Vastu Shastra: घर की इस दिशा में भूलकर भी ना लगाएं आइना, हो सकता है बड़ा नुकसान
Vastu Shastra: घर की इस दिशा में भूलकर भी ना लगाएं आइना, हो सकता है बड़ा नुकसान
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वास्तु शास्त्र
Highlights
जानिए किस दिशा में नहीं लगाना चाहिए आइना
गलत जगह में लगा आइना कर सकता है नुकसान
जानिए क्या होती है समस्या
Vastu Shastra For Mirror: वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कि घर और ऑफिस में दर्पण या आइना लगाने की सही दिशा कौन सी है। क्योंकि गलत दिशा में लगा आइना आपको मुश्किल में डाल सकता है।
इन दिशाओं में ना लगाएं आइना
वास्तु…
वास्तुशास्त्र का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। घर में रखी हर एक वस्तु का सीधा सीधा संबंध घर के वास्तु से होता है। यदि कोई वस्तु अपने सही दिशा में स्थान पर नहीं होती तो उस घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होने लगता है। वहीं अगर सभी वस्तुएं अपने सही दिशा में स्थान पर होती है तो उस घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और सभी बिगड़ते काम बनने लगते हैं। झाड़ू से जुड़े वास्तु टिप्स
11 Vastu Tips: किचन सिंकशी संबंधित या वास्तु टिप्स घरात सुख-समृद्धी आणू शकतात
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जेव्हा स्वयंपाकघर किंवा स्वयंपाकघर येतो तेव्हा सिंक हा सर्वात महत्वाचा घटक आहे. खरं तर इथेच आपण आपले बहुतेक अन्न तयार करतो. भाजीपाला धुण्यापासून ते भांडी साफ करण्यापर्यंतची सर्व कामे आपण स्वयंपाकघरातील सिंकमध्ये करतो.
जेव्हा स्वयंपाकघर किंवा स्वयंपाकघर येतो तेव्हा सिंक हा सर्वात महत्वाचा घटक आहे. खरं तर इथेच आपण आपले…
Vastu Tips For Broom : जानिए घर में कैसे और कहाँ रखनी चाहिए झाड़ू
ऐसा माना जाता है कि झाड़ू में माता लक्ष्मी का वास होता हैं, घर को स्वच्छ बनाने के लिए हमें झाड़ू की जरुरत होती हैं और माँ लक्ष्मी भी उसी घर में निवास करती हैं जहाँ घर में साफ-सफाई होती हैं झाडू के सही इस्तेमाल से घर की गरीबी हमेशा के लिए ख़त्म की जा सकती हैं और घर में सुख, समृद्धि लाई जा सकती हैं। हमें झाडू का सम्मान करना चाहिए यदि हमारे द्वारा झाडू के मान-सम्मान में कमी आती हैं तो निश्चित ही हमारे जीवन में इसका असर होता हैं। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो जाता है।
*हमारे प्रातः स्मरणीय परम आराध्य पुरुषोत्तम 🏹भगवान श्रीराम🚩 के प्राकट्य दिवस (रामनवमी) की आपको और आपके परिवार को ईष्ट मित्रो सहित अनन्त कोटि-कोटि शुभकामनाएं।*
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
🙏🏻 *सुख-समृद्धि के लिए करें मां सिद्धिदात्री की पूजा*
*चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है।* मां सिद्धिदात्री भक्तों को हर प्रकार की सिद्धि प्रदान करती हैं। अंतिम दिन भक्तों को पूजा के समय अपना सारा ध्यान निर्वाण चक्र, जो कि हमारे कपाल के मध्य स्थित होता है, वहां लगाना चाहिए। ऐसा करने पर देवी की कृपा से इस चक्र से संबंधित शक्तियां स्वत: ही भक्त को प्राप्त हो जाती हैं। सिद्धिदात्री के आशीर्वाद के बाद श्रद्धालु के लिए कोई कार्य असंभव नहीं रह जाता और उसे सभी सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
※══❖═══▩राधे राधे▩══���❖══※
दिनांक:-17-अप्रैल-2024
वार:--------बुधवार
तिथी :----09नवमी:-15:14
पक्ष:-------शुक्लपक्ष
माह:-------चैत्र
नक्षत्र:----आश्लेषा (अहोरात्र)
योग:------शूल:-23:50
करण:-----कोलव:-15:14
चन्द्रमा:-----कर्क
सूर्योदय:-----06:16
सूर्यास्त:------18:59
दिशा शूल----- उत्तर
निवारण उपाय:----धनिया का सेवन
ऋतु :----बसंत ग्रीष्म ऋतु
गुलीक काल:---11:02से 12:38
राहू काल:---12:38से14:13
अभीजित--------नहीं है
विक्रम सम्वंत .........2081
शक सम्वंत ............1946
युगाब्द ..................5126
सम्वंत सर नाम:----कालयुक्त
🌞चोघङिया दिन🌞
लाभ:-06:16से07:52तक
अमृत:-07:52से09:27तक
शुभ:-11:02से12:38तक
चंचल:-15:48से 17:24तक
लाभ:-17:14से 18:59तक
🌗चोघङिया रात🌓
शुभ:-20:23से21:48तक
अमृत :-21:48से23:12तक
चंचल :-23:12से00:37तक
लाभ :-03:26से04:51तक
🙏आज के विशेष योग 🙏
वर्ष का09वा दिन, श्री रामनवमी, श्री स्वामीनारायण जयंती, चैत्र नवरात्र समाप्त, रवियोग अहोरात्र, ज्वालामुखी योग प्रारंभ 15:14, मातृकाव्रत, पंचराव्रत पारणा, मेला रामनवमी, मेला महावीर जी प्रारंभ,
👉वास्तु टिप्स👈
आप महिलाएं दुसरो का काम मे लिया हुआ सिंन्दुर ना लगाएं।
*सुविचार*
बारी मथे बरु होय घृत, सिकता ते बरु तेल।
बिनु हरी भजन न भव तरिय यह सिद्धान्त अपेल।।
अर्थात
समुद्र को मथ के भले ही कोई घी निकाल ले, बालू से भले ही कोई तेल निकाल ले पर बिना राम की भक्ति के कोई भव् सागर से पार नहीं हो सकता
💐💐 सियावर रामचंद्र की जय💐💐
सदैव खुश मस्त स्वास्थ्य रहे
राधे राधे वोलने में व्यस्त रहे
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*9 नवम सिद्धिदात्री यानि शतावरी -*
नवदुर्गा का नवम रूप सिद्धिदात्री है, जिसे
नारायणी याशतावरी कहते हैं। शतावरी बुद्धि बल एवं वीर्य के लिए उत्तम औषधि है। यह रक्त विकार एवं वात पित्त शोध नाशक और हृदय को बल देने वाली महाऔषधि है। सिद्धिदात्री का जो मनुष्य
नियमपूर्वक सेवन करता है। उसके सभी कष्ट स्वयं ही दूर हो जाते हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति को सिद्धिदात्री देवी की आराधना करना चाहिए।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐑 *मेष*
दूर से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। कलह-दुर्घटनादि से हानि के योग हैं। व्यापार, नौकरी, निवेश से लाभ होगा। आने वाले धन में विलंब होगा।
🐂 *वृष*
निवेशादि लाभ देंगे। परीक्षा-साक्षात्कार में सफलता के योग हैं। यात्रा लाभदायक होगी। मनोमालिन्य होगा। निर्णय लेने में दुविधा होगी।
👫 *मिथुन*
शारीरिक कष्ट हो सकता है। व्यय बढ़ने से कष्ट होगा। जोखिम वाले कार्य न करें। पारिवारिक चिंता प्रतिस्पर्धा से उत्तेजना बढ़ेगी। व्यापार धीमा चलेगा।
🦀 *कर्क*
रुका हुआ धन वापस आएगा। पराक्रम से निवेश, व्यापार, नौकरी, परीक्षा में सफलता मिलेगी। यात्रा होगी। ऋण लेना पड़ सकता है।
🦁 *सिंह*
नई योजनाएं लागू होंगी। पराक्रम वृद्धि होगी। निवेशादि लाभदायक रहेंगे। प्रतिष्ठा वृद्धि होगी। जल्दबाजी नुकसानदायक रहेगी।
💁 *कन्या*
धार्मिक यात्रा हो सकती है। निवेश, नौकरी में सफलता मिलने से राजकार्य बनने से उत्साह बढ़ेगा। व्यापार में नई योजनाओं का प्रारंभ होगा।
⚖ *तुला*
विवाद से दूर रहें। वाहन-मशीनरी का प्रयोग सावधानी से करें। जोखिम न उठाएं। शत्रु सक्रिय रहेंगे, धीरज रखें। पूँजी निवेश में लाभ होगा।
🦂 *वृश्चिक*
प्रेम-प्रसंगों में सफलता मिलेगी। राजकीय कार्य एवं निवेशादि लाभ देंगे। शत्रु शांत रहेंगे। मान-सम्मान बढ़ेगा। रुके कार्य में सफलता मिलेगी।
🏹 *धनु*
संपत्ति के कार्य से लाभ होगा। निवेश, नौकरी में सफलता मिलेगी। परीक्षा, साक्षात्कार में सफलता के योग हैं। दुस्साहस हानिकारक हो सकता है।
🐊 *मकर*
पराक्रम से लाभ होगा। निवेशादि से लाभ होगा। बौद्धिक कार्य में सफलता होगी। मिष्ठान्नादि का सुख मिलेगा। सामाजिक कार्यों में सम्मान प्राप्त होगा।
🏺 *कुंभ*
विवाद, दुर्घटना से हानि हो सकती है। जोखिम वाले कार्य टालें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय धीमा चलेगा। कार्ययोजना पर अमल जरूरी है।
🐬 *मीन*
यात्रा लाभकारी हो सकती है। प्रतिष्ठा-पराक्रम में वृद्धि होगी। रुके हुए कार्यों में गति आएगी। धनागम होगा। नवीन अनुबंध के कारण लाभ में वृद्धि होगी।
व्यापार के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए बहुत लोग अपनी दुकान की सही वास्तु का ध्यान रखते हैं। वास्तु दोष का सामर्थ्य सही तरीके से निवारण करना आपके व्यापार को और भी सुखद बना सकता है।
Understanding Vastu Dosha
वास्तु दोष एक प्राचीन वास्तुशास्त्र में उपस्थित सूचना के अनुसार नकारात्मक ऊर्जा के स्थान को कहा जाता है जो किसी भी स्थान की सकारात्मक ऊर्जा को हमेशा के लिए बदल सकती है। दुकान में वास्तु दोष से बचने के लिए हमें इसे सही तरीके से समझना होगा।
Identifying Vastu Dosha in Your Shop
अपनी दुकान में वास्तु दोष की पहचान करने के लिए हमें उसके संकेतों को समझना होगा। सही ऊर्जा की दिशा और स्थान का ठीक से अनुकरण करने से हम इसे सुधार सकते हैं।
Common Vastu Doshas in Shops
कुछ सामान्य वास्तु दोष दुकानों में सामान्य हैं जो आपके व्यापार को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे कि प्रवेश की स्थिति, नकद काउंटर की स्थिति, और संग्रहण व्यवस्थाओं की स्थिति।
Remedies for Entrance Placement Dosha
उचित प्रवेश दिशा और डिज़ाइन का अनुसरण करने से हम अपनी दुकान के प्रवेश से संबंधित समस्याओं को ठीक कर सकते हैं।
Optimal Cash Counter Position
कैश काउंटर की उचित स्थिति का महत्वपूर्ण होता है और हमें इसे सही तरीके से रखना चाहिए।
Ideal Storage Arrangements
भंडारण स्थान का सही ढंग से प्रबंधन करने का भी महत्व है क्योंकि यह ऊर्जा के प्रवाह को प्रभावित कर सकता है।
Enhancing Positive Energies
सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित करने के लिए रंग और प्रतीकों का उपयोग करें और दुकान में वास्तु-सौहार्दपूर्ण डिकॉर को शामिल करें।
Rituals and Practices for Vastu Dosha Nivaran
ऊर्जा को मिलान के लिए वास्तु पूजा और अन्य रीतिरिवाज करना महत्वपूर्ण है और रोजाना की प्रथाएं भी सकारात्मक आवृत्ति को बनाए रख सकती हैं।
Seeking Professional Help
वास्तु दोषों की पहचान और सुधार करने में वास्तु विशेषज्ञों का महत्वपूर्ण योगदान होता है और सही वास्तु सलाहकार का चयन कैसे करें, इस पर विचार करें।
Real-Life Success Stories
वास्तु सुधारों से लाभ प्राप्त करने वाले व्यापारों की कहानियों का साझा करें और उन्होंने वास्तु उपायों के माध्यम से चुनौतियों को कैसे पार किया।
Customer Experiences
उन दुकानदारों की प्रतिक्रियाएँ शे��र करें जिन्होंने वास्तु समाधानों को अपन���या और उससे कैसे उन्हें फर्जी हुआ।
The Science Behind Vastu
वास्तु के वैज्ञानिक पहलुओं को संक्षेप में जांचें और ऐस्थानिक ज्ञान को आधुनिक परिप्रेक्ष्य से जोड़ें।
Tips for Sustaining Vastu Harmony
सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए नियमित मूल्यांकन और समायोजन के लिए टिप्स दें ताकि पढ़ने वाला सकारात्मक योजना को बनाए रख सके।
Conclusion
समापन में, यह सारांश में कह सकते हैं कि वास्तु दोष निवारण एक महत्वपूर्ण कदम है जो एक दुकान को सकारात्मक ऊर्जा से भर सकता है और सफलता में मदद कर सकता है।
Vastu Shastra: अपने घर में सही जगह आइना लगाने से बरसेगा पैसा, शेप का भी रखें ख्याल
Vastu Shastra: अपने घर में सही जगह आइना लगाने से बरसेगा पैसा, शेप का भी रखें ख्याल
Image Source : FREEPIK
Vastu Shastra For Mirror
Highlights
जानिए घर में कहां लगाना चाहिए शीशा
गोल शीशा लगाने की ना करें भूल
इस शेप का शीशा दिलाएगा तरक्की
Vastu Shastra For Mirror: वास्तु शास्त्र में आज इंदु प्रकाश से जानिए घर में आइना या शीशा लगाने की सही जगह कौन सी है। साथ ही इंदु प्रकाश ने यह भी बताया है कि घरों में किस शेप के शीशे लगाने से आपकी किस्मत चमक सकती है।
वास्तु दोष कम करता है…
क्या आप भी परेशान हे घर के कलेश से - Bhoomika kalaam www.astrobhoomi.com
Vastu Tips: घर में हमेशा रहती है कलह? वास्तु के इन उपायों से घर में आती है सुख-शांती
घर में सुख-शांति के लिए वास्तु टिप्स
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Vastu Tips For Home: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी हर एक चीज में ऊर्जा होती है. इसका प्रभाव घर के सदस्यों पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह से पड़ता है. हमारी कुछ गलतियों की वजह से घर में वास्तु दोष बढ़ता है. इस वास्तु दोष की वजह से घर में हमेशा कलह रहता है, घर में आर्थिक समस्या बनी रहती है. वास्तु दोष की वजह से घर में आए दिन लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं या फिर परिवार का कोई ना कोई सदस्य बीमार रहता है. वास्तु के कुछ उपायों को करना से घर का कलेश दूर होता है. इन्हें करने से घर में सुख-शांति आती है. आइए जानते हैं वास्तु से जुड़े इन उपायों के बारे में.
कलह दूर करने के वास्तु उपाय
वास्तु दोष के समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए घर के मुख्य द्वार पर कुछ उपाय करने चाहिए. घर का वास्तु सही रहे इसके लिए हर दिन सुबह घर के मंदिर में धूप जलाएं.
थोड़े से जल में हल्दी मिलाकर घर के मुख्य द्वार पर इस पानी के छींटें मारें. इसके बाद द्वार के दोनों तरफ साफ जल प्रवाहित करें. ऐसा करने से घर में नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव कम होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
मुख्य द्वार पर हल्दी के पानी का छिड़काव करने से वास्तु दोष से छुटकारा मिलता है. घर को हमेशा साफ-सुथरा रखें. जिस घर में गंदगी होती है वहां लक्ष्मी माता कभी नहीं टिकती हैं.
घर में अक्सर लड़ाई-झगड़ा होता है तो रात को सोने से पहले किसी पीतल के बर्तन में कपूर जलाएं और इसे पूरे घर में दिखाएं. कपूर के इस उपाय से गृह क्लेश का नाश होता है और घर में शांति बनी रहती है.
पति-पत्नी में क्लेश बना रहता है तो रात को सोते समय तकिये के नीचे कपूर रख सोएं और सुबह उसे जला दें. इसके बाद इसके राख को बहते हुए पानी में प्रवाहित कर दें. इस उपाय को करने से आपस में शांति बनी रहती है और पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है.
घर की कलह दूर करने के लिए गृह स्वामी को पीपल के पेड़ की सेवा करनी चाहिए. घर के पास पीपल का पौधा लगातकर उसकी निरंतर देखभाल करनी चाहिए. इससे घर के सदस्यों पर देवताओं की कृपा बनी रहती है
अगर घर में पारिवारिक शांति न मिले, घर में लोगों के आपस में रिश्ते अच्छे न हों, पारिवारिक सदस्यों में हमेशा मतभेद होता हो, लोग एक-दूसरे से उखडे़-उखड़े रहते हो, हर बात में विवाद होता हो तो यह सब गृह कलेश के कारण होता है। जब आपस में बात करने पर झगडे़ हों, एक-दूसरे की बात की विरोध करने की आदत बन जाए। जब पारिवारिक सदस्यों में विशेषकर जो घर का मुखिया होता है उसे ग्रह विश्लेषण जरुर करवाना चाहिए। घरेलू शांति बहुत आवश्यक है। सुख-समृद्धि के साथ-साथ रिश्तों में प्यार और समझदारी भी बहुत जरुरी है। अगर यह सब नहीं होता है तो हम दूसरों में अपनापन ढूंढने लगते हैं। इससे पारिवारिक रिश्ते और कमजोर पड़ जाते हैं। जरुरी है कि परिवार में शांति और भाईचारा बना रहें।
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गृह कलेश के उपाय
अगर शुक्र राहु से आक्रांत हो जाए तब धन को लेकर एक-दूसरे की अपेक्षाएं बढ़ जाती हैं। जब गुरु हो तो लगता है कि मेरा मान कम हो रहा है। इस तरह से एक-दूसरे की तुलना करना अशांति का कारण बन जाता है। अगर धन ओर स्वास्थ्य अच्छा हो पारिवारिक कलह बढ़ रहा हो तब कुंडली दिखाकर ग्रह शांति जरुर करवाना चाहिए। साथ ही पहली रोटी गाय के लिए निकालें। पूजा घर में सदैव जल का कलश भरकर रखें। सभी प्रकार की सुख-समृद्धि के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। वैभव लक्ष्मी का व्रत करें। चना गुड़ का भोग लगाकर गाय को खिलाएं, इस प्रकार सात शुक्रवार व्रत कर उद्यापन करने से सुख और शांति आती है।