संसार महॅ त्रिविध पुरूश पाटल रसाल पनस समा
एक सुमन प्रद एक सुमन फल एक फलइ केवल लागहिं
संसार में तीन तरह के लोग होते हैं-गुलाब आम और कटहल के जैसा एक फूल देता है-एक फूल और फल दोनों देता है और एक केवल फल देता है लोगों मे एक केवल कहते हैं-करते नहीं दूसरे जो कहते हैं वे करते भी हैं और तीसरे कहते नही केवल करते हैं
जय श्री राम🏹🚩🙏
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जानि नृपहि आपन आधीना। बोला तापस कपट प्रबीना॥
सत्य कहउँ भूपति सुनु तोही। जग नाहिन दुर्लभ कछु मोही॥
अवसि काज मैं करिहउँ तोरा। मन तन बचन भगत तैं मोरा॥
जोग जुगुति तप मंत्र प्रभाऊ। फलइ तबहिं जब करिअ दुराऊ॥
जौं नरेस मैं करौं रसोई। तुम्ह परुसहु मोहि जान न कोई॥
अन्न सो जोइ जोइ भोजन करई। सोइ सोइ तव आयसु अनुसरई॥
पुनि तिन्ह के गृह जेवँइ जोऊ। तव बस होइ भूप सुनु सोऊ॥
जाइ उपाय रचहु नृप एहू। संबत भरि संकलप करेहू॥
दो0-नित नूतन द्विज सहस सत बरेहु सहित परिवार।
मैं तुम्हरे संकलप लगि दिनहिंûकरिब जेवनार॥168॥
एहि बिधि भूप कष्ट अति थोरें। होइहहिं सकल बिप्र बस तोरें॥
करिहहिं बिप्र होम मख सेवा। तेहिं प्रसंग सहजेहिं बस देवा॥
और एक तोहि कहऊँ लखाऊ। मैं एहि बेष न आउब काऊ॥
तुम्हरे उपरोहित कहुँ राया। हरि आनब मैं करि निज माया॥
तपबल तेहि करि आपु समाना। रखिहउँ इहाँ बरष परवाना॥
मैं धरि तासु बेषु सुनु राजा। सब बिधि तोर सँवारब काजा॥
गै निसि बहुत सयन अब कीजे। मोहि तोहि भूप भेंट दिन तीजे॥
मैं तपबल तोहि तुरग समेता। पहुँचेहउँ सोवतहि निकेता॥
दो0-मैं आउब सोइ बेषु धरि पहिचानेहु तब मोहि।
जब एकांत बोलाइ सब कथा सुनावौं तोहि॥169॥
सयन कीन्ह नृप आयसु मानी। आसन जाइ बैठ छलग्यानी॥
श्रमित भूप निद्रा अति आई। सो किमि सोव सोच अधिकाई॥
कालकेतु निसिचर तहँ आवा। जेहिं सूकर होइ नृपहि भुलावा॥
परम मित्र तापस नृप केरा। जानइ सो अति कपट घनेरा॥
तेहि के सत सुत अरु दस भाई। खल अति अजय देव दुखदाई॥
प्रथमहि भूप समर सब मारे। बिप्र संत सुर देखि दुखारे॥
तेहिं खल पाछिल बयरु सँभरा। तापस नृप मिलि मंत्र बिचारा॥
जेहि रिपु छय सोइ रचेन्हि उपाऊ। भावी बस न जान कछु राऊ॥
दो0-रिपु तेजसी अकेल अपि लघु करि गनिअ न ताहु।
अजहुँ देत दुख रबि ससिहि सिर अवसेषित राहु॥170॥
तापस नृप निज सखहि निहारी। हरषि मिलेउ उठि भयउ सुखारी॥
मित्रहि कहि सब कथा सुनाई। जातुधान बोला सुख पाई॥
अब साधेउँ रिपु सुनहु नरेसा। जौं तुम्ह कीन्ह मोर उपदेसा॥
परिहरि सोच रहहु तुम्ह सोई। बिनु औषध बिआधि बिधि खोई॥
कुल समेत रिपु मूल बहाई। चौथे दिवस मिलब मैं आई॥
तापस नृपहि बहुत परितोषी। चला महाकपटी अतिरोषी॥
भानुप्रतापहि बाजि समेता। पहुँचाएसि छन माझ निकेता॥
नृपहि नारि पहिं सयन कराई। हयगृहँ बाँधेसि बाजि बनाई॥
दो0-राजा के उपरोहितहि हरि लै गयउ बहोरि।
लै राखेसि गिरि खोह महुँ मायाँ करि मति भोरि॥171॥
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मिनी सर्विस हॉर्स फ़्लाइ फ़र्स्ट क्लास, स्पार्क्स फ़र्ज़ी डिबेट ऑनलाइन रोनिका फ्रॉसी अपने घोड़े, फ्रेड के साथ चार उड़ानों पर थी। हवाई जहाज पर अनुमति देने वाले सेवा जानवरों के बारे में विवादास्पद बहस को एक बार फिर से प्रज्वलित किया गया, जिसकी बदौलत अमेरिका में एक उड़ान पर एक लघु सेवा के घोड़े की उपस्थिति हुई। मिशिगन की एक महिला ने हाल ही में अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट में अपने सह-यात्रियों को उस समय आश्चर्यचकित कर दिया जब उसने अपने मिनी सर्विस घोड़े के साथ प्रथम श्रेणी की यात्रा की।
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सरकारी स्रोतबाटै सुरुङ मार्ग र ‘फ्लाइ ओभर’ निर्माणको कार्यक्रम ल्याइने काठमाडौँ । सरकारले आगामी आर्थिक वर्षको नीति तथा कार्यक्रममा आफ्नै स्रोतबाट सुरुङ मार्ग र ‘फ्लाइ ओभर’ निर्माणको योजना ल्याउने भएको छ । भौतिक पूर्वाधार विकासका लागि भौतिक पूर्वाधार तथा यातायात मन्त्रालयले नमुना योजनाका रुपमा एक÷एक सुरुङ मार्ग र ‘फ्लाइओभर’ को कार्यक्रम ल्याउन लागेको हो । पूर्वाधार विकासमा सुरुङ मार्ग र ‘फ्लाइ ओभर’ महत्वपूर्ण भएकाले दातृ संस्थाकै सहयोगमा काम हुन नसक्ने देखेर सरकारकै स्रोतबाट नमुनाका रुपमा कार्यक्रम अघि सार्न लागिएको मन्त्रालयका प्रवक्ता राजेन्द्रराज शर्माले राससलाई जानकारी दिनुभयो । “सय वर्षअघि चुरे पहाड छिचोल्ने ६० मिटरको सुरुङ मार्ग बनेको थियो, त्यो विकास हुन सकेन, अब ढिलै भए पनि सरकारी स्रोतबाट सुरुङ मार्ग र ‘फ्लाइओभर’ निर्माण सुरु हुन्छ” – उहाँले भन्नुभयो । माइतीघर–त्रिपुरेश्वर एक किमी ‘फ्लाइओभर’ निर्माणका लागि अध्ययन सुरु भएको मन्त्रालयले जनाएको छ । चीनको सहयोगमा चक्रपथ विस्तार कार्यक्रमअन्तर्गत कलङ्कीमा ‘अन्डरपास’ निर्माण भइरहेको छ । मन्त्रालयले एक हजार २५ किमीको पूर्व–पश्चिम राजमार्ग दुई लेनबाट चार लेनको बनाउन सुरु गरेको छ । पहिलो चरणमा एसियाली विकास बैंकको रु २५ अर्ब सहयोगमा नारायणघाट–बुटवल खण्डलाई चार लेन बनाउने कार्य सुरु भएको हो । The post सरकारी स्रोतबाटै सुरुङ मार्ग र ‘फ्लाइ ओभर’ निर्माणको कार्यक्रम ल्याइने appeared first on Etajakhabar.
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