यो-यो डाइटिंग: क्या यह आपके लिए अच्छा है? पोषण विशेषज्ञ जवाब
यो-यो डाइटिंग: क्या यह आपके लिए अच्छा है? पोषण विशेषज्ञ जवाब
द्वाराज़राफ़शान शिराज़ोदिल्ली
यो-यो, खिलौना तेजी से ऊपर और नीचे की ओर घूमता है, न तो वास्तविक रहता है और न ही स्पिन देखना आकर्षक है लेकिन एक बार स्पिन बंद हो जाने पर, यह आपकी आंखों को एक चक्कर में छोड़ देता है और इसी तरह, यो-यो परहेज़ वर्तमान समय में लगभग एक बुरा शब्द है, जहां खाने के प्रति जागरूकता स्वस्थ और इसके साथ जो ज्ञान है वह असामान्य नहीं है लेकिन मानव मन ऐसा है। यह शैतान की भूमिका…
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पकाने की विधि: इस सप्ताह के अंत में समुद्री भोजन की लालसा? हमाची केविच या येलो टेल फिश के विदेशी व्यंजन को व्हिप अप करें
पकाने की विधि: इस सप्ताह के अंत में समुद्री भोजन की लालसा? हमाची केविच या येलो टेल फिश के विदेशी व्यंजन को व्हिप अप करें
प्रोटीन का सेवन शायद हमारे सबसे महत्वपूर्ण भागों में से एक है रोज का आहार क्योंकि यह शरीर के विभिन्न हिस्सों की सेवा करता है, जिसमें हमारी समग्र शक्ति को बढ़ावा देना, मांसपेशियों की वृद्धि को सुविधाजनक बनाना, बालों और नाखूनों को मजबूत करना, ऊतक की मरम्मत, प्रतिरक्षा को बढ़ावा देना और हार्मोन का उत्पादन शामिल है। प्रोटीन तेईस अमीनो एसिड की एक श्रृंखला से बना है, जिनमें से चौदह प्रतिदिन शरीर द्वारा…
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पौधों को किस वक्त पानी देना है सबसे सही जिससे मिल सके पर्याप्त पोषण, जानिए
पौधों को किस वक्त पानी देना है सबसे सही जिससे मिल सके पर्याप्त पोषण, जानिए
When is the best time to water plants: पानी एक ऐसा पदार्थ है जिसकी आवश्यकता जिंदा रहने के लिए इंसान या जानवर हर किसी को होती है. ठीक उसी तरह आपके आसपास के पेड़-पौधों को भी जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है.लेकिन जरूरत से अधिक प���नी भी पेड़ पौधों के लिए हानिकारक होता है, और पौधा खराब हो सकता है, इसीलिए पेड़ों को पानी देते वक्त उचित मात्रा का ध्यान रखना चाहिए. पौधों को पानी देने से पहले…
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पोषक तत्वों के साथ साथ एंटी पोषक तत्वों को जानना भी जरुरी है
जी हाँ, प्रोटीन कार्बोहाईड्रेट विटामिन आदि पोषक तत्वों के बारे में तो आजकल बच्चे भी अच्छी तरह जानते हैं। लेकिन पोषक तत्वों के साथ-साथ एंटी पोषक तत्वों की जानकारी होना भी जरुरी है।
क्या होते हैं एंटी-पोषक तत्व ?
एंटी पोषक तत्व ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर में जरुरी पोषक तत्वों के अवशोषण रोक देते हैं या कम कर देते हैं। ये एंटी पोषक तत्व प्राकर्तिक रूप से बहुत से फूड्स में पाए जाते हैं, और ये इन…
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Joint pain के लिए 12 चमत्कारी आयुर्वेदिक तेल|Ayurvedic oil for joint pain
Joint pain के लिए 12 चमत्कारी आयुर्वेदिक तेल|Ayurvedic oil for joint pain
Joint pain : जोड़ों का दर्द गंभीर पीड़ादाई होता है जो बढ़ती उम्र का प्रतीक है अगर आप या आपके आस -पास कोई व्यक्ति जोड़ों के दर्द से परेशान है, तो आपको पता होना चाहिए कि यह एक भयानक दर्द है जिसके कारण जिंदगी मुश्किलों से भरी लगती है।
स्पष्ट रूप से आप इस दर्द से प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए जोड़ों के दर्द से राहत के लिए समाधान की तलाश कर रहें हैं। आपकी मदद करने के लिए, हमारे पास कुछ सबसे लोकप्रिय और…
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Paneer Tamatar Ki Subzi . Paneer (cottage cheese) is a rich source of protein, which is essential for muscle building, and repair, Read full recipe
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पोशाक is borrowed from the Persian word for clothes or clothing.
पोषक comes from Sanskrit and I believe it to be closely related to the Sanskrit word पोषण which is used both as an adjective for nourishing and a noun for nutrition. In modern-day Hindi, पोषण appears in a common dvandva पालन-पोषण meaning a child's upbringing.
माता-पिता अपने बच्चों का पालन-पोषण करते हैं।
Parents bring up their children.
पोषक can also be used as an adjective for nutritious. It is commonly used with masculine nouns तत्व or पदार्थ, meaning substance when talking about dietary nutrients, vitamins, minerals etc. (lit. nutritious substance)
ये पोषक तत्व हमें विभिन्न प्रकार से स्वास्थ्य फायदे पहुंचाते हैं।
These nutrients provide us with various health benefits.
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प्रोटीनेक्स पाउडर प्रयोग करने से पहले जन लीजिये ये 10 बातें- Protinex Powder Benefits in Hindi
दोस्तों प्रोटीनेक्स पाउडर बाजार में पाया जाने वाला एक खास किस्म का स्वास्थ्य वर्धक प्रोटीन सप्लीमेंट है। अक्सर लोग इस पाउडर का प्रयोग लोग अपने शरीर की मांसपेशियों को विकसित करने बॉडी बनाने वजन बढ़ाने और समूचे स्वास्थ्य को बूस्ट करने के लिए करते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि प्रोटीनेक्स पाउडर के क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ-Protinex Powder Benefits in Hindi हैं और इसके क्या साइड इफेक्ट्स है-
मसल्स ग्रोथ में प्रोटीनेक्स का प्रयोग- Protinex for Muscle Growth
प्रोटीनेक्स में उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन होता है जो मांसपेशियों और उतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है।
वर्कआउट के बाद प्रोटीनेक्स पाउडर का सेवन करने से मांसपेशियों की वृद्धि और रिकवरी में सहायता मिलती है।
शरीर का वजन संतुलित करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
बहुत से लोग बचपन से ही दुबले पतले होते हैं और अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं। शारीरिक रूप से कमजोर और दुबला पतला होना बहुत ही लज्जा जनक होता है। इसलिए लोग अपना वजन बढ़ाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं।
प्रोटीनेक्स पाउडर ���ें प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट और फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। यह शरीर का वजन तेजी से बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही साथ ही यदि आप शारीरिक व्यायाम करते हैं तो मसल्स ग्रोथ में बहुत सहायता देता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर के साथ-साथ मिनरल्स और अमीनो अम्ल भी पाए जाते हैं। यह सभी तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और रोगों से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं।
ऊर्जा और स्फूर्ति बढ़ाने के लिए प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होती है जो शरीर को त्वरित गति से उर्जा प्रदान करती है। यदि इस पाउडर का सेवन मुख्य रूप से एथलीट और सक्रिय जीवन शैली वाले लोग करते हैं तो उन्हें अधिक लाभ प्राप्त होते हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में कैल्शियम की अच्छी मात्रा उपलब्ध होती है जो शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक है। इस पाउडर का नियमित प्रयोग हड्डियों के नुकसान को रोकने और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
पाचन क्रिया को सुधारने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
इस पाउडर में फाइबर की अच्छी मात्रा उपलब्ध होने के कारण यह पाचन क्रिया में भी सुधार लाता है। इसके साथ ही साथ यह आंतों को भी स्वस्थ बनाता है।
प्रोटीनेक्स पाउडर का नियमित सेवन करने से कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर विभिन्न पोषक तत्वों से युक्त होता है और इसमें सोया प्रोटीन पाई जाती है। सोया प्रोटीन शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है। नियमित रूप से प्रोटीनेक्स पाउडर का सेवन करने से हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है।
ब्रेन फंक्शन सुधारने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में पाया जाने वाला कोलीन और ओमेगा 3 फैटी एसिड ग्रीन फंक्शन को सुधारने के लिए बहुत आवश्यक तत्व माने गए हैं। इसके नियमित सेवन से याददाश्त और दिमागी कार्य क्षमता को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
मधुमेह अर्थात डायबिटीज को संतुलित करने में प्रोटीनेक्स का प्रयोग
प्रोटीनेक्स पाउडर में जटिल कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो मधुमेह के रोगियों की रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। संतुलित आहार के रूप में प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग करने से रक्त शर्करा को संतुलित किया जा सकता है और मधुमेह की जटिलताओं से बचा जा सकता है।
जनरल हेल्थ सप्लीमेंट के रूप में प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग
सामान्य तौर पर लोग प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग एक जनरल हेल्थ सप्लीमेंट की तरह करते हैं। सामान्य भारतीय भोजन में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की कमी पाई जाती है। जिसकी पूर्ति प्रोटीनेक्स पाउडर के सेवन द्वारा आसानी से की जा सकती है। नियमित रूप से प्रोटीनेक्स पाउडर का प्रयोग करने से लंबे समय तक दुरुस्त रहा जा सकता है।
प्रोटीनेक्स पाउडर बाजार में तीन प्रकार के उपलब्ध हैं- बच्चों के लिए प्रोटीनेक्स जूनियर, महिलाओं के लिए mama Protinex और वयस्कों के लिए सामान्य Protinex. भारतीय बाजार में 1kg protinex pack 600~700 INR तक के मूल्य में उपलब्ध है.
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ℹ️ क्या आप अपने दिल के बारे में जानते हैं?
आपका दिल एक अद्भुत अंग है! यहाँ कुछ रोचक तथ्य हैं:
1️⃣ एक दिल प्रत्येक मिनट में लगभग 5 लीटर रक्त पंप करता है, आपके शरीर में महत्वपूर्ण ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाता है।
2️⃣ क्या आप जानते हैं कि आपके शरीर में हर कोशिका को दिल से रक्त प्राप्त होता है, केवल आंख की कोरिया को छोड़कर? यह एक अनूठा अपवाद है!
3️⃣ आपका दिल हर दिन लगभग 100,000 बार धड़कता है ताकि आप ताकतवर रह सकें।
4️⃣ एक वयस्क दिल का आकार लगभग दो कसे हुए मुट्ठी के बराबर है, फिर भी यह बिना रुके एक बड़ा काम करता है।
रांची, झारखंड में स्थित प्रमुख हृदय विशेषज्ञ Dr. Md. Farhan Shikoh, MBBS, MD (Medicine), DM (Cardiology) सुकून हार्ट केयर में विशेषज्ञ देखभाल प्रदान करते हैं। उनसे संपर्क करने के लिए 6200784486 पर संपर्क करें या उनकी वेबसाइट drfarhancardiologist.com पर जाएं।
आइए हम इस महत्वपूर्ण अंग का सम्मान करें और उसके द्वारा हमारे लिए हर दिन किया जाने वाला अद्वितीय काम की सराहना करें! ❤️
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स्लिप डिस्क में क्या सावधानी रखें
स्लिप डिस्क की समस्या अधिकतर को चिंतित करती है। यह दर्द, कठिनाई और असहजता का कारण बन सकती है। इसलिए, इसका सही इलाज और समर्थन बहुत महत्वपूर्ण है। अपनी सेहत का ध्यान रखना और विशेषज्ञ की सलाह लेना इस समस्या को हल करने में मदद कर सकता है।
1.सही पोस्चर सहारा: पीठ के सही समर्थन के लिए, आरामदायक कुर्सियों का चयन करें। ये कुर्सियां पीठ को सही तरह से समर्थन देती हैं और आपके पोस्चर को सुधारने में मदद करती हैं। एक अच्छी कुर्सी पीठ के सर्वोत्तम पोस्चर को बनाए रखने में मदद करती है और बेहतर समर्थन प्रदान करती है। इससे आपकी पीठ की स्थिति में सुधार होती है और आपका दिन भर का काम अधिक सहज बनता है।
2.नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से स्लिप डिस्क के खतरे को कम किया जा सकता है क्योंकि यह शरीर की मांसपेशियों को मजबूत और लचीला बनाता है। व्यायाम करने से शरीर की कठिनाइयों को कम किया जा सकता है और अच्छी मांसपेशियाँ उत्पन्न होती हैं जो स्लिप डिस्क के जोखिम को कम करती हैं। इसलिए, नियमित व्यायाम स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
3. बर्ताव ध्यान से: भारी वजन उठाने के समय सतर्क रहना ज़रूरी है। इससे पीठ पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता और चोट का खतरा कम होता है। वजन उठाते समय पूरे शरीर को सही ढंग से उठाएं और ज़रूरी होने पर सहारा लें। सही तरीके से झुकने से भी पीठ के दबाव को कम किया जा सकता है और चोट का खतरा कम होता है।
4. स्थिति बदलें: लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने या खड़े रहने से पीठ पर दबाव बढ़ता है। इससे स्लिप डिस्क और अन्य पीठ संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। समय मिलने पर स्थिति बदलें और थोड़ी देर के लिए व्यायाम करें। इससे पीठ की स्थिति में सुधार होता है और दर्द कम होता है। यह स्वस्थ पीठ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
5. सही तरीके से झुकें: जब आप नीचे झुकते हैं, तो अपने घुटनो को मोड़ कर झुकें। इससे आपकी पीठ की मांसपेशियों को सही सहारा मिलता है और रीढ की हड्डी को चोट का खतरा कम होता है। इस तकनीक का पालन करने से आपकी पीठ की स्थिति में सुधार होती है और आप स्लिप डिस्क से बच सकते हैं।
6. ऊर्जा संतुलित आहार: स्वस्थ आहार खाने से शरीर को उचित पोषण मिलता है जो कि ऊर्जा के स्तर को बनाए रखता है। इसमें हरी सब्जियां, अनाज, दालें, फल, दूध आदि शामिल होते हैं। इसके अलावा, तला हुआ और उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए, क्योंकि ये सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं और वजन बढ़ा सकते हैं।
7. ध्यान और मेडिटेशन: ध्यान और मेडिटेशन अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इनके द्वारा हम मानसिक तनाव को कम कर सकते हैं और मन को शांति और स्थिरता प्राप्त कर सकते हैं। इससे हमारे शरीर का संतुलित स्थिति में रहता है और पीठ को भी बेहतर समर्थन मिलता है। ध्यान और मेडिटेशन का नियमित अभ्यास करने से हम पीठ संबंधित समस्याओं को भी दूर कर सकते हैं।
8. नियमित चिकित्सा जांच: नियमित चिकित्सा जांच और फिजियोथेरेपी का सतत अनुप्रयोग करना स्लिप डिस्क की समस्या को ठीक समय पर पहचानने में मदद करता है। यहां पर डॉक्टर की सलाह लेने के लिए नियमित चिकित्सा जांच का महत्व है, जिससे कि समस्या को सही समय पर पहचाना और उचित उपचार किया जा सके। फिजियोथेरेपी से लक्षणों को कम किया जा सकता है और पीठ की समस्याओं को सुधारा जा सकता है।
9. अवस्था संरक्षण: अवस्था के समय विशेष ध्यान देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। दीर्घकालिक बैठाव और वाहन चलाने की समय सीमा को कम करने से पीठ को बाधाएँ कम होती हैं। इससे पीठ को दबाव कम मिलता है और चोट का खतरा भी कम होता है। इसलिए, स्थिति के समय सावधानी बरतना जरूरी है ताकि पीठ की स्थिति में सुधार हो सके।
10. सही तकनीक का उपयोग: किसी तरह का भारी सामान उठाने या नीचे झुकने के समय सही तकनीक का उपयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे आप अपनी पीठ को ठीक तरीके से सहारा दे सकते हैं और चोट के खतरे को कम कर सकते हैं। सही तकनीक का उपयोग करने से आप अपनी पीठ को कम दबाव में रख सकते हैं और स्लिप डिस्क के खतरे को कम कर सकते हैं।
समापन
स्लिप डिस्क एक सामान्य समस्या है जिसका इलाज सावधानी से करना जरूरी है। यह रोग न केवल शारीरिक दर्द और असहनीयता उत्पन्न करता है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ा सकता है। इसे नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम और स्वस्थ आहार अत्यंत जरूरी हैं। व्यायाम से पीठ की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और स्वस्थ आहार से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते है जो इस रोग को नियंत्रित करने में मदद करते है।
Visit us:https://prakritivedawellness.com/natural-healing-centre-in-prayagraj/
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जानें खजूर खाने के फ़ायदे, हो सकता है आपके सेहत में बड़ा बदलाव
ड्राई फ्रूट्स खाना हमारे सेहत के लिए काफी अच्छा होता है लेकिन यह तब तक फायदा पहुंचाएगा जब तक हम इसे एक लिमिटेड मात्रा में खाएं और एक निश्चित समय पर खाएं। वैसे ही खजूर खाने के भी कई अपने फायदे हैं तो चलिए पूरे विस्तार से हम आपको बताते हैं कि खजूर खाने के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं और खजूर खाने का सही समय क्या होता है।
खजूर खाने के फ़ायदे
खजूर खाने के कई फायदे होते हैं खजूर में कई पोषक तत्व पाए…
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स्वास्थ्य के लिए रामबाण: HerbaHelp का चमत्कार
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में, स्वास्थ्य का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। अधिकांश लोग आजकल प्राकृतिक उपायों की ओर मुड़ रहे हैं, और उन्हें सहायक बनाने के लिए एक ऐसा विकल्प है HerbaHelp। आइए, हम HerbaHelp के लाभों को समझें और देखें कि यह हमारे स्वास्थ्य में कैसे सुधार कर सकता है।
HerbaHelp एक प्राकृतिक उपाय है जो विभिन्न औषधीय गुणों से लाभ प्राप्त करता है। यह एक योगियों और जड़ी बूटियों का मिश्रण है, जो स्वास्थ्य के सभी पहलुओं पर प्रभाव डालते हैं।
HerbaHelp के मुख्य लाभों में से एक है इसकी प्रतिरोधक्षमता को बढ़ाने की क्षमता। HerbaHelp में एंटीऑक्सिडेंट्स और आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर की रोगों और संक्रमणों के खिलाफ लड़ाई में सहायक होते हैं। HerbaHelp को अपने दैनिक जीवन में शामिल करके आप अपनी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ा सकते हैं और स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं।
इसके अलावा, HerbaHelp की एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुणवत्ता के लिए भी प्रसिद्ध है। सूजन कई रोगों का मूल है, जिसमें गठिया और हृदय रोग शामिल हैं। HerbaHelp अधिकतम सूजन को कम करके सूजन संबंधित समस्याओं के लक्षण को कम कर सकता है।
और इसके अलावा, HerbaHelp एक शानदार तनाव निवारक है। आज की तेजी से बदलती जीवनशैली में, तनाव एक मुख्य स्वास्थ्य चिंता बन गया है। HerbaHelp में प्राकृतिक तत्व हैं जो मस्तिष्क को शांति प्रदान करके विश्राम को बढ़ावा देते हैं। आपकी दैनिक जीवनशैली में HerbaHelp को शामिल करके आप तनाव को कम कर सकते हैं और समग्र कल्याण को बढ़ावा दे सकते हैं।
HerbaHelp एक शक्तिशाली स्वास्थ्य सहायक है जो आपको स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है। इसे अपनी दैनिक जीवनशैली में शामिल करके आप स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं और स्वस्थ और संतुलित जीवन जी सकते हैं।
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पथ्य अपथ्य आहार
मनुष्य का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य आहार पर निर्भर करता है। सही आहार से जीवन ऊर्जावान और सकारात्मक बना रहता है, वहीं गलत आहार से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। आज के दौर में, बढ़ती जीवनशैली, तनाव और खान-पान की गलत आदतें स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हैं। इसी के साथ, व्यक्तियों के पास अच्छे और सही आहार की जानकारी होना भी बहुत जरूरी है। इसी संदर्भ में, 'पथ्य अपथ्य आहार' का महत्व समझना आवश्यक है।
पथ्य आहार
'पथ्य आहार' का अर्थ है वह आहार जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए उत्तम होता है। इसमें पोषण से भरपूर और आवश्यक पोषक तत्वों का समावेश होता है। पथ्य आहार में फल, सब्जियां, अनाज, दालें, दूध आदि शामिल होते हैं। इन खाद्य पदार्थों में विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, और मिनरल्स जैसे महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं।
पथ्य आहार का सेवन करने से शारीरिक क्षमता बढ़ती है, त्वचा स्वस्थ रहती है, वजन नियंत्रित रहता है, मानसिक स्वस्थता बढ़ती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। पथ्य आहार के सेवन से हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, अस्थमा, ओस्टियोपोरोसिस आदि रोगों का जोखिम कम होता है।
अपथ्य आहार
अपथ्य आहार वह आहार होता है जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। इसमें अधिक मात्रा में तला-भुना, मीठा, नमकीन, तेल, अधिक चिकनाई वाले खाद्य पदार्थ, जंक फ़ूड्स, कफीन, शराब, शरबत, अधिक मात्रा में चीनी, प्रोसेस्ड फ़ूड्स, और बाजार में उपलब्ध आहार आते हैं। ये आहार पचाने में कठिन होते हैं और अत्यधिक मसालों और तेल के सेवन से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
अपथ्य आहार का सेवन करने से शारीरिक क्षमता कम होती है, मोटापा बढ़ता है, तनाव बढ़ता है, ह्रदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, आदि रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
पथ्य अपथ्य आहार का महत्व
पथ्य अपथ्य आहार का अहम रोल हमारे स्वास्थ्य में है। यह न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। अच्छे आहार से शरीर की सम्पूर्ण ऊर्जा और पोषण मिलता है जो कि शरीर के उत्तम स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक होता है।
पथ्य आहार के सेवन से आत्मविश्वास बढ़ता है, दिमाग तेज होता है, बुद्धि बढ़ती है, और व्यक्ति सकारात्मक बना रहता है। वहीं, अपथ्य आहार का सेवन करने से तनाव बढ़ता है, दिल बीमारियों का जोखिम बढ़ता है, वजन बढ़ता है, और व्यक्ति थका-थका रहता है।
पथ्य और अपथ्य आहार का सेवन करने का फायदा और नुकसान शरीर की संरचना और कार्यात्मकता पर निर्भर करता है। अच्छे आहार से शरीर की ऊर्जा ���था क्षमता बढ़ती है, जबकि अपथ्य आहार से उसकी क्षमता और ऊर्जा कम हो जाती है।
संरक्षण और सलाह
पथ्य और अपथ्य आहार का सही समय पर सही मात्रा में सेवन करना बहुत महत्वपूर्ण है। दिनचर्या में अपने आहार को संतुलित रखने के लिए हमें सही खाद्य सामग्री का चयन करना चाहिए। व्यायाम और नियमित चिकित्सा जांच भी स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।
अपने आहार में अधिक फल, सब्जियां, अनाज, दालें, और दूध को शामिल करें। अधिक से अधिक पानी पिएं और तला-भुना खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें। अपनी चाय और कॉफी की मात्रा कम करें और जंक फ़ूड्स का सेवन न करें। व्यायाम को नियमित रूप से करें और नियमित चिकित्सा जांच करवाएं।
निष्कर्ष
पथ्य और अपथ्य आहार का सही चयन करना आपके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। सही आहार का सेवन करने से आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहेगा और आपको एक सकारात्मक जीवन जीने में मदद मिलेगी। अपने आहार में संतुलितता और विवेकपूर्णता लाने से आप अपने जीवन को स्वस्थ्य बना सकते हैं और अपनी ऊर्जा और क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इसलिए, पथ्य और अपथ्य आहार के महत्व को समझकर आपको अपने खान-पान की देखभाल करनी चाहिए।
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Aloo Curry. Potatoes are rich in essential vitamins and minerals such as vitamin C, vitamin B6, potassium, and manganese. Read the full recipe
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