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#फिर से खोलना
studycarewithgsbrar · 2 years
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फीस वृद्धि, कोविड के बाद की आशंकाओं के कारण एएमयू में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या घटी है
फीस वृद्धि, कोविड के बाद की आशंकाओं के कारण एएमयू में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या घटी है
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में प्रवेश लेने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। 1997 में, एएमयू ने लगभग 37 देशों के 747 अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की मेजबानी की। पूर्व-कोविड स्तरों पर विश्वविद्यालय ने लगभग 800 छात्रों को नामांकित किया, हालांकि, अब केवल 21 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 228 विदेशी छात्र एएमयू परिसर में हैं। एएमयू का दावा है कि संख्या में भारी…
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mwsnewshindi · 1 year
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नवंबर में स्कूल की छुट्टियां: इस महीने कितने दिन बंद रहेंगे स्कूल?
नवंबर में स्कूल की छुट्टियां: इस महीने कितने दिन बंद रहेंगे स्कूल?
नवंबर के महीने में, छात्रों के पास केवल दो सार्वजनिक अवकाश होंगे – गुरु नानक जयंती और गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस। हालांकि, इन सार्वजनिक छुट्टियों के अलावा, इस महीने में चार रविवार पड़ेंगे। दो सार्वजनिक अवकाश मनाने वाले स्कूल नवंबर में कुल छह दिनों के लिए बंद रहेंगे। हालाँकि, विभिन्न शैक्षणिक संस्थान अपने छात्रों के लिए अलग-अलग छुट्टियों की योजना बना सकते हैं। इसलिए, छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी…
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trendingwatch · 1 year
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नवंबर में स्कूल की छुट्टियां: इस महीने कितने दिन बंद रहेंगे स्कूल?
नवंबर में स्कूल की छुट्टियां: इस महीने कितने दिन बंद रहेंगे स्कूल?
नवंबर के महीने में, छात्रों के पास केवल दो सार्वजनिक अवकाश होंगे – गुरु नानक जयंती और गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस। हालांकि, इन सार्वजनिक छुट्टियों के अलावा, इस महीने में चार रविवार पड़ेंगे। दो सार्वजनिक अवकाश मनाने वाले स्कूल नवंबर में कुल छह दिनों के लिए बंद रहेंगे। हालाँकि, विभिन्न शैक्षणिक संस्थान अपने छात्रों के लिए अलग-अलग छुट्टियो��� की योजना बना सकते हैं। इसलिए, छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी…
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sirfdabba · 6 months
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हम फिर मिलेंगे।
पता नही कहा, कैसे, किस तरह,
पर हम फिर मिलेंगे।
ऐसे मिलेंगे जैसे गुलमोहर की टहनियों पे खेलती,
उछलती, कूदती, गले लग कर रोती,
दो गिलेहेरिया मिलती हो।
शायद किसी झूमते शहर में,
या शहद से लदे किसी पेड़ के नीचे,
तेज गाड़ियोवाले बड़े से रास्ते के बगल में बसे
किसी अमरूद के खेत में,
या चूड़ियों की रेडी पे।
हम फिर मिलेंगे।
किसी गुलदस्ते की दुकान पे।
हम दोनो, खुद के लिए
गजरा खरीदने आयेंगे।
किताब के लिए एक फूल,
और टेबल पे रखे उस कांच के गिलास के लिए एक गेंदा।
वो गजरा लेते वक्त, किसी गुलाब पे हमारी नजर जायेगी,
उस पल में, हम एक दूसरे को देखेंगे,
और मुस्कुरा देंगे।
पता नही कहा, कैसे, किस तरह,
पर हम फिर मिलेंगे।
शायद किसी चश्में की दुकान में,
या किसी पुराने गार्डन की बेंच पे,
झूले पे, सीसौ पे या किसी ट्रेन के लेडीज डिब्बे में।
जब मैं, अपनी कविता की आखिरी पंक्ति के लिए "एक" शब्द
ढूंढ रही होंगी, ढूंढते ढूंढते कही और देख रही होंगी,
मेरा, गलती से, तुम्हे धक्का लगेगा, और,
तुम्हारे बस्ते से "मानशास्त्र" की एक किताब नीचे गिरेगी,
पिछले जन्म की बात करनेवाला कोई पन्ना खुलेगा,
और उस पल में,
हम दोनो उसे देखेंगे,
और मुस्कुरा देंगे।
पता नही कहा, कैसे, किस तरह,
पर हम फिर मिलेंगे।
जब मिलेंगे, तब...
मैं दिल खोलना जानती होंगी,
तू दिल को सहलाना जानती होंगी,
हम हंसना जानते होंगे,
बेवजह, बेमतलब घूमना जानते होंगे।
थोड़ा कम डरते होंगे,
थोड़ा और खिलते होंगे,
थोड़ा खुलके रोते होंगे,
थोड़ा और मुस्कुराते होंगे।
हम हस्ते हुए मिलेंगे,
हम नाचते हुए मिलेंगे,
मन से घावों को, इनायत से,
कानो में घूमकों सा,
पहने हुए मिलेंगे।
पता नही कहा, कैसे, किस तरह,
पर हम फिर मिलेंगे।
ऐसे, जैसे,
खुद से - बेहद, बेइंतेहा, बेशुमार मोहब्बत करनेवाली
दो लड़कियां मिलती हो।
संस्कृती।
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jyotishwithakshayg · 3 months
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MANAN KARNE YOGY Ekadashi Vrat:
🌹षट्तिला एकादशी : 06 फरवरी
🌹इसदिन तिल से स्नान-होम करे, तिल का उबटन लगाये, तिल मिलाया हुआ जल पीये, तिल का दान करे और तिल को भोजन के काम में ले ।’
🌹इस प्रकार छ: कामों में तिल का उपयोग करने के कारण यह एकादशी ‘षट्तिला’ कहलाती है, जो सब पापों का नाश करनेवाली है ।
🌹युधिष्ठिर ने श्रीकृष्ण से पूछा: भगवन् ! माघ मास के कृष्णपक्ष में कौन सी एकादशी होती है? उसके लिए कैसी विधि है तथा उसका फल क्या है ? कृपा करके ये सब बातें हमें बताइये ।
🌹श्रीभगवान बोले: नृपश्रेष्ठ ! माघ (गुजरात महाराष्ट्र के अनुसार पौष) मास के कृष्णपक्ष की एकादशी ‘षट्तिला’ के नाम से विख्यात है, जो सब पापों का नाश करनेवाली है । मुनिश्रेष्ठ पुलस्त्य ने इसकी जो पापहारिणी कथा दाल्भ्य से कही थी, उसे सुनो ।
��दाल्भ्य ने पूछा: ब्रह्मन्! मृत्युलोक में आये हुए प्राणी प्राय: पापकर्म करते रहते हैं । उन्हें नरक में न जाना पड़े इसके लिए कौन सा उपाय है? बताने की कृपा करें ।
🌹पुलस्त्यजी बोले: महाभाग ! माघ मास आने पर मनुष्य को चाहिए कि वह नहा धोकर पवित्र हो इन्द्रियसंयम रखते हुए काम, क्रोध, अहंकार ,लोभ और चुगली आदि बुराइयों को त्याग दे । देवाधिदेव भगवान का स्मरण करके जल से पैर धोकर भूमि पर पड़े हुए गोबर का संग्रह करे । उसमें तिल और कपास मिलाकर एक सौ आठ पिंडिकाएँ बनाये । फिर माघ में जब आर्द्रा या मूल नक्षत्र आये, तब कृष्णपक्ष की एकादशी करने के लिए नियम ग्रहण करें । भली भाँति स्नान करके पवित्र हो शुद्ध भाव से देवाधिदेव श्रीविष्णु की पूजा करें । कोई भूल हो जाने पर श्रीकृष्ण का नामोच्चारण करें । रात को जागरण और होम करें । चन्दन, अरगजा, कपूर, नैवेघ आदि सामग्री से शंख, चक्र और गदा धारण करनेवाले देवदेवेश्वर श्रीहरि की पूजा करें । तत्पश्चात् भगवान का स्मरण करके बारंबार श्रीकृष्ण नाम का उच्चारण करते हुए कुम्हड़े, नारियल अथवा बिजौरे के फल से भगवान को विधिपूर्वक पूजकर अर्ध्य दें । अन्य सब सामग्रियों के अभाव में सौ सुपारियों के द्वारा भी पूजन और अर्ध्यदान किया जा सकता है । अर्ध्य का मंत्र इस प्रकार है:
कृष्ण कृष्ण कृपालुस्त्वमगतीनां गतिर्भव ।
संसारार्णवमग्नानां प्रसीद पुरुषोत्तम ॥
नमस्ते पुण्डरीकाक्ष नमस्ते विश्वभावन ।
सुब्रह्मण्य नमस्तेSस्तु महापुरुष पूर्वज ॥
गृहाणार्ध्यं मया दत्तं लक्ष्म्या सह जगत्पते ।
🌹‘सच्चिदानन्दस्वरुप श्रीकृष्ण ! आप बड़े दयालु हैं । हम आश्रयहीन जीवों के आप आश्रयदाता होइये । हम संसार समुद्र में डूब रहे हैं, आप हम पर प्रसन्न होइये । कमलनयन ! विश्वभावन ! सुब्रह्मण्य ! महापुरुष ! सबके पूर्वज ! आपको नमस्कार है ! जगत्पते ! मेरा दिया हुआ अर्ध्य आप लक्ष्मीजी के साथ स्वीकार करें ।’
🌹तत्पश्चात् ब्राह्मण की पूजा करें । उसे जल का घड़ा, छाता, जूता और वस्त्र दान करें । दान करते समय ऐसा कहें : ‘इस दान के द्वारा भगवान श्रीकृष्ण मुझ पर प्रसन्न हों ।’ अपनी शक्ति के अनुसार श्रेष्ठ ब्राह्मण को काली गौ का दान करें । द्विजश्रेष्ठ ! विद्वान पुरुष को चाहिए कि वह तिल से भरा हुआ पात्र भी दान करे । उन तिलों के बोने पर उनसे जितनी शाखाएँ पैदा हो सकती हैं, उतने हजार वर्षों तक वह स्वर्गलोक में प्रतिष्ठित होता है । तिल से स्नान होम करे, तिल का उबटन लगाये, तिल मिलाया हुआ जल पीये, तिल का दान करे और तिल को भोजन के काम में ले ।’
🌹इस प्रकार हे नृपश्रेष्ठ ! छ: कामों में तिल का उपयोग करने के कारण यह एकादशी ‘षट्तिला’ कहलाती है, जो सब पापों का नाश करनेवाली है ।
🌹व्रत खोलने की विधि : द्वादशी को सेवापूजा की जगह पर बैठकर भुने हुए सात चनों के चौदह टुकड़े करके अपने सिर के पीछे फेंकना चाहिए । ‘मेरे सात जन्मों के शारीरिक, वाचिक और मानसिक पाप नष्ट हुए’ - यह भावना करके सात अंजलि जल पीना और चने के सात दाने खाकर व्रत खोलना चाहिए ।
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गुरुवार का व्रत कब से शुरू करना है सबसे शुभ, जनिए सही विधि और नियम
गुरुवार, बृहस्पति देव और गुरु ग्रह से जुड़ा है। मान्यतानुसार, इस व्रत को रखने से दांपत्य जीवन में खुशहाली, अनुकूल वर की प्राप्ति, शिक्षा में उन्नति और कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति मजबूत होती है।यह व्रत 16 सप्ताह तक रखा जा सकता है। 17 वें सप्ताह के पहले गुरुवार को उसका उद्यापन (व्रत खोलना) उचित माना गया है।
पौष माह को छोड़कर किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार से यह व्रत शुरू किया जा सकता है। अगर महिलाएं गुरुवार का व्रत शुरू करना चाहती हैं तो उन्हें पीरियड्स के दिनों का ध्यान रखना चाहिए। जो महिलाएं 16 गुरुवार व्रत का संकल्प लेती हैं , उन्हें बीच में नहीं छोड़ना चाहिए।
गुरुवार व्रत नियम-विधि
नियम के मुताबिक गुरुवार का व्रत रखने से मनोकामना पूरी होती है। जब से गुरुवार का व्रत शुरू करें उस दिन सूर्य उदय से पहले उठें। इसके बाद पीले वस्त्र धारण करें। फिर विष्णु भगवान का ध्यान कर व्रत का संकल्प लें। इतना करने के बाद पूजा स्थान पर या भगवान विष्णु को पीले फूल अर्पित करें। इसके अलावा उन्हें इसी रंग के चंदन अर्पित करें। भोग के तौर पर पीली वस्तुओं का ही इस्तेमाल करें।
Astrologer Subham Shastri Ji
Call : - +91- 9888520774
To Know More Visit: https://www.astrologersubhamshastri.com/
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dipuguide · 5 months
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Bank Holiday: आज बैंक खुला है या बंद है?
दोस्तों, आज के जमाने में बैंक जाने की जरूरत कोई भी काम हो पड़ ही जाती है चाहे वह बैंक में पैसा जमा करना हो, बैंक से पैसा निकालना हो, बैंक अकाउंट खोलना हो या फिर एटीएम कार्ड के लिए अप्लाई करना हो | किसी भी कार्य के लिए बैंक जाने की जरूरत पड़ जाती है उसे पहले हमे यह जानने की जरूत होती है की आज बैंक खुला है या बंद है | आज बैंक खुला है या बंद है हम यह जान लेते है तो बिना किसी परेशानी के बैंक में…
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shail-kumar-das · 7 months
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🏮🏮
*बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय*🙇‍♂️
🔮 *Satlok Ashram Shamli U.P*
📱 *इंस्टाग्राम सेवा* 📱
गुरुजी की दया से आज Instagram पर सेवा करनी है जी।
🙏
*इंस्टाग्राम पर SatlokAshramShamliUP पर की गई पोस्ट को लाइक , कॉमेंट , और पोस्ट को स्टोरी शेयर करेंगे जी।*
📣 *जिन्होंने फॉलो नहीं किया है वो फॉलो जरूर कर लें।* 📣
〰️ ```सेवा कैसे करनी है ?```
👇
⚪ सबसे पहले Instagram खोलना है।
⚪ फिर सर्च करना है @SatlokAshramShamliUP
⚪ फिर पेज पर क्लिक करना है ( जिसपर पीले कलर की गुरुजी की फोटो लगी है। )
⚪वहां पर की गई पोस्ट को लाइक , कॉमेंट और स्टोरी शेयर करना है।
🎞️ फिर Reel वाले ऑप्शन पर क्लिक करके वीडियो पर भी सेवा करनी है जी।
💮
ये सेवा करने के बाद आपको सर्च करना है। ⬇️
🔸 *SpiritualLeaderSaintRampalJi*
🔸 *SANewsChannel*
🔸 *SatlokAshram001*
⤴️ *आश्रम के इन पेज पर भी जाकर पोस्ट को लाइक , कमेंट करना है।*
जो सर्च करके सेवा नहीं कर पा रहे हैं वही लिंक पर क्लिक करके सेवा करें
⬇️
https://instagram.com/satlokashramshamliup?igshid=MTg0ZDhmNDA=
🚨🚨 नोट - *इस सेवा को सभी भक्तों को करनी है जी।*
अगर ये सेवा 12 बजे नहीं कर पाते हैं, तो रात तक ये सेवा जरूर करना है जी।
🙏 *सत साहेब जी* 🙏
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deepinsideheartsblog · 11 months
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आंखो में आंसु आ गए पढ़ कर
एक दिन एक बुजुर्ग डाकिये ने एक घर के दरवाजे पर दस्तक देते हुए कहा..."चिट्ठी ले लीजिये।"
आवाज़ सुनते ही तुरंत अंदर से एक लड़की की आवाज गूंजी..." अभी आ रही हूँ...ठहरो।"
लेकिन लगभग पांच मिनट तक जब कोई न आया तब डाकिये ने फिर कहा.."अरे भाई! कोई है क्या, अपनी चिट्ठी ले लो...मुझें औऱ बहुत जगह जाना है..मैं ज्यादा देर इंतज़ार नहीं कर सकता....।"
लड़की की फिर आवाज आई...," डाकिया चाचा , अगर आपको जल्दी है तो दरवाजे के नीचे से चिट्ठी अंदर डाल दीजिए,मैं आ रही हूँ कुछ देर औऱ लगेगा ।
" अब बूढ़े डाकिये ने झल्लाकर कहा,"नहीं,मैं खड़ा हूँ,रजिस्टर्ड चिट्ठी है,किसी का हस्ताक्षर भी चाहिये।"
तकरीबन दस मिनट बाद दरवाजा खुला।
डाकिया इस देरी के लिए ख़ूब झल्लाया हुआ तो था ही,अब उस लड़की पर चिल्लाने ही वाला था लेकिन, दरवाजा खुलते ही वह चौंक गया औऱ उसकी आँखें खुली की खुली रह गई।उसका सारा गुस्सा पल भर में फुर्र हो गया।
उसके सामने एक नन्ही सी अपाहिज कन्या जिसके एक पैर नहीं थे, खड़ी थी।
लडक़ी ने बेहद मासूमियत से डाकिये की तरफ़ अपना हाथ बढ़ाया औऱ कहा...दो मेरी चिट्ठी...।
डाकिया चुपचाप डाक देकर और उसके हस्ताक्षर लेकर वहाँ से चला गया।
वो अपाहिज लड़की अक्सर अपने घर में अकेली ही रहती थी। उसकी माँ इस दुनिया में नहीं थी और पिता कहीं बाहर नौकरी के सिलसिले में आते जाते रहते थे।
उस लड़की की देखभाल के लिए एक कामवाली बाई सुबह शाम उसके साथ घर में रहती थी लेकिन परिस्थितिवश दिन के समय वह अपने घर में बिलकुल अकेली ही रहती थी।
समय निकलता गया।
महीने ,दो महीने में जब कभी उस लड़की के लिए कोई डाक आती, डाकिया एक आवाज देता और जब तक वह लड़की दरवाजे तक न आती तब तक इत्मीनान से डाकिया दरवाजे पर खड़ा रहता।
धीरे धीरे दिनों के बीच मेलजोल औऱ भावनात्मक लगाव बढ़ता गया।
एक दिन उस लड़की ने बहुत ग़ौर से डाकिये को देखा तो उसने पाया कि डाकिये के पैर में जूते नहीं हैं।वह हमेशा नंगे पैर ही डाक देने आता था ।
बरसात का मौसम आया।
फ़िर एक दिन जब डाकिया डाक देकर चला गया, तब उस लड़की ने,जहां गीली मिट्टी में डाकिये के पाँव के निशान बने थे,उन पर काग़ज़ रख कर उन पाँवों का चित्र उतार लिया।
अगले दिन उसने अपने यहाँ काम करने वाली बाई से उस नाप के जूते मंगवाकर घर में रख लिए ।
जब दीपावली आने वाली थी उससे पहले डाकिये ने मुहल्ले के सब लोगों से त्योहार पर बकसीस चाही ।
लेकिन छोटी लड़की के बारे में उसने सोचा कि बच्ची से क्या उपहार मांगना पर गली में आया हूँ तो उससे मिल ही लूँ।
साथ ही साथ डाकिया ये भी सोंचने लगा कि त्योहार के समय छोटी बच्ची से खाली हाथ मिलना ठीक नहीं रहेगा।बहुत सोच विचार कर उसने लड़की के लिए पाँच रुपए के चॉकलेट ले लिए।
उसके बाद उसने लड़की के घर का दरवाजा खटखटाया।
अंदर से आवाज आई...." कौन?
" मैं हूं गुड़िया...तुम्हारा डाकिया चाचा ".. उत्तर मिला।
लड़की ने आकर दरवाजा खोला तो बूढ़े डाकिये ने उसे चॉकलेट थमा दी औऱ कहा.." ले बेटी अपने ग़रीब चाचा के तरफ़ से "....
लड़की बहुत खुश हो गई औऱ उसने कुछ देर डाकिये को वहीं इंतजार करने के लिए कहा..
उसके बाद उसने अपने घर के एक कमरे से एक बड़ा सा डब्बा लाया औऱ उसे डाकिये के हाथ में देते हुए कहा , " चाचा..मेरी तरफ से दीपावली पर आपको यह भेंट है।
डब्बा देखकर डाकिया बहुत आश्चर्य में पड़ गया।उसे समझ में नहीं आ रहा था क�� वह क्या कहे।
कुछ देर सोचकर उसने कहा," तुम तो मेरे लिए बेटी के समान हो, तुमसे मैं कोई उपहार कैसे ले लूँ बिटिया रानी ?
"लड़की ने उससे आग्रह किया कि " चाचा मेरी इस गिफ्ट के लिए मना मत करना, नहीं तो मैं उदास हो जाऊंगी " ।
"ठीक है , कहते हुए बूढ़े डाकिये ने पैकेट ले लिया औऱ बड़े प्रेम से लड़की के सिर पर अपना हाथ फेरा मानो उसको आशीर्वाद दे रहा हो ।
बालिका ने कहा, " चाचा इस पैकेट को अपने घर ले जाकर खोलना।
घर जाकर जब उस डाकिये ने पैकेट खोला तो वह आश्चर्यचकित रह गया, क्योंकि उसमें एक जोड़ी जूते थे। उसकी आँखें डबडबा गई ।
डाकिये को यक़ीन नहीं हो रहा था कि एक छोटी सी लड़की उसके लिए इतना फ़िक्रमंद हो सकती है।
अगले दिन डाकिया अपने डाकघर पहुंचा और उसने पोस्टमास्टर से फरियाद की कि उसका तबादला फ़ौरन दूसरे इलाक़े में कर दिया जाए।
पोस्टमास्टर ने जब इसका कारण पूछा, तो डाकिये ने वे जूते टेबल पर रखते हुए सारी कहानी सुनाई और भीगी आँखों और रुंधे गले से कहा, " सर..आज के बाद मैं उस गली में नहीं जा सकूँगा। उस छोटी अपाहिज बच्ची ने मेरे नंगे पाँवों को तो जूते दे दिये पर मैं उसे पाँव कैसे दे पाऊँगा ?"
इतना कहकर डाकिया फूटफूट कर रोने लगा ।
........
😥😥😥.... Suvichar....S Kumar Skumar
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business7773 · 11 months
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सरसों तेल का व्यापार कैसे करें ?How To Trade Mustard Oil.
बात जब खाने में स्वाद की हो तो सरसों के तेल में पक्की हुई चीजों का कोई जवाब नहीं| फिर चाहे दाल सब्जी हो पकोड़े हो या पापड़ हो या फिर चिकन मटन और मछली हो | इंडिया में ज्यादातर सरसों का ही तेल इस्तेमाल होता है| खाने के अलावा औषधि गुण होने के चलते सरसों का तेल मालिश इलाज में भी इस्तेमाल होता है| त्योहारों में भी हम दिया जलाने के लिए सरसों के तेल का यूज करते हैं और आज बिजनेस 7773 के इस ब्लॉग में आप जानेंगे की कैसे शुरू किया जा सकता है सरसों तेल मैन्युफैक्चरिंग का कारोबार | मार्केट साइज की बात करें तो मस्टर्ड ऑयल यानी कि सरसों के तेल की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट खोलना क्यों एक फायदेमंद बिजनेस हो सकता है| इस बात को इस फैक्ट से आप समझ सकते हैं कि अपने देश में क सरसों के तेल का कंजप्शन पिछले 40 सालों से हर साल 5 % के हिसाब से बढ़ रहा है और अभी इंडिया में हर साल लगभग 2. 50 मिलियन मेट्रिक टन सरसों का तेल इस्तेमाल होता है| हमारे देश की जरूरत के हिसाब से सरसों के तेल का एक बड़ा हिस्सा इंपोर्ट के जरिए पूरी दुनिया से मंगवाया जाता है | फाइनेंशियल ईयर 2020 से 2021 की बात करें तो लगभग 17 देशों से 83 मिलियन डॉलर का सरसों का तेल इंडिया ने इंपोर्ट करवाया जो पिछले साल के मुकाबले लगभग 25% ज्यादा है| जब भी आप अपनी ग्लोसरी का सामान लेने जाते हैं और सरसों का तेल मांगते हैं तो कोई ना कोई नया ब्रांड आपको पक्के से जरूर दिया जाता है| इससे समझिए कि सरसों तेल का बिजनेस किस तरह से आगे बढ़ रहा है और दिन-ब-दिन बढ़ती कीमतों के बाद भी हमें खाने में यह चाहिए ही होता है| 
इस ब्लॉग मे हम आपको बतायेगे की सरसों तेल का व्यापार कैसे करें ?How To Trade Mustard Oil. सरसो के तेल का बिज़नेस करने करने से से कितना प्रॉफिट होता है | 
 तो चलिए अब जानते हैं इस बिजनेस की बारीकियों को 
 1. बिजनेस मॉडल 
 आपका बिजनेस मॉडल क्या होगा | यह आपको डिसाइड करना होगा कि आप किस तरह अपनी यूनिट को चलाएंगे| जैसे कि आप खुद से रो मटेरियल से तेल निकाल कर उसको भेजेंगे या फिर किसी कंपनी के बिहाफ पर अपनी यूनिट चलाएंगे या फिर अपनी खुद की कंपनी बनाकर अपना सरसों के तेल का नया ब्रांड लॉन्च करेंगे | अगर आप खुद का इंडिविजुअल ब्रांड लॉन्च करेंगे तो इसके लिए आपको कंपनी रजिस्टर करवानी होगी लाइसेंस लेना होगा ब्रांडिंग मार्केटिंग और लेवलिंग डिमांड एंड सप्लाई सब कुछ देखना होगा| 
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studycarewithgsbrar · 2 years
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जामिया 16 जुलाई से फिजिकल मोड में फिर से खुलेगा, दिसंबर से परीक्षाएं
जामिया 16 जुलाई से फिजिकल मोड में फिर से खुलेगा, दिसंबर ���े परीक्षाएं
जामिया मिलिया इस्लामिया आवेदन jmi.ac.in पर (प्रतिनिधि छवि) जामिया ने मार्च में अंतिम वर्ष के स्नातकोत्तर और अंतिम वर्ष के स्नातक छात्रों के लिए शारीरिक कक्षाएं फिर से शुरू कीं। ऑनलाइन कक्षाओं में प्रथम और द्वितीय वर्ष के स्नातक छात्र और प्रथम वर्ष के स्नातकोत्तर छात्र भाग ले रहे हैं। जामिया मिल्लिया इस्लामिया स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के पहले सेमेस्टर में शामिल होने वाले फ्रेशर्स को…
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mwsnewshindi · 2 years
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मुंबई में, उपनगरीय छात्र COVID-19 स्कूल बंद से सबसे ज्यादा प्रभावित: NAS रिपोर्ट
मुंबई में, उपनगरीय छात्र COVID-19 स्कूल बंद से सबसे ज्यादा प्रभावित: NAS रिपोर्ट
महाराष्ट्र के कुल 36 जिलों में से, मुंबई उपनगरीय क्षेत्र के छात्र COVID-19 महामारी के दौरान स्कूल बंद होने से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। शिक्षा मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस), 2021 के निष्कर्षों के अनुसार, मुंबई उपनगरीय क्षेत्र के स्कूली छात्रों ने ऑनलाइन शिक्षण मोड में भाषाओं और सामाजिक विज्ञान की तुलना में गणित और विज्ञान सीखना कठिन पाया। NAS 2021 की…
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trendingwatch · 2 years
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दिल्ली में 21 बच्चों को लेकर जा रही स्कूल बस में लगी आग, कोई हताहत नहीं
दिल्ली में 21 बच्चों को लेकर जा रही स्कूल बस में लगी आग, कोई हताहत नहीं
उत्तर पश्चिमी दिल्ली के रोहिणी में गुरुवार को स्कूल बस में आग लगने से 21 बच्चे बाल-बाल बचे। दमकल अधिकारियों के अनुसार, उन्हें दोपहर 2.14 बजे घटना की सूचना मिली, जिसके बाद आग बुझाने के लिए दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि रोहिणी सेक्टर 7 में साईं बाबा मंदिर टी-पॉइंट पर एक औषधालय के पास वाहन में आग लग गई। “21 बच्चों को ले जा रही बाल भारती…
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bestinbareilly · 11 months
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BDS Course details in hindi
BDS Course Details in Hindi – बीडीएस क्या है, इसको कैसे करें, योग्यता, जॉब, सैलरी, स्कोप, कैरियर ऑप्शन, आदि की डिटेल में जानकारी।
आजकल ज्यादातर लोगो में दांतों से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो रही है, जिसका इलाज करवाने के लिए वे डेंटिस्ट यानिकि दांतों के डॉक्टर के पास जाते हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में रोजगार के बेहतरीन अवसर मौजूद हैं। इसलिए कोइ भी बीडीएस कोर्स करता है तो उसके लिए ये एक बेहतरीन करियर ऑपर्चुनिटी साबित हो सकती है।
BDS Course kya hai
बीडीएस का पूरा नाम “बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी” (Bachelor of Dental Surgery) है। यह एक प्रमुख डेंटल कोर्स है जो डेंटल मेडिसिन और सर्जरी के क्षेत्र में उच्चतर मान्यता प्राप्त करने के लिए दांत संबंधी चिकित्सा अध्ययन करने के लिए छात्रों को प्रशिक्षित करता है।
BDS Course Details in Hindi
बीडीएस कोर्स में छात्रों को डेंटल साइंसेस के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक ज्ञान प्रदान किया जाता है, जिनमें सम्मिलित होते हैं: डेंटल एनाटोमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, माउथ एंड ओरल सर्जरी, पेरिओडॉंटिक्स (मसूढ़ों का और उनके परिवर्तन का अध्ययन), करिएस्ट्री (करीयों का उपचार), ओर्थोडॉंटिक्स (ब्रेसेज़ और अन्य नियंत्रण उपकरणों के उपयोग से दांतों की समायोजन का अध्ययन), न्यूरोएस्टेटिक्स (दांतों के सेंसरी श्रोतों का अध्ययन), और औषधि विज्ञान।
बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) डेंटल साइंस के फील्ड में अंडर ग्रेजुएट कोर्स होता है। इस कोर्स के दौरान दाँतों की बीमारियां और उनसे जुड़ी चीजों के बारे में स्टूडेंट्स को अध्ययन कराया जाता है। आज के समय में इस कोर्स की इम्पोर्टेंस बहुत ही ज्यादा है। इसलिए बीडीएस कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स को जॉब तुरंत ही मिल जाती है। अगर जॉब नही करना चाहते है तो उनके पास Dental Hospital खोलने का भी मौका होता है।
BDS Course kaise kare
इस कोर्स को करने के लिए कैंडिडेट ने फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट से 12th पास होना चाहिए, इसके साथ ही उसने नीट एग्जाम भी क्वालीफाई किया हो, तो वह बीडीएस कर सकता है।
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BDS Course Duration
चूंकि यह एक बैचलर डिग्री प्रोग्राम है। इसलिए इस कोर्स की अवधि 5 साल होती है, जिसमे 4 बर्ष का कोर्स होता है और उसके बाद 1 साल की इंटर्नशिप करनी पड़ती है। इसीलिए बीडीएस को कंप्लीट करने में कुल 5 बर्ष लग जाते हैं।
BDS Course ki Fees
बीडीएस कोर्स की फीस हर कॉलेज में अलग-अलग होती है। कुछ डेंटल कॉलेज की फीस कम और कुछ में ज्यादा होती है। इस कोर्स की एवरेज फ़ीस 60 हजार से लेकर 4 लाख सालना के बीच होती है। सरकारी डेंटल कॉलजों में फीस काफी कम होती है, लेकिन सरकारी कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम में अच्छा स्कोर लाना होगा। अगर कम स्कोर है या बहुत ही कम स्कोर है तो फिर आपको निजी कॉलेजों में ही एडमिशन मिल पायेगा।
BDS ke liye Entrance Exam
बीडीएस कोर्स करने के लिए स्टूडेंट्स को नीट एग्जाम देना पड़ता है और इसमे अच्छा स्कोर लाना पड़ता है, तभी आपको गवर्नमेंट कॉलेज मिल सकता है।
BDS Me Career Scope
इस फील्ड में कैरियर स्कोप बहुत ही अच्छा है, क्योंकि ये डायरेक्ट ही हेल्थकेयर इंडस्ट्री से जुड़ा कोर्स है। हर किसी को कभी न कभी दांतों से संबंधित समस्याएं होती ही हैं, जिस वजह से उनको डेंटल डॉक्टर के पास जाना पड़ जाता है। वैसे भी आजकल अन्य बीमारियों की तरह दांतों से संबंधित बीमारियां भी तेजी से बढ़ रही हैं, जिस वजह से डेंटिस्ट की हम लोगों की हेल्थ में अहम भूमिका मानी जाती है।
बीडीएस कोर्स को पूरा करने के बाद में कैंडिडेट्स किसी भी दाँत के हॉस्पिटल में बतौर डॉक्टर जॉब कर सकते हैं। इसमे सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह की जॉब्स करने का अवसर होता है। समय- समय पर सरकारी वैकेंसी भी आती रहती हैं, जिसमे आवेदन करके और एग्जाम पास करके सरकारी डॉक्टर बन सकते हैं। अगर जॉब नही करना चाहते हैं तो आप खुद का भी डेंटल हॉस्पिटल भी शुरू कर सकतें हैं।
BDS Me Salary
डेंटिस्ट को कैरियर के स्टार्टिंग में 30-40 हजार रुपये प्रतिमाह तक मिल जाते हैं। एक्सपीरियंस होने पर सैलरी 60 से 70 हजार रुपये प्रतिमाह या इससे भी ज्यादा मिलने लगती है। फिलहाल ज्यादातर लोग बीडीएस कोर्स को करने के बाद में 1 से 2 साल सिर्फ एक्सपीरियंस हासिल करने के लिए जॉब करते हैं, इसके बाद तो वे खुद का ही डेंटल क्लिनिक खोलना पसन्द करते हैं। क्योंकि जॉब में एक फिक्स सैलरी मिलती है, वंही अगर आपका क्लिनिक थोड़ा भी ठीक-ठाक चलने लगता है, तो वे अच्छा- खासा पैसा कमा सकते हैं।
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BDS ke Best College
भारत में बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) के लिए कई प्रमुख कॉलेज हैं। यहां कुछ भारतीय कॉलेज की सूची दी गई है, जो बीडीएस की उच्चतम गुणवत्ता और मान्यता के साथ जाने जाते हैं:
मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंसेज, नई दिल्ली किंग जॉर्ज मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, चेन्नई मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई राजीव गांधी दंत विज्ञान विश्वविद्यालय, बंगलौर बीएम कॉलेज ऑफ़ डेंटल साइंसेज, बंगलौर स्थानीय अस्पताल श्री रामचंद्र मेडिकल कॉलेज, चेन्नई कर्णाटका मेडिकल कॉलेज, हुबली माउंट कार्मेल मेडिकल कॉलेज, बंगलौर राजीव गांधी मेडिकल कॉलेज, थाणे मनीपाल कॉलेज ऑफ़ डेंटल साइंसेज, मणिपाल
यह सिर्फ़ कुछ प्रमुख कॉलेजों की सूची है और इसके अलावा भी कई अन्य प्रमाणित और प्रतिष्ठित कॉलेज हैं जो बीडीएस पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
BDS Course Details in Hindi । इससे संबंधित गूगल में सर्च किये जाने वाले प्रश्न-
Dental Surgen kaise bane
डेंटल सर्जन बनने के लिए, आपको कुछ महत्वपूर्ण स्टेप्स को फॉलो करना होगा पहले, आपको फिजिक्स, बायोलॉजी और केमिस्ट्री सब्जेक्ट से 12th करना होगा, फिर उसके बाद नीट एग्जाम पास करना होगा। जिसके बाद आपको बीडीएस कोर्स करना होगा। कोर्स के बाद आपको डेंटल काउंसिल में डेंटिस्ट के तौर पर पंजीकृत कराना होगा। अब आप डेंटल सर्जन के तौर पर किसी भी हॉस्पिटल में जॉब कर सकते हैं या फिर आप खुद का भी क्लिनिक खोल सकते है। अगर आपको डेंटल सर्जन बनना है तो आपको बीडीएस के बाद एमडीएस जरूर करना चाहिए, जिससे आप डेंटल सर्जरी के किसी एक फील्ड में विशेषज्ञता हासिल कर सकें।
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Dental Machenic kaise bane
डेंटल मैकेनिक बनने के लिए आपको डेंटल मैकेनिक में डिप्लोमा कोर्स करने की जरूरत होती है, जिसको 12th पीसीबी ग्रुप के स्टूडेंट्स कर सकते हैं। इसके बाद आप डेंटल मैकेनिक में डिप्लोमा कर सकते हैं।
बीडीएस क्या है?
बीडीएस का मतलब बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी है, जोकी डेंटिस्ट्री में अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है।
बीडीएस को पूरा करने में कितना समय लगता है?
बीडीएस आमतौर पर पांच साल का बैचलर डिग्री प्रोग्राम है, जिसमें सैद्धांतिक शोध व नैदानिक ​​प्रशिक्षण दोनों ही शामिल हैं।
बीडीएस में कौन से विषय शामिल हैं?
बीडीएस में डेंटल एनाटॉमी, ओरल पैथोलॉजी, ओरल मेडिसिन, डेंटल मैटेरियल्स, प्रोस्थोडॉन्टिक्स, ऑर्थोडॉन्टिक्स, पीरियोडॉन्टिक्स और ओरल सर्जरी जैसे सब्जेक्ट शामिल होते हैं।
बीडीएस के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
बीडीएस के लिए पात्रता कैंडिडेट पीसीबी ग्रुप से कम से कम 50 से 60% अंकों से पास होना चाहिए और साथ ही उसने नीट एग्जाम क्वालीफाई किया हो।
क्या बीडीएस एक कठिन कोर्स है?
बीडीएस अकादमिक और नैदानिक ​​रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसके लिए समर्पण, कड़ी मेहनत और ओरल हेल्थकेयर में गहरी दिलचस्पी की जरूरत होती है।
बीडीएस पूरा करने के बाद करियर के कौन से विकल्प उपलब्ध हैं?
बीडीएस पूरा करने के बाद, आप निजी प्रैक्टिस में डेंटिस्ट के रूप में करियर बना सकते हैं, डेंटल क्लिनिक या अस्पताल में जॉब कर सकते हैं, डेंटल सर्जन बन सकते हैं, रिसर्च या एकेडमिक्स फील्ड में काम कर सकते हैं या डेंटिस्ट्री के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता भी हासिल कर सकते हैं।
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हां, बीडीएस स्नातक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दंत चिकित्सा का अभ्यास कर सकते हैं, लेकिन उन्हें विशिष्ट लाइसेंसिंग प्रक्रिया को पूरा करने और उस देश की लाइसेंसिंग परीक्षा उत्तीर्ण करने की आवश्यकता हो सकती है जहां वे डेंटिस्ट के तौर पर प्रैक्टिस करना चाहते हैं।
बीडीएस और एमबीबीएस में क्या अंतर है?
बीडीएस दंत चिकित्सा और मौखिक स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित है, जबकि एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी) सामान्य चिकित्सा और सर्जरी से संबंधित है। बीडीएस करने के बाद आप दंत चिकित्सक बन जाते हैं, जबकि एमबीबीएस करने के बाद आप चिकित्सा चिकित्सक बन जाते हैं।
क्या बीडीएस एक अच्छा करियर विकल्प है?
बीडीएस ओरल हेल्थकेयर में रुचि रखने वालों के लिए एक अच्छा करियर विकल्प हो सकता है। यह पेशेवर विकास के अवसर प्रदान करता है, लोगों को अच्छा मौखिक स्वास्थ्य बनाए रखने और एक स्थिर आय बनाए रखने में मदद करने का अवसर प्रदान करता है।
क्या मैं बीडीएस के बाद दंत चिकित्सा के किसी विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल कर सकता हूं?
हां, बीडीएस पूरा करने के बाद, आप स्नातकोत्तर अध्ययन कर सकते हैं और ऑर्थोडॉन्टिक्स, पीरियोडॉन्टिक्स, एंडोडोंटिक्स, ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी, प्रोस्थोडॉन्टिक्स या पीडियाट्रिक डेंटिस्ट्री जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं।
डेंटिस्ट का क्या काम है?
डेंटिस्ट प्रोफेशनल हैं दांतों के इलाज में स्पेशलिस्ट होते हैं। दांतो के सभी तरह के रोगों का इलाज जैसे दांतों में कीड़े लगना, दांतों में दर्द होना, मसूड़ों से खून आना, दांतों में सड़न होना और दांतों की सफाई जैसे सभी तरह के काम डेंटिस्ट करते हैं। डेंटिस्ट लोग एक्स-रे मशीन, ड्रिल, लेजर, डिजिटल स्कैनर, माउथ मिरर सहित और भी कई तरह के उपकरणों की मदद से दांतों का इलाज करते हैं।
BDS ke baad Job
बीडीएस करने के बाद कैंडिडेट को कई क्षेत्रों में आसानी से नौकरी मिल सकती है। मेडिकल सेक्टर में सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल या क्लीनिक में डेंटिस्ट के तौर पर नौकरी के अवसर मिलते हैं ही हैं, इसके अलावा रिसर्च लैब्स, फोरेंसिक डिपार्टमेंट, इंडियन आर्म्ड फोर्सेज, एनजीओ, इंटरनेशनल वेलफेयर आर्गनाईजेशन, आदि में भी जॉब का अच्छा स्कोप है। चाहें तो उम्मीदवार अपना खुद का डेंटल क्लीनिक भी खोल सकते हैं।
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डेंटिस्ट कैसे बनें?
डेंटिस्ट बनने के लिए कैंडिडेट को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं की परीक्षा बायोलॉजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स विषयों में कम से कम 55% से 60% अंकों के साथ पास होना चाहिए।
BDS karne ke liye age
इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता हैं। नीट यूजी परीक्षा के जरिए आप टॉप कॉलेजों से बीडीएस कोर्स कर सकते हैं लेकिन इसके लिए उम्मीदवार की उम्र कम से कम 17 बर्ष होनी चाहिए।
BDS ke baad kya kare
इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप एक तो डेंटिस्ट के तौर पर जॉब कर सकते हैं, इसके अलावा आप खुद का भी क्लिनिक खोल सकते हैं। इसके अलावा आप डेंटल के विभिन्न फील्ड में स्पेसलाइजेशन भी कर सकते हैं। जोकीं निम्न हैं।
प्रोस्थोडॉन्टिक्स पीरियडॉन्टिक्स ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जरी कंजर्वेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडॉन्टिक्स ऑर्थोडॉन्टिक्स एंड डेंटोफेशियल ऑर्थोपेडिक्स ओरल पैथोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी कम्युनिटी डेंटिस्ट्री पेडोडॉन्टिक्स एंड प्रिवेंटिव डेंटिस्ट्री ओरल मेडिसिन डायग्नोसिस एंड रेडियोलॉजी
डेंटल के फील्ड में कैरियर बनाने के लिए कौन से कोर्स किये जा सकते हैं?
सर्टिफिकेट कोर्स इन डेंटल हाइजीनिस्ट सर्टिफिकेट कोर्स इन डेंटल मैकेनिक डिप्लोमा इन डेंटल मैकेनिक डिप्लोमा कोर्स इन डेंटल असिस्टेंस बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS)
डेंटिस्ट बनने के लिए किन बातों का ध्यान रखें?
टॉप डेंटल कॉलेज में ही एडमिशन लेने का प्रयास करें। इसके लिए नीट एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है। एंट्रेंस एग्जाम अच्छे मार्क्स के साथनपास करें, तभी आप टॉप कॉलेज में एडमिशन पा सकते हैं। बीडीएस कोर्स में एडमिशन नीट में प्राप्त रैंक के आधार पर होता है। बीडीएस पूरा करने में कुल 5 साल लगते हैं। जिसमे चार साल की पढ़ाई और उसके बाडवएक साल इंटर्नशिप करने के बाद ही स्टूडेंट्स को डिग्री मिलती है। डेंटिस्ट कोर्स की फीस हर कॉलेज में अलग-अलग होती है। निजी डेंटल कॉलेज की फीस अधिक और सरकारी डेंटल कॉलेज की फीस कम होती है।
BDS Course ke liye Top Institutes
मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज, नई दिल्ली फैकल्टी ऑफ़ डेंटल साइंसेज, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ फैकल्टी ऑफ़ डेंटल साइंसेज आईएमएस बीएचयू, वाराणसी नायर हॉस्पिटल डेंटल कॉलेज, मुंबई मणिपाल कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज, कर्नाटक गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, मुंबई क्रिश्चियन डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, लुधियाना, पंजाब डॉ. आर अहमद डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कोलकाता फैकल्टी ऑफ़ डेंटल साइंसेज, रमैया यूनिवर्सिटी ऑफ़ एप्लाइड साइंसेज, बेंगलुरु
बीडीएस के बाद क्या मैं MBBS कर सकता हूँ?
हैं, आप BDS के बाद भी MBBS किया जा सकता है, लेकिन एडमिशन के लिए आपको नीट एग्जाम ही देना होगा, BDS का इसमे आपको कोई भी लाभ नही मिलेगा।
एमडीएस कोर्स क्या है?
मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी (MDS) एक मास्टर्स डिग्री कोर्स है, जिसमें दांतों की शारीरिक रचना और रोगों के अध्ययन पर केंद्रित होता है। यह एक 3 साल की अवधि का कोर्स होता है और इसे बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) के पूरा होने के बाद किया जाता है। इसमे आप डेंटल साइंस के किसी एक फील्ड में स्पेसलाइजेशन चूज कर सकते हैं।
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डेंटल हाईजेनेस्ट कैसे बनें?
डेंटल हाईजेनिस्ट बनने के लिए उम्मीदवार को डेंटल हाईजीन में डिप्लोमा कोर्स करना होगा। जिसको 12th के बाद किया जा सकता है।
डेंटल डॉक्टर कोर्स कितने साल का होता है?
डेंटल डॉक्टर बनने के लिए BDS कोर्स करना होगा, जोकीं 5 साल का होता है। इसमे 1 साल की इंटर्नशिप भी शामिल है।
मैं 12वीं के बाद बीडीएस डॉक्टर कैसे बन सकता हूं?
सबसे पहले आप 12वीं फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट से करें, फिर आपको नीट एग्जाम पास करना होगा। जिसके बाद आपको BDS करना होगा। फिर आप BDS करके डॉक्टर बन सकते हैं।
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BDS karne ke fayde
बीडीएस करने का सबसे अच्छा और बड़ा फायदा यह है कि यह एक काफी ग्रोइंग फील्ड है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद, आप बेरोजगार नहीं रहते हैं। आप नौकरी न करने के इरादे रखते हैं तो आप अपना खुद का डेंटल क्लिनिक शुरू कर सकते हैं।
बीडीएस के बाद स्टूडेंट्स अपने नाम से पहले “डॉक्टर” शब्द इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसमें स्कोप काफी अच्छा होता है।
पैसे कमाने के ��ाथ-साथ, इस पेशे में लोगों की सेवा करने का भी अवसर मिलता है।
बीडीएस को पूरा करने के बाद, आपको नौकरी के लिए भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
बीडीएस करने के बाद, आप डॉक्टर बन जाते हैं, जो काफी सम्मानजनक पेशा होता है।
उम्मीद है BDS Course details in Hindi ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा, क्योंकि इस आर्टिकल में मैंने बीडीएस कोर्स की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की है।
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emkanews7 · 1 year
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5 ऐसे बिज़नेस जो कभी बंद नहीं होंगे, कुछ ही महीनों मे बन जाओगे लखपति
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5 ऐसे बिज़नेस जो कभी बंद नहीं होंगे, कुछ ही महीनों मे बन जाओगे लखपति  हेलो दोस्तों! आज हम आपसे बात करने वाले है 5 ऐसे बिज़नेस के बारे मे जो कभी बंद नहीं होंगे,जिनको स्टार्ट करने के बाद आप महीनों के लाखो कमा सकते है। तो दोस्तों! आज का यह ब्लॉग आपके लिए काफ़ी फायदेमंद होने वाला है क्योकी की अगर आप अपना खुद का कोई बिज़नेस स्टार्ट करना चाहते है या फिर इन्वेस्ट करना चाहते है तो हम आपको बताएँगे 5 ऐसे बिज़नेस के बारे मे जो कभी भी बंद नहीं होने वाले है। यह है वो टॉप बिज़नेस जो आपको हमेशा ऊपर जाते हुए देखेंगे जिनकी डिमांड कभी भी पब्लिक मे कम नहीं होंगी, तो चलिए फिर शुरू करते है।
5 ऐसे बिज़नेस जो कभी बंद नहीं होंगे
1 - किराये की संपत्ति का बिज़नेस अगर हम आज के समय बात करें ऐसे बिज़नेस की जिसमे हमें लॉस्ट मतलब गवाने के 1% से भी कम चांस है तो वह है किराये की संपत्ति का बिज़नेस। आप इस बिज़नेस की शुरुआत इस प्रकार से कर सकते हो जैसे की अगर आपके पास कोई जमीन है या मकान है तो उसको आप किराये पर दें और साथ मे हर साल इस किराये मे बढ़ोतरी भी करते जाये। 2 - कलर(पेंट्स) यें तो बहुत ही सिंपल सि बात है जो हाँ सबकी पता है की हमारे देश मे कितनी सारी बिल्डिंग्स बन रही है, अब अगर यह बिल्डिंग्स बन रही है तो उनमे कलर भी जरुरी है और ऐसा भी नहीं होता है की अगर कलर एक बार हो जाये तो कभी ख़राब ही ना हो तो मुझे लगता है की यें बिज़नेस कभी भी बंद नहीं होने वाला है
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5 ऐसे बिज़नेस जो कभी बंद नहीं होंगे और इसके रेट्स भी हमेशा ऊपर ही उठते रहेंगे। उदाहरण के लिए हम अगर एक पेंट्स की कंपनी एशियनपेंट्स को ले तो करीब 10 साल पहले इस कम्पनी के एक शेयर की क़ीमत लगभग 200 रूपये थी और आज इसकी कीमत 2700 रूपये है मतलब की आप समझ रहे हो की यह कितने किफायतीमंद बिज़नेस है। 3 - डेकोरेशन या मैरिज प्लानिंग अगर हम कहे की कोई यह एक वन टाइम इन्वेस्टमेंट बिज़नेस है तो इसमें कुछ गलत नहीं है क्योंकि हाँ यह एक वन टाइम इन्वेस्टमेंट का ही बिज़नेस है इसमें आपको एक बार पैसा लगाने के बाद कुछ समय समय के थोड़ी चीजें जोड़नी पडती है और हम बात करें इस बिज़नेस की तो अच्छा खासा मुनाफा इस बिज़नेस से मिलता है क्यूंकि लोग अपनी इन्कमे का लगभग 20% बजट शादी मे खर्च कर देते है। 4 - स्कूल (एजुकेशन इंडस्ट्री) एजुकेशन इंडस्ट्री मुझे लगता है की दुनिया यहाँ से वहाँ हो जायेगी लेकिन लेकिन एजुकेशन इंडस्ट्री कही नहीं जायेगी। क्योंकि यह एक ऐसी चीज है जो किसी भी व्यक्ति के जन्म होने के साथ ही हमारे साथ जुड़ जाती है। तो मै आपको एक स्कूल खोलने या कोई ऑनलाइन एप्प से एजुकेशन प्रोवाइड कराने के बिज़नेस को शुरू की सलाह जरूर दूंगा।
5 - हॉस्पिटल(हेल्थ डिपार्टमेंट)
स्कूल के बाद अगर मै बात करू तो वह है हॉस्पिटल आप इस बात की कल्पना भी नहीं कर सकते है की हेल्थ डिपार्टमेंट या हॉस्पिटल कभी बांधो जायेंगे क्योंकि हमारा इनविरोमेंट इतना साफ है ही नहीं की लोग बीमार ना पड़े। तो आपको को छोटा सा क्लिनिक या फिर मेडिकल स्टोर जरूर खोलना चाहिए क्योंकि यह बिज़नेस तब तक तो बंद नहीं होगा जब तक इस दुनिया मे इंसान रहेंगे। तो दोस्तों यह है वो 5 टॉप ऐसे बिज़नेस जो शायद ही कभी फ्यूच��� मे बंद हो सकते है, यें सभी बिज़नेस ऐसे बिज़नेस है जिनकी डिमांड हमेशा लोगो मे रहेगी। अब इतना तो आप जानते ही है की जिस भी चीज की डिमांड लोगो को सबसे ज्यादा होंगी वो कभी बंद कैसे हो सकते है तो आप भी इन बिज़नेस को करके या फिर इनके शेयर खरीद के आंगे बहुत सारा पैसा कमा सकते हो। कम समय मे परीक्षा की तैयारी करने के 5 स्मार्ट टिप्स। Best 5 Study Tips मशीन लर्निंग क्या है? What is machine learning in hindi Read the full article
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jyotishwithakshayg · 5 months
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Labh Panchami: लाभ पंचमी दीपावली के बाद लाभ पंचमी का विशेष महत्व
दीपावली के बाद लाभ पंचमी का विशेष महत्व है। इस दिन शिव परिवार, मां लक्ष्मी की पूजा के साथ नए व्यापार की शुरुआत करना शुभ माना जाता है।
दीपावली के त्योहार की शुरुआत धनतेरस से होती है और रोशनी के इस त्योहार का अंतिम दिन लाभ पंचमी के रूप में मनाया जाता है। लाभ पंचमी को सौभाग्य पंचमी, ज्ञान पंचमी और लाभ पंचम के नाम से भी जाना जाता है।
मान्यता है इस दिन शिव परिवार और माता लक्ष्मी की पूजा करने से समस्त विघ्नों का नाश होता है और अपने नाम स्वरूप ये तिथि लाभ प्रदान करती है।
लाभ पंचमी की तिथि
इस साल लाभ पंचमी 18 नवंबर 2023 शनिवार को है। गुजरात में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। बिजनेस करने वाले लोग इस दिन भी शुभ मुहूर्त में अपना प्रतिष्ठान खोलना पसंद करते है। ये तिथि सुख और समृद्धि बढ़ाती है। प्रगति होती है।
लाभ पंचमी महत्व
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार इस दिन कोई भी नया बिजनेस शुरू किया जा सकता है। दिवाली के बाद व्यापारी वर्ग इस दिन अपने दुकान और प्रतिष्ठान पुनः शुरू करते हैं। लाभ पंचमी पर अबूझ मुहूर्त रहता है। ऐसा माना जाता है कि लाभ पंचमी के दिन की गई पूजा से लोगों के जीवन, व्यवसाय और परिवार में लाभ, सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन व्यवसायी नए खाता बही का उद्घाटन करते हैं और मां लक्ष्मी से व्यापार में वृद्धि के लिए कामना करते हैं।
पूजा विधि
लाभ पंचमी पर सुबह जल्दी नहाने के बाद से सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए। इसके बाद शुभ मुहूर्त में भगवान शिव हनुमान जी और गणेश की मूर्तियों की पूजा करें। सुपारी पर मौली लपेटकर चावल के अष्टदल पर श्री गणेश जी के रूप में विराजित करना चाहिए। चंदन, सिंदूर, अक्षत, फूल, दूर्वा से भगवान गणेश जी की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद भगवान शिव को भस्म, बिल्व पत्र, धतूरा, सफेद वस्त्र अर्पित कर पूजन करना चाहिए। भोग चढ़ाएं और फिर नए बही खाता पर शुभ-लाभ लिखकर व्यापार की शुरुआत करें। कैसे करें पूजन-
1.लाभ पंचमी के दिन अलसुबह जल्दी उठकर दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर नए वस्त्र या साफ-स्वच्छ धुले हुए वस्त्र धारण करें।
घर या दुकान, व्यवसायिक प्रति‍ष्ठान के मंदिर की साफ-सफाई करके मां सरस्वती, भगवान श्री गणेश तथा धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें।
जो लोग दिवाली पर मां सरस्वती, श्री गणेश और देवी लक्ष्मी का पूजन नहीं कर सके उनके लिए यह दिन बहुत लाभदायी होता हैं, क्योंकि लाभ पंचमी के दिन पूजन से व्यापार में नित नई ऊंचाइयां हासिल की जा सकती है।
इस दिन बुद्धि और ज्ञान को बढ़ाने के लिए किताबों का पूजन किया जाता हैं।
इस दिन से नए बहीखाते लिखना प्रारंभ करने से कारोबार में सफलता मिलती हैं। अत: नए बहीखाते अवश्य लिखें।
बही खाते में लिखते समय दाईं तरफ लाभ और बाईं तरफ शुभ लिखने से जीवन में शुभता का संचार होता है।
इस दिन नए खाता बही खोलकर उसमें बाईं ओर शुभ और दाईं ओर लाभ बनाने तथा पहले पृष्ठ के केंद्र में शुभ प्रतीक बनाकर व्यापार की शुरुआत करें।
साथ ही लाभ पंचमी के दिन नए बही खाते लिखने की शुरुआत करते समय भगवान श्री गणेश का स्मरण करें ताकि आपका आने वाला जीवन सुख-समृद्धि से भरा रहें।
इस दिन श्री गणेश, माता लक्ष्मी और देवी सरस्वती की आरती करें।
देवी-देवताओं को मिठाई का भोग चढ़ाकर देवी लक्ष्मी से अपने लिए दिव्य आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें।
इस दिन अधिक से अधिक लक्ष्मी जी, सरस्वती तथा श्री गणेश एवं शिव जी के मंत्रों का जाप करें।
इस दिन गरीबों तथा असहाय लोगों को भोजन, वस्त्र, रुपए-पैसे तथा अन्य जरूरी सामग्र�� का दान अवश्‍य दें।
यह शुभ तिथि विशेष रूप से दीप पर्व का हिस्सा माना जाता है। अत: इस दिन यानी दिवाली के बाद आने वाले लाभ पंचम के दिन दुकान मालिक या व्यापारी अपनी व्यावसायिक गतिविधियों की शुरुआत करें तो निश्चित ही लाभ होगा।
यह दिन सभी तरह की सांसारिक कामनाओं की पूर्ति करने वाला माना जाता है, अत: पूरे मन से शिव जी का पूजन करें तथा परिवार में सुख-शांति और कष्‍टों से मुक्ति का वरदान भोलेनाथ से प्राप्त करें।
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