनंद कारज में शामिल होकर गए थे। पुलिस ने भाइयों की नाराजगी के एंगल पर मामले की जांच शुरू कर दी है। थाना जंडियाला गुरु के एसएचओ हरचंद सिंह ने बताया कि पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
गुरुद्वारा साहिब में शादी के बाद गांव चोवानी के पैलेस में दूल्हा-दुल्हन फोटो शूट करा रहे थे
जानकारी के अनुसार सलविंदर सिंह (50 वर्ष) अपने बेटे जगदीप सिंह जग्गा की शादी उसकी पसंद की लड़की रिम्पी निवासी गांव दशमेश नगर जंडियाला गुरु से करवाने के लिए रविवार को जंडियाला गुरु पहुंचे थे। शादी होने के बाद जब परिवार वापस फतेहगढ़ साहिब जा रहा था तो गांव चोवानी में चौहान कैसल के बाहर शादीशुदा जोड़े ने यादगार के तौर पर फोटो करवाने की बात कही।
इसीलिए परिवार शाम करीब 5 बजे पैलेस के बाहर रुक गया। जगदीप ने बताया कि वे फोटो करवाने के लिए पैलेस के अंदर चले गए, जबकि उसके पिता बाहर कार में ड्राइवर वाली सीट में बैठे थे। इस दौरान मोटरसाइकिल सवार 3 अज्ञात हमलावर आए और उनके पिता पर ताबड़तोड़ फायर कर फरार हो गए। गोलियां की आवाज सुनकर जब वह बाहर पहुंचा तो आरोपी काफी दूर जा चुके थे। पिता को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
बहन के घर रहती थी लड़की, माता-पिता भी शादी में शामिल हुए दुल्हन रिंपी अपनी बहन के घर रहती थी, जबकि माता-पिता अलग घर में। रविवार को गुरु���्वारा साहिब में शादी के वक्त माता-पिता तो पहंुचे थे, लेकिन भाई नहीं आए, क्योंकि उन्हें जगदीप सिंह से उसका रिश्ता मंजूर नहीं था। सलविंदर के शव का पोस्टमार्टम सोमवार को होगा।
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Fatehgarh Sahib's groom's father was shot dead by gunfire in Jandiala
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एक्स-सर्विस मैन कंट्रीब्यूटरी हेल्थ स्कीम (ईसीएचएस) घोटाले के बाद राज्य सरकार की सरबत सेहत बीमा योजना भी घोटाले का शिकार हो गई है। शहर के पांच अस्पतालों ने बिना किसी मरीज का इलाज किए ही स्कीम के तहत सरकार के करोड़ों रुपए हड़प लिए। आरोप है कि पांचों अस्पतालों के संचालकों ने बीमा योजना के तहत सरकारी पैसा ऐंठने के लिए फर्जीवाड़े के अलग-अलग तरीके अपनाए।
इस योजना की टीम ने कुछ शिकायतों का आधार मान कर उन प्राइवेट अस्पतालों की चेकिंग की, जो इस योजना के तहत इलाज करने के लिए अनुबंधित किए गए थे। टीम ने जब अस्पतालों को खंगालना शुरू किया तो हैरानीजनक तथ्य सामने आए। किसी में मरीज नहीं, कहीं मरे मरीज का इलाज, तो कहीं अपने ही परिवार की फाइल बना कर बिल का भुगतान करवाया गया था।
गौरतलब है कि राज्य सरकार की तरफ से सरबत सेहत बीमा योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे वालों के इलाज के लिए 5 लाख रुपए के इलाज की योजना है। इसके तहत जिले के 87 प्राइवेट और 10 सरकारी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। इस स्कीम के यहां अब किए गए इलाज के लिए सरकार ने 66 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया है।
मनु अरोड़ा अस्पताल के संचालक ने अपनी पत्नी का कार्ड बनवा रखा था आकाशदीप अस्पताल ने 17 बार एक ही मरीज का डायलिसिस करवाया
जांच टीम की रिपोर्ट के मुताबिक छेहर्टा इलाके के मनु अरोड़ा अस्पताल में चेकिंग के दौरान पाया गया कि जिस महिला मरीज की फाइल बनी थी, वह कोई और थी, जबकि उस पर अस्पताल मालिक ने अपनी बीवी की फोटो चिपका कर उसके नाम से भुगतान करवाया था। इस अस्पताल में योजना के तहत 533 मरीजों का इलाज किया जा चुका है और 82 लाख के बिलों में से 70 लाख का भुगतान हो चुका है। वहीं मजीठा रोड के आकाशदीप अस्पताल की पोल उस वक्त खुली जब एक ही मरीज का 17 बार बाहर से डायलिसिस कराया गया, जबकि अस्पताल में इसकी व्यवस्था थी।
न्यू लाइफ अस्पताल : काम छोड़ चुके सर्जन के नाम पर ऑपरेशन
मजीठा रोड इलाके के ही न्यू लाइफ अस्पताल की पोल पहले काम कर चुके सर्जन की मोहर और दूसरे दस्तावेज का इस्तेमाल करने से खुली। हालांकि उक्त सर्जन काम छोड़ चुका है, लेकिन फिर भी उसके नाम पर ऑपरेशन किए जाते रहे हैं। इस अस्पताल ने योजना के तहत 477 मरीजों का इलाज किया है और 48 लाख रुपए की स्कीम के तहत वसूली की है।
वर्मा अस्पताल मीरांकाेट : मरीज घर पर था, दिखाया अस्पताल में
मीरांकोट इलाके के वर्मा अस्पताल की जांच में पाया गया कि संचालकों ने जिस मरीज को अपने यहां दाखिल करके इलाज करने का दावा किया था, वह घर पर था। वह इस तरह का फर्जीवाड़ा तरनतारन के एक डॉक्टर से मिल कर करता रहा। इस अस्पताल ने स्कीम के तहत 176 मरीजों का इलाज किया और 27 लाख सरकारी स्कीम के तहत ले चुका है।
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Sarabat health insurance scheme fake, 5 hospitals grab crores of rupees without any treatment
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सात दिन पहले रेलवे ग्राउंड में साधू से पैसे लूटने के बाद जिंदा जलाने और रेलवे यार्ड में एक किन्नू व्यापारी की हत्या करने के मामले में जीआरपी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। ब्लाइंड मर्डर मानी जा रही इन वारदातों को ट्रेस करने में लगी जीआरपी की टीम ने एक पांच लोगों के गैंग का पर्दाफाश किया है। गैंग में शामिल युवक 20-25 साल की आयु के हैं जो नशे की पूर्ति के लिए महज 500-1000 रुपए के लिए मर्डर कर देते थे। गैंग में शामिल आरोपियों की पहचान सोहन पाल वासी गोपाल नगर बठिंडा, दीपक कुमार उर्फ चोची वासी परसराम नगर, सोनू उर्फ टाइगर, बब्बू व विजय वासी बठिंडा के तौर पर हुई है।
जीआरपी पुलिस ने आरोपी सोहन पाल सिंह और दीपक कुमार उर्फ चोची को पकड़ा है। जिन्होंने अब तक जांच में रेलवे ग्राउंड और रेलवे यार्ड में हुए मर्डर को कबूल किया है। रेलवे ग्राउंड में हुए साधू की हत्या के मामले में ये पांचों आरोपी शामिल थे जबकि रेलवे यार्ड में किन्नू व्यापारी की हत्या सोहन पाल सिंह व दीपक उर्फ चोची ने की थी। ये पांचों किलर रात 9 बजे के बाद तेजधार हथियारों के साथ निकलते थे और रेलवे
ग्राउंड, रेलवे यार्ड और पट्टा ��ार्केट व संतपुरा रोड पर सुनसान जगहों पर वारदातों को अंजाम देते थे। गैंग ने 15 दिन पहले रेलवे माल गोदाम रोड और पट्टा मार्केट पर दो साधुओं पर लूट की नीयत से जानलेवा हमला कर दिया था। उधर कैनाल पुलिस रेलवे ग्राउंड में हुए साधू नरेश कुमार के मर्डर के मामले में उक्त दोनों आरोपियों का रिमांड खत्म होने के बाद प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी।
रात 9 बजे निकलते थे वारदात करने, 3 कत्ल कबूले, 3 दिन का पुलिस रिमांड
रेलवे एरिया के आस-पास तीन वारदातों को दिया अंजाम
बता दें कि 3 जनवरी की रात रेलवे ग्राउंड में झुग्गी बनाकर रह रहे साधू नरेश कुमार वासी सिरसा की अज्ञात लोगों ने पैसे लूटने के बाद उसकी हत्या कर जिंदा जला दिया था। उक्त मामले में कैनाल थाना पुलिस ने मृतक साधू के मामा के बयानों पर अज्ञात लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया था। पुलिस इस मामले में अभी जांच कर ही रही थी कि 6 जनवरी की रात रेलवे यार्ड में अज्ञात लोगों ने दो किन्नू व्यापारियों अजय यादव व सुरेश साहनी पर जानलेवा हमला कर 20 हजार की नकदी व मोबाइल फाेन लूट लिए थे। इस घटना में सुरेश साहनी की मौत हो गई थी।
इस मामले में जीआरपी पुलिस ने घायल अजय यादव के बयानों पर अज्ञात लोगों पर हत्या का केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। इसके अलावा करीब 15 दिन पहले पट्टा मार्केट में दो कबाड़ का काम करने वाले दो व्यक्तियों पर भी अज्ञात लोगों ने तेजधार हथियारों से हमला कर पैसे व माेबाइल फाेन लूट लिए थे। इसके अलावा संतपुरा रोड पर भी एक महीना पहले एक बेसहारा व्यक्ति पर हमला किया गया था। जिससे भी नकदी लूटी गई थी। सभी मामलों में आरोपी पकड़ से बाहर थे, लेकिन पिछले सप्ताह दौरान रेलवे के आसपास हुई हत्याओं के बाद पुलिस हरकत में आई। जिसके बाद जीआरपी पुलिस के हाथ दो आरोपी लगे तो इस दोनों हत्याकांड का खुलासा हुआ।
व्यक्ति के साथ जान पहचान बनाकर करते थे वारदात
जीआरपी पुलिस की ओर से रेलवे यार्ड में हुए किन्नू व्यापारी मर्डर में पकड़े गए आरोपियों सोहनपाल और दीपक चोची से पूछताछ के बाद ये बात सामने आई है। पांच लोगों का गैंग है। ये लोग महज 500 रुपए के लिए व्यक्ति पर जानलेवा कर देते थे। अब तक इन्होंने एक दर्जन के करीब वारदातों को अंजाम दिया है जिसमें दो लोगों की जान चली गई। तीन लोग सरकारी ��स्पताल में दाखिल हैं। ये रात 9 बजे के बाद वारदात को अंजाम देने के लिए निकलते थे। रेलवे ग्राउंड, रेलवे यार्ड तक सुनसान इलाका है। ये लोग किसी यात्री या बाहरी व्यक्ति के साथ जान पहचान कर कापे से हमला कर पैसे व मोबाइल आदि लूटकर फरार हो जाते थे। इन्होंने ही मछली मार्केट में रोड मारकर 500 रुपए लूटे थे।
तीन दिन का मिला पुलिस रिमांड
रेलवे यार्ड में हुए मर्डर की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस की टीमें लगी हुई थीं। जिसके तहत पुलिस ने दो आरोपियों दीपक और सोहन पाल को गिरफ्तार किया है। दोनों से की गई पूछताछ में ये बात सामने आई हैं कि रेलवे ग्राउंड में साधू और रेलवे यार्ड में किन्नू व्यापारी की हत्या की थी। बाकी तीन आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें रेड कर रही हैं।
जसविंदर सिंह, एसएचओ जीआरपी
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Murder made for just 500 rupees for the fulfillment of the drug, the gang killing the sadhu at the railway ground and the kinnow merchant in the yard
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केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ 46 दिनों से दिल्ली घेरकर किसान बैठे हैं। एक ओर, वे केंद्र के मंत्रियो से बात कर कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए अड़े हैं वहीं, दूसरी ओर वहां पहुंचे लोग धरना स्थल पर तरह-तरह के गेम्स आयोजित कर रहे हैं। रविवार को गाजीपुर बॉर्डर पर युवाओं के कुश्ती मुकाबले कराए गए। इस दौरान युवतियों ने भी दांव आजमाए।
इधर, जालंधर, पटियाला समेत सूबे के कई जिलों में कृषि कानूनों के खिलाफ जागरूक करने के लिए प्रदर्शन किए गए। वहीं, बरनाला के गांव ठीकरीवाल का जेई दूल्हा अपनी बारात लेकर महलकलां टोल प्लाजा पर चल रहे धरने में पहुंचा और किसानों को 11 हजार रुपए भी दिए।
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JE groom arrived in a procession on the Mahalakalan toll plaza
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सर्दी के दिनों में कोविड की दूसरी लहर का खतरा सता रहा था। लेकिन सुखद खबर ये है कि कोविड के केसों में कमी देखने को मिल रही है। दिसंबर महीने के अंत से लेकर जनवरी के पहले सप्ताह तक कोविड के मरीजों की संख्या में कमी आई है। विभाग इस बात से खुश है नए मरीजों की संख्या में कमी आई है। लेकिन विभाग ये पता लगाएगा कि किन कारणों से मरीजों की दर घटी है।
जबकि सरकार ने नाइट कर्फ्यू सहित सामजिक कार्यक्रमों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में भी इजाफा कर दिया था। सूबे के लिए कोविड की टेस्टिंग को लेकर दो केंद्रीय संस्थान काम कर रहे हैं। बीते सात दिनों में सरकारी लैबों में 26 हजार 500 टेस्ट प्रतिदिन हुए। इनमें 100626 टेस्टों में 1689 सैंपल पॉजिटिव मिले है। जोकि लगभग एक फीसदी बनता है।
सूबे की सरकारी लैबों में प्रतिदिन हो रहे 26 हजार 500 टेस्ट
विभाग ने मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री मांगी
जिलों के सिविल सर्जनों से उनके यहां टेस्टिंग होने वाले लोगों की संख्या और पॉजिटिव दर बताने को कहा गया था। इसके अलावा उनसे यह भी पूछा गया है कि अभी उनके यहां किन इलाकों से केस सामन आ रहे हैं। उनकी ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में भी जानकारी ली जा रही है। इनमें यह भी बताना होगा कि पॉजिटिव आए मरीजों की डोमेस्टिक या फिर इंटरनेशनल ट्रैवल हिस्ट्री है या नहीं। जिससे विभाग के अधिकारियों को स्टडी करने में मदद मिलेगी। इस स्टडी का फायदा यह होगा कि विभाग वैक्सीन आने तक आगामी दिनों को लेकर अपनी रणनीति तैयार कर सकेगा।
जिलों से टेस्टिंग और पाॅजिटिव मरीजों की मंगवाई गई रिपोर्ट
सूबे में सबसे ज्यादा जालंधर, मोहाली, पटियाला, अमृतसर और लुधियाना से केस सामने आ रहे थे। लेकिन अब दिसंबर खत्म होने के बाद केसों में कमी आनी शुरू हो गई है। विभाग ने जिलों से दिसंबर के अंत से लेकर जनवरी महीने के पहले सप्ताह तक की रिपोर्ट मंगवाई है।
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The rate of new patients of Kovid decreased, 1689 positive in 1,00626 samples in 7 days
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तीनों कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन जारी है। जहां सड़कों पर बैठकर किसान दिनभर प्रदर्शन कर करते नजर आते हैं। वहीं, 7 युवाओं ने मिलकर एक नई पहल की है। केएफसी मॉल के ठीक आगे टेंट के अंदर काफी बच्चे बैठे दिखाई दिए। अंदर जाने लगे तो गेट पर रोक लिया और कहा कि पहले जूते बाहर निकालो और फिर रजिस्टर में एंट्री करो। उसने बताया कि अंदर स्कूल चल रहा है। अंदर देखा तो 150 से ज्यादा बच्चे बैठे पढ़ाई कर रहे थे। सामने खड़ी दो युवतियां इन बच्चों को पढ़ा रही थीं। बीच-बीच में एक-एक बच्चा खड़े होकर अंग्रेजी में कविता सुना रहा था।
हर 15 मिनट में दूसरा युवक या युवती पढ़ाने के लिए आ रहे थे और अलग- अलग विषय पर पढ़ा रहे थे। क्लास में बच्चों को सामने आकर बोलना, गाने गाना और डांस आदि करना भी सिखाया जा रहा था।इस समूह में 450 सदस्य हो गए हैं। इसमें हरियाणा व पंजाब के अलावा अन्य जगहों के युवा भी हैं। एक दिन सुझाव आया कि आंदोलन के मंच पर सभी को बोलने का मौका नहीं मिलता। इसलिए अपनी चौपाल शुरू की जाए। इसे सांझी सत्थ नाम भी दिया। दिन में यहां स्कूल चलता और शाम को 6 से 8 बजे तक 300 से ज्यादा युवाओं और बुजुर्गों की चौपाल लगती है।
एक दूसरे से अनजान थे, लेकिन सोच ने एक बनाया
यह सब देख हमें उत्सुकता हुई तो हमने बात की। पंजाब के सुखविंदर सिंह बढ़वा ने बताया कि हमारी कोई एनजीओ नहीं है। पंजाब से अलग-अलग जिलों से आए हम 7 युवा सुखविंदर सिंह बढ़वा, गैरी बड़ेंग, दिनेश चड्ढा, परमिंदर गोल्डी, सतनाम सिंह, बलकार सिंह व गुरपेज सिंह का आइडिया है। हम आंदोलन की शुरुआत में ही आ गए थे। आंदोलन से पहले हम सभी एक दूसरे से बिल्कुल अनजान थे। एक दिन बैठे थे तो पता चला कि कोई एमए किए हुए है तो किसी ने पीएचडी की हुई है। कुछ अलग करने को पहले लाइब्रेरी शुरू की। सभी भाषाओं के लिटरेचर लेकर आए, जिसको पढ़ना हो एंट्री कराए और पढ़ने को ले जाए।
इसमें लोगों को रुचि दिखाई दी। फिर चार्ट और पेंटिंग का सामान ले आए और लोगों को ड्राइंग या पेंटिंग बनाने को प्रेरित किया। फिर हमने स्कूल शुरू करने को सोचा। जब तक यहां हैं बच्चों को ही पढ़ा लें। आंदोलनकारियों के साथ लंगर में आने वाले स्लम एरिया के बच्चों को भी पढ़ाना शुरू किया। अब रोज 200 से ज्यादा बच्चे हो जाते हैं। हम किसी सब्जेक्ट की जगह अंग्रेजी और स्किल सुधारने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
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कुंडली बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान बच्चों को पढ़ाते युवा। इनसेट में एक बच्चा अंग्रेजी में कविता सुनाते हुए।
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पावर हाउस रोड से मानसा पुल तक लगभग 3 किलोमीटर लंबी मुख्य सड़क पर ट्रैफिक व्यवस्था के बुरे हालात हैं जबकि इस रास्ते में पड़ने वाले चौराहों पर अक्सर जाम लगते हैं। यातायात को कंट्रोल करने के लिए पुलिस कर्मी भी तैनात रहते हैं लेकिन सड़क को क्रॉस करके निकलना बेहद मुश्किल हो गया है। इसकी वजह है सड़क की 5 से 6 फुट तक खुदाई करने की वजह से चौड़ाई कम होना, ऐसे में इस जीटी रोड पर वाहनों की तादाद ज्यादा होने की वजह से लंबी लाइनें लग जाती हैं।
शहर में भरने वाले बरसाती पानी की निकासी से मुक्ति दिलाने के लिए केंद्र की अमरुत योजना के तहत नगर निगम को मिले 48.52 करोड़ के फंड में से पावर हाउस रोड से टीवी टावर डिस्पोजल तक 3 किलोमीटर लंबी राइजिंग मेन बिछाने का काम फरवरी में शुरू हुआ लेकिन करीब 300 मीटर लाइन बिछने के बाद कर्फ्यू में काम रुका जबकि जुलाई में काम फिर से शुरू हुआ। लगभग 7.23 करोड़ के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में 40 इंच चौड़ाई की राइजिंग मेन बिछाई जा रही है, पाइपें डालने के लिए पावर हाउस रोड से टीवी टावर तक लगभग 6 फुट चौड़ी खोदी गई हालांकि सिलसिलेवार पाइप डालने के साथ ही गड्ढे भर दिए गए और उस पर कंक्रीट भी डाल दी गई लेकिन 7 महीने से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी इसे समतल करके इस पर प्रीमिक्स नहीं डाली गई।
मेन सड़क से से नीचा होने से खतरों का अंदेशा: यह कच्चा-पक्का रास्ता मेन सड़क से लगभग आधा फुट नीचा होने की वजह से हर वक्त हादसों का खतरा बना रहता है, इस सड़क पर सारा दिन हैवी ट्रैफिक रहता है जोकि तलवंडी साबो, मानसा के रास्ते दिल्ली की ओर रवाना होता है, वहीं डबवाली के रास्ते आगे हरियाणा व राजस्थान की ओर जाता है।
ज्यादा समस्या तो भागू रोड चौक, वाल्मीकि चौक, हाजीरतन चौक, अस्पताल चौक और मानसा पुल के पास होती है, जहां सड़क की चौड़ाई कम होने की वजह से चौक पर विपरीत दिशा से आने वाले वाहनों को मुड़ने में दिक्कत होती है और एक टायर के कच्ची सड़क पर जाने से हादसा होने की आशंका रहती है।
प्रशासन से सड़क बनाने को किया आग्रह
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव व ट्रक यूनियन के सदस्य कर्मचंद ने जिला प्रशासन से हालात की खुद मौका मुआयना करके जीटी रोड की सड़क को तुरंत बनवाने का आग्रह किया है। इस संबंध में उन्होंने एसडीएम और प्लानिंग बोर्ड के चेयरमेन जगरूप सिंह गिल से भी मुलाकात करके बताया कि अनाज मंडी में गोदामों से डबवाली व मानसा रोड पर फूड ग्रेन बाहर जाने के लिए स्पेशल लगाने पर ट्रकों के आवागमन होने पर अक्सर ट्रैफिक जाम लगता है।
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पावर हाउस रोड से डाली जा रही राइजिंग मेन डालने के बाद सड़को की हालत खस्ताहाल को अभी तक ठीक नहीं किया गया जिसके कारण अक्सर सरकारी राजेंद्रा कॉलेज के सामने जाम लगे रहते हैं वह हादसे होते रहते हैं।
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वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने शनिवार को शहर के विभिन्न वार्डों का दौरा किया। उन्होंने जनता नगर व उड़िया कॉलोनी के 200 परिवारों को मालिकाना हल के सर्टिफिकेट वितरित किए। बादल ने कहा कि बठिंडा के स्लम इलाकों में रहने वाले जरूरतमंद परिवारों को शहर में बनी शानदार कॉलोनियों जैसी तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। उनके साथ डीसी बी श्रीनिवासन विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा स्लम-पिछड़ी बस्तियों के निवासियों के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले जरूरतमंद लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए पंजाब सरकार का विशेष उद्यम बसेरा स्कीम के तहत स्लम बस्तियों के निवासियों को मुफ्त रिहायशी प्लॉट दिए जा रहे हैं।
वित्तमंत्री ने ईसाई भाईचारा के लिए नरुआना रोड पर 2 एकड़ क्षेत्रफल में 2 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले कम्युनिटी सेंटर के लिए 50 लाख रुपए की राशि का चैक भी भेंट किया।
बादल ने रोज गार्डन, गुरु गोबिंद सिंह नगर, विश्वकर्मा मार्केट, पुखराज कॉलोनी, उड़िया कॉलोनी, जनता नगर, साईं सेवादल, टाइप थ्री क्वार्टर सिविल लाइन, संजय नगर, गुरुनानकपुरा, करतार बस्ती, अजीत रोड, हजूरा कपूरा कॉलोनी, वीर कॉलोनी, कबीर पार्क और अमरीक सिंह रोड आदि इलाकों में पहुंचकर आम लोगों की समस्याएं सुनी।
श्री बादल ने कई समस्याओं का मौके पर समाधान किया और बकाया समस्याओं का जल्द निपटारा करने के लिए संबंधित अधिकारियों को हिदायत दी। इस दौरान नगर निगम कमिश्नर बिक्रमजीत सिंह शेरगिल, जैजीत सिंह जोहल, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमेन केके अग्रवाल, अरूण वधावन, हरविंदर सिंह लड्डू समेत अनेक कांग्रेस नेता उपस्थित रहे।
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Finance Minister Manpreet Singh Badal visited the city, people of Bole-Slum area will get facilities like colony
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गुरु अंगद देव वेटरनरी व एनीमल साइंसेज लुधियाना के संवैधानिक कॉलेज वेटनरी साइंस कॉलेज रामपुराफूल में एमरजेंसी क्लीनिकल मामलों को हल करने के लिए चौबीस घंटे की सेवाएं शुरू की गई हैं। कॉलेज के प्रवक्ता ने बताया कि इसके लिए बाकायदा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है जिस पर कॉम करके पशु पालक विशेषज्ञ डॉक्टरों से मुलाकात का समय निश्चित कर सकता है और संबंधित माहिर डॉक्टरों की सलाह भी ले सकते हैं।
ऐसी ही एक मिसाल 31 दिसंबर 2020 को देखने को मिली जब कॉलेज कैंपस से 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित गांव ढपाली के एक किसान ने रात करीब 1.30 बजे बुलाया और अपने जानवर को बचाने का आग्रह किया। नए साल के अवसर पर देर रात होने के कारण ऐसे एमरजेंसी हालात को हल करने के लिए उसके आसपास कोई स्थायी वेटरनरी डॉक्टर उपलब्ध नहीं था। खराब मौसम व घनी धुंध के कारण किसान अपने पशु को कॉलेज के क्लीनिक में लाने में लाचार था।
ऐसे हालात का विशेष संज्ञान लेते हुए वेटरनरी क्लीनिकल काम्पलेक्स के मुखी डॉ. जीएस धालीवाल ने डॉ. अनाविल, डॉ. दाउद व डॉ. इंदरपाल की टीम का गठन किया। टीम के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने पशु पालक के स्थान पहुंचकर जानवर की जांच करने के बाद यह पाया कि ज्यादा आकार के गर्भस्थ शिशु के कारण डिसटोकिया हुआ है। हालात का मूल्यांकन करने के बाद गांव के बर्थ कैनाल के अंदर मरे हुए भ्रूण के एक हिस्से को काटने के लिए फीटेटोमी की गई। यह सारी विधि लगभग चार घंटे तक चली।
संबंधित माहिर डॉक्टरों ने समय पर दाखिल देने से गाय की जान बचाई गई। गाय के मालिक गुरजीवन सिंह ने समय पर डाक्टरी मदद मिलने पर गाय की जान बचाने के लिए सीओवीएस रामपुराफूल की फैकल्टी का आभार जताया। डीन डॉ. मनीश चेतली ने माहिर डॉक्टरों के प्रयासों की सराहना करते हुए किसानों से अपील की कि वे अपने पशुओं को उन्नत व गुणवत्तापूर्ण पशु सेवाओं के लिए क्लीनिकल काम्पलेक्स में लाएं।
उन्होंने बताया कि वेटनरी साइंस कॉलेज रामपुराफूल की स्थापना पंजाब के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में पशुओं की सेहत व उत्पादन को बेहतर बनाने के मकसद से की गई थी। कॉलेज में अक्टूबर 2019 के बाद काम होना शुरू हुआ जबकि 18 महीने के थोड़े अंतराल में एक पूरी तरह लैस क्लीनिकल काम्पलेक्स में एडवांस्ड डायग्नोस्टिक व इलाज सुविधा उपलब्ध करवाने में सक्षम है।
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यूथ अकाली दल की ओर से शनिवार को रोष मार्च निकालकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व प्रधानमंत्री नरिंदर मोदी का पुतला फूंका और उन पर किसान-मजदूर विरोधी होने के आरोप लगाए। यूथ नेता व कार्यकर्ताओं ने मिनी सचिवालय के सामने चौक पर पुतला फूंक प्रदर्शन किया।यूथ नेता गुरदीप सिंह कोटशमीर ने कहा कि सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पीएम नरिंदर मोदी में गहरी दोस्ती है, जनता को गुमराह करते हैं और अंदरखाते दोनों एक ही हैं।
इसका प्रमाण है भाजपा नेताओं के खिलाफ आवाज उठाने वाले अथवा धरना-प्रदर्शन करने वाले किसानों व किसान समर्थकों के खिलाफ सीएम के इशारे पर पर्चा दर्ज कर लिया जाता है। कलाकार बराड़ व अन्यों के खिलाफ पर्चा देकर भाजपा के खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने का प्रयास किया गया है। यह सच धीरे-धीरे जनता के सामने आ रहा है जबकि यूथ अकाली दल इनके सच और सामने लाएगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली मोर्चा पर डटे किसान तो अब हर तीज-त्योहार धरनास्थल पर ही मना रहे हैं, पहले नया साल मनाया और अब लोहड़ी भी दिल्ली मोर्चा को समर्पित रहेगी। वहीं 26 जनवर��� के गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय समारोह के परेड स्थल पर किसान भी अपने हजारों ट्रैक्टरों के साथ परेड में शामिल होंगे ताकि जय जवान के साथ-साथ जय जवान का नारा भी सार्थक हो सके। उन्होंने चेतावनी दी कि खेती कानून रद होने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
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प्राइवेट अनएडेड स्कूल्स एसोसिएशन (पूसा) की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई जिसमें प्राइवेट अनएडेड स्कूलों के संचालकों ने शिरकत की। विशेष तौर पर पधारे प्रदेश प्रधान विनोद खुराना ने कहा कि 11 जनवरी को स्कूल पूर्ण तौर पर खोले जाएंगे। प्रधान स्वर्ण प्रकाश व जिला सचिव संजय कक्कड़ ने स्कूल खोलने पर पंजाब सरकार का आभार जताते बताया कि इस कदम से अब बच्चों का एक साल बर्बाद होने से बचेगा। वहीं स्कूलों की इमारतों की वीरानी खत्म हुई और बच्चों के आने से गुलो-गुलजार हुई हैं।
स्कूल प्रबंधकों ने कहा कि स्कूल खोलने के लिए जारी किए गए नियम 15 अक्टूबर 2019 वाले ही हैं, जबकि अब कोविड के हालात में काफी सुधार हुआ है। इसके मद्देनजर नियमों में छूट दी जानी चाहिए ताकि स्कूल निर्विघ्न चलाए जा सकें और स्कूल मुखी व अध्यापक पूरी मेहनत से अपना फर्ज निभा सकें। जिस प्रकार अब विवाह समागम में आउटडोर में 500 व्यक्ति और इनडोर में 250 व्यक्तियों के इकट्ठा होने पर छूट है, वहीं स्कूलों पर अभी भी पुरानी बंदिश ही है। उन्होंने भरोसा दिया कि स्कूल सरकार की तमाम हिदायतों का ईमानदारी से पालन करेंगे।
बैठक में 20 स्कूलों के संचालक शामिल हुए जिनमें लॉर्ड रामां के प्रिंसिपल सूरज सेतिया, एसएसडी के प्रधान राजन गर्ग, सुदेश वाटिका भागीवांदर के प्रिंसिपल मीनू गर्ग, पीकेएस इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल इंद्रजीत कौर, क्ले इंडिया के प्रिंसिपल सरिता निर्मल, डीएवी रामां के प्रिंसिपल मधु, श्री गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल जतिंदर कौर, शिवालिक हिल्स स्कूल रामपुरा के प्रधान गगनदीप शर्मा, ग्लोबल डिस्कवरी स्कूल रामपुरा के प्रधान बलवीर सिंह, विश्वास पब्लिक स्कूल के मैनेजर महिंदर पाल गोयल, मॉडल सेकुलर स्कूल रामपुरा के संजय कक्कड़ आदि उपस्थित रहे।
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अलग-अलग हादसे में तीन लोग घायल हो गए। हादसे की सूचना प्राप्त होते ही सहारा जन सेवा वर्कर मौके पर पहुंचे और घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया। रात्रि माल रोड पर तेज रफ्तार कार ने पैदल जा रहे व्यक्ति को टक्कर मार दिया। जिसके चलते व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।
हादसे की सूचना प्राप्त होते ही सहारा जन सेवा वर्कर राजिंदर कुमार मौके पर पहुंचे और घायल व्यक्ति सोनू वासी अलवर को इलाज के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया। संतपुरा रोड पर ऑटो की टक्कर से बाइक सवार दो युवक गंभीर घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलने पर सहारा वर्कर टेकचंद और अशोक गोयल मौके पर पहुंचे और घायल बाइक सवार अर्जुन कुमार और सुरेश वासी प्रताप नगर को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।
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पिछले कुछ दिनों से तापमान के उतार-चढ़ाव से बच्चों और बुजुर्गों को बीमार कर सकता है, इसलिए इनका विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। पांच साल से छोटी उम्र के बच्चों और 60 साल से ऊपर की उम्र के लोगों में वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ रहा है। दो से सात साल तक की उम्र के बच्चों में वायरल डिजीज और विंटर डायरिया क�� दिक्कत आ रही है। तापमान ज्यादा ��ोने पर छोटे बच्चे गर्म कपड़े नहीं पहनते, जिस वजह से उनका बॉडी टेम्परेचर बिगड़ता है।
ऐसे मौसम में छोटे बच्चे जरूरत अनुसार कपड़े नहीं पहनते, जिस वजह से उनका बॉडी टेम्परेचर बिगड़ता है। शुरू में उन्हें खांसी-जुकाम के साथ-साथ बुखार की दिक्कत हो जाती है। विंटर डायरिया में लूज मोशन के साथ-साथ बच्चों को उल्टी की दिक्कत हो रही है। ये दोनों दिक्कतें वायरल इंफेक्शन ही कहलाती हैं। यह सब मौसम में उतार-चढ़ाव की वजह से हो रहा है। एमडी मेडिसिन डॉ. हरिंदर सिंह बताते हैं कि युवाओं का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। वे वे मौसम में बदलाव को सह लेते हैं।
बेशक तापमान ज्यादा हो, लेकिन बच्चों को गर्म कपड़े कम न पहनाएं, जहां तक संभव हो उन्हें बाहर न निकलने दें, घर का बना हुआ खाना खिलाएं, ज्यादातर लिक्विड दें, जहां तक संभव हो उन्हें हल्का गर्म पानी पिलाएं, अगर खांसी-जुकाम या बुखार हो जाए तो दो-तीन दिन घर में आराम करें, अगर इसके बाजवूद भी सिमटम बने रहें तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें, अगर आपको पहले से बीमारियां हैं तो खास ध्यान रखें, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर है तो समय-समय पर चेक कराएं, हल्का भोजन करें। कोशिश करें लिक्विड ज्यादा मात्रा में लें और शरीर की जरूरत के मुताबिक गर्म कपड़े पहनकर रखें।
खांसी और बुखार हो तो डाक्टर की सलाह से ही दवा लें
60 से 70 साल उम्र वर्ग के बुजुर्गों को तापमान में उतार-चढ़ाव से दिक्कत हो जाती है। उन्हें रिस्पिरेटरी दिक्कत हो जाती है। इसके साथ अगर बुखार भी हो जाए तो यह वायरल बीमारी उन्हें एक हफ्ते तक परेशान करती है। डा. हरिंदर सिंह बताते हैं कि इन दिनों कोरोना वायरस है। ऐसे में अगर किसी को मौसम में आए बदलाव के चलते खांसी जुकाम के साथ बुखार भी हो जाता है तो उन्हें एकदम दवा लेने के बजाय एक-दो दिन आराम करना चाहिए।
डाक्टर से चेकअप करवाने के बाद ही दवाई लें। शिशु रोग माहिर डा. सतीश जिंदल ने बताया कि जैसे ही मौसम में बदलाव आया है, उसके बाद से 2 से 7 साल उम्र वर्ग के बच्चे ज्यादा बीमार हो रहे हैं। इन दिनों ओपीडी में वायरल डिजीज के 25 फीसदी मरीज बढ़े हैं। लॉकडाउन के बाद इन दिनों छोटे बच्चे ज्यादा बीमार हो रहे हैं।
दो साल से छोटी उम्र के बच्चे क्योंकि गोद में रहते हैं, इसलिए उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं होती। लेकिन उससे बड़ी उम्र के बच्चे ठंडे फर्श पर घूमते हैं। गर्म कपड़े पहनने से कतराते हैं। कई बार ज्यादा गर्म कपड़े पहनने से उन्हें पसीना आ जाता है। इसलिए वे कपड़े उतार देते हैं। बच्चे जब कपड़े उतारते हैं तो उन्हें हवा लग जाती है, जो बीमारी का कारण बनती है।
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