#कबीर #रामपलजीमहराज कबीर, राम नाम से खिज मरैं, कुष्टि हो गल जाय। शुकर होकर जन्म ले, नाक डूबता खाय।। कबीर जी ने कहा है कि अभिमानी व्यक्ति राम नाम की चर्चा से खिज जाता है। फिर कोढ़ (कुष्ट रोग) लगकर गलकर मर जाता है। सदा भवानी दाहिनी,सन्मुख रहत गणेश। पांच देव रक्षा करें, ब्रह्मा, विष्णु, महेश।। मानव शरीर में स्थित ये पांचों देव तभी रक्षा करेंगे,जब आप अधिकारी गुरु से नामदीक्षा लेकर इन सभी देवी देवताओं के वास्तविक मूल मंत्रों का जाप शास्त्र प्रमाणित विधि से करेंगे। संत रामपाल जी महाराज जी अपने सभी शिष्यों को प्रथम दीक्षा के दौरान ब्रह्मा जी - सावित्री जी, विष्णु जी - लक्ष्मी जी, शिव जी - पार्वती जी, मां दुर्गा और गणेश जी की "साधना" करने की शास्त्रानुकूल विधि बताते हैं। संत रामपाल जी महाराज हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा नहीं छुड़वाते। वर्तमान में इन पांचों देवताओं के मूल मंत्र एवं जाप की विधि संत रामपाल जी महाराज के पास है। नि:शुल्क नामदीक्षा लेकर मोक्ष प्राप्त कर अपने मानव जीवन को सफल बनाएं। प्रमाण के लिए देखे गीता के अध्याय 16 के 23,24 में देखे 🙏🙏🙏🙏 (at Garter Noida) https://www.instagram.com/p/ChFN8ZlJuB0/?igshid=NGJjMDIxMWI=
कबीर, राम नाम से खिज मरै, कुष्टि हो गल जाय। शुकर होकर जन्म ले, नाक डूबता खाय।।
कबीर जी ने कहा है कि अभिमानी व्यक्ति राम नाम की चर्चा से खिज जाता है। अगला जन्म सूअर का प्राप्त करके गंद खाता है। सूअर की नाक भी गंद में डूबी रहती है।l