जो दान देते हैं और सतगुरू से सच्चा भक्ति मंत्र प्राप्त नहीं है तो उनका मोक्ष नहीं है। केवल दान का फल अगले जन्म में मिल जाएगा। आवश्यक नहीं है कि वह फल मनुष्य जन्म में ही मिलेगा।
वह फल कुत्ते, घोड़े, गाय, भैंस आदि के जन्म में मिलेगा। यदि सतगुरू से सत्य साधना प्राप्त है और भक्ति करता है, दान भी देता है तो उसका मोक्ष हो जाता है। उसको दान का फल
सत् भक्ति संदेश
इसी जन्म में भी आवश्यकता अनुसार मिलता है। यदि किसी कारण से मोक्ष प्राप्त नहीं हुआ तो पुनर्जन्म मानव का मिलता है, वह दान अगले जन्म में मानव शरीर में मिलता है।
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में जिस तत्वदर्शी संत की शरण में जाने तथा कुरान सूरह अल फुरकान 25 की आयत 59 में जिस बाख़बर (इल्मवाले) से ज्ञान समझने के लिये बताया गया है वह तत्वदर्शी/बाख़बर संत रामपाल जी महाराज ही हैं।
संत गरीबदास जी महाराज के दिव्य ज्ञान का उत्सव मनाने में हमारे साथ जुड़ें, जो उनकी शिक्षाओं को जारी रखते हैं और आत्माओं को प्रकाशित करते हैं। #संतगरीबदासजी_बोधदिवस
Discover the profound teachings of Sat Kabir Ji – true devotion isn't complete without humility. Let's delve into the wisdom that emphasizes the importance of surrendering ego in our spiritual journey.