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365store · 2 years
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हवाई शो के दौरान टकराए दो जहाज, हादसे में 6 लोगों की मौत
हवाई शो के दौरान टकराए दो जहाज, हादसे में 6 लोगों की मौत
Image Source : TWITTER हवाई हादसा अमेरिक में रविवार के दिन एक हवाई हादसा हो गया है। अमेरिका के डलास में शनिवार को हवाई करतब के दौरान दो सैन्य विमान आपस में टकराकर जमीन पर गिर गए, जिसके बाद उनमें आग लग गई। इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि आस-पास के इलाकें में भगदड़ मच गई है। वहां पर मौजूद लोग हवाई शो देख रहे थे। इसी दौरान एक जेट्स नीचे से गुजर रही जेट्स जा टकरा जाती है।…
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hinduactivists · 2 years
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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई। बताया का सबसे खतरनाक देश। अमेरिकी विदेश मंत्रालय अपने नागरिकों को पहले ही पाकिस्तान न जाने की सलाह दे चुका है।
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khabaruttarakhandki · 4 years
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अमेरिका ने वंदेभारत मिशन में लगे एयर इंडिया के विमानों पर लगाया प्रतिबंध, भारत ने दिया यह जवाब
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भारत सरकार ने कहा कि बातचीत चल रही थी और जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा. (फाइल फोटो पीटीआई)
नई दिल्ली:
विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए एयर इंडिया की विशेष उड़ानों को अमेरिका द्वारा”अनुचित और भेदभावपूर्ण ” होने आरोप लगाते हुए प्रतिबंधित किए जाने पर भारत सरकार ने कहा है कि वह अमेरिका और अन्य देशों द्वारा समान उड़ानों को संचालित करने के अनुरोधों की जांच कर रही है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यह भी कहा कि वह दुनिया के विभिन्न हिस्सों से भारतीयों को वापस लाने के लिए देशों के साथ द्विपक्षीय व्यवस्था कर रहा है.
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मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘जैसे ही हम विदेशों में फंसे भारतीय और भारतीय विदेशी नागरिकों को लाने की स्थिति को नियंत्रित करते हैं अब हम द्विपक्षीय व्यवस्था स्थापित करने की संभावना देख रहे हैं.’
मंत्रालय ने यह भी कहा कि उसे अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों से अनुरोध प्राप्त हुआ था कि उनकी एयरलाइंस को एयर इंडिया जैसे प्रत्यावर्तन उड़ानों को संचालित करने की अनुमति दी जाए.
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा,  ‘हमें अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी सहित कई देशों में संबंधित अधिकारियों से अनुरोध प्राप्त हुआ है, जिसमें अन्य लोगों से अनुरोध किया गया है कि उनके एयर कैरियर को वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया द्वारा संचालित लाइन के साथ यात्रियों के परिवहन में भाग लेने की अनुमति दी जाए.’
“इन अनुरोधों की जांच की जा रही है. हमने इस मुद्दे पर अमेरिकी परिवहन विभाग और अमेरिकी दूतावास के प्रतिनिधियों के साथ 15 जून को एक दौर की बातचीत भी की है. उन्हें इस संबंध में सटीक प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया था. इन अनुरोधों का विवरण देते हुए 19 जून, 2020 को अब एक जवाब भी प्राप्त हुआ है.’ मंत्रालय बयान में आगे कहा. बातचीत चल रही थी और जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा.
अमेरिका ने कहा है कि एयर इंडिया को चार्टर उड़ानों के संचालन से पहले प्राधिकरण के लिए अपने परिवहन विभाग में आवेदन करने की आवश्यकता होगी ताकि यह उन्हें और अधिक बारीकी से जांच कर सके. एयर इंडिया COVID-19 के प्रकोप के कारण होने वाले यात्रा अवरोधों के दौरान अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए उड़ानों का संचालन कर रही है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते भारत ने घरेलू फ्लाइट का संचालन तो शुरू कर दी हैं लेकिन इंटरनेशनल फ्लाइट पर अभी भी रोक लगा रखी है. हां, कोरोना महामारी के कारण दूसरे देशों में फंसे भारतीयों का वतन लाने के लिए वंदे भारत मिशन के तहत फ्लाइट्स का संचालन किया जा रहा है. 
मिशन वंदे भारत के तहत विदेश से लाए जा रहे हैं फंसे भारतीयVideo
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hindidailynews2020 · 4 years
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न्यूक्लियर लॉन्चपैड पर पहुंचा Coronavirus, अमेरिक-फ्रांस के कमांड पर उठ रहे सवाल
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न्यूक्लियर लॉन्चपैड पर पहुंचा Coronavirus, अमेरिक-फ्रांस के कमांड पर उठ रहे सवाल
नई दिल्ली: कोरोना वायरस हर रोज़ अमेरिका में दो हज़ार से ज्यादा लोगों की जान ले रहा है और हर रोज़ क़रीब 25 से 30 हज़ार नये मरीज़ आ रहे हैं। अमेरिका के सामने ये वायरस सिर्फ़ ज़मीन पर ही नहीं, समंदर में भी चैलेंज बन चुका है। वहीं दुनिया की दो न्यूक्लियर पावर के…
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newsaryavart · 4 years
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जब हाइवे पर पैसों की हुई बारिश, तो कार छोड़कर नोट लूटने सड़क पर उतरे लोग
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अमेरिका की सड़कों पर सुबह के व्यस्त समय में लोग अपने दफ्तर की तरफ जा रहे थे. तभी अचानक मंद-मंद हवा के साथ सड़कों पर नोटों की बारिश होने लगी. दरअसल नोटों से भरे एक ट्रक में से नोट उड़ कर सड़क पर फैल रहे थे. तेज हवाओं के कारण ट्रक से जो नोट उड़ कर बाहर आ रहे थे वह पूरे हाइवे पर फैल…
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navprabhattimes · 3 years
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जो बिडेन प्रशासन के अंतर्गत पहली बार पूर्वी सीरिया में आतंकियों के ठिकाने पर अमेरिका ने की एयरस्‍ट्राइक
जो बिडेन प्रशासन के अंतर्गत पहली बार पूर्वी सीरिया में आतंकियों के ठिकाने पर अमेरिका ने की एयरस्‍ट्राइक
अमेरिक ने पूर्वी सीरिया में आतंकियों के ठिकाने पर एयरस्‍ट्राइक की है। इसका आदेश अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन दिया था। अपने आदेश में उन्‍होंने पूर्वी सीरिया में स्थित ईरान समर्थित आतंकियों पर सीमित एयरस्‍ट्राइक करने को कहा था। ये फैसला हाल ही में इराक में अमेरिकी सेना के जवानों को निशाने बनाए जाने के बाद लिया गया। हालांकि बाइडन ने हमले की कार्रवाई करने के दिशा-निर्देश केवल सीरिया के लिए ही दिए…
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indiaemotions · 3 years
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pवॉशिंगटन: जो बाइडन प्रशासन ने अमेरिकी सत्ता संभालते ही साफ संकेत दे दिए हैं कि भारत के साथ उसके सामरिक-व्यापारिक रिश्ते आने वाले समय में और मजबूत ही होंगे. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा है कि कमला हैरिस (Kamala Harris) के अमेरिक�
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kisansatta · 3 years
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पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तैनात भारतीय सैनिक पहन रहे हैं अमेरिकी सेना की यूनिफॉर्म:जानिए क्यों
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लद्दाखः पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर तैनात भारतीय सैनिकों को अमेरिकी विंटर-क्लोथिंग मिलनी शुरू हो गई है! ये यूनिफॉर्म अमेरिकी सेना की है लेकिन भारतीय सैनिकों के यूनिफॉर्म से अलग है! हाल ही में सीडीएस बिपिन रावत पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना की फॉरवर्ड पोस्ट पर तैयारियों का जायज़ा लेने गए थे! उस वक्त भारतीय सैनिकों के दो तरह की यूनिफॉर्म में दिखने की तस्वीर सामने आई थी! एक भारतीय सेना की पारंपरिक सर्दियों की ऑलिव वर्दी और दूसरी अमेरिकी सेना की विंटर-क्लोथिंग थी!
दो यूनिफॉर्म पहने दिखे एलएसी पर तैनात भारतीय सैनिक
पैंगोंग-त्सो झील कवरेज के लिए पूर्वी लद्दाख गई एबीपी न्यूज की टीम को कैंपों में अमेरिकी सेना की वर्दी पहने भारतीय सैनिक दिखाई पड़े थे! भारतीय सेना के इतिहास में ये शायद पहली बार है जब भारतीय सैनिक दो देशों की वर्दी पहन रहे हैं यानी एक स्वदेशी और दूसरी अमेरिकी सेना की! अब हम आपको बताते हैं ये कैसे संभव हो पाया! पिछले साल जब पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर भारत का चीनी के साथ विवाद शुरू हुआ, तब भारत के सामने चीनी सेना से निपटना प्रमुख चुनौती होने के साथ मौसम से लड़ना भी टेढ़ी खीर था!
सर्दी की ऑलिव वर्दी और अमेरिकी सेना की विंटर-क्लोथिंग 
मई 2020 में जब चीन से विवाद शुरू हुआ, तब भारतीय सेना की एक डिवीजन यानी 20 हजार सैनिक चीन से सटी पूर्वी लद्दाख की 826 किलोमीटर लंबी एलएसी (लाइन ऑफ एक्चयुल कंट्रोल) पर तैनात रहते थे! लेकिन जब चीन ने करीब 50 हजार पीएलए सैनिक पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर तैनात किए, तो भारत को भी ‘मिरर-डिप्लोयमेंट’ करना पड़ा! यानी 30 हजार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती करनी पड़ी! ऐसे में 30 हजार अतिरिक्त सैनिकों के लिए विंटर-क्लोथिंग की बेहद जरूरत थी! भारत ने यूरोप की कुछ कंपनियों से बल्क में ‘विंटर क्लोथिंग’ की खरीदारी की, लेकिन उसकी कमी हो गई! कमी को पूरा करने के लिए उसकी मदद अमेरिका ने की!
दरअसल, वर्ष 2016 में भारत और अमेरिक ने लॉजिस्टिक एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट यानि लेमोआ करार किया था! इसके त��त दोनों देश एक दूसरे के सैन्य अड्डे, छावनी और बंदरगाह इस्तेमाल करने के साथ सैन्य मदद भी कर सकते हैं! इसलिए पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका ने अपने विंटर-स्टॉक से भारतीय सेना को मदद की! हालांकि, अभी साफ नहीं है कि अमेरिका से भारत को कितनी विंटर-क्लोथिंग की सप्लाई हुई है! लेकिन पूर्वी लद्दाख में बड़ी तादाद में भारतीय सैनिक अमेरिकी सेना की विंटर-यूनिफॉर्म पहने देखे जा सकते हैं!
https://kisansatta.com/indian-soldiers-on-lac-in-eastern-ladakh-are-wearing-us-army-uniforms-know-why/ #IndianSoldiersOnLACInEasternLadakhAreWearingUSArmyUniformsKnowWhy Indian soldiers on LAC in eastern Ladakh are wearing US Army uniforms: know why National, State #National, #State KISAN SATTA - सच का संकल्प
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khabaruttarakhandki · 4 years
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कोरोना वायरस: अमेरिका ने भारत को 100 वेंटिलेटर की पहली खेप सौंपी
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अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर ने यहां भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी को 100 वेंटिलेटरों की पहली खेप सौंपी. (फोटो-एएनआई)
नई दिल्ली:
कोरोना वायरस (Covid-19) वैश्विक महामारी से निपटने में भारत की मदद करने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पेशकश के तहत अमेरिका ने भारत को मंगलवार को 100 वेंटिलेंटर सौंपे, जिनकी कीमत करीब 12 लाख डॉलर है. भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर ने यहां भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी (आईआरसीएस) के मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान सोसाइटी के महासचिव जनरल आर के जैन को 100 वेंटिलेटरों (Ventilators) की पहली खेप सौंपी. अमेरिकी दूतावास ने एक बयान में बताया कि अमेरिका सरकार ने कोविड-19 से निपटने में भारत की मदद करने के मकसद से अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए अमेरिकी एजेंसी (यूएसएआईडी) के जरिए भारत को नए एवं अत्याधुनिक 100 वेंटिलेटरों की पहली खेप दान की.
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राजदूत जस्टर ने कार्यक्रम में कहा, ‘‘कोविड-19 वैश्विक महामारी ने वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य को अप्रत्याशित खतरा पैदा कर दिया है. साझेदारी और सहयोग के जरिए ही हम दुनियाभर के लोगों के लिए स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित कर पाएंगे.” उन्होंने कहा, ‘‘इसी भावना के तहत अमेरिका को भारत के लिए वेंटिलेटर दान करते हुए खुशी हो रही है जो कि अमेरिकी लोगों की उदारता और अमेरिकी निजी उद्योग के नवोन्मेष से संभव हुआ है.”
जस्टर ने बताया कि 100 वेंटिलेटर इकाइयों की कीमत करीब 12 लाख डॉलर है.राष्ट्रपति ट्रंप ने मई को घोषणा की थी कि ‘अदृश्य दुश्मन’ के खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए अमेरिका भारत को वेंटिलेटर देगा.भारतीय रेड क्रॉस ने कहा कि वह कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सहायता के लिए अत्याधुनिक वेंटिलेटर के उपहार के लिए अमेरिकी सरकार का शुक्रिया अदा करती है. इससे नाजुक स्थिति वाले मरीजों को काफी फायदा पहुंचेगा. यूएसएआईडी ने बताया कि वेंटिलेटर की पहली खेप सोमवार को देश में पहुंची थी.  
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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viralnewsofindia · 4 years
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PM मोदी ने बाइडेन को दी बधाई, कहा साथ मिल काम करेंगे दोनों देश नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिक का राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर जो बाइडेन को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उपराष्ट्रपति के रूप में भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में उनका योगदान महत्वपूर्ण और अमूल्य था और भारत एक साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर रहेगा। प्रधानमंत्री ने उपराष्ट्रपति का चुनाव जीतने पर कमला हैरिस को भी बधाई देते हुए कहा कि उनकी सफलता सराहनीय है। उन्होंने कहा यह जीत केवल कमला की ही नहीं, बल्कि सभी भारतीय-अमेरिकियों के लिए भी गर्व की बात है।
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onlyhindinewstoday · 4 years
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Diplomat Stephen Biegun says US aiming for NATO like alliance with India Australia and Japan to counter China
Diplomat Stephen Biegun says US aiming for NATO like alliance with India Australia and Japan to counter China
संयुक्त राज्य अमेरिका भारत-प्रशांत क्षेत्र के देशों के साथ अपने घनिष्ठ रक्षा संबंधों को औपचारिक रूप देना चाहता है। चीन के साथ मुकाबला करने के उद्देश्य से भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की तरह ही गठबंधन करना चाहता है।  अमेरिका के उप सचिव  स्टीफन बेजगान ने सोमवार को यह बात कही है। उन्होंने कहा कि अमेरिक का उद्देश्य इस क्षेत्र में चार देशों और अन्य के साथ समूह…
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indoink · 4 years
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हांगकांग का स्पेशल ट्रीटमेंट खत्म- अमेरिका चीन के बीच अब मतभेद गहराता जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने वाले कानून पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. ट्रंप ने बड़ा फैसला लेते हुए हांगकांग से तरजीही व्यापार का दर्जा भी छीन लिया गया. ट्रंप ने कहा कि हांगकांग में लोगों पर अत्याचार लगातार बढ़ता जा रहा है. इस कानून से चीन को उसके कुकर्मों के लिए जम्मेदार ठहराने के लिए कई शक्तियां मिलेंगी.
राष्ट्रपति ट्रंप ने वाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हांगकांग में जो भी रहा है उसे सब देख रहे हैं.हांगकांग में लोगों की स्वायत्तता को खत्म करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने चीन की तकनीक टेलिकॉम प्रोवाइडर्स का सामना किया. ट्रंप ने कहा कि हमें सुरक्षा कारणों से कई देशों को इस बात पर मनाना पड़ा कि हुवावे खतरनाक है. अब यूके ने भी इसे प्रतिबंधित कर दिया है.'
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मुझे लगता है कि बहुत सारे लोग अब हॉन्गकॉन्ग छोड़ने वाले हैं. अमेरिक ने बहुत ही अच्छा स्पर्धी खो दिया है. हमने हांगकांग के लिए बहुत कुछ किया था. ट्रंप ने कहा कि अब हांगकांग को भी कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दिया जाएगा. हांगकांग को भी चीन की तरह ही माना जाएगा. ट्रंप ने चीन के बहाने WHO पर भी हमला करते हुए कहा कगि यह संगठन चीन की कठपुतली बनकर रह गया है.
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स्याङ्जाको पिडीखोलाका कृषकको मकै बालीमा फौजी किरा जस्तै किरा देखियो किसान चिन्तित । , पर्वत । स्याङ्जाको गल्याङ्ग नगरपालिका ६ पिडीखोला उर्लेनीका किसानले खेतमा लगाएको मकै बालिमा अमेरिक फौजी किरा जस्तै देखिने किराले गर्दै उर्लेनीका ३६ घर धुरीको झन्डै १००० रोपनीमा लगाएको मकै बाली नष्ट हुने देखिएको छ । स्थानीयले नगरपालिकामा फोन मार्फत जानकारी गराउदा नगरपालिकाले प्रविधिक टोली र उपयुक्त विषादी उपलब्ध गराउने भनेको छ तर मकै बाली पुरै नष्ट हुन्न लाग्दा पनि नआएको स्थानीय युवा बिमल चापागाईंले जनाए उनका अनुसार गल्याङ्ग नगरपालिका वडा नम्बर ६ को वडा कार्यलय मा पनि मौफिक र लिखित निवेदन दिएका थिएउ तर अहिलेसम्म कुनै निकाय बाट कुनै पहल नहुदा कृषक चिन्तित रहेको बताए ।
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digimakacademy · 4 years
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Dozens of countries including America and Britain are giving citizenship to moneylenders on spending money know which countries have this facility – अमेरिक, ब्रिटेन समेत दर्जनभर देश धनकुबेरों को पैसे खर्च करने पर दे रहे नागरिकता, जानें- किन-किन देशों में है ये सुविधा भारत में इन दिनों संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर जमकर विरोध प्रदर्शन जारी है। विपक्ष का कहना है कि सीएए संविधान का उल्लंघन करता है। वहीं सरकार का कहना है कि कोई भी देश नागरिकता के लिए कानून बनाने और उन्हें लागू करने के लिए स्वतंत्र होता है। किसे नागरिकता देनी है और किसे नहीं विश्व के सभी देश इसको अपने हिसाब से तय करते हैं। भारत में नागरिकता पाने के लिए किसी भी विदेश नागरिक को कम से कम 14 साल तक भारत में रहना होता है। हालांकि नियमों के मुताबिक 14 में से 12 साल तक भारत में रहने पर भी नागिरकता दी जाती है।
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khabaruttarakhandki · 4 years
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Coronavirus: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘अमेरिका काफी हद तक महामारी से बाहर आ गया है’
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वाशिंगटन:
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को दावा किया कि अमेरिका कोरोनावायरस महामारी के सबसे बुरे दौर से काफी हद तक बाहर आ गया है. आश्चर्यजनक रूप से अमेरिक में अच्छे जॉब नंबरों के जारी होने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने एक न्यूज ब्रीफिंग में कहा, ‘हम दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थे. और उस ताकत के चलते हम इस महामारी से लड़ पाए हैं. मोटे तौर पर मुझे लगता है कि हम वास्तव में अच्छा कर रहे हैं ‘
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ट्रम्प ने महामारी से निपटने के बारे में कहा, “हमने हर निर्णय को सही ढंग से किया है,” आपको बता दें कि अमेरिका में कोरोना वायरस के चलते अभी तक 1,08,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. 
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर केस दर्ज अमेरिकी नागरिक अधिकारों के लिए लड़ने वाले कई संगठनों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ गुरुवार को केस दर्ज कराया है. व्हाइट हाउस के सामने प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले और स्मोक बम छोड़े थे, जिसके बाद ट्रंप की खूब आलोचना हो रही है. बीते सोमवार को ट्रंप व्हाइट हाउस के पास एक चर्च के सामने बाइबिल के साथ फोटो खिंचाने जा रहे थे. इसी दौरान वहां Black Lives Matter प्रदर्शन में शामिल बहुत से प्रदर्शनकारी इकट्ठा हो गए थे, जिन्हें वहां से पीछे धकेलने के लिए उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े, रबर बुलेट्स चलाए और साउंड बम छोड़े. इसके बाद पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन और तेज हो गए हैं.
खबरों की खबर : ट्रंप ने झूठ क्यों बोला ?
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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shantinewshindi · 4 years
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एशिया में अमेरिकी फौज की तैनाती से बढ़ेगी चीन की घेराबंदी, भारत के साथ हो सकता है नए सिरे से तनाव
एशिया में अमेरिकी फौज की तैनाती से बढ़ेगी चीन की घेराबंदी, भारत के साथ हो सकता है नए सिरे से तनाव
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अमेरिकी फौज की एशिया में तैनाती के एलान से चीन के खिलाफ नई मोर्चेबंदी देखने को मिल सकती है। जानकारों का कहना है कि इससे चीन की घेराबंदी बढ़ेगी। इस इलाके में तनाव नए रूप में देखने को मिल सकता है। जानकारों के मुताबिक चीन की दक्षिण चीन सागर में आक्रामक गतिविधि और अमेरिका के सामरिक सहयोगियों को घेरने का उसका दांव उल्टा पड़ सकता है। अमेरिका के साथ भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान के अलावा दक्षिण चीन…
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