30 मिनट की रेसिपी: जल्दी नाश्ते के लिए 5 स्वादिष्ट सूजी रेसिपी
30 मिनट की रेसिपी: जल्दी नाश्ते के लिए 5 स्वादिष्ट सूजी रेसिपी
नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन है – हमने इस वाक्यांश को याद करने के लिए पर्याप्त बार सुना है! हालाँकि, हम अभी भी नाश्ता छोड़ देते हैं क्योंकि या तो हमारे पास इसे तैयार करने का समय नहीं है या हमारे पास उस रेसिपी के लिए सामग्री नहीं है जिसे हम बनाना चाहते हैं। इस तरह की उलझनों को ध्यान में रखते हुए, हमने कुछ आसान नाश्ते की रेसिपी ढूंढी हैं, जिन्हें आप लगभग हर घर में उपलब्ध बुनियादी सामग्रियों…
आवश्यक होता है। कभी -कभी कुछ स्वास्थ्य टिप्स आपके लिए बहुत लाभकारी सिद्ध हो सकती है। जब बात सेहत की होती है तो अक्सर लोगों की बातें सुनकर भ्रमित होना काफी सामान्य होता है। यहाँ तक कि कभी -कभी योग्य विशेषज्ञों की राय भी सही नहीं लगती। ऐसे में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना अत्यंत कठिन हो जाता है। यह पहचानना भी कठिन हो जाता है कि किसकी बात सुने और किसकी नहीं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे तथ्य और टिप्स लेकर आयें हैं जो आपको आपके स्वास्थ्य की देखभाल करने में मदद करेंगे। ये सभी तथ्य पूर्णतय: शोध द्वारा सत्यापित हैं और आपके स्वास्थ्य को किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाएंगे।
तांबे के बर्तन का पानी पियें
तांबे के बर्तन में अगर आप पानी को रात भर या कम से कम चार धंटे तक रखें तो यह तांबे के कुछ गुण अपने में समा लेता है। यह पानी खास तौर पर आपके लीवर के लिए और आम तौर पर आपकी सेहत और शक्ति -स्फूर्ति के लिए उत्तम होता है। अगर पानी बड़ी तेजी के साथ पंप हो कर अनगिनत मोड़ों के चक्कर लगाकर लोहे या प्लास्टिक की पाइप के सहारे आपके घर तक पहुंचता है तो इन सब मोड़ों से रगड़ाते -टकराते गुजरने के कारण उसमें काफ़ी दोष आ जाता है। लेकिन पानी में याद्दाश्त के साथ -साथ अपने मूल रूप में वापस पहुंच पाने की शक्ति भी होती है। अगर आप नल के इस पानी को एक घंटे तक बिना हिलाये -डुलाये रख देते हैं तो दोष अपने आप खत्म हो जाता है।
पर्याप्त पानी पीएं ,विशेषकर भोजन से पहले
अपने पूरे दिन में पर्याप्त पानी का सेवन अवश्य करें पर्याप्त पानी पीने के कई फायदे हो सकते हैं। यह आश्चर्यजनक रूप से यह कैलोरी बर्न में आपकी सहयता कर सकता है। अध्ययन के अनुसार यदि आप प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीते हैं तो यह 1 -1.5 घंटे में आपके मेटाबोल्जिम को 24-30% तक बढ़ा सकता है। अगर आप 8.4 कप ( 2 लीटर ) पानी प्रति दिन पीते हैं ,तो आप प्रतिदिन 96 अतिरिक्त कैलोरी बर्न कर सकते है। इसे पीने का इष्टतम समय प्रत्येक भोजन से 30 मिनट पहले का होता है। एक अध्ययन से पता चला है कि प्रत्येक भोजन से 30 मिनट पहले 2.1 कप 500 मिलीलीटर पानी पीने से वजन घटाने में 44 % तक की वृद्धि हो सकती है।
सुबह उठते ही पानी पिए
जब हम सुबह उठते है तो हमारे मुंह की लार में लाइसोजाइम एंजाइम होता है जो की पेट और पाचन तंत्र की सफाई करने में बहुत सहायक है। अत: सुबह बिस्तर पर उठते ही बिना कुल्ला किए 1 लीटर तक गुनगुना पानी एक -एक घूंट कर पीने से पेट एकदम साफ और हल्का हो जाता है।
सुबह के समय नाश्ता जरूर करे
एक अच्छी सेहत के लिए सुबह के समय प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से युक्त भोजन का नाश्ता ज़रूर करे। अगर सुबह आप नाश्ता करते है तो पूरी दिन ऊर्जावान रहता है जो की अच्छी हेल्थ की निशानी है।
खाना खाने से आधा घंटा पहले सलाद खाए
सलाद भोजन के पाचन में बहुत ही सहायक है। क्योंकि सलाद मिनरल्स के अच्छे श्रोत है। सलाद खाने से आधा घंटा पहले खाने से खाने की मात्रा भी कंट्रोल में रहती है। इसे भी पढ़े:
मोटापे से परेशान? कुछ ही दिनों में वजन कम करने के लिए जानें ये उपाय
मोटापा आजकल एक आम समस्या बन गया है। लोग अपनी खुराक और जीवनशैली में बदलाव के बिना बढ़ते वजन से परेशान हैं। मोटापा न केवल आपको निराश करता है बल्कि आपकी सेहत पर भी बुरा असर डालता है। इसलिए, आपको अपने वजन को नियंत्रित करने की आवश्यकता है। यहाँ हम आपको मोटापा कम करने के कुछ आसान तरीके बताएंगे।
उपयुक्त खुराक लें। मोटापे की समस्या खुराक में असंतुलितता से होती है। खुराक में आवश्यक तत्वों की कमी से भी मोटापा हो सकता है। इसलिए, आपको अपनी खुराक में स्वस्थ और पौष्टिक तत्वों को शामिल करना चाहिए। फल, सब्जियां, अनाज, दूध, योगराज और फिश खाने से आपका शरीर स्वस्थ रहेगा।
रोजाना व्यायाम करें। दैनिक व्यायाम से मोटापा कम किया जा सकता है। यदि आप नियमित रूप से व्यायाम नहीं करते हैं तो आप अपने वजन को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। रोजाना 30 मिनट से 1 घंटे तक व्यायाम करें। जैसे चलना, जोगिंग, साइकिल चलाना, स्क्वॉश खेलना आदि। आप योग या अन्य व्यायाम भी कर सकते हैं।
तंदुरुस्त खानपान अपनाएं। मोटापे से निजात पाने के लिए आपको तंदुरुस्त खानपान अपनाना चाहिए। आपको
अपने खाने में प्रॉटीन, विटामिन और मिनरल्स की सम्पूर्णता को रखना चाहिए। आपको प्रोसेस्ड और जंक फूड से दूर रहना चाहिए। आपको सुबह का नाश्ता करना चाहिए और रात का खाना कम करना चाहिए।
पानी की अधिक मात्रा में पेय पिएं। अधिक पानी पीने से आपका शरीर स्वस्थ रहेगा और मोटापा भी कम होगा। अपने दैनिक जीवन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीने की आवश्यकता होती है।
नींद की अधिक मात्रा लें। नींद की अधिक मात्रा लेने से आपका शरीर ठीक से रिकवर होता है और मोटापा भी कम होता है। आपको रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
स्ट्रेस कम करें। स्ट्रेस भी मोटापा की वजह बन सकता है। स्ट्रेस कम करने के लिए आप ध्यान, योग या मैडिटेशन कर सकते हैं। स्ट्रेस को कम करने के लिए आप नींद लें, मसाज करें, साथ ही खुश रहने की कोशिश करें।
अपने रोजाना के कामों में शामिल हों। अपने रोजाना के कामों में शामिल होने से आपका शरीर अधिक गतिशील होगा और आप अधिक कैलोरी जला सकते हैं। आप चारों ओर चलें, सीढ़ियां चढ़ें और नीचे उतरें और अपनी चाल को तेज करें।
सेहत शिविरों में शामिल हों। सेहत शिविरों में शामिल होने से आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं और अपनी शारीरिक गतिविधियों को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
मोटापा कम करने के लिए आप अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने से आसानी से मोटापे से निजात पा सकते हैं। लेकिन याद रखें, ये सब बदलाव आपके दृढ़ता और अधिकतम प्रयास की आवश्यकता होगी। इसलिए, निरंतर अपने लक्ष्य पर काम करते रहें और स्वस्थ और सुखी जीवन जीते रहें।
Original Source: https://sawaal-ke-jawaab.blogspot.com/2023/05/motapa-.html
मासिक धर्म पैटर्न में लगातार बदलाव के पीछे एक सामान्य कारण पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) है जिसे पीसीओडी के रूप में जाना जाता है।
किसी डेट पर पीरियड्स न आने पर अक्सर युवतियां परेशान हो जाती हैं। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। जबकि मासिक धर्म चक्र 21 से 40 दिनों तक होता है, औसतन 28 दिनों के साथ, ये चक्र महिला से महिला में भिन्न हो सकते हैं।
Source: https://www.freepik.com/
पीसीओडी के लक्षण (Symptoms of PCOD):
पीसीओडी एक एंडोक्रिनोलॉजिकल स्थिति है जो मासिक धर्म, प्रजनन क्षमता और आपके समग्र रूप को प्रभावित करती है। यह हार्मोन की शिथिलता के कारण होने वाली एक आनुवंशिक स्थिति है। भारत में, 5 में से 1 महिला PCOD से प्रभावित है।
महिलाओं को अन्य लक्षणों का अनुभव हो सकता है जिनमें तैलीय त्वचा या मुहांसे, बालों का पतला होना, या गर्भवती होने में कठिनाई ऐसी समस्याएं शामिल हैं।
पीसीओडी के साथ दीर्घकालिक बीमारियाँ (Diseases with PCOD)
पीसीओडी वाली महिलाओं को मधुमेह होने का अधिक खतरा होता है यदि उनके रिश्तेदार को मधुमेह है, अधिक वजन है, 40 वर्ष से अधिक आयु के हैं, या गर्भावधि मधुमेह है।
पीसीओडी उपचार (Treatment of PCOD):
हालांकि पीसीओडी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन जीवनशैली में कुछ बदलाव करके इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।
आहार (Diet):
"पीसीओडी का पता चलने के बाद, मुझे प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार लेने और चॉकलेट, चिप्स और बिस्कुट कट आउट की सलाह दी गई।"
आपके मुख्य भोजन में प्रोटीन जैसे टोफू / पनीर, चिकन या मछली और साबुत अनाज जैसे ब्राउन चावल, पूरे गेहूं या जई शामिल होना चाहिए।
जब नाश्ता करने का मन हो तो बादाम, सूरजमुखी के बीज या संतरे, कीवी और बेरी जैसे फल खाये।
व्यायाम (Exercise):
"मेरे डॉक्टर ने भी हर दिन कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करने या चलने की सलाह दी।
व्यायाम वजन कम करने, तनाव कम करने में मदद करता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। आप हल्के एरोबिक व्यायाम, तैराकी या मध्यम गति से साइकिलिंग भी कर सकते हैं।
गर्भावस्था और पीसीओडी (Pregnancy and Pcod):
गर्भवती होने की कोशिश कर रही महिलाओं के लिए दवाएं उपलब्ध हैं। इन्हें कई चक्रों के लिए मासिक धर्म चक्र की शुरुआत में लिया जा सकता है।
यदि ये मदद नहीं करते हैं, तो हम आईवीएफ IVF ट्रीटमेंट की सिफारिश कर सकते हैं।
पीसीओडी से पीड़ित अधिकांश महिलाएं सही उपचार और जीवनशैली में बदलाव के साथ गर्भधारण करने में सक्षम हैं।
पीसीओडी का इलाज (Dealing With PCOD):
अपनी जीवनशैली को बदलने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाने से आपके समग्र दृष्टिकोण में बड़ा अंतर आ सकता है।
"शुरुआत में यह पसंदीदा खाद्य पदार्थों से दूर रहने और खुद को व्यायाम करने के लिए मजबूर करने का संघर्ष है। लेकिन एक सप्ताह चलने के बाद, आप वास्तव में आगे की राह के बारे में अधिक आश्वस्त और आशावादी महसूस करने लगोगे ।
यह 7 कम कैलोरी वाला नाश्ता 30 मिनट में बनाया जा सकता है और एक व्यस्त सुबह के लिए एकदम सही है
यह 7 कम कैलोरी वाला नाश्ता 30 मिनट में बनाया जा सकता है और एक व्यस्त सुबह के लिए एकदम सही है
नाश्ता एक बहुत ही महत्वपूर्ण भोजन है – यह आपका दिन बना या बिगाड़ सकता है। हमने त्वरित और कम कैलोरी वाले स्नैक विकल्पों की एक सूची तैयार की है जो सबसे व्यस्त सुबह को भी रोशन करेंगे। सबसे स्वादिष्ट और संतोषजनक स्नैक व्यंजनों की यह सूची आपको बिस्तर से उठने के लिए भी प्रेरित करेगी। क्या आप कुछ स्वादिष्ट चाहते हैं? खैर, हमारे पास मेनू में हरी मटर है। यदि आप अंडे चाहते हैं, तो हमने आपको वहां कवर कर…
झटपट आलू स्टार्टर्स: सिर्फ 30 मिनट में बनाएं ये 5 आलू स्नैक्स अनपेक्षित मेहमानों के लिए
झटपट आलू स्टार्टर्स: सिर्फ 30 मिनट में बनाएं ये 5 आलू स्नैक्स अनपेक्षित मेहमानों के लिए
चाहे दिन का कोई भी समय हो, अ��र आपके घर पर अप्रत्याशित मेहमान आए या अचानक भूख का अहसास हो, तो सभी समस्याओं का एक समाधान है नाश्ता! जबकि हमारी पेंट्री में कई नमकीन, कचौरी, समोसा या यहां तक कि चिप्स भी हैं, ये चीजें हमारी भूख को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकती हैं। हालांकि, एक चीज जो हम हमेशा अपना पेट भरा रखने के लिए कर सकते हैं, वह है किसी चीज को जल्दी से चाबुक करना और उसे खा लेना! तो,…
झटपट आलू स्टार्टर्स: सिर्फ 30 मिनट में बनाएं ये 5 आलू स्नैक्स अनपेक्षित मेहमानों के लिए
झटपट आलू स्टार्टर्स: सिर्फ 30 मिनट में बनाएं ये 5 आलू स्नैक्स अनपेक्षित मेहमानों के लिए
चाहे दिन का कोई भी समय हो, अगर आपके घर पर अप्रत्याशित मेहमान हों या अचानक भूख का अहसास हो, तो सभी समस्याओं का एक समाधान है नाश्ता! जबकि हमारी पेंट्री में कई नमकीन, कचौरी, समोसा या यहां तक कि चिप्स भी हैं, ये चीजें हमारी भूख को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकती हैं। हालांकि, एक चीज जो हम हमेशा अपना पेट भरा रखने के लिए कर सकते हैं, वह है जल्दी से कुछ चाबुक मारना और खा लेना! तो, अगर आप भी…
जब चित्रकूट जेल में चल रही थी गोलियां, कहां थे बड़े अफसर? FIR में बड़ा खुलासा Divya Sandesh
#Divyasandesh
जब चित्रकूट जेल में चल रही थी गोलियां, कहां थे बड़े अफसर? FIR में बड़ा खुलासा
लखनऊ
जिस दौरान चित्रकूट जेल में ने कुख्यात और के करीबी की हत्या की उस दौरान जेल अधीक्षक और जेलर जेल में ही नहीं थे। जेल में डबल मर्डर के मामले में जेल अधीक्षक की तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर से यह खुलासा हुआ है। अब इस बात का पता लगाया जा रहा है कि यह किसी साजिश के तहत था या फिर सिर्फ एक संयोग है। हालांकि जेल नियमावली के मुताबिक किसी एक अधिकारी का जेल में मौजूद रहना जरूरी है।
एफआईआर के मुताबिक जेलर महेंद्र पाल ने सुबह 5:31 बजे हाई सिक्यॉरिटी बैरक को खुलवाया था, जिससे बंदी अपने नित्य कर्म कर सकें। इसके बाद जेल अधीक्षक सुबह 7:02 बजे जेल में आ गए थे और 7:55 पर जेलर अपने सरकारी आवास में नहाने-धोने और नाश्ता करने के लिए चले गए थे। जेलर लौटे नहीं थे। इसके बाद भी जेल अधीक्षक एसपी त्रिपाठी भी 9:30 बजे आवास पर नहाने धोने और नाश्ता करने चले गए।
जेल में तैनात दो डेप्युटी जेलर भी नहीं थे
एफआईआर के मुताबिक सुबह करीब 9:55 बजे जेल अधीक्षक को पता चला कि हाई सिक्यॉरिटी बैरक का एक बंदी पिस्टल से लगातार फायरिंग कर रहा है। इसके बाद जेल अधीक्षक और जेलर अपने सरकारी आवास से 10:06 बजे जेल पहुंचे थे। 10:20 पर जेल अधीक्षक की ओर से अलॉर्म बजवाया गया और डीएम और एसपी को सूचना दी गई। जब यह वारदात हुई तो जेल में तैनात दो डेप्युटी जेलर भी उस वक्त जेल में नहीं थे। बताया जा रहा है कि वह दोनों कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से छुट्टी पर चल रहे थे।
11 मिनट के अंदर दोनों को कर दिया था ढेर
एफआईआर के मुताबिक अंशु दीक्षित ने मात्र 11 मिनट के अंदर ही पहले मुकीम काला और फिर मेराज को गोलियों से भूनकर ढेर कर दिया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंशु ने मुकीम काला को 9 एमएम की पांच गोलियां उसके सिर, छाती और वाइटल ऑर्गन पर मारी थीं। चूंकि अंशु शार्प शूटर था इसलिए उसे मालूम था कि कहां गोलियां मारने के बाद बचने की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। इसी तरह उसने मेराज को नाइन एम एम की दो गोलियां मारी थीं।
10:35 बजे जेल में पहुंची पुलिस टीम
वहीं कर्वी के एसएचओ वीरेन्द्र त्रिपाठी के मुताबिक उन्हें जब जेल में फायरिंग की सूचना मिली तो वह कर्वी में मौजूद थे। करीब 10.35 पर वह जेल के अंदर दाखिल हुए। उस दौरान तक अंशु दोनों को मारने के बाद बंदियों को बंधक बनाए हुए थे।
डेढ़ घंटे तक चली पुलिस से मुठभेड़
पुलिस की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक पुलिस और अंशु के बीच करीब एक घंटे 35 मिनट तक मुठभेड़ चली। इस दौरान पुलिस टीम की तरफ से एके-47, इंसास और पिस्टल से 26 राउंड फायरिंग की गई। जवाब में अंशु की तरफ से भी फायरिंग की गई। पुलिस के मुताबिक 12 से 12:10 के बीच अंशु गोली लगने से जख्मी होकर गिर गया था। जब पुलिस टीम बैरक में उसके नजदीक गई तो उसके शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही थी। पीएम रिपोर्ट के मुताबिक अंशु को पुलिस की चार गोलियां लगी थीं। जिसमें से दो इंसास और दो एके- 47 की थीं।
मेड इन टर्की थी अंशु की पिस्टल
पुलिस ने अंशु के पास से जो पिस्टल बरामद की है। उसमें मेड इन टर्की लिखा हुआ है। हालांकि टर्की की स्पेलिंग में टीयू के बजाए टीए लिखा हुआ है। जिसके चलते पुलिस आशंका जता रही है कि यह कंट्रीमेड पिस्टल है लेकिन इसकी क्वालिटी काफी अच्छी है। देखने में यह बिल्कुल पुलिस की नाइन एम एम की ग्लॉक पिस्टल जैसी ही लगती है। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि यह पीएस-3 की थर्टी की पिस्टल है जिससे 17 राउंड फायरिंग की जा सकती है।
जेन्थिकालु रेसिपी: जेन्थिकालु रेसिपी बनाने की विधि | घर का बना जेंथिकालु रेसिपी
जेन्थिकालु रेसिपी: जेन्थिकालु रेसिपी बनाने की विधि | घर का बना जेंथिकालु रेसिपी
क्रिस्पी जेन्थिकालु दक्षिण से आने वाला एक लोकप्रिय चाय नाश्ता है। यह चावल के आटे, बेसन और सही तरह के मसालों के साथ बनाया जाता है जो स्नैक को हमेशा की तरह स्वादिष्ट बनाता है। जेन्थिकालु के लिए सही सर्पिल प्राप्त करने के लिए आपको बस एक मुरुक्कू निर्माता की आवश्यकता है। यदि दक्षिण भारतीय स्नैक्स आपको मोहित करते हैं, तो आपको घर पर यह आसान नुस्खा आज़माने की ज़रूरत है। 30 मिनट से भी कम समय में बने इस…
मानसून स्पेशल: शाम की चाय के साथ खाएं ये झटपट और आसान ब्रेड वड़ा
मानसून स्पेशल: शाम की चाय के साथ खाएं ये झटपट और आसान ब्रेड वड़ा
‘मौसम के देवता’ ने आखिरकार हमारी प्रार्थनाओं का जवाब दे दिया है! गर्मी की भीषण गर्मी से तड़पने के बाद, मानसून ने बारिश की फुहारों से हमारा स्वागत किया है! चिलचिलाती बारिश ने भीषण गर्मी से कुछ राहत दिलाने में कामयाबी हासिल की है। जबकि हम सभी अपने घरों से बारिश को देखकर मौसम की सराहना करना पसंद करते हैं, हम जो चाहते हैं वह कुछ स्वादिष्ट स्नैक्स का आनंद लेने के लिए हमारे बरसात के दिन को संतुष्ट करने…
शरीर और मन को हेल्दी रखना चाहते हैं तो आयुर्वेद में बताए गए नियमों को फॉलो कर सकते हैं। नियम कहता है, सुबह जल्दी उठें और दिन की शुरुआत गुनगुने पानी से करें। नाश्ता सुबह 8 बजे तक कर लें। यह आपको दिन भर एनर्जेटिक रखता है और 6 से 8 घंटे की नींद तनाव से दूर रखती है। नींद पूरी लेते हैं तो इसका असर इम्युनिटी पर भी पड़ता है, यह बढ़ती है। हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. शिखा शर्मा से जानिए आयुर्वेद के 5 मंत्र और ये कितने जरूरी हैं...
1. दिन की शुरुआत पानी से करें, ये हार्ट, किडनी की बीमारियों को दूर करेगा
आयुर्वेद कहता है, रोजाना दिन की शुरुआत हल्के गुनगुने पानी से करें। इसे ऊषापान कहते हैं। यह आपकी पाचन क्षमता को बढ़ाता है। इसके साथ हार्ट और किडनी से जुड़ी बीमारियों का खतरा घटाता है।
2. खाना समय पर लें, नाश्ता सुबह 8 बजे और लंच 1 बजे तक करें
आयुर्वेद के मुताबिक, स्वस्थ रहने के लिए खाना समय पर लेना भी जरूरी है। नाश्ता सुबह 8 बजे, लंच दोपहर 1 बजे और रात का खाना 7 बजे तक हो जाना चाहिए। सुबह जल्दी ब्रेकफास्ट लेने पर एनर्जी लम्बे तक बनी रहती है। वहीं रात में समय से डिनर लेने पर कब्ज, अपच जैसी समस्याएं नहीं होतीं। इससे मेटाबॉलिज्म सुधरता है।
3. रोजाना योग, प्राणायाम और वॉक जरूरी
रोजाना योग और प्राणायाम करना जरूरी है। यह शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को हटाते हैं और शरीर के अंदरूनी अंगों की काम करने की क्षमता बढ़ाते हैं। इसके साथ रोजाना 30 मिनट की वॉक भी करना बॉडी को फिट रखने का बेहतर विकल्प है।
4. 6 से 8 घंटे की नींद लेना जरूरी
कई बार लोगों में वजन बढ़ने की वजह अधूरी नींद भी होती है लेकिन वो इसे समझ नहीं पाते। रोजाना 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। यह वजन को कंट्रोल करने के साथ पाचन क्षमता को भी ठीक रखती है। रात में देर तक जागने से कई दिक्कतों को बढ़ावा मिलता है। इसलिए इससे बचें।
5. किचन में मौजूद मसालों और हर्ब का इस्तेमाल करें
छोटी-मोटी समस्याओं से राहत चाहते हैं या वजन घटाना चाहते हैं तो किचन में मौजूद हर्ब और मसालों का इस्तेमाल करें। जीरा, मेथी दाने, आंवला पाउडर या सौंफ को पानी के साथ ले सकते हैं। या इनको मिलाकर काढ़ा बना सकता है। ये इम्युनिटी को बढ़ाते हैं।
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Ayurveda Mantras: Stress-Related Weight Loss/Know What Are The Ways Of Maintaining A Healthy Lifestyle?
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शरीर और मन को हेल्दी रखना चाहते हैं तो आयुर्वेद में बताए गए नियमों को फॉलो कर सकते हैं। नियम कहता है, सुबह जल्दी उठें और दिन की शुरुआत गुनगुने पानी से करें। नाश्ता सुबह 8 बजे तक कर लें। यह आपको दिन भर एनर्जेटिक रखता है और 6 से 8 घंटे की नींद तनाव से दूर रखती है। नींद पूरी लेते हैं तो इसका असर इम्युनिटी पर भी पड़ता है, यह बढ़ती है। हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. शिखा शर्मा से जानिए आयुर्वेद के 5 मंत्र और ये कितने जरूरी हैं...
1. दिन की शुरुआत पानी से करें, ये हार्ट, किडनी की बीमारियों को दूर करेगा
आयुर्वेद कहता है, रोजाना दिन की शुरुआत हल्के गुनगुने पानी से करें। इसे ऊषापान कहते हैं। यह आपकी पाचन क्षमता को बढ़ाता है। इसके साथ हार्ट और किडनी से जुड़ी बीमारियों का खतरा घटाता है।
2. खाना समय पर लें, नाश्ता सुबह 8 ��जे और लंच 1 बजे तक करें
आयुर्वेद के मुताबिक, स्वस्थ रहने के लिए खाना समय पर लेना भी जरूरी है। नाश्ता सुबह 8 बजे, लंच दोपहर 1 बजे और रात का खाना 7 बजे तक हो जाना चाहिए। सुबह जल्दी ब्रेकफास्ट लेने पर एनर्जी लम्बे तक बनी रहती है। वहीं रात में समय से डिनर लेने पर कब्ज, अपच जैसी समस्याएं नहीं होतीं। इससे मेटाबॉलिज्म सुधरता है।
3. रोजाना योग, प्राणायाम और वॉक जरूरी
रोजाना योग और प्राणायाम करना जरूरी है। यह शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को हटाते हैं और शरीर के अंदरूनी अंगों की काम करने की क्षमता बढ़ाते हैं। इसके साथ रोजाना 30 मिनट की वॉक भी करना बॉडी को फिट रखने का बेहतर विकल्प है।
4. 6 से 8 घंटे की नींद लेना जरूरी
कई बार लोगों में वजन बढ़ने की वजह अधूरी नींद भी होती है लेकिन वो इसे समझ नहीं पाते। रोजाना 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। यह वजन को कंट्रोल करने के साथ पाचन क्षमता को भी ठीक रखती है। रात में देर तक जागने से कई दिक्कतों को बढ़ावा मिलता है। इसलिए इससे बचें।
5. किचन में मौजूद मसालों और हर्ब का इस्तेमाल करें
छोटी-मोटी समस्याओं से राहत चाहते हैं या वजन घटाना चाहते हैं तो किचन में मौजूद हर्ब और मसालों का इस्तेमाल करें। जीरा, मेथी दाने, आंवला पाउडर या सौंफ को पानी के साथ ले सकते हैं। या इनको मिलाकर काढ़ा बना सकता है। ये इम्युनिटी को बढ़ाते हैं।
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A Visit to ‘ The Statue of Unity’
( अंक 22 )
बड़े लड़के ने होटल काउंटर पर बातचीत की व डिनर के लिए जानकारी ली। होटल प्रबंधन ने किसी रेस्टोरेन्ट से हमारे लिए डिनर का आर्डर दिया । पंद्रह मिनट में ही हम सब भोजन का आनंद ले रहे थे ।
अब क्योंकि सुबह लगभग आठ बजे हमारे लिए अहमदाबाद से मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन जाने वाली
डबल- डेक�� ��ाड़ी में छ: सीट आरक्षित थीं सो हम सारा दिन की दौड़- धूप के बाद विश्राम करना
चाहते थे । सुबह नाश्ता बग़ैरह लेकर हम क़रीब सात बजे अगली यात्रा के लिए तैयार हो गए थे ।
अपना सामान समेटकर दो बार में एलिवेटर से भूतल पर पहुँचे जहां हिसाब-किताब कर बिल
चुकता किया व दो ऑटो रिक्शा के लिए डिमांड की । ऑटो तुरंत हाज़िर हो गए थे और हम तीन- तीन
के ग्रुप में दोनों ऑटो रिक्शा में सवार हो गए ।आज सर्दी का प्रकोप अचानक ही बढ़ गया था, ठंडी हवा
से परेशानी हो रही थी , फिर भी रेलवे स्टेशन नज़दीक होने के कारण हम सहन करते रहे ।लगभग 7:25
पर हम वडोदरा जंकशन पर पहुँच कर प्लेटफ़ॉर्म पर गाड़ी का इंतज़ार करने लगे ।गाड़ी निर्धारित समय पर पहुँचीं और हम सब उसमें सवार हो गए ।
गाड़ी के डिब्बे में अहमदाबाद का टूर लेकर किसी मुम्बई के स्कूल के बच्चे चहचहा रहे थे । उनकी टीचर माँ की नाईं उन सबका ध्यान रख रही थी । 4:30 घंटे की यह यात्रा इतनी सहज नहीं थी । बच्चों की चहचहाहट में झपकी 😴 लेने की गुंजाइश नहीं थी इसलिए मोबाइल फ़ोन पर कुछ पुराने पसंदीदा गानों का इयर फ़ोन लगाकर आनंद लूटने लगे ।गाड़ी में Venders का क्रम बाधित नहीं हो रहा था, अनेक प्रकार की खाद्य सामग्री, फल, समोसे,मिष्ठान्न व पेय पदार्थों की भरमार थी । क्योंकि हम होटल से नाश्ता लेकर ही निकले थे इसलिए अभी हमें कुछ इच्छा नहीं थी ।
आज इतना ही !
गर्मियों में स्वस्थ रहने के सटीक तरीके Summer Health Tips in Hindi
गर्मियां आते ही शरीर में नाना प्रकार के विकार होना शुरू हो जाते हैं, जैसे कि घमोरिया, त्वचा खाज- खुजली, घबराहट, लू लगना, संक्रामण, बुखार, पेटदर्द, नकसीर आना, उल्टी, दस्त लगना पेट खराब होना, जैसी शारीरिक समस्याऐं शुरू हो जाती हैं। गर्मियों में शरीर का सही ठंग से ख्याल रखने के लिए खान पान, धूप, गर्मी, धूल मिट्टी, संक्रामण से शरीर को बचाना आवश्यक हो जाता है।
सुबह उठने से लेकर रात सोते सोते तक दिनचर्या कैसा हो, और क्या खाने पीने में सही है और क्या नहीं। ये सब जरूरी बाते गर्मियों में होने वाली बीमारियों व समस्याओं से बचाने के कुछ खास तरीके हैं। गर्मी मौसम में सावधानियां से रहें, तो शरीर स्वस्थ रहता है और गर्मिंयों का पूरा मजा अराम से आनन्द के साथ बिता सकते हैं।
गर्मियों में स्वस्थ रहने के सटीक तरीके / Summer Health Tips in Hindi / Garmiyo me Swasth rahne ke Tarike
पर्याप्त पानी पीना
गर्मी मौंसम में प्र्याप्त मात्रा में खूब पानी पीयें। पर्याप्त पानी शरीर के तापमान को नियंत्रण में रखने में सहायक है। पानी शरीर में गर्मी लू के दुष्प्रभाव नहीं पड़ने देता है। गर्मियों में खूब पानी पीयें और खाना सीमित मात्रा में खायें। ज्यादा खाने से बचें। पर्याप्त पानी पीने से पाचन व त्वचा दोनों स्वस्थ निरोग रहती है।
स्वास्थ्यवर्धक नींबू पानी
गर्मियों में सुबह उठकर 1 गिलास नींबू पानी रोज पीयें। जोकि सारे दिन तरोताजा रखने में मदद् करता है। और आने वाले संक्रामण वायरल से शरीर को बचाता है। नींबू एन्टीबायोटिक है। जोकि गर्मियों में दवा का काम भी करता है। नींबू पानी पेट साफ रखने में सक्षम है। चाय काॅफी कम मात्रा में सेवन करें। अकसर चाय काॅफी गर्मियों में गैस ऐसिडिटी पाचन में गड़बड पैदा कर सकती है।
शीतल पेय
नींबू पानी, जलजीरा, पुदीना पानी, फल रस, फलों का सेक शेक, तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, खीरा और स्वास्थ्यवर्धक शीतल पदार्थ गर्मी लू से शरीर को बचाने में सहायक है।
प्याज गर्मी - लू से बचाये
रोज खूब प्याज सलाद रूप में खायें। प्याज शरीर को गर्मी लू से बचाने में सहायक है। प्राचनीकाल से ही गर्मियों में यात्रा के दौरा लोग प्याज साथ में ले कर जाते थे। प्याज खाने से प्यास बुझती है। और साथ में गर्मी लू का प्रकोप नहीं के बराबर रहता है। गर्मी मौसम में प्याज सेवन अवश्य करना चाहिए।
व्यायाम योगा
रोज सुबह शाम 20-25 मिनट योगा, व्यायाम, सैर जरूर करें। गर्मियों में योगा, व्यायाम, सैर शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं या मोटापा से परेशान हैं, उन के लिए गर्मियों में व्यायाम बहुत लाभदायक है। थोड़ी से एक्ससाईज से शरीर में नियत्रण से ज्यादा बनी चर्बी व मोटी त्वचा मेल्ट पिघलती जल्दी है। व्यायाम हर व्यक्ति के उतना जरूरी है जितना जरूरी अन्य दैनिक कार्य। रस्सीकूद, शितली, श्वासन, शीतकरी, चन्द्रभेद, अनुलोम विलोम प्राणायाम शरीर को शीतलता और स्वस्थ रखने में सहायक है।
सुबह नाश्ता
सुबह नाश्ता लाइट हल्का ले, पराठे, आलू पकवाल, तले पकवानों से दूरी बनायें रखें। ज्यादा तेल वाला व सख्त खाने से बचें। हल्के नाश्ते के साथ फल, सलाद, दूध, तरल पदार्थों का सेवन करें। गर्मिंयों में सबसे ज्यादा शरीर को पानी की जरूरत होती है।
दिन का खाना
गर्मियों में दोपहर को सर्दियों के मुकाबले कम व नियत्रण में खाना ज्यादा फायदेमंद हैं। संतुलित व पौष्टिक भोजन ही ग्रहण करें। ज्यादा मसालेदार, फास्ट फूड, जंकफूड, बाजार के पेय पदार्थों से दूरी बनाना अच्छा है। अकसर देखा गया है, कार्यालय में काम करने वाले व्यक्ति, विद्यार्थी, माॅल वर्कस आदि फास्ट फूड जंक फूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं। गर्मियों में पाचन तंत्र उतना सक्रीय नहीं होता जितना कि सर्दियों में। जंकफूड एवं फास्ट फूड पूर्ण रूप से नहीं पच पाता जोकि पेट में गैस, पेट भारी होना, भूख रूटीन को प्रभावित करता है। फलों जूस, सलाद गर्मियों में स्वस्थ रहने में सक्षम है।
रात का खाना
गर्मियों में रात का खाना सर्दियों के मुकाबले आधा होना चाहिए। शरीर को पानी पयाप्त मात्रा की जरूरत अकसर गर्मियों में ज्यादा होती है। खाने के 30 मिनट के अन्तराल में पानी पीना फायदेमंद है। कई लोग खाने के साथ साथ पानी पीने के आदत होती है। जोकि भोजन के सम्पूर्ण पोष्टक तत्व शरीर को नहीं मिल पाते और खाते वक्त पानी पीना पाचन के लिए अच्छा नहीं होता। कई बा�� देखा गया है। गर्मियों में गर्म खाने के साथ व्यक्ति ठंड़ा पानी पीता है जोकि आराम से पेट में गडबडी पैदा कर सकता है। रात को कम खाये और खाने के 20-30 मिनट बाद ही पानी पीयें। सोने से 5 मिनट पहले 1-2 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। इससे नींद भी अच्छी आती है और पाचन तंत्र ठीक दुरूस्त रहता है।
धूप, शरीर के तापमान को समझें
गर्मियों में धूप में घूमने से बचें, ज्यादा देर तक धूप में न रहें, धूप सीधे शरीर के तापमान को प्रभावित करती है। छाता इस्तेमाल जरूर करें। धूप में चेहरे, सिर को सूती कपड़े रूमाल से ढंक कर रखना फायदेमंद है।
अचानक धूप से आकर ए.सी., कूलर के नीचे न बैठें, या फिर फ्रीज का ठंडा पानी तुरन्त न पीयें। तेज धूप से आने पर तुरन्त ठंड राहत सामग्री ना लें। बाहर का तापमान शरीर के तापमान से अलग होता है। ऐ.सी के नीचे बैठने पर त्वचा सम्बन्धित समस्या हो सकती है, धूप से अपने पर तुरन्त ज्यादा ठंडा पानी पीने से जुकाम, इन्फेक्शन, गला पकड़ सकता है। और धूप से आने पर तुरन्त नहाने से बुखार व सर्द-गर्म की समस्या हो सकती है।
गर्मियों में बच्चे बड़े ज्यादा देर तक स्वीमिंग करते हैं, चाहे वह नदी, तालाब, स्वीमिंग-पूल आदि जगहों पर व्यक्ति अपने पंसद स्वीमिंग करता है और साथ-साथ धूप सेकते हैं। सन बास्किंग से तपेदिक बुखार को निमंत्रण करता है। याद रखें अपने आनन्द मजे के चक्कर में बीमार न पड़ जायें। याद रखे शरीर का तापमान बाहर धूप के तापमान से अलग भिन्न होता है। जोकि बदलने पर नुकसान देय है।
गर्मियों में पहनाव
गर्मी लू से बचने के लिए सूती और ढीले कपड़े पहने। तंग टाईट सिंथेटिक कपड़े नहीं पहने चाहिए। गर्मी मौंसम में टाईट तंग सिंथेटिक कपड़े पहनने से त्वचा, शरीर में कई तरह की समस्याऐं होती हैं।
अन-हेल्दी खाना
गर्मी मौंसम में बासी खाना, सख्त खाना, तेज गर्म मसाले, गर्म खाना, ज्यादा चाय काॅफी, ज्यादा खाना, शराब, आदि अनहेल्दी खाने से बचें। सख्त और अनहेन्दी खाना गर्मी मौंसम में समस्याऐं पैदा करने का एक कारण है। अनहेल्दी भोजन करना शरीर के लिए हानिकारक है।
गर्मी मौंसम में अपने खान पान दिनचर्या पर विशेष ध्यान दें, सख्त खाने, तले भुने चीजे, फास्टफूड - जंकफूड खाने, धूप से बचें। ज्यादा से ज्यादा तरल पेय पोष्टिक संतुलित भोजन करें। सुबह शाम सैर करें।
बुधवार रात करीब 8 बजकर 30 मिनट पर जमालपुर जंक्शन पहुंची 04548 डाउन अम्बाला-भागलपुर श्रमिक स्पेशल ट्रेन से करीब साढे 500 प्रवासी मजदूरों की स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या-1 पर जमालपुर पीएचसी बलराम प्रसाद की अगुवाई में चिकित्सकों की टीम ने जांच कर सेनिटाइज किया। जमालपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव कुमार, अंचलाधिकारी शंभू मंडल के अलावा सदर एसडीपीओ हरिशंकर कुमार एनडीआरएफ इंस्पेक्टर वी राजीव कुमार की टीम लगातार मोर्चे पर बने रहे। भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी जमालपुर शाखा की ओर से प्रवीण कुमार की अगुवाई में सदस्यों ने जमालपुर स्टेशन पर उतरे यात्रियों के बीच नाश्ता का पैकेट और पानी वितरित कर सेवा प्रदान की। जिसमें शिव लाल रजक, वासुदेव पूरी, बलविंदर सिंह आहलूवालिया, मंटू मंडल, साईं शंकर, अमिताभ कश्यप, बंटी चुग, पवन कुमार चौधरी, विवेक कुमार, प्रेम कुमार, राहुल खेतान, चुन्नू लाल, मोहम्मद शादाब अंसारी शामिल थे।