The site asks if you're human so BOTS AND OTHER NON-HUMANS BE HONEST!!!
But they don't ask if you're a US citizen, and personally I feel like if you're sentient and live on earth you're entitled to an opinion since THIS AFFECTS YOU.
If you have 15 minutes to listen to a podcast this is my cited source:
Listen to: EPA's proposal to raise the cost of carbon is a powerful tool and ethics nightmare - https://one.npr.org/i/1155544378:1155582117
Anyway apparently the way they calculate a human life is by how much a person would pay to not die. If you're like me, the answer to that is "all my money now, and future money, and all my belongings too because I can't enjoy any of it if I'm dead".
I'm guessing it's a common answer. Maybe the EPA is too? But see as a white lady in the global north I just have more money than a brown lady in say The Philippines? Maybe several times more.
Anyway, please leave a comment for the EPA. Let's make this a weekend to remember tumblr exists. I know everyone thinks tumblr died... But like... I think maybe a panel for the EPA can hear our opinions.
"Unfortunately, greenwashing seems to be a trend that’s here to stay. Companies are constantly coming up with new and brilliant ways to tell us lies. One of the best things people can do to protect themselves from these corporate cons is to get familiar with recent greenwashing examples. Awareness of the tricks they use can help you spot other talented greenwashers more easily, so let’s take a look at some greenwashing lowlights from the last couple of years.
3,183 views Oct 13, 2021 People who never considered themselves at risk from climate change are waking up to floods and fires. From June 2021 to August 2021, 1 in 3 Americans experienced a weather disaster. Preparing for the next one may be the thing that saves your life and maybe even some of your things. Read more: https://wapo.st/3lEG0nP. Subscribe to The Washington Post on YouTube: https://wapo.st/2QOdcqK Follow us: Twitter: https://twitter.com/washingtonpost Instagram: https://www.instagram.com/washingtonp... Facebook: https://www.facebook.com/washingtonpost/"
कुंडलिनी तंत्र पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली में ज्यादा अच्छा फलता फूलता है
दोस्तों, पिछली पोस्ट में हम देख रहे थे कि कैसे आजकल आदमी जितनी भौतिक तरक्की कर रहा है, उसके आधिभौतिक, आध्यात्मिक और आधिदैविक दुख भी बढ़ते जा रहे हैं। मन के सभी दोष चरम के करीब हैं, और राक्षस बनकर आदमी को निगलने को तैयार हैं। यह भी कि कुंडलिनी शक्ति से ही उस राक्षस को मारा जा सकता है। मतलब साफ़ है कि मानव सभ्यता आज उस मोड़ पर खड़ी है, जहां उसे केवल कुंडलिनी योग ही बचा सकता है। मैं हाल ही में…
जलवायु परिवर्तन क्या है? अमेरिकी तटों की तरफ बढ़ते तूफान?
जलवायु परिवर्तन क्या है? अमेरिकी तटों की तरफ बढ़ते तूफान? #climatechange #stormsurge #americancosts #globalwarming #environment #weatherpatterns #climatecrisis
जलवायु प��िवर्तन क्या है? एक हाल ही के अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण अमेरिकी तटों की ओर अधिक तूफानों की संभावना बढ़ सकती है। यह अध्ययन संयुक्त राज्य अमेरिका के तटीय क्षेत्रों के लिए बढ़ते हुए खतरों को चिन्हित करता है, जो जलवायु परिवर्तन के कारण होते हैं।
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वैज्ञानिकों ने विश्व के समुद्री तापमान के डेटा का विश्लेषण किया, जो तूफानों के गति और दिशा पर प्रभाव…
जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण क्षरण मानव अधिकारों के उल्लंघन के प्रमुख कारण के रूप में उभर रहा है: एनएचआरसी
जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण क्षरण मानव अधिकारों के उल्लंघन के प्रमुख कारण के रूप में उभर रहा है: एनएचआरसी
1948 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (यूडीएचआर) की स्मृति में 1950 से हर साल 10 दिसंबर को विश्व स्तर पर मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है।
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सौर पैनल के बेहतर रखरखाव के लिए स्वदेशी सेल्फ-क्लीनिंग कोटिंग प्रौद्योगिकी
सौर पैनल के बेहतर रखरखाव के लिए स्वदेशी सेल्फ-क्लीनिंग कोटिंग प्रौद्योगिकी
सौर पैनल्स को साफ रखने में उपयोगी होगी सेल्फ-क्लीनिंग कोटिंग प्रौद्योगिकी
नई दिल्ली, 21 नवंबर2022: बिजली की बढ़ती माँग और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों को देखते हुए सौर ऊर्जा का उपयोग महत्वपूर्ण हो जाता है। लेकिन, सौर पैनल का रखरखाव न हो तो ऊर्जा आपूर्ति बाधित हो सकती है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)जोधपुर के शोधकर्ताओं ने ऐसी सेल्फ-क्लीनिंग कोटिंग प्रौद्योगिकी विकसित की है, जो सौर पैनल्स…
जलवायु परिवर्तनले नेपालमा पारेको असरबारे इजिप्टमा बहस, वृत्तचित्रमा न्यायको खोजी
जलवायु परिवर्तनले नेपालमा पारेको असरबारे इजिप्टमा बहस, वृत्तचित्रमा न्यायको खोजी
काठमाडौँ, २ मङ्सिर । जलवायु परिवर्तनका कारण नेपालमा देखा परेको विकराल समस्यालाई वृत्तचित्रमार्फत पहिलोपल्ट अन्तर्राष्ट्रिय मञ्चमा देखाइएको छ । नेपालका उच्च हिमाल, मध्यपहाड र तराई सबै भेगमा जलवायु परिवर्तनका असर, त्यसले महिला, बालबालिका र समग्र जनजीवनमा परेको असरबारे तयार पारिएको वृत्तचित्र ‘भ्वाइस फर जस्टिस’ इजिप्टमा जारी कोप–२७ महासम्मेलनमा देखाइएको हो ।
इजिप्टको शर्म अल शेखमा जारी संयुक्त…
ग्लोबल वार्मिंग को धीमा करने के लिए धनी, विकासशील राष्ट्र विभाजित हैं
ग्लोबल वार्मिंग को धीमा करने के लिए धनी, विकासशील राष्ट्र विभाजित हैं
उत्सर्जन में कमी को लेकर सीओपी27 में समृद्ध कार्बन प्रदूषक और विकासशील देश आमने-सामने हैं।
शर्म अल शेख, मिस्र:
COP27 ने सोमवार को अपने अंतिम सप्ताह ���ें प्रवेश किया, जिसमें समृद्ध कार्बन प्रदूषक और विकासशील राष्ट्र इस बात पर आमने-सामने थे कि ग्लोबल वार्मिंग को धीमा करने के लिए उत्सर्जन में कैसे तेजी लाई जाए और फंड में कटौती की जाए।
जलवायु परिवर्तन में तेजी लाने के लिए उभरती अर्थव्यवस्थाओं को…
"This warming has driven widespread and rapid global changes, including sea level rise and climate extremes — resulting in widespread harm to lives, livelihoods and natural systems.
It’s increasingly clear that vulnerable people in developing countries — who have generally contributed little to greenhouse gas emissions — are often disproportionately affected by climate change.
Intergenerational inequities are also likely. A child born now is likely to suffer, on average, several times as many climate extreme events in their lifetime as their grandparents did."
कुंडलिनी ध्यानसाधना और जागरूकता ध्यान एकदूसरे से भिन्न नहीं हैं
मित्राें, पिछली पोस्ट में सच्चे व समर्पित प्यार से उपजे चमत्कार को हमने देखा। अगर इसका उल्टा हो जाए, तो क्या होगा, आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं। लवजिहाद में यही उल्टा खेल चल रहा है। ऐसे ही भयानक संक्रामक रोगों के कारण सदियों से स्त्री और पुरुष के बीच अविश्वास की खाई बनी हुई है। यह आज से नहीं, बल्कि सदियों से न्यूनाधिक रूप से, इस नाम से या उस नाम से चल रहा है। आज तो यह ढंग से दुनिया के सामने आ…
अफ्रिकी मुलुक इजिप्टमा भइरहेको यस सम्मेलनलाई अफ्रिकी कोपसमेत मानिन्छ ।
इजिप्ट (शार्म एल–शेख), २७ कात्तिक (रासस):
जलवायु परिवर्तनसम्बन्धी संयुक्त राष्ट्रसङ्घीय संरचना महासन्धिको पक्ष राष्ट्रको २७औँ सम्मेलन (कोप–२७)मा खाद्य सङ्कटको मुद्दाले अपेक्षाकृत प्राथमिकता नपाएको देखिएको छ । अफ्रिकी मुलुक इजिप्टमा भइरहेको यस सम्मेलनलाई अफ्रिकी कोपसमेत मानिन्छ ।
सम्मेलनका हालसम्मका कार्यक्रम र छलफलमा उठेका विषयवस्तु हेर्दा यस महादेशका मुख्य मुद्दा जलवायु परिवर्तनका कारण उत्पन्न…