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#ट्रैक्टर स्टंट
best24news · 1 year
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Kosli Accident: सडक हादसे में मां बेटे की मौत, छाया मातम
Kosli Accident: सडक हादसे में मां बेटे की मौत, छाया मातम
Rewari, Best24News : कस्बा कोसली में एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में डेढ़ साल के बच्चे और उसकी मां की मौत हो गई, जबकि उसके पिता गंभीर रूप से घायल हो गया। परिवार मे दो की मौत होने से घर मे मातम छा गया। Haryana News: Gurugram एक्सप्रेस-वे पर स्टंट करते युवकों का Video Viral   पुलिस के अनुसार झज्जर जिले के गांव ढाणा निवासी सूबे सिंह (25) अपनी पत्नी मिथलेश (21) व डेढ़ साल के…
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sareideas · 2 years
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सिद्धू मूस वाला ट्रैक्टर पर करते थे बेहद खतरनाक स्टंट, देखें वीडियो
सिद्धू मूस वाला ट्रैक्टर पर करते थे बेहद खतरनाक स्टंट, देखें वीडियो
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला करते थे खतरनाक स्टंट नई दिल्ली : पंजाबी सिंगर और रैपर सिद्धू मूसेवाला  (Sidhu Moose Wala)  सिर्फ अपनी गायकी के लिए ही मशहूर नहीं थे, बल्कि वह काफी डेयरिंग थे. एक किसान के बेटे होने के कारण वह जमीन से भी जुड़े थे और ट्रैक्टर चलाना उन्हें बेहद पसंद था. पंजाबी सिंगर और कांगेस नेता सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की गोली मार कर हत्या कर दी गई, जिसके बाद पंजाब ही नहीं…
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abhay121996-blog · 3 years
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यूपी विधान सभा चुनाव तक खींचा जाएगा ‘किसान आंदोलन’ Divya Sandesh
#Divyasandesh
यूपी विधान सभा चुनाव तक खींचा जाएगा ‘किसान आंदोलन’
अजय कुमार
लखनऊ: मोदी सरकार द्वारा पास नया कृृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर चल रहा किसानों का धरना नित्य नये रंग बदल रहा है। कभी इसमें खालिस्तानियों की इंट्री हो जाती है तो कभी टुकड़े-टुकड़े गैंग वाले अपना एजंेडा लेकर आ जाते हैं। मोदो विरोधी नेताओं के लिए तो किसान आंदोलन किसी ‘नियामत’ से कम नहीं है। हर कोई किसानों की पीठ पर चढ़कर मोदी सरकार को चुनौती देने का ‘पराक्रम’ कर रही है। 26 जनवरी की हिंसा से पूर्व तक जिस किसान आंदोलन की कमान पंजाब और हरियाणा के किसान और जाट नेता संभाले दिखते थे, वह अब हासिये पर चले गए हैं। उनकी जगह गाजीपुर बार्डर पर धरना दे रहे भारतीय किसान यूनियन(अराजनैतिक)के नेता राकेश टिकैत ने ले ली है,जो एक समय (26 जनवरी की घटना के बाद) धरना खत्म करने को तैयार हो गए थे,लेकिन ऐन वक्त पर राकेश टिकैत पलट गए और मीडिया के समाने आंसुओं से रोते हुए मोदी सरकार पर किसानों के साथ किए जा रहे कथित अत्याचारों की झड़ी लगंा दी। राकेश टिकैत ने रोते हुए जल त्याग करके घोषणा कर दी कि और कह दिया कि अब वह तब ही जल ग्रहण करेंगे जब गांव से किसान टेªक्टर में जल लेकर आएंगे।
बस इसके बाद तो राकेश टिकैत की दसों उंगलियां घी में हो गईं। टिकैत के आंसू देखकर पश्चिमी यूपी के किसानों का दिल ऐसा पिघला कि राते के अंधेरे में ही किसानों का जत्था उनके गाॅव और आसपास के जिलों से गाजीपुर बार्डर की तरफ कूच कर गया।मौके का फायदा उठाते हुए तमाम दलों के नेता भी टिकैत के सामने हाजिरी लगाने पहुंचने लगे। सबसे पहले आम आदमी पार्टी के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहुंचे इसके बाद तो सभी सियासी दलों में होड़ सी लग गई। किसान आंदोलन की कमान संभाले जिन नेताआंे ने अब तक सियासतदारों को अपने मंच से दूर रखा था,वह सियासदार टिकैत के सहारे मोदी सरकार पर हुक्का-पानी लेकर चढ़ाई करने लगे,टिकैत इन नेताओं के बगलगीर बने हुए थे। मोदी को गालियां दी जा रही थीं। नया कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर शुरू हुए किसान आंदोलन मंे अब मोदी विरोध के नाम पर देश का विरोध भी शुरू हो चुका था। कांगे्रस, सपा, बसपा, आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, शिवसेना, राष्ट्रवादी कांगे्रस के नेता ही नहीं कांगे्रस के नेतृृत्व पाली पंजाब, राजस्थान की सरकारें तक भूल गईं कि उनकी पहली वरियता प्रदेश में अमन-चैन बनाए रखना है। ममता बनर्जी ने तो पश्चिम विधान सभा में कृषि कानून के खिलाफ कानून की पास कर दिया। आश्चर्य यह नहीं कि कांगे्रस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा से लेकर ममता बनर्जी, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव जैसे तमाम नेता किसानों के पक्ष में ताल ठोंक ही रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि पूर्व कृृृषि मंत्री शरद पवार और वित मंत्री रह चुके पी चिदंबरम भी सब कुछ जानते-समझते हुए नये कृषि कानून की मुखलाफत कर रहे हैं। खैर, चिदंबरम के विरोध की वजह तो समझ में आती है, मोदी राज में ही उनको भ्रष्टाचार के चलते जेल जाना पड़ा थी,जिसकी कसक आज भी उनकी बातों मंे दिखाई देती है,लेकिन शरद पवार क्यों सच्चाई से मुंह मोड़ रहे हैं। यह सियासत के अलावा कुछ नहीं है। शरद पवार को अपनी सियासत बचाए रखने की चिंता ज्यादा है। नये कषि कानून के विरोध के नाम पर मचाए जा रहे हो-हल्ले का ही नतीजा है कि देश के बाहर बैठी शक्तियां भी सक्रिय हो गईं और किसान आंदोलन के समर्थन के नाम पर मोदी सरकार और देश को नीचा दिखाने का षड़यंत्र रच रही हैं। यह सब जानते-बूझते हुए भी राकेश टिकैत चुप्पी साधे बैठे हैं। वह हर उस शख्स के साथ खड़े होने से गुरेज नहीं कर रहे हैं जो उनकी सियासी महत्वाकांक्षाओं को परवान दे रहे हैं।
दरअसल, किसान आंदोलन के आड़ में राकेश टिकैत पश्चिमी यूपी में अपने विरोधियों को पटकनी देने के साथ-साथ सियासी जड़ें भी मजबूत करना चाहती हैं।राकेश टिकैत बहुत सोची-समझी रणनीति के तहत अपनी सियासी गोटियां बिछा रहे हैं। वह आंदोलन को उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव तक खींचना चाहते हैं। टिकैत को यह पता है कि मोदी सरकार पूरी तरह से नया कृषि कानून वापस नहीं लेने वाली है। फिर भी टिकैत कानून वापस लेने की जिद्द करके समय पास कर रहे हैं। टिकैत एक मंझे हुए नेता हैं। उन्हें किसानों के नाम पर आंदोलन चलाने का लम्बा अनुभव है। कई बार वह इसके चलते जेल भी जा चुके हैं। अपने पिता महेन्द्र टिकैत से इत्तर राकेश टिकैत राजनीति मेे भी हाथ अजमाने से परहेज नहीं करते हैं। वह कई बार चुनाव भी लड़ चुके हैं,लेकिन सफलता कभी हाथ नहीं लगी। इस बार भी राकेश टिकैत किसान आंदोलन की आड़ में अपनी सियासी गोटियां बैठा रहे हैं।इसी के चलते टिकैत ने घोषणा कर दी है कि अक्टूबर तक उनका धरना- प्रदर्शन जारी रहेगा,इसके बाद भी सरकार ने नया कृषि कानून वापस लेने की मांग नहीं मानी तो वह देश भर की यात्रा करेंगे। यानी नवंबर से टिकैत देश यात्रा के नाम पर अपनी सियासी जमीन तैयार करके योगी के बहाने मोदी को चुनौती देंगे। टिकैत को पता है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है। मोदी अगर केन्द्र की सत्ता पर काबिज हैं तो इसका श्रेय यूपी को जाता है। 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से भरपूर समर्थन मिला था। राकेश इसी तिलिस्म को तोड़ना चाहते हैं। राकेश टिकैत ने कभी राजनीति से परहेज नहीं रखा। साल 2007 में पहली बार उन्होंने मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा जिसे वो हार गये थे। उसके बाद टिकैत ने 2014 में अमरोहा लोकसभा क्षेत्र से चैधरी चरण सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर चुनाव लड़ा, पर वहाँ भी उनकी बुरी हार हुई। राकेश टिकैत को करीब से जानने वाले कहते हैं कि राकेश को यह पता है कि उनकी दो ताकत हैं किसान और खाप नामक सामाजिक संगठन, जिसमें टिकैत परिवार की काफी इज्जत है। अगले वर्ष होने वाले उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में अपनी ताकत दिखाने के लिए ताल ठांेकने में लगे टिकैत 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर दिल्ली गेट तक आ गये थे। उस समय भी किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच जबरदस्त टकराव हुआ था। उस समय टिकैत के आलोचकों ने कहा था कि भोले-भाले किसानों को लेकर राकेश टिकैत ने यह स्टंट अपनी राजनीतिक महत्वकाक्षाएं पूरी करने के लिए किया, जिसका किसानों के हित में कोई नतीजा नहीं निकला। राकेश टिकैत जाट समुदाय से आते हैं जिसके बारे में आम धारणा यही है कि यह बिरादरी लामबंद होकर वोटिंग करती है, इसी लिए तमाम दलों के नेता राकेश टिकैत के पीछे लगे हैं। इसी लिए तमाम दलों के नेता उनके यहां दस्तक दे रहे हैं। मगर टिकैत यह कैसे भूल सकते हैं कि 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के समय किस तरह से तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जाट-गूजरों के खिलाफ मुलसमानों का साथ दिया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री आजम खान के कहने पर जाट समुदाय का काफी उत्पीड़न हुआ था,लेकिन आज सब बातें भूलकर टिकैत किसानों की दुर्दशा करने वाली कांगे्रस से लेकर अखिलेश यादव तक के साथ सुर में सुर मिला रहे हैं।
ये भी पढ़ें : Farmers कल सभी राज्य और जिलों के हाइवे पर करेंगे चक्का जाम 
ई-पपेर पढ़ें : दिव्य संदेश
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technicalsk9 · 3 years
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जब प्रियंका गांधी ने रुकवा दी अपनी कार, खुद साफ करने लग गईं फ्रंट विंडो स्क्रीन
जब प्रियंका गांधी ने रुकवा दी अपनी कार, खुद साफ करने लग गईं फ्रंट विंडो स्क्रीन
वीडियो डेस्क।  गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में स्टंट के दौरान हुई युवक नवरीत सिंह की मौत पर शोक जताने कई सियासी दिग्गजों को रामपुर आना शुरु हो चुका है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी समेत कई दिग्गज नेता नवरीत के परिवार को ढांढस बंधाने उसके घर पहुंच रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी गुरुवार तड़के सुबह रामपुर…
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zamanatv · 3 years
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LIVE :कई गाड़ियां आपस में टकराईं,रामपुर जा रहीं थीं प्रियंका
LIVE :कई गाड़ियां आपस में टकराईं,रामपुर जा रहीं थीं प्रियंका
ZamanaTV: अभी अभी की ख़बर है, गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में स्टंट के दौरान हुई युवक नवरीत सिंह की मौत पर शोक जताने कई सियासी दिग्गज गुरुवार को रामपुर आएंगे। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी समेत कई दिग्गज नेता नवरीत के परिवार को ढांढस बंधाने उसके घर पहुंच रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी गुरुवार तड़के सुबह…
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vilaspatelvlogs · 3 years
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Tractor Parade: किसानों की हिंसा में 109 पुलिसकर्मी घायल, 45 को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया
Tractor Parade: किसानों की हिंसा में 109 पुलिसकर्मी घायल, 45 को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया
नई दिल्ली: ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) निकालने के नाम पर दिल्ली के आईटीओ समेत अन्य हिस्सों में घुसने और जमकर हिंसा करने के बाद अब प्रदर्शनकारी वापस दिल्ली के बॉर्डर इलाकों में लौटने लगे हैं. हिंसा का सबसे बड़ा केंद्र बना ITO एरिया भी पूरी तरह खाली हो गया है. इसी बीच खुफिया विभाग ने कई जगहों पर हिंसा की आशंका जताई है. स्टंट करते समय ट्रैक्टर पलटने से मरा किसान मंगलवार की ट्रैक्टर परेड (Tractor…
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teekam1988 · 3 years
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दिल्ली की सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में बाइक स्टंट और नारेबाजी
दिल्ली की सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में बाइक स्टंट और नारेबाजी
दिल्ली की सिंघू बॉर्डर पर किसान आंदोलन स्थल पर स्टंट करते हुए बाइक सवार. नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) की सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Movement) का एक वीडियो (Video) सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें बाइक स्टंट (Bike stunts) किया जा रहा है. बताया गया है कि ये वीडियो ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) की तैयारी का है. मोबाइल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दो बाइक पर सवार स्टंटबाज…
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everythingbychoice · 4 years
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टांडा के गांव जलालपुर में शाम करीब 6 बजे एक हवेली से संदिग्ध हालात में खेत मजदूर की 7 वर्षीय बच्ची का जला हुआ शव बरामद हुआ है। सूचना के बाद थाना टांडा के एसएचओ विक्रम सिंह टीम घटनास्थल पर पहुंची और शव कब्जे में ले लिया। मृतक बच्ची की पहचान मीरां पुत्री राहुल के तौर पर हुई है। वह आंगनबाड़ी स्कूल में पढ़ती थी। बच्ची के पिता राहुल ने बताया कि वह यूपी के रहने वाले हैं और पिछले करीब 15-16 साल से गांव में ही सुरजीत सिंह के खेत में काम करते हैं और उनका ट्रैक्टर चलाता है।
वह यहां मकान लेकर अपनी 5 बेटियों और पत्नी समेत रहते हैं। इनमें से सबसे छोटी 7 साल की मीरां थी। उन्होंने बताया कि बुधवार दोपहर करीब 12 बजे सुरजीत सिंह का 15 वर्षीय पोता सुरप्रीत सिंह उनके घर आया और उनकी बेटी को काम व बिस्किट देने का बहाना बनाकर अपने घर की तरफ ले गया। जब शाम 5 बजे बेटी वापस घर नहीं आई तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान उनको लोगों से पता चला कि सुरजीत सिंह की हवेली में बने एक कमरे में एक बच्ची का जला हुआ शव पड़ा है और उससे धुआं निकल रहा है।
इसके बाद जब वे मौके पर पहुंचे तो शव उनकी बेटी का निकला। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। टांडा पुलिस ने आरोपी सुरप्रीत सिंह व हवेली के मालिक आरोपी के दादा सुरजीत सिंह को भी हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। एसएचओ विक्रम सिंह ने बताया कि बच्ची के साथ कोई रेप हुआ है या नहीं इसका खुलासा मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। वीरवार को बच्ची के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। आरोपी युवक से पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद बनती कार्रवाई की जाएगी।
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घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी खख देर शाम जब पुलिस हवेली से बच्ची के शव को ले जाने लगी तो लोग विरोध पर उतर आए और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पहुंचे डीएसपी दलजीत सिंह खख ने मौजूद लोगों को समझाया, जिसके बाद डेडबॉडी को करीब 8 बजे मौके से उठाया जा सका।
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बच्ची की फाइल फोटाे
मां बोली-अकसर घर के चक्कर लगाता था युवक मृतक बच्ची की मां ने बताया कि सुरजीत का पोता अकसर उनके मकान के चक्कर लगाता रहता था। बुधवार दोपहर को भी वह आया और उनकी सात साल की बेटी को बिस्किट देने के बहाने ले गया। उन्हें नहीं पता था कि उनकी बेटी के साथ यह सब कुछ हो जाएगा।
बाइक पर स्टंट मारने का शौकीन है आरोपी आरोपी सुरप्रीत सिंह बाइक पर स्टंट का शौकीन है। 6 महीने पहले वह एक स्टंट के दौरान दुर्घटना का शिकार हो गया था। हादसे में उसे गंभीर चोटें आई थीं।
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The dead body of a 7-year-old girl found in a mansion in Tanda, panic over the dead body of a farm laborer's daughter in Jalalpur village
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abhisheksingh098 · 4 years
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बर्थडे स्पेशल: प्रवासी मजदूरों से लेकर किसान तक, कोरोना काल में लोगों के ऐसे मसीहा बने सोनू सूद
बर्थडे स्पेशल: प्रवासी मजदूरों से लेकर किसान तक, कोरोना काल में लोगों के ऐसे मसीहा बने सोनू सूद
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सोनू सूद 30 जुलाई को अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं Image Source : INSTAGRAM: @SONU_SOOD
काल से पहले लोग अपनी जिंदगी में व्यस्त थे। अपने भविष्य की चिंता करते हुए वर्तमान में आगे बढ़ रहे थे, लेकिन अचानक से आई इस वैश्विक महामारी ने सभी के पैरों में बेड़ियां जड़ दी। जिंदगी मानो ठहर सी गई है। कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। लोगों को परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है, लेकिन इन सबके बीच बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद मसीहा बनकर सामने आए। उन्होंने इस संकट की घड़ी में मुसीबत में फंसे हर शख्स की मदद की है। फिर चाहे वो दूसरे राज्य में फंसा प्रवासी मजदूर हो या फिर गरीबी के कारण अपनी बेटियों को हल बनाकर खेत जोतता किसान, सोनू इनके लिए रियल हीरो बन गए हैं। 
सोनू सूद 30 जुलाई को अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर आइए जानते हैं कि वो कैसे लोगों के मसीहा बन गए हैं... 
प्रवासी मजदूरों को पहुंचाया घर
जब भारत में कोरोना वायरस ने अपना पैर पसारना शुरू किया और देशभर में लॉकडाउन लागू हो गया तो प्रवासी मजदूरों के सामने संकट खड़ा हो गया। वो अपने गांव घर जाने के लिए परेशान हो गए। कितने लोगों ने मजबूरी में पैदल ही अपना सफर शुरू कर दिया। ऐसे में सोनू सूद इन जरुरतमंदों के लिए खड़े हुए और राज्य में फंसे प्रवासी मजदूरों को बसों, ट्रेनों और फ्लाइट के जरिए उनके घर तक पहुंचाया। उनके इस कदम ने लोगों को उनका मुरीद बना दिया। 
There is nothing more satisfying then seeing those smiling faces who were so desperate to go back to their villages. . Happy journey my friends ❣️ pic.twitter.com/9ChgifC8Ow
— sonu sood (@SonuSood) June 26, 2020
स्टूडेंट्स को कराया एयरलिफ्ट
सोनू सूद ने न सिर्फ प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया, बल्कि दूसरे देशों में फंसे छात्रों को भी वहां से निकालने में मदद की। किर्गिस्तान में फंसे करीब 3 हजार स्टूडेंट्स को एयरलिफ्ट कराकर वो वापस उन्हें अपने देश लेकर आए। इनमें कई छात्र बिहार-झारखंड के थे, जो मेडिकल की पढ़ाई के लिए किर्गिस्तान गए थे। 
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सोनू सूद ने स्टूडेंट्स को कराया एयरलिफ्ट
किसान को दिया ट्रैक्टर
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक किसान अपनी दो बेटियों की मदद से खेत जोत रहा था। गरीबी की वजह से वो बैल नहीं खरीद सकता था। जैसे ही सोनू को इस बारे में पता चला उन्होंने तुरंत मदद भिजवाई। सोनू ने पहले दो बैल देने की बात कही और ट्वीट किया कि बच्चियों को उनकी पढ़ाई पर ध्यान देने दें। बाद में उन्होंने बैल की जगह ट्रैक्टर भिजवाया। सोनू की इस मदद से किसान और उनका परिवार गदगद हो गया और उनके फैंस ने उनकी खूब प्रशंसा की। 
Spoke with @SonuSood ji & applauded him for his inspiring effort to send a tractor to Nageswara Rao’s family in Chittoor District. Moved by the plight of the family, I have decided to take care of the education of the two daughters and help them pursue their dreams pic.twitter.com/g2z7Ot9dl3
— N Chandrababu Naidu #StayHomeSaveLives (@ncbn) July 26, 2020
दूधवाले की मदद के लिए मांगी डिटेल्स
कोरोना काल में लोगों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। हाल ही में एक खबर सामने आई थी कि हिमाचल प्रदेश में एक दूधवाले के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ने के लिए एक मोबाइल फोन की जरूरत थी। ऐसे में उस गरीब दूधवाले ने अपनी गाय बेचकर एक स्मार्ट फोन खरीद कर बच्चों को दिया। जैसे ही सोनू सूद को इस बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत ट्विटर पर लिखा कि वो इस दूधवाले की मदद करेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर उस शख्स की डिटेल्स मांगी, ताकि उसकी गाय वापस दिला सकें। 
Ravinder ji. Can you please share his details. https://t.co/dsKG4eCAmw
— sonu sood (@SonuSood) July 23, 2020
बुजुर्ग महिला के लिए ट्रेनिंग स्कूल चाहते हैं खोलना
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक बुजुर्ग महिला अपना पेट पालने के लिए सड़कों पर स्टंट करती दिखाई दी। उम्र के इस पड़ाव में उनकी कमर्ठता का हर कोई कायल हो गया। ऐसे में सोनू सूद ने तुरंत ट्विटर पर इनकी डिटेल्स मांगी और लिखा कि वो आजी की मदद करना चाहते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि वो उनके लिए एक छोटा ट्रेनिंग स्कूल खोलना चाहते हैं, ताकि वो देश की अन्य महिलाओं को डिफेंस की ट्रेनिंग दे सकें। 
Can I get her details please. Wanna open a small training school with her where she can train women of our country some self defence techniques . https://t.co/Z8IJp1XaEV
— sonu sood (@SonuSood) July 24, 2020
अनगिनत लोगों की मदद कर चुके हैं सोनू सूद 
सोनू सूद अब तक इतने लोगों की मदद कर चुके हैं और कर रहे हैं कि इसको गिनाना मुश्किल है। कभी दशरथ मांझी के परिवार की मदद करते हैं तो कभी महाराष्ट्र पुलिस को कोविड 19 से बचाव के लिए फेस शील्ड भिजवाते हैं। भूखों को खाना खिला रहे हैं तो जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। हर कोई सोनू सूद की सराहना कर रहा है। उन्हें अपना आशीर्वाद दे रहा है। 
आज से तंगी ख़त्म। आज ही हो जाएगा bhai 🙏 https://t.co/hnFyhGSSZ4
— sonu sood (@SonuSood) July 25, 2020
Truly honoured by your kind words Sir! My police brothers & sisters are our real heroes & this is the least that I can do for the commendable work which they have been doing. Jai Hind 🇮🇳🇮🇳 #OurRealHeroes @DGPMaharashtra https://t.co/n9nTrxaQ0c
— sonu sood (@SonuSood) July 16, 2020
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chaitanyabharatnews · 4 years
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आनंद महिंद्रा कर रहे 'मेरे सपनों की रानी..' वाली जीप की तलाश, ट्वीट कर पूछा यह सवाल
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. विंटेज वाहनों (पुरानी कार) को लेकर दुनियाभर में क्रेज है। पुरानी डिजाइनर कारों के शौकीन लोग इन गाड़ियों की मुंहमांगी कीमतें देने को तैयार हो जाते हैं। दिग्गज कारोबारी और महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी अब अपनी कंपनी द्वारा बनाई एक जीप के जरिए वाहनों की बदहाली पर एक ऐसी बहस छेड़ी है। Yes isn’t it cool? Do send me clips of other old movies where our cars features prominently...Will try to find and procure those vehicles for our company museum. https://t.co/ry2irgZC0f — anand mahindra (@anandmahindra) January 11, 2020 आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीटर अकाउंट से साल 1969 में आई फिल्म 'आराधना' का मशहूर गीत 'मेरे सपनों की रात कब आएगी तू' में दिखाई गई जीप का फोटो शेयर कर भारत में हेरिटेज कारों की नीलामी की चर्चा छेड़ दी। उन्होंने इस फोटो को शेयर कर पूछा कि- 'अगर आराधना फिल्म में राजेश खन्ना द्वारा प्रयोग की गई जीप की नीलामी की जाए, तो इसकी कीमत क्या होगी?' बता दें महिंद्रा ने न्यूयॉर्क टाइम्स के एक ट्वीट से प्रभावित होकर भारत के संबंध में हेरिटेज कारों की नीलामी का मुद्दा उठाया है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने ट्वीट में बताया कि, 'हॉलीवुड कलाकार स्टीव मैक्क्वीन की 'हीरो कार' की नीलामी होने वाली है। इसकी नीलामी से करीब 50 लाख डॉलर (करीब 35 करोड़ रुपए) मिलने की उम्मीद है। हीरो कार 'बुलिट' फिल्म में प्रयोग की गई थी। साल 1974 में आई इस फिल्म के लिए स्टीव मैक्क्वीन को 3,500 डॉलर (करीब 2,45,000 रुपए) मिले थे। मैक्क्वीन अपने कार और बाइक स्टंट के लिए प्रसिद्द थे।' I wonder what the auction price would be of the Mahindra UV that Rajesh Khanna used in the film Aradhana when he sang ‘Mere Sapnon Ki Rani!’ Haven’t been able to locate that car. I think we need to be more conscious about the heritage cars in Indian cinema. https://t.co/jB9k5wO70o — anand mahindra (@anandmahindra) January 11, 2020 महिंद्रा ने अपने ट्वीट में न्यूयॉर्क टाइम्स को टैग करते हुए लिखा कि, 'वह 'सपनों की रानी' गाने में प्रयोग की गई जीप को खोजने की कोशिश कर रहे हैैं। लेकिन अभी तक इसकी कोई खबर नहीं मिल सकी है।' उनके ट्वीट पर एक यूजर ने कमेंट कर लिखा कि, 'यह अमेरिका नहीं है... आप जो जीप खोज रहे हैं, वह कब की कबाड़ में बेच दी गई है।' इतना ही नहीं बल्कि उस यूजर ने तो शर्त लगाते हुए इतना तक कह दिया कि, 'अगर मैं हारा तो आपको शर्त हारने के टोकन के रूप में 1,111 रुपए दूंगा और अगर आप हारे तो मुझे महिंद्रा एंड महिंद्रा की नवीनतम एसयूवी देंगे।' हालांकि, उस यूजर ने यह भी लिखा कि, वह चाहता है कि महिंद्रा को वह जीप सही-सलामत हालत में मिल जाए। इसके अलावा एक अन्य यूजर ने राजेश खन्ना की बेटी टि्वंकल खन्ना से पूछने की सलाह दी और कहा कि, 'यह कार कथित तौर पर डिंपल खन्ना ने राजेश खन्ना को उपहार के तौर पर दी थी। इसलिए संभव है कि टि्वंकल खन्ना को इस बारे में जानकारी हो।' ये भी पढ़े... खुद को साबित करने के लिए करोड़ों की संपत्ति छोड़ होटल में बर्तन धोने लगा यह युवक, आनंद महिंद्रा ने दिया इंटर्नशिप का ऑफर सबसे छोटा ट्रैक्टर लेकर आ रही महिंद्रा कंपनी, आनंद महिंद्रा ने कहा- इतना छोटा जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती आनंद महिंद्रा ने अमिताभ को बिग बी मानने से किया इनकार, माफी मांगते हुए किया ये ट्वीट Read the full article
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Youth Dies While Making Stunnts TikTok Video
https://theindianewstoday.com/youth-dies-while-making-stunnts-tiktok-video/ Youth Dies While Making Stunnts TikTok Video
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abhay121996-blog · 3 years
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नवरीत के परिवार से मिली प्रियंका, बीजेपी ने बताया- पॉलिटिकल स्‍टंट Divya Sandesh
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नवरीत के परिवार से मिली प्रियंका, बीजेपी ने बताया- पॉलिटिकल स्‍टंट
लखनऊ 26 जनवरी को दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान मारे गए किसान नवरीत सिंह की अंतिम अरदास यूपी से विपक्ष के कई बड़े नेता शामिल हुए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के अलावा, आरएलडी नेता जयंत चौधरी और समाजवादी पार्टी से रामगोविंद चौधरी भी मृतक किसान के परिजनों से मिल रहे हैं। इस बीच किसान की मौत पर शोक और सांत्वना के बजाय विपक्ष की राजनीति पर भी सवाल उठ रहे हैं। बीजेपी का आरोप है कि विपक्ष के पास मुद्दा नहीं रह गया है, इसलिए कवायदें कर रहा है।
प्रियंका गांधी ने किसान की अंतिम अरदास में शामिल होकर परिजनों से मुलाकात की। इससे पहले रामपुर आने के रास्ते उनके काफिले का ऐक्सिडेंट हो गया था। काफिले की चार गाड़ियां आपस में भिड़ गई थीं हालांकि किसी को कोई चोट नहीं आई थी।
बीजेपी प्रवक्ता चंद्रमोहन ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में प्रियंका के रामपुर दौरे को लेकर कहा, ‘प्रियंका और कांग्रेस लगातार मुद्दा विहीन हो गई हैं। इस कारण से वह आधारहीन राजनीति कर रही हैं। इससे पहले कोविड के दौरान उनकी कवायदें की थीं वह भी पूरी तरह से राजनीतिक थींं। वह पूरी तरह से राजनीतिक विरोध के लिए विरोध करती हैं। उन्हें न घटनाओं की समझ हैं और न घटनाओं की जानकारी है। वह केवल पॉलिटिकल स्टंट वर्कर हैं।’
किसान आंदोलन को विपक्ष के मिल रहे समर्थन पर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ‘किसान मोदी के साथ है और यूपी के किसान योगी के साथ हैं इसलिए किसानों के बीच कोई नाराजगी नहीं है। राजनीतिक दल के प्रतिनिधि ही, जो जनता के नकारे लोग हैं किसान आंदोलन के नाम पर ढोंग कर रहे हैं और ड्रामा कर रहे हैं।’
बीजेपी के आरोप पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया। कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा, ‘किसानों काले कानूनों के खिलाफ पिछले 72 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार खुद संज्ञान नहीं ले रही है, इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी और प्रियंका गांधी आवाज उठा रही हैं। वह किसानों के समर्थन में हैं तो इस पर अगर ये (बीजेपी) कहते हैं कि हां ये राजनीति कर रहे हैं तो हमें गर्व है कि हम धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करते। हम धर्म पर वोट नहीं मांगते। हम किसानों और नौजवानों के मुद्दों पर वोट भी मांगते हैं और उन्हीं के मुद्दों पर राजनीति भी करते हैं।’
इससे पहले आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि आंदोलन में कुर्बानी देने वाले रामपुर के किसान नवरीत सिंह के अंतिम अरदास में शामिल हूंगा। जयंत चौधरी किसान आंदोलन के बीच काफी लगातार सक्रिय रहे हैं। वह पिछले दिनों मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत में भी शामिल हुए थे। इससे पहले वह गाजीपुर बॉर्डर में भी किसानों को समर्थन देने पहुंचे थे।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भी किसान आंदोलन को अपना समर्थन दे चुके हैं। वह खुद तो रामपुर नहीं पहुंचे लेकिन उन्होंने नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी को नवरीत सिंह के परिजनों से मुलाकात के लिए भेजा है। समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर सपा के वरिष्ठ नेता प्रतिपक्ष श्री रामगोविंद चौधरी जी पहुंचे रामपुर। किसानों के साथ खड़ी है सपा।’
विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आज गाजीपुर बॉर्डर पहुंचा जहां किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। इस दल में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, डीएमके सांसद कनिमोझी, एसएडी सांसद हरसिमरत कौर बादल और टीएमसी सांसद सौगत रॉय समेत कई नेता शामिल थे। हालांकि पुलिस ने उन्हें किसानों से मिले बिना ही वापस लौटा दिया था।
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technicalsk9 · 3 years
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बिना ड्राइवर का ही भागता रहा ट्रेक्टर, पीछे पीछे भागते रहें किसान, सामने आया जबर्दस्त VIDEO
बिना ड्राइवर का ही भागता रहा ट्रेक्टर, पीछे पीछे भागते रहें किसान, सामने आया जबर्दस्त VIDEO
वीडियो डेस्क। सोशल मीडिया पर ट्रैक्टर स्टंट का एक वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। जहां खेत में एक ट्रैक्टर बिना ड्राइवर के चलते हुए दिख रहा है। दरअसल खेत में एक व्यक्ति ट्रैक्टर में बैठ कर स्टंट कर रहा था, तभी संतुलन बिगड़ने से वह पलट गया। ड्राइवर तो नीचे गिर गया, लेकिन ट्रैक्टर पलट कर वापस सीधा हो गया और कुछ देर तक पूरे खेत में अंसतुलित हो कर चलता रहा. जिसके बाद एक युवक भाग कर ट्रैक्टर…
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devendrasinghworld · 4 years
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सोनू सूद 30 जुलाई को अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं Image Source : INSTAGRAM: @SONU_SOOD
काल से पहले लोग अपनी जिंदगी में व्यस्त थे। अपने भविष्य की चिंता करते हुए वर्तमान में आगे बढ़ रहे थे, लेकिन अचानक से आई इस वैश्विक महामारी ने सभी के पैरों में बेड़ियां जड़ दी। जिंदगी मानो ठहर सी गई है। कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। लोगों को परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है, लेकिन इन सबके बीच बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद मसीहा बनकर सामने आए। उन्होंने इस संकट की घड़ी में मुसीबत में फंसे हर शख्स की मदद की है। फिर चाहे वो दूसरे राज्य में फंसा प्रवासी मजदूर हो या फिर गरीबी के कारण अपनी बेटियों को हल बनाकर खेत जोतता किसान, सोनू इनके लिए रियल हीरो बन गए हैं। 
सोनू सूद 30 जुलाई को अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर आइए जानते हैं कि वो कैसे लोगों के मसीहा बन गए हैं... 
प्रवासी मजदूरों को पहुंचाया घर
जब भारत में कोरोना वायरस ने अपना पैर पसारना शुरू किया और देशभर में लॉकडाउन लागू हो गया तो प्रवासी मजदूरों के सामने संकट खड़ा हो गया। वो अपने गांव घर जाने के लिए परेशान हो गए। कितने लोगों ने मजबूरी में पैदल ही अपना सफर शुरू कर दिया। ऐसे में सोनू सूद इन जरुरतमंदों के लिए खड़े हुए और राज्य में फंसे प्रवासी मजदूरों को बसों, ट्रेनों और फ्लाइट के जरिए उनके घर तक पहुंचाया। उनके इस कदम ने लोगों को उनका मुरीद बना दिया। 
There is nothing more satisfying then seeing those smiling faces who were so desperate to go back to their villages. . Happy journey my friends ❣️ pic.twitter.com/9ChgifC8Ow
— sonu sood (@SonuSood) June 26, 2020
स्टूडेंट्स को कराया एयरलिफ्ट
सोनू सूद ने न सिर्फ प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया, बल्कि दूसरे देशों में फंसे छात्रों को भी वहां से निकालने में मदद की। किर्गिस्तान में फंसे करीब 3 हजार स्टूडेंट्स को एयरलिफ्ट कराकर वो वापस उन्हें अपने देश लेकर आए। इनमें कई छात्र बिहार-झारखंड के थे, जो मेडिकल की पढ़ाई क�� लिए किर्गिस्तान गए थे। 
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सोनू सूद ने स्टूडेंट्स को कराया एयरलिफ्ट
किसान को दिया ट्रैक्टर
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक किसान अपनी दो बेटियों की मदद से खेत जोत रहा था। गरीबी की वजह से वो बैल नहीं खरीद सकता था। जैसे ही सोनू को इस बारे में पता चला उन्होंने तुरंत मदद भिजवाई। सोनू ने पहले दो बैल देने की बात कही और ट्वीट किया कि बच्चियों को उनकी पढ़ाई पर ध्यान देने दें। बाद में उन्होंने बैल की जगह ट्रैक्टर भिजवाया। सोनू की इस मदद से किसान और उनका परिवार गदगद हो गया और उनके फैंस ने उनकी खूब प्रशंसा की। 
Spoke with @SonuSood ji & applauded him for his inspiring effort to send a tractor to Nageswara Rao’s family in Chittoor District. Moved by the plight of the family, I have decided to take care of the education of the two daughters and help them pursue their dreams pic.twitter.com/g2z7Ot9dl3
— N Chandrababu Naidu #StayHomeSaveLives (@ncbn) July 26, 2020
दूधवाले की मदद के लिए मांगी डिटेल्स
कोरोना काल में लोगों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। हाल ही में एक खबर सामने आई थी कि हिमाचल प्रदेश में एक दूधवाले के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ने के लिए एक मोबाइल फोन की जरूरत थी। ऐसे में उस गरीब दूधवाले ने अपनी गाय बेचकर एक स्मार्ट फोन खरीद कर बच्चों को दिया। जैसे ही सोनू सूद को इस बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत ट्विटर पर लिखा कि वो इस दूधवाले की मदद करेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर उस शख्स की डिटेल्स मांगी, ताकि उसकी गाय वापस दिला सकें। 
Ravinder ji. Can you please share his details. https://t.co/dsKG4eCAmw
— sonu sood (@SonuSood) July 23, 2020
बुजुर्ग महिला के लिए ट्रेनिंग स्कूल चाहते हैं खोलना
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक बुजुर्ग महिला अपना पेट पालने के लिए सड़कों पर स्टंट करती दिखाई दी। उम्र के इस पड़ाव में उनकी कमर्ठता का हर कोई कायल हो गया। ऐसे में सोनू सूद ने तुरंत ट्विटर पर इनकी डिटेल्स मांगी और लिखा कि वो आजी की मदद करना चाहते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि वो उनके लिए एक छोटा ट्रेनिंग स्कूल खोलना चाहते हैं, ताकि वो देश की अन्य महिलाओं को डिफेंस की ट्रेनिंग दे सकें। 
Can I get her details please. Wanna open a small training school with her where she can train women of our country some self defence techniques . https://t.co/Z8IJp1XaEV
— sonu sood (@SonuSood) July 24, 2020
अनगिनत लोगों की मदद कर चुके हैं सोनू सूद 
सोनू सूद अब तक इतने लोगों की मदद कर चुके हैं और कर रहे हैं कि इसको गिनाना मुश्किल है। कभी दशरथ मांझी के परिवार की मदद करते हैं तो कभी महाराष्ट्र पुलिस को कोविड 19 से बचाव के लिए फेस शील्ड भिजवाते हैं। भूखों को खाना खिला रहे हैं तो जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। हर कोई सोनू सूद की सराहना कर रहा है। उन्हें अपना आशीर्वाद दे रहा है। 
आज से तंगी ख़त्म। आज ही हो जाएगा bhai 🙏 https://t.co/hnFyhGSSZ4
— sonu sood (@SonuSood) July 25, 2020
Truly honoured by your kind words Sir! My police brothers & sisters are our real heroes & this is the least that I can do for the commendable work which they have been doing. Jai Hind 🇮🇳🇮🇳 #OurRealHeroes @DGPMaharashtra https://t.co/n9nTrxaQ0c
— sonu sood (@SonuSood) July 16, 2020
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sachnews · 4 years
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ग्रेटर नोएडा के बीआईसी में सुपर कार और बाइक ही नहीं, ट्रैक्टर से भी दिखाया स्टंट
ग्रेटर नोएडा के बीआईसी में सुपर कार और बाइक ही नहीं, ट्रैक्टर से भी दिखाया स्टंट
नोएडा20 हजार से ज्यादा दर्शकों से भरा स्टेडियम। सुपर कार और बाइक के बीच ट्रैक्टर भी लेकर भी स्टंटबाज पहुंचे। रफ्तार के रोमांच के बीच बुद्ध इंटरनैशनल सर्किट (BIC) में पंजाबी गायक दलेर मेहंदी ने भी अपने गीतों से मनोरंजन किया। जेके फेस्टिवल ऑफ स्पीड का रविवार को समापन हो गया। सुपर बाइक कप 600 सीसी में दिल्ली के गुरविंदर सिंह सेकंड रहे। हैदराबाद के पी साईं ने यह रेस जीती। 1000 सीसी कैटिगरी में…
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cnilive · 7 years
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तेज रफ्तार ट्रैक्टर पर स्टंट मारते तीन स्टूडेंट जख्मी, एक की हालत नाजुक भास्कर न्यूज | जंडियाला गुरु तेजरफ्तार ट्रैक्टर पर स्टंट मारते तीन स्कूली स्टूडेंट गिर कर जख्मी हो गए। इनको पास के अस्पताल में दाखिल करवा दिया गया, जहां एक की हालत गंभीर बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक बुधवार की शाम करीब 4.30 बजे तीनो स्टूडेंट अमृतपाल सिंह, जशनप्रीत सिंह और गुरविंदर सिंह नए ट्रैक्टर पर स्टंट मार रहे थे। तेज रफ्तार ट्रैक्टर जैसे ही तरन तारन बाईपास पर पहुंचा ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क की दाईं तरफ चला गया। संतुलन बिगड़ने के कारण हड़बड़ाहट में इन्होंने कूदने की कोशिश की मगर गिर गए। इस घटना में तीनों जख्मी हो गए। इस घटना में गंभीर रूप से घायल अमृतपाल सिंह को बेहोशी की हालत में अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जबकि जशनप्रीत सिंह और गुरविंदर सिंह को मामूली हल्की चोटें लगने के कारण इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। जिस ट्रैक्टर पर युवक स्टंट कर रहे थे उसे भी भारी नुकसान पहुंचा है।
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