गरज-चमक के साथ पड़ सकते हैं छींटे, अलर्ट जारी
प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. कुछ इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट भी जारी किया गया है. छत्तीसगढ़ मौसम विभाग ने बताया कि मानसून द्रोणिका बीकानेर, अलवर, ग्वालियर, सीधी, डाल्टनगंज, शांतिनिकेतन और उसके बाद पूर्व की ओर दक्षिण मिजोरम तक 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैली हुई है. एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवात…
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WEATHER ALERT : छत्तीसगढ़ सहित इन राज्यों में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट, गरज चमक के साथ वज्रपात की भी संभावना
WEATHER ALERT : छत्तीसगढ़ सहित इन राज्यों में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट, गरज चमक के साथ वज्रपात की भी संभावना
रायपुर। प्रदेश में आज दिनांक 29 सितंबर को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने की भी संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे तटीय पश्चिम बंगाल के ऊपर स्थित है तथा इसके साथ ऊपरी हवा का…
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UP Weather Forecast Latest Update: यूपी में 6 मई तक धूल भरी आंधी और बारिश का अलर्ट, 30 से 40 किमी की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं [Source: Patrika : India's Leading Hindi News Portal]
UP Weather Forecast Latest Update: यूपी में 6 मई तक धूल भरी आंधी और बारिश का अलर्ट, 30 से 40 किमी की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं [Source: Patrika : India’s Leading Hindi News Portal]
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में छह मई तक विभिन्न इलाकों में बारिश और गरज चमक के साथ छींटे पड़ने का पूर्वनुमान जाहिर किया है। पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवातीय दबाव के चलते मौसम में बदलाव आया है। इसके पहले मौसम विभाग ने एक से तीन मई तक यूपी के विभिन्न स्थानों पर आंधी-बारिश की आशंका जतायी थी। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक इस दौरान बारिश के साथ-साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की…
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छत्तीसगढ़ में अगले दो-तीन दिनों तक हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं पर भारी बारिश होने की संभावना है। मानसून का सीजन खत्म हो गया है, लेकिन मानसून की विदाई नहीं होने के कारण यह पोस्ट मानसून की बारिश कही जाएगी। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी और छत्तीसगढ़ के ऊपर बने सिस्टम की वजह से बारिश होगी। इस वजह से मानसून की विदाई भी प्रभावित होगी। उत्तरप्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों से मानसून लौट चुका है। उत्तर-पूर्वी हवा धीरे-धीरे सक्रिय होने से ठंड बढ़ेगी, लेकिन उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे ओडिशा और उत्तर आंध्रप्रदेश में एक निम्न दाब का क्षेत्र है।
ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक है। छत्तीसगढ़ ऊपरी में हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 7.6 किमी की ऊंचाई पर है। इस वजह से 3 अक्टूबर को प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। लालपुर मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार इन सिस्टम का असर अगले दो-तीन दिनों तक रहेगा। इसलिए 3, 4 और 5 अक्टूबर को प्रदेश में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं पर भारी बारिश हो सकती है।
दोपहर फिर 2 डिग्री गर्म
राजधानी सहित प्रदेश में आज तापमान में करीब दो डिग्री तक वृद्धि हो गई। इस वजह से हल्की गर्मी महसूस हुई। शहर में दिन का तापमान 34.3 डिग्री रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा। गुरुवार को यह 30 डिग्री पहुंच गया था। राजनांदगांव में 33.5 डिग्री, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक था। बिलासपुर, पेंड्रारोड, अंबिकापुर तथा जगदलपुर आदि जगहों पर भी पारा 30 से 32 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि प्रदेश में अगले 2-3 दिन बारिश होने की वजह से दिन के तापमान में फिर गिरावट आ सकती है।
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फाइल फोटो।
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Chhattisgarh-अगले 24 घंटे में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी रायपुर।मौसम विभाग ने राज्य में अगले 24 घंटे में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने तथा आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई है।स्थानीय मौसम केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान राज्य में अऩेक स्थानों पर हल्की से मध्यम मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।राज्य में पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कई स्थानों पर वर्षा हुई।कुछ स्थानों पर अति भारी वर्षा दर्ज की गई।इस दौरान दुर्ग एवं रायपुर संभाग में तापमान सामान्य से काफी कम एवं बस्तर संभाग में सामान्य से कम दर्ज किया गया।
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जानिए आज कहां हो सकती है भारी बारिश, IMD ने क्या जारी किया रेड अलर्ट नई दिल्ली, 14 जून भरतिय मौसम विभाग ने 3 राज्यों में रविवार को भारी बारिश की संभावना जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार तेलंगाना, कर्नाटक, गोवा और कोंकण क्षेत्र में आज काफी तेज बारिश होने की संभावना है।बता दें कि शनिवार दोपहर बाद दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों हुए बादलों ने हल्की बारिश कर दिल्लीवासियों को थोड़ा सा सुकून दिया। मध्यम हवाओं ने भी लोगों के मन को मोह लिया और ये राहत अभी भी जारी है। अब देश के कुछ राज्यों में आज बारिश होने की उम्मीद है जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिलेगी।बता दें कि देश के कुछ राज्यों में जहां भीषण गर्मी पड़ रही है, वहीं कुछ राज्यों में मानसून और प्री-मानसून बारिश ने दस्तक दे दी है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने तीन राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार तेलंगाना, कर्नाटक, गोवा और कोंकण क्षेत्र में आज काफी तेज बारिश होने की संभावना है।इस बीच, दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, साथ ही उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बादलों की तेज गरज और बिजली की तेज चमक के साथ तेज बारिश होने की संभावना है। जबकि राजस्थान और इससे सटे इलाके में 13 जून से 16 जून तक गर्मी का प्रकोप रहेगा। इस दौरान महाराष्ट्र में मानसून के सही समय पर आने की संभावना से किसानों ने राहत की सांस ली है। किसानों ने उम्मीद जताई है कि इस बारिश से खरीफ फसल को काफी राहत मिलेगी। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और महाराष्ट्र के विदर्भ जिलों में गरज के साथ छींटे पड़ने की भी संभावना जताई है। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में 14 जून से मानसून का असर देखा जा सकता है। इन राज्यों में भी इसी हफ्ते मानसून का पहुंच सकता है। मौसम में बदलाव का असर उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भी पड़ा। शनिवार को प्रदेश के कुछ जिलों में तेज बारिश हुई है। वहीं आज अमरोहा, मुरादाबाद, बिजनौर, नजीबाबाद और आसपास के इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश होने के आसार हैं।
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An elderly woman rows a makeshift raft to cross a flood-affected area of Mayong village in Morigaon district of Assam Image Source : PTI
नई दिल्ली: असम और बिहार में शनिवार को भी बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है और पूर्वोत्तर राज्य में एक और व्यक्ति की मौत हुई है और दोनों ही राज्यों में करीब 36 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। असम में बाढ़ और भूस्खलन से मरनेवालों की संख्या 123 तक पहुंच गई है। वहीं बिहार में अब तक बाढ़ से 10 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार असम में 27 जिलों में करीब 26.38 लाख प्रभावित हैं और बाढ़ की वजह से 97 और भूस्खलन की वजह से 26 लोगों की मौत हुई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि शुक्रवार से अब प्रभावित लोगों की संख्या में 1.6 लाख की कमी आई है जबकि प्रभावित जिलों में एक और जिला शामिल हो गया है। ग्वालपाड़ा बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है। यहां 4.7 लाख लोग प्रभावित हैं। वहीं बारपेट और मोरीगांव जिले में क्रमश: 4.24 लाख और 3.75 लाख लोग प्रभावित हैं। ब्रह्मपुत्र नदी गुवाहाटी, तेजपुर, धुबरी और ग्वालपाड़ा शहरों में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। इसकी सहायक नदियां धनसिरी, जिया भराली, कोपिली, बेकी ओर संकोश भी विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि अब तक बाढ़ से विभिन्न प्रजातियों के 127 जानवरों की जान जा चुकी है और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 157 जानवरों को बचाया गया है। बिहार में बाढ़ प्रभावित उत्तरी जिलों में राहत सामग्री हेलीकॉप्टर की मदद से लोगों के बीच गिराया गया है। करीब 10 लाख लोग यहां बाढ़ की वजह से प्रभावित हैं। शनिवार को किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। राहत पैकेट में ढाई किलोग्राम चावल, एक किलोग्राम चना, 500 ग्राम गुड़, माचिस और एक मोमबत्ती का पैकेट है। बाढ़ प्रभावित परिवारों की पहचान के बाद राज्य सरकार उन्हें छह-छह हजार रुपये की सहायता राशि भी मुहैया कराएगी। बुलेटिन के अनुसार 10 जिलों के 10.61 लाख लोग प्रभावित हैं।
अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ की 13 और एसडीआरएफ की आठ टीमें लोगों के बचाव अभियान में शामिल है। बाढ़ प्रभावित जिलों में पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और खगड़िया शामिल हैं। बागमती, बुढ़ी गंडक, कमलाबलान, लालबकैया, अधवारा, खिरोई, महानंदा और घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। एक अधिकारी ने बताया कि सुगौली-नरकटियागंज के बीच बाढ़ के पानी की वजह से ट्रेन सेवा निलंबित कर दी गई है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि भूस्खलन की वजह से सिक्किम में राज्य के अन्य हिस्सों से कटे उत्तरी सिक्किम के दो दूरदराज गावों तक भारतीय वायु सेना का हेलीकॉप्टर जरूरी सामग्री लेकर गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बुलेटिन में बताया कि उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में रविवार को दूरदराज इलाकों में बारिश हो सकती है। वहीं उत्तर में राजस्थान के इलाकों में भारी से भारी बारिश हुई और उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई तथा कुछ स्थानों पर गरज के साथ छींटे भी पड़े। हिमाचल प्रदेश में आंधी-तूफान के लिए ‘येलो’ चेतावनी जारी की गई है।
दिल्ली में अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि इस मौसम के हिसाब से सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है। शहर में आर्द्रता का स्तर 68 से 95 फीसदी के बीच रहा। मौसम कार्यालय ने इससे पहले बताया कि शहर में सोमवार, मंगलवार और बुधवार को मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। राज्य में सबसे अधिक तापमान ऊना में 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि सबसे कम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस लाहौल-स्पीति जिले के प्रशासनिक केंद्र केलोंग में दर्ज किया गया। मौसम की चेतावनियों में से ‘येलो’ सबसे कम खतरनाक है। यह अगले कुछ दिनों में खराब मौसम की आशंका को इंगित करता है। राजस्थान के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई। वहीं अगले 24 घंटे में भी राज्य के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है। उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान पश्चिमी हिस्से में कहीं कहीं गरज चमक के साथ छीटें पडीं जबकि पूर्वी हिस्से में कुछ जगहों पर बारिश हुई।
मौसम विभाग ने शनिवार को बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून सामान्य रहा। कहीं कहीं पर गरज के साथ वर्षा की खबर है । बलिया में शुक्रवार को 13 सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। विभाग ने बताया कि दुद्धी (सोनभद्र) में छह सेंटीमीटर, बदायूं में पांच तथा सलेमपुर :देवरिया: और बरेली में चार-चार सेंटीमीटर पानी बरसा। मौसम विभाग ने बताया कि 38 .4 डिग्री सेल्सियस के साथ शुक्रवार को इटावा का तापमान सबसे अधिक रहा। आईएमडी ने कहा कि उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश में रविवार को दूरदराज के क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है। वहीं इस अवधि में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में आंधी-तूफान और बिजली चमकने की संभावना है।
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Weather in India: जुलाई में भी अच्छी बरसात के आसार, दिल्ली समेत कई हिस्सों में उमस से परेशानी
फाइल फोटो
हाइलाइट्स
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून में एलपीए की 118 प्रतिशत वर्षा हुई
मौसम विभाग ने जुलाई माह में एलपीए की 103 फीसदी वर्षा का अनुमान जताया है
असम के अलग-अलग हिस्सों में बारिश और भूस्खलन से सात लोगों की मौत हो गई, कुल 33 की हुई मौत
दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में बारिश नहीं होने से बुधवार को उमस और गर्मी से परेशान रहे
नई दिल्ली
देश के कई राज्यों में जून महीने में अच्छी बारिश हुई और जुलाई में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है लेकिन कई इलाकों में लोग उमस से परेशान हैं।भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि जून महीने में अत्यधिक बारिश हुई और जुलाई में भी अच्छी बरसात का अनुमान है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून में दीर्घकालिक आवधिक औसत (एलपीए) की 118 प्रतिशत वर्षा हुई जिसे अत्यधिक बारिश माना जाता है।
मौसम विभाग ने कहा कि पिछले 12 साल में, इस साल जून सबसे अधिक भीगा रहा। मॉनसून के सीजन में 1961-2010 के बीच देश में एलपीए बारिश 88 सेंटीमीटर रही। 90-96 फीसदी के बीच बारिश ‘सामान्य से कम’ मानी जाती है और 96-104 फीसदी बारिश ‘सामान्य’ मानी जाती है। एलपीए की 104 -110 फीसदी वर्षा ‘सामान्य से अधिक’ और 110 फीसदी से अधिक वर्षा ‘अत्यधिक’ मानी जाती है।
पढ़ें, 2 हफ्ते पहले पूरे भारत में छा गया मॉनसून
मध्य भारत में जून में हुई वर्षा एलपीए की 131 फीसदी रही। इस क्षेत्र में गोवा, कोंकण, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ आते हैं। पूर्वी और पूर्वोत्तर उप संभाग में हुई वर्षा एलपीए की 116 फीसदी रही। असम में बाढ़ आई और बिहार में भी अत्यधिक बरसात हुई। हालांकि मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इन इलाकों में अगले 5-10 दिन में बरसात में कमी आएगी।
दिल्ली-NCR में अगले 5 दिन कैसा मौसम, जानिएदिल्ली-एनसीआर वालों को फिलहाल गर्मी से राहत मिलने के चांस नहीं हैं। मौसम विभाग की मानें तो अगले 5 दिन गर्मी बढ़ेगी। तापमान इन दिनों 40 डिग्री के आसपास ही रहेगा। इस दौरान हल्की-फुल्की बारिश ही होगी।
उत्तर-पश्चिम उप संभाग में वर्षा एलपीए की 104 फीसदी रही और दक्षिण में यह एलपीए की 108 फीसदी रही। मौसम विभाग ने जुलाई माह में एलपीए की 103 फीसदी वर्षा का अनुमान जताया है। महापात्र ने कहा, ‘जुलाई में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।’ उन्होंने बताया कि गुजरात के तट के निकट तथा पूर्वी-मध्य भारत के ऊपर दो चक्रवात बन रहे हैं। इससे मध्य तथा दक्षिण भारत में अगले पांच से दस दिन में अच्छी बारिश होगी।
दिल्ली वाले उमस से परेशान
दिल्ली वाले बारिश नहीं होने से बुधवार को उमस और गर्मी से परेशान रहे। हालांकि, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में इस सप्ताह के अंत में बारिश हो सकती है। सफदरजंग में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है।
दिल्ली में हाल में चली थी धूल भरी आंधी
दिल्ली के अधिकतर इलाकों में अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री के बीच रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में आर्द्रता 57 से 84 प्रतिशत के बीच बनी रही। आईएमडी ने दिल्ली में मॉनसून के सामान्य रहने का पूर्वानुमान जताया है लेकिन 25 जून को राष्ट्रीय राजधानी में मॉनसून के दस्तक देने के बावजूद पर्याप्त बारिश नहीं हुई है।
असम में बारिश और भूस्खलन से 33 की मौत
असम के अलग-अलग हिस्सों में बारिश और भूस्खलन से सात लोगों की मौत हो गई। इन्हें मिलाकार राज्य में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसड���एमए) की रिपोर्ट के मुताबिक, असम के 33 में से 21 जिलों के करीब 15 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य के बारपेटा जिले में तीन लोगों की मौत बारिश और भूस्खलन की वजह से हुई। वहीं धुबरी, नौगांव, नलबाड़ी और कछार जिले में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।
यूपी में फिर जोर पकड़ेगा मॉनसून
पिछले करीब एक हफ्ते से उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में खासा सक्रिय मॉनसून अब कुछ हल्का पड़ गया है। मगर एक—दो दिन बाद इसके फिर से जोर पकड़ने की संभावना है। आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में कुछ स्थानों पर वर्षा हुई। वहीं, राज्य के पश्चिमी भागों में मौसम आमतौर पर सूखा रहा। इस अवधि में बर्डघाट (गोरखपुर) में नौ सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
पढ़ें, अगस्त के आखिरी सप्ताह में शुरू हो सकता है संसद का मॉनसून सत्र
इसके अलावा मिर्जापुर में छह, करछना और जौनपुर में पांच—पांच, अकबरपुर और ज्ञानपुर में तीन—तीन, गोरखपुर और हर्रैया में दो—दो सेंमी वर्षा रिकॉर्ड की गयी। अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के कुछ स्थानों पर बारिश होने अथवा गरज—चमक के साथ छींटे पड़ने की सम्भावना है। कुछ स्थानों पर तेज हवा भी चल सकती है।
अगली तीन जुलाई को मॉनसून फिर से जोर पकड़ेगा और प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में ज्यादातर स्थानों और पश्चिमी भागों में कुछ जगहों पर वर्षा हो सकती है। चार जुलाई को राज्य के अधिकतर स्थानों पर बारिश होने की प्रबल सम्भावना है।
हरियाणा और पंजाब में उमस भरा रहा दिन
हरियाणा और पंजाब में बुधवार को बहुत गर्म और उमस भरा दिन रहा और अधिकतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चंडीगढ़ का अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा के हिसार में अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री, अंबाला में 37.7 डिग्री और करनाल में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब के अमृतसर में अधिकतम तापमान 39 डिग्री, लुधियाना में 38.1 डिग्री और पटियाला में 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजस्थान के कई इलाके लू की चपेट में
मॉनसून के दस्तक देने के बावजूद राजस्थान के अनेक इलाके लू यानी गर्म हवाओं की चपेट में हैं। वहीं बीकानेर में बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार विशेषकर पूर्वी राजस्थान में अनेक जिलों में तेज गर्मी पड़ रही है और यह क्रम गुरुवार को भी जारी रहने का अनुमान है।
बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान में बीकानेर में 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं जैसलमेर में यह 44.1 डिग्री, बाड़मेर में 43.4 डिग्री, चुरू में 43.0 डिग्री, गंगानगर में 42.9 डिग्री, जोधपुर में 40.3 डिग्री व जयपुर में 41 डिग्री सेल्सियस रहा। इस बीच बीते चौबीस घंटे में राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। सबसे अधिक बारिश भीलवाड़ा के बिजोलिया में 63 मिमी दर्ज की गई।
इसके अलावा झालावाड़,कोटा, करौली, बारां, चित्तौड़गढ़, अलवर व जोधपुर जिलों कई जगह बारिश हुई। मौसम विभाग का कहना है कि बृहस्पतिवार को पूर्वी राजस्थान में अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, धौलपुर व जयपुर में कहीं कहीं बारिश होने व बादल छाए रहने की उम्मीद है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में बीकानेर, चुरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर व जोधपुर में गर्म हवाएं यानी लू चल सकती हैं।
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छत्तीसगढ़ के कुछ जगहों पर हल्की वर्षा होने की संभावना.
प्रदेश में दक्षिण से नमी युक्त गर्म हवा आ रही है जबकि पूर्व से सोच का और अपेक्षाकृत ठंडी हवा आ रही है इसके सम्मेलन क्षेत्र में प्रदेश में आज बादल छाए रहे। कल दिनांक 13 दिसंबर को प्रदेश के एक-दो स्थानों पर विशेषकर बिलासपुर संभाग और सरगुजा संभाग के पश्चिमी जिलों में हल्की वर्षा होने की संभावना है अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं। प्रदेश में न्यूनतम तापमान काफी अधिक हो चुका है इसलिए न्यूनतम…
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दिल्ली में सुबह आंशिक बदली has been published on PRAGATI TIMES
दिल्ली में सुबह आंशिक बदली
नई दिल्ली, (आईएएनएस)| राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार सुबह आंशिक बदली छाई रही।
यहां न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया, “सुबह आंशिक बदली रही। दिन में गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।”
सुबह 8.30 बजे वातावरण में आद्र्रता 66 प्रतिशत दर्ज की गई।
राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
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News - इस वजह से प्रदेश में हो रही लगातार बारिश, आज भी इन इलाकों में भारी वर्षा की संभावना
News – इस वजह से प्रदेश में हो रही लगातार बारिश, आज भी इन इलाकों में भारी वर्षा की संभावना
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प्रदेश (Chhattisgarh Weather Update) में शनिवार 29 अगस्त को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा होने की संभावना है।
रायपुर.पिछले दो दिनों से प्रदेशभर (Chhattisgarh Weather Update) में जारी भारी बारिश के चलते 24 जिलों अगस्त माह तक का बारिश का कोटा पूरा हो…
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ठाकुरराम यादव | मानसून के सीजन यानी 122 दिन में होने वाली बारिश छत्तीसगढ़ में इस साल 18 दिन पहले ही पूरी हो गई है। राज्यभर में 1 जून से 30 सितंबर तक औसत 1150 मिमी बारिश होती है। इस साल 12 सितंबर को ही 1146.2 मिमी पानी गिर चुका है। यानी मानसून के चार महीने की बारिश के कोटे का 99.66 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसका असर है कि प्रदेश के दर्जनभर बड़े बांध अभी से 100 प्रतिशत भर चुके हैं। नदी-नाले भी लबालब हैं। अभी बचे हुए 18 दिन में जो भी बारिश होनी है, वह एक्सेस होगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस दौरान 100 मिमी से ऊपर वर्षा भी हो सकती है, क्योंकि प्रदेश में बारिश अभी जारी है। कोटा पूरा होने के बावजूद पिछले दो-तीन दिनों में राज्य में कहीं-कहीं हल्की तो कहीं भारी वर्षा हो चुकी है। शेष|पेज 9
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस साल मानसून का आगमन भी धमाकेदार था और अब तक अच्छी बारिश जारी है। जून में राज्य में 44 फीसदी ज्यादा और अगस्त में 36 फीसदी अधिक हो गई थी। जुलाई और सितंबर में अब तक ज्यादा पानी नहीं गिरा है, लेकिन जून और अगस्त की भारी बारिश ने इस साल का कोटा समय से पहले पूरा कर दिया। जुलाई में 27 फीसदी और सितंबर के 12 दिनों में 26 फीसदी कम पानी गिरा है।
बीजापुर में करीब दोगुनी वर्षा सरगुजा में 32 प्रतिशत कम
बीजापुर में मानसून की शुरुआत से लेकर अब तक लगातार ज्यादा बारिश हो रही है। यहां 2187.2 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत से 80 फ़ीसदी ज्यादा है। बस्तर के ही सुकमा जिले में भी 1374.1 मिमी (औसत से 35 प्रतिशत अधिक) पानी गिरा है। कोंडागांव में भी औसत से 30% ज्यादा पानी गिर चुका है। शेष सभी जिले में औसत से 25 से 30 प्रतिशत ज्यादा वर्षा हुई है। हालांकि सरगुजा सूखा है और वहां अब तक 764.7 मिमी बारिश हुई है, जबकि 1119.8 मिमी होनी चाहिए थी।
बस्तर में भारी बारिश
पिछले 24 घंटे के दौरान बस्तर में भारी बारिश हुई है। केशकाल में सबसे ज्यादा 60 मिलीमीटर पानी गिरा है। कोंडागांव, जशपुरनगर, बिल्हा, प्रेमनगर, पखांजुर में 30, कांकेर, अंतागढ़, तिल्दा, भानुप्रतापपुर, बस्तर, कवर्धा, मानपुर, सीतापुर, मनेंद्रगढ़ में 20 मिमी बारिश हुई। प्रदेश के अन्य कई जगहों पर हल्की बारिश और बूंदाबांदी हुई। शनिवार को दिन में राज्य के ज्यादातर स्थानों पर आसमान में बादल छाए रहे। कहीं-कहीं पर हल्की बूंदाबांदी हुई।
दर्जनभर बांध 100 फीसदी तक लबालब
राज्य के करीब दर्जनभर बांध लबालब है। अधिकांश जलाशय अगस्त से ही 100 फीसदी तक भर चुका है। सिंचाई विभाग को इन बांधों से पानी छोड़ना पड़ रहा है। बिलासपुर के खारंग, मुंगेली के मनियारी, बस्तर के कोरसटेडा, बलौदाबाजार के बेल्लार, कबीरधाम के सरोधा डैम, बिलासपुर के घोघा, कोरिया के झुमका में 100 फीसदी पानी है। कबीरधाम के क्षीरपानी में 98.99 तथा सुतियापाट में 97.56 तथा धमतरी के मुरुमसिल्ली में 94.75 फीसदी पानी भर चुका है। गंगरेल में 77.94 फीसदी पानी है। यही नहीं, लगातार बारिश से लगभग सभी जिलों में खेती के लिए पानी भरपूर है। अधिकांश जगह धान के खेतों में डेढ़ फीट तक पानी भरा है।
रायपुर में अगस्त के अंतिम 10 दिन में भूजल स्तर 3.23 मीटर तक बढ़ा
केंद्रीय भूजल बोर्ड ने कोरोना की वजह से अभी भूजल की स्थिति का आंकलन नहीं किया। यह पोस्ट मानसून होगा, लेकिन भूजल वैज्ञानिकों के मुताबिक रायपुर शहर में 10 अगस्त से 29 अगस्त के बीच ओसीएम चौक के पीजोमीटर में भूजल स्तर 3.23 मीटर बढ़ा है। सीनियर साइंटिस्ट अजीत शुक्ला के मुताबिक अगस्त के अंतिम हफ्ते में की तुलना अगर मई से करें तो भूजल स्तर औसतन 14.32 मीटर बढ़ चुका है। शहर के इनर सर्कल में शंकर नगर बीटीआई ग्राउंड के ओपन कुएं में 10 से 29 अगस्त के बीच 0.66 मीटर तक भूजल स्तर ऊपर गया है।
रायपुर और आसपास भूजल
बोरवेल : 3.23 मीटर
कुओं में : 1.62 मीटर
अभनपुर : 2.78 मीटर
आरंग : 3.25 मीटर
धरसीवा : 3.49 मीटर
तिल्दा : 6.49 मीटर
(मई 2020 से अगस्त अंत तक)
आज भी हल्की बारिश के आसार
लालपुर मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार बिहार से बांग्लादेश-असम होते हुए मणिपुर तक एक मानसून द्रोणिका है। देश के उत्तर में ऊपरी हवा में बड़ा सिस्टम है। एक चक्रवात पश्चिम बंगाल की खाड़ी और तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर है। इसके असर से 13 सितंबर को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। एक-दो जगह भारी वर्षा हो सकती है।
ऐसी बारिश खरीफ फसल के लिए बहुत उपयोगी
"इस साल अब तक हुई बारिश खरीफ की फसल के लिए बहुत उपयोगी है। जरूरत का पानी खेतों को मिल चुका है। इस साल जून में अच्छी बारिश होने के कार��� बुवाई जल्दी हुई थी, इसलिए फसल जल्दी तैयार होगी।"
-डा. जीके दास, एचओडी कृषि मौसम
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रायगढ़ का कयाघाट (फाइल फोटो)।
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News - प्रदेश के इन जिलों में हल्की तो कहीं भारी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
News – प्रदेश के इन जिलों में हल्की तो कहीं भारी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
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शुक्रवार 11 सितंबर को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
रायपुर . राजधानी रायपुर में बुधवार की तरह गुरुवार को भी दोपहर में झमाझम बारिश हुई। करीब एक घंटे तक बारिश हुई। इसके बाद हल्की बारिश होती रही। शाम को भी शहर के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबादी हुई। देर रात में हल्की बारिश भी हुई। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कुछ…
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