ऑनलाइन पढ़ाई कैसे करे जैसी समस्या का समाधान पाने के लिए डाउनलोड करे टॉप पेरेन्ट ऐप | यह एक उत्तम ऐप है जो आपके बच्चों को मनोरंजन के रूप में शिक्षा देता है।
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Jharkhand News : CM हेमंत ने 827 हाई स्कूल शिक्षकों को सौंपा नियुक्ति पत्र, ऑनलाइन पढ़ाई के लिए लांच किया मोबाइल ऐप
Ranchi: झारखंड के हाई स्कूलों के लिए नवनियुक्त 827 शिक्षकों को सोमवार को रांची में आयोजित एक सरकारी समारोह में सीएम हेमंत सोरेन की मौजूदगी में नियुक्ति पत्र सौंपा गया। इनमें से 24 शिक्षकों को सीएम ने खुद अपने हाथों से अपॉइंटमेंट लेटर प्रदान किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जो कहती है, वह करती है। हमने युवाओं से जो वायदे किए हैं, उसे हर हाल में पूरा करेंगे। शुरुआती दौर में कोविड और…
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Ranchi: झारखंड के सरकारी स्कूल के बच्चे मॉडर्न टेक्नोलॉजी के साथ जी-गुरुजी मोबाइल ऐप से करेंगे पढ़ाई
मुख्यमंत्री 16 अक्टूबर को जी-गुरुजी मोबाइल ऐप की करेंगे शुरूआत
Ranchi: राज्य के सरकारी स्कूलों में भी निजी स्कूल की तर्ज पर मॉडर्न टेक्नोलॉजी के साथ शिक्षा देने की तैयारी चल रही है। सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के खोले जान��� के बाद अब राज्य सरकार ऑनलाइन डिजिटल शिक्षा देने पर जुटी है। इसी कड़ी में 16 अक्टूबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी-गुरुजी मोबाइल ऐप की शुरूआत करेंगे।
झारखंड शिक्षा विभाग द्वारा…
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बच्चों की पढ़ाई के लिए ऐप | बच्चों को पढ़ाने वाला ऐप्स (Bachon Ki Padhai Ke Liye Apps 2023)
बच्चों की पढ़ाई के लिए ऐप | बच्चों को पढ़ने वाला ऐप्स | बच्चों को पढाने वाला ऐप डाउनलोड करें | पढ़ाई करने के लिए ऐप | Bacchon Ki Padhai Ke Liye App Download
आज के समय में पढ़ाई का बहुत महत्व बढ़ गया है, लेकिन आपको तो पता ही होगा कि आजकल बच्चों में ऑनलाइन पढ़ाई की रुचि भी बढ़ रही है। कई जगहों पर माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल के अलावा घर पर ऑनलाइन पढ़ाई करवाना चाहते हैं।
इंटरनेट के इस युग में…
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सुविधा: अब ऐप से पढ़ाई करेंगे 9वीं से 12वीं तक के छात्र सरकारी हाईस्कूलों में पढ़नेवाले नौवीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राएं अब ऐप के माध्यम से पढ़ाई करेंगे। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने निशुल्क ऑनलाइन शिक्षण मंच लर्नेटिक एप उपलब्ध कराने की घोषणा की है।... Source link
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सबसे अच्छा ऑनलाइन पढ़ाई करने वाला ऐप डाउनलोड 2022
सबसे अच्छा ऑनलाइन पढ़ाई करने वाला ऐप डाउनलोड 2022
कोरोनावायरस की महामारी मी सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना छात्रों को करना पड़ा है इसलिए अब भारतीय छात्र एवं छात्राएं भारत में मौजूद सबसे अच्छा ऑनलाइन पढ़ाई करने वाला ऐप की तलाश कर रहे हैं और डाउनलोड करना चाहते हैं। ऑनलाइन पढ़ाई वाले ऐप को मोबाइल में डाउनलोड करके छात्र अब घर बैठे ही किसी भी विषय की पढ़ाई हिंदी एवं इंग्लिश में कर सकते हैं।
वर्तमान भारत में छात्रों और शिक्षकों के लिए ऑनलाइन क्लासरूम…
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दो अगस्त से खुलेंगे स्कूल, जिला प्रशासन ने की तैयारी, कक्षा का संचालन एक दिन के अंतराल में किया जाएगा Divya Sandesh
#Divyasandesh
दो अगस्त से खुलेंगे स्कूल, जिला प्रशासन ने की तैयारी, कक्षा का संचालन एक दिन के अंतराल में किया जाएगा
धमतरी। कोरोना संक्रमण काल के दौरान 15 माह तक बंद रहे स्कूल दो अगस्त से फिर से खुल जाएंगे। जिले में 1708 सरकारी एवं निजी स्कूलें हैं, जहां शासन द्वारा निर्धारित कक्षाओं में नियमानुसार अध्यापन कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए गए हैं। नए आदेश के अनुसार फिलहाल कक्षा पहली से पांचवीं, आठवीं, 10 वीं एवं 12 वीं की कक्षाएं ही एक दिन के अंतराल में संचालित होंगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले शिक्षण वर्ष 2019-20 के मार्च माह में जब परीक्षा की तैयारियां हो रही थी तभी कोरोना संक्रमण फैलने की शुरुआत हुई जिसके कारण सभी शासकीय, अशासकीय स्कूलों और महाविद्यालयों को बंद करा दिया गया। दो सत्र की पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षाएं बाधित हुई। ऑनलाइन मोड में बच्चे पढ़ाई करने में अब भी लगे हुए हैं, लेकिन परिणाम आशानुरूप नहीं आ रहा है। ज्यादातर बच्चे पिछला सबक लगभग भूल चुके हैं। चूंकि राज्य में अब कोरोना काफी हद तक नियंत्रण में है, इसलिए स्कूल, काॅलेजों को पालकों की सहमति के आधार पर खोलने की अनुमति दी गई है। दो अगस्त से यह आदेश लागू होगा। मिली जानकारी के अनुसार राज्य शासन ने नियम शर्तों के आधार पर कुछ कक्षाओं को खोलने की अनुमति प्रदान की है। स्कूल खोलने से पहले स्कूल प्रबंधन और शिक्षण समितियों को आवश्यक जिम्मेदारी और हिदायतें दी गई है।
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धमतरी जिले में हैं कुल 1708 सरकारी और निजी स्कूल है-
जिला शिक्षा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार धमतरी जिले में कुल 1708 सरकारी और निजी स्कूल है। जिसमें सरकारी 1493 एवं 215 निजी स्कूल हैं । शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरकारी प्राइमरी स्कूल 880, मिडिल स्कूल 445, हाईस्कूल 57, हायर सेकेंडरी स्कूल 111 है।
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जिला शिक्षाधिकारी डाॅ. रजनी नेल्सन ने बताया कि शासन ने कक्षा पहली से पांचवीं एवं आठवीं, 10वीं, 12वीं में ही पढ़ाई होगी। कक्षा छठवीं, सातवी, नवमी एवं 11वीं की कक्षाएं नहीं लगेंगी। अधिक बच्चे होने पर निर्धारित संख्या में ही उपस्थिति के साथ पढ़ाई कराई जाएगी। कक्षा एक दिन के अंतराल में लगेगी जिसके लिए कोरोना गाइड लाइन का पालन करना भी अनिवार्य किया गया है।
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Download Top Parent App
प्रौद्योगिकी के उदय के साथ, माता-पिता अब अपने बच्चों को घर से सीखने में मदद करने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं। शीर्ष पैरेंट ऐप की मदद से, माता-पिता अब अपने बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई का अधिक सुविधाजनक और इंटरैक्टिव तरीका प्रदान करने के लिए अपने फोन और टैबलेट पर ऐप डाउनलोड और इंस्टॉल कर सकते हैं। ये ऐप उपयोगी सुविधाएँ प्रदान करते हैं जैसे पाठ योजनाएँ, क्विज़, फ्लैशकार्ड और अन्य गतिविधियाँ जो छोटे बच्चों को तेजी से और बेहतर तरीके से सीखने में मदद कर सकती हैं। इसके अलावा, ये ऐप माता-पिता के नियंत्रण सेटिंग्स के साथ भी आते हैं जो माता-पिता को रीयल-टाइम में अपने बच्चों की प्रगति की निगरानी करने की अनुमति देते हैं। इन अद्भुत विशेषताओं के साथ, माता-पिता अब आसानी से यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनके बच्चे स्कूल से दूर होने पर भी सबसे अच्छी शिक्षा प्राप्त करें।
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J-Guruji App: झारखंड के सरकारी स्कूल के बच्चे जी-गुरुजी मोबाइल ऐप से करेंगे पढ़ाई, CM 16 अक्टूबर को APP की करेंगे शुरूआत
Ranchi: राज्य के सरकारी स्कूलों में भी निजी स्कूल की तर्ज पर मॉडर्न टेक्नोलॉजी के साथ शिक्षा देने की तैयारी चल रही है। सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के खोले जाने के बाद अब राज्य सरकार ऑनलाइन डिजिटल शिक्षा देने पर जुटी है। इसी कड़ी में 16 अक्टूबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी-गुरुजी मोबाइल ऐप की शुरूआत करेंगे।
झारखंड शिक्षा विभाग द्वारा तैयार जी-गुरुजी मोबाइल ऐप सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को…
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5 करोड़ रुपये कमाते हुए अंकित वेतन से गरीब बच्चों को कोचिंग देकर आरएएस बन गया। - न्यूज18
5 करोड़ रुपये कमाते हुए अंकित वेतन से गरीब बच्चों को कोचिंग देकर आरएएस बन गया। – न्यूज18
الور अलवर के अंकित कुमार ओष्ठी देश में ऑनलाइन एजुकेशन ऐप के टॉप फैकल्टी में से एक हैं। इसका सालाना पैकेज 5 करोड़ रुपये है। अंकित ने अकेले कोरोना में सरकार को टैक्स के रूप में एक करोड़ रुपये का भुगतान किया है। हाल ही में उन्होंने खुद एक शिक्षक के यहां पढ़ाई करते हुए आरएएस की परीक्षा पास की थी। इसमें यह 235वें स्थान पर है। अंकित सिर्फ 200 रुपये में ऑनलाइन नहीं बल्कि जरूरतमंदों को ऑफलाइन कोचिंग देना…
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ऑनलाइन पढ़ाई का कौन सा ऐप है | Online padhai karne ka app konsa hai
दोस्तों, अक्सर हम अपने लेख के माध्यम से पढ़ाई से संबंधित जानकारी देते रहते हैं, तो आज फिर हम आपको इस लेख के माध्यम पढ़ाई स��� संबंधित एक नई जानकारी अर्थात कुछ पढ़ाई करने वाले के बारे में बताने जा रहे है।
सामान्य रूप से बताए, तो आज हम आपको इस लेख के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई का कौन सा ऐप है (Online padhai karne ka app konsa hai)? इसके बारे में हम आपको जानकारी देंगे, जिससे आप घर बैठे अपनी पढ़ाई कर सकते…
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आवर ऑनलाइन ऐप लांच, अब विद्यार्थियों को होगी आसानी, आएंगे जॉब अलर्ट
आवर ऑनलाइन ऐप लांच, अब विद्यार्थियों को होगी आसानी, आएंगे जॉब अलर्ट
उज्जैन । ग्रामीण क्षेत्रों में कई विद्यार्थी रहते है, जिन्हे समय समय पर वैकेंसी की जानकारी नहीं मिल पाती है इससे कई करियर के अवसर छूट जाते है। इन तक रोजगार की जानकारी पहुंचे इस उद्देश्य से नेक्सन टेक आईटी सोल्यूशन द्वारा ऐप लॉंच किया जिससे सभी को समय पर पढ़ाई की सभी जानकारियॉ मिल सके। ���वर ऑनलाइन ऐप में सभी सरकारी, प्राइवेट जॉब और एजुकेशनल मटेरियल उपलबध रहेंगे। जिससे विद्यार्थी को पढ़ाई में आसानी…
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ऑनलाइन पढ़ाई में अब होगी आसानी: माइक्रोसॉफ्ट के नए फीचर से लॉकडाउन से बच्चों की पढ़ाई का नहीं होगा नुकसान
ऑनलाइन पढ़ाई में अब होगी आसानी: माइक्रोसॉफ्ट के नए फीचर से लॉकडाउन से बच्चों की पढ़ाई का नहीं होगा नुकसान
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नई दिल्लीएक घंटा पहले
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आपको याद ही होगा बचपन में जब पहली क्लास में पढ़ा करते थे तो टीचर सभी विषय के चैप्टर के एक-एक पैराग्राफ सभी बच्चों को पढ़ाया करते थे। जिसमें वे पढ़ने में होने वाली गलतियों के बारे में बताते थे। क्योंकि स्कूल बंद हैं फिर भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। टेक फील्ड की माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने रीडिंग…
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भास्कर विशेष: ऑफ़लाइन कक्षा से पढ़ाई के प्रति उदासीन हो रहे बच्चे, 80% का डेली रूटीन बिगड़ा, 8 वीं तक के बच्चों में यह प्रवृत्ति अधिक है
भास्कर विशेष: ऑफ़लाइन कक्षा से पढ़ाई के प्रति उदासीन हो रहे बच्चे, 80% का डेली रूटीन बिगड़ा, 8 वीं तक के बच्चों में यह प्रवृत्ति अधिक है
हिंदी समाचार
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दिल्ली एन.सी.आर.
ऑनलाइन कक्षाओं के प्रति उदासीन बच्चे, 80% दैनिक दिनचर्या बिगड़ा हुआ है, यह प्रवृत्ति बच्चों में कक्षा के मुकाबले अधिक है
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नई दिल्ली14 घंटे पहलेलेखक: अनिरुद्ध शर्मा
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लगातार दूसरे सत्र में ऑफ़लाइन अध्ययन शुरू, पिछले सत्र में बिना स्कूल गए बच्चे अगली कक्षा में…
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