राज्य में मरीज डोली और खटिया पर ढोये जा रहे है, जबकि दो सौ एम्बुलेंस विभाग में जंग खा रहे है
राज्य में मरीज डोली और खटिया पर ढोये जा रहे है, जबकि दो सौ एम्बुलेंस विभाग में जंग खा रहे है
रांची से देवेंद्र शर्मा की रिर्पोट
झारखंड के स्वास्थ्य विभाग में ऊपर से नीचे तक अनियमितता भ्रष्टाचार की नैया बह रही है । सरकार के द्वारा स्वास्थ्य विभाग को वार्षिक बजट के रूप में भारी भरकम बजट की राशि प्रदान की जाती है। दवा,संसाधन, उपकरण के साथ साथ भवन निर्माण की राशि अलग से दी जाती है। इसके विपरीत राज्य के अस्पताल और स्वास्थ्य केन्द्र की बदहाली का नजारा कुछ और ही है। अस्पताल में दवा उपकरण की…
💎समाज कल्याण हेतु संत रामपाल जी महाराज जी की अद्भुत एवं अलौकिक परमार्थी कार्य💎
समाज में जब जब भी त्रासदी अथवा आपदा आई है संत रामपाल जी महाराज जी व उनके शिष्य हमेशा आगे रहते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी का यही ज्ञान है कि परोपकार तथा परमार्थ के कार्य में हमेशा आगे रहना चाहिए और यही कारण है कि संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य हमेशा आगे रहते हैं।
जो कोई करै सो स्वार्थी, अरस परस गुण देत।
बिन किये करै सो सूरमा, परमारथ के हेत ।।
कोरोना कल में मदद
संत रामपाल जी महाराज जी की आदेश अनुसार संत रामपाल जी महाराज जी की शिष्य कोरोना काल में विशेष योगदान दिए थे। कुरूना महामारी में लॉकडाउन के कारण जहां कहीं भी खाने की व्यवस्था नहीं थी वहां खाने की व्यवस्था किए थे। जगह-जगह लोगों को ताज सामग्री पहुंचाई गई थी।
बाढ़ त्रासदी में मदद
संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य कोरोना कल में साथ देने के साथ-साथ बाढ़ टेस्ट में भी लोगों की विशेष मदद की है। हाल ही में जहां कहीं भी बाढ़ आई थी वहां पर लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई गई। संत रामपाल जी महाराज जी के शिक्षा का ही परिणाम है संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य आगे रहते हैं।
दहेजमुक्त समाज का निर्माण
एक तरफ समाज में जहां बेटियों को बोझ समझा जाता है वहीं दूसरी ओर संत रामपाल जी महाराज जी बेटियों के लिए दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रहे हैं और यही कारण है कि आज लाखों बेटियां दहेज मुक्त विवाह करके अपना सुखी जीवन जी रही है। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य न दहेज लेते हैं और ना देते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के पद चिन्हों पर चलकर दहेज मुक्त विवाह करते हैं।
नशा मुक्त समाज का निर्माण
संत रामपाल जी महाराज जी समाज के परोपकारी कार्य में नशा मुक्त का कार्य भी सम्मिलित है। जहां युवा पीढ़ी नसीब मिलत है वहीं दूसरी ओर संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य नशा नहीं करते हैं और यहां तक कि ना ही नशा की सामग्री को हाथ लगाते हैं। इससे समाज एक नई दिशा की ओर अग्रसर होगा जिसमें किसी भी प्रकार का नशा चोरी जारी रिश्वतखोरी इत्यादि से मुक्त होगा।
देहदान एवं रक्तदान में योगदान
संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य सदैव परोपकार के कार्य में आगे रहते हैं और यही कारण है कि वह संत रामपाल जी महाराज जी के प्रत्येक आदेशों का पालन करते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य रक्तदान एवं देहदान में विशेष योगदान दिए हैं।
संत रामपाल जी महाराज व उनके शिष्य हमेशा से ही परमार्थ के कार्यों में आगे रहे हैं । संत रामपाल जी महाराज जी का यही उद्देश्य है समाज में अनैतिक कार्यों को समाप्त करके नैतिकता को बढ़ावा देना है।
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लखनऊ, 28.04.2023 | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना के 11 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर "स्थापना दिवस कार्यक्रम" तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC) के संयुक्त तत्वावधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम "धरोहर” का आयोजन सी एम एस ऑडिटोरियम, विशाल खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया |
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान तथा श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, संस्थापक एवं प्रबंध न्यासी, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा डॉ रूपल अग्रवाल, न्यासी, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समिति के सदस्यगण ने दीप प्रज्वलन करके किया l
सांस्कृतिक कार्यक्रम "धरोहर” में, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्माभूषण स्वर्गीय गोपाल दास नीरज, पद्माश्री स्वर्गीय अनवर जलालपुरी तथा वर्तमान संरक्षक पद्माश्री अनूप जलोटा की रचनाओं, गीतों, शायरी तथा भजनों की प्रस्तुति प्रदीप अली, आकांक्षा सिंह, मल्लिका शुक्ला ने की तथा भारतीय सभ्यता और संस्कृति को समर्पित सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत भाव नृत्य राम भी रहीम भी, अवधी नृत्य नाटिका वैदेही के राम, महारास, राजस्थानी लोक नृत्य घूमर, की प्रस्तुति उर्मिला पाण्डेय ग्रुप द्वारा की गयी |
मल्लिका शुक्ला की प्रस्तुति –
अनूप जलोटा का भजन - जय गणपति वंदन गणनायक....
प्रदीप अली की प्रस्तुति –
गोपाल दास नीरज जी के गीत - दिल आज शायर है गम आज नगमा है,....
अनवर जलालपुरी जी की ग़ज़ल - मयकदे से, दैर से, काबा से रखसत हो गए...., हवा हो तेज तो शाखों से पत्ते टूट जाते है...
आकांक्षा सिंह की प्रस्तुति –
गोपाल दास नीरज जी के गीत - जैसे राधा ने माला जपी श्याम की...
उर्मिला पाण्डेय ग्रुप - भाव नृत्य राम भी रहीम भी
हमारी भारतीय संस्कृति ने हमेशा ही राष्ट्रीय भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा दिया है । राष्ट्रीय भाईचारे और सौहार्द्र को समर्पित भाव नृत्य शीर्षक राम भी रहीम भी प्रस्तुत किया ।
कलाकार- रॉनी सिंह, प्रेक्षा श्रीवास्तव, ज्योति शुक्ला, मलखान सिंह
अवधी नृत्य नाटिका वैदेही के राम
श्री राम तथा माता सीता इनके मिलन की ही गाथा है ये नृत्य नाटिका वैदेही के राम। प्रभु श्री राम जब महर्षि विश्वामित्र के साथ मिथिला नगरी पहुँचे और वहाँ की पुष्प वाटिका में देवी सीता और श्री राम एक दूसरे को देख मंत्र मुग्ध हो गए। अंततः प्रभु श्री राम ने स्वयंवर में रखे शिव धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ा कर राजकुमारी सीता से विवाह किया।
राधा कृष्ण और गोपियों द्वारा किया जाने वाला आनंदमयी तथा सौंदर्यवर्धक नृत्य रास कहलाता है। लीलापुरुषोत्तम भगवान श्री कृष्ण ने शरद पूर्णिमा की रात में छः महीने की रातों को एक कर ब्रजभूमि के कुंज में सर्वप्रथम यह नृत्य किया था । नृत्य की बंदिशों के साथ भाव भंगिमाओं तथा डांडिया नृत्य का उच्चतम प्रयोग रास के अंतर्गत देखने को मिलता है। इसमें श्रृंगार रस की प्रधानता होती है तथा यह राधा कृष्ण के प्रेम से परिपक्व नृत्य शैली मानी जाती है।
आज की इस रासलीला में सर्वप्रथम बाल कृष्ण तत्पश्चात युवा कृष्ण एवम् राधा रानी का नृत्य प्रस्तुत किया ।
घूमर और राजस्थान दोनो एक दूसरे के पर्याय हैं और घूमर राजस्थान का सर्व जन प्रिय लोक नृत्य है। यह नृत्य महिलाओं द्वारा किया जाता है। किसी भी मांगलिक अवसर एवम् उत्सव में घूमर नृत्य अति आवश्यक रूप से नाचा जाता रहा है।
"स्थापना दिवस कार्यक्रम" में, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, ��्रस्ट की न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल, ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समिति के सदस्यगण ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की विवरण पुस्तिका का विमोचन किया गया | विवरण पुस्तिका में ट्रस्ट के विगत 11 वर्षों के कार्यों का विवरण उपलब्ध है |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा विगत 11 वर्षों में ट्रस्ट को महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करने वाली 7 विभूतियों का हेल्प यू सम्मान तथा वैश्विक महामारी कोरोना काल में बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने हेतु 119 कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया गया |
हेल्प यू सम्मान से सम्मानित विभूतियां डॉ जगदीश गाँधी, फाउंडर मैनेजर, सिटी मांटेसरी स्कूल, डॉ तूलिका चंद्रा, विभागाध्यक्ष, ट्रांसफ्यूजन विभाग, के जी एम यू, जोनल मैनेजर, बैंक ऑफ़ इंडिया, जोनल मैनेजर, पंजाब नेशनल बैंक, श्री योगेश नारायण माथुर, अधिवक्ता, फॅमिली कोर्ट, डॉ संजय कुमार राणा, होमोपैथी चिकित्सक, डॉ अलका निवेदन, प्राचार्या, भारतीय विद्या भवन गर्ल्स पी जी कॉलेज |
119 कोरोना वॉरियर्स से सम्मानित विभूतियां के पी एस चौहान, ए. के. जायसवाल, मानवेंद्र प्रताप सिंह, प्रशांत सिंह अटल, स्वर्गीय अमित पुरी, कुलदीप पांडे, महेंद्र कुमार, अनुज जिंदल, डॉ. एसएन कुरील, गोविंद गौर, वंश खन्ना, मनीष शर्मा, मनीष अग्रवाल, सीए तुषार गर्ग और सीए प्रियंका गर्ग, विपिन जायसवाल , हर्ष बर्धन सिंह और प्रीति सिंह, पल्लवी आशीष, वैभव कुमार शाह, नम्रता रॉय, दिनेश चंद्र अवस्थी, अतुल चौरसिया, वी के श्रीवास्तव, शिप्रा श्रीवास्तव, काजी मैराज अहमद, आदर्श कुमार पांडे, प्रगति सिंह, सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, संतोष कुमार सिंह, अमित श्रीवास्तव और अक्षिता श्रीवास्तव, राजेश्वर यादव और उर्मिला यादव, आदित्य भटनागर, प्रीति तिवारी, वीरेंद्र कुमार यादव, राज कुमार सिंह, राजेश कुमार यादव, अनिल सिंह, मोध। जमील, मोहम्मद अली साहिल, अनूप जायसवाल, अमरेश कुमार सिंह, प्रेम कुमार गुप्ता, स्वंतना अवस्थी, अरुणा नारायण और सफदर अली सिद्दीकी को प्रशस्ति पत्र से अलंकृत किया गया |
इस मौके पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि, "आज के मुख्य अतिथि आदरणीय श्री बृजेश पाठक जी प्रदेश में निकाय चुनाव में व्यस्तता के कारण कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो पा रहे हैं, वह आज इस समय वाराणसी में हैं | परन्तु समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने के हमारे लक्ष्य को पूर्ण करने में हमें हमारे मुख्य अतिथि आदरणीय श्री बृजेश पाठक जी का भरपूर प्रोत्साहन मिला है |
हमारे लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने अपनी स्थापना के 11 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं | अपने पूज्य बाबा श्री राधेश्याम अग्रवाल जी व अपने पिताजी श्री राजीव अग्रवाल जी के जनहित के कार्यों से प्रभावित होकर 28 अप्रैल, 2012 को हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की | तत्कालीन मेयर परम आदरणीय श्री दिनेश शर्मा जी ने ट्रस्ट को अपना बहुमूल्य सहयोग एवं मार्गदर्शन प्रदान किया | आगे समाज के सवेदनशील लो��ों की मदद से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का कारवां आगे बढ़ता गया तथा हमें संरक्षक के रूप में महाकवि पदम भूषण डॉ श्री गोपाल दास नीरज जी, पदम श्री अनवर जलालपुरी तथा भजन सम्राट पदम श्री अनूप जलोटा जी का सानिध्य प्राप्त हुआ | जिनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन में ट्रस्ट के जनहित के कार्यों को एक नई दिशा मिली | यह कहना उचित होगा कि हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश में जनसेवा के क्षेत्र में एक नई पहचान मिली |
आज यह आप सबका ही आशीर्वाद है कि हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट निरंतर ही जनसेवा तथा समाज सेवा के कार्यों में कार्य कर रहा है जिसका विवरण ट्रस्ट की वेबसाइट एवं सोशल मीडिया फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टम्बलर तथा youtube पर उपलब्ध है |
साथ ही देश के सभी राज्यों की राजधानियों तथा अन्य देशो में ट्रस्ट के कार्यालय स्थापित कर जनहित के कार्यों को और विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है जिससे हम सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में जनहित के कार्यों में अपना योगदान दे सकें |
वर्तमान समय में माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी के मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, सबका विश्वास का अनुसरण करते हुए समाज के हर क्षेत्र में लोगों की मदद कर रहे हैं |
आप यदि समाजसेवा में अपना योगदान करना चाहें तो आप हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट से जुड़ सकते हैं और ट्रस्ट को अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान कर, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से समाजसेवा कर सकते हैं I यह आवश्यक नहीं है कि आप ट्रस्ट को आर्थिक सहयोग (Donation, Sponsorship, CSR आदि) ही प्रदान करें बल्कि आप अपने सेवा क्षेत्र के माध्यम से हमारे सलाहकार, आतंरिक सलाहकार समिति के सदस्य, समन्वयक, सद्भावना राजदूत, स्वयंसेवक बनकर, संयुक्त तत्वावधान मं आयोजन करके, भी अपना बहुमूल्य योगदान जनहित में प्रदान कर सकते हैं I
आपसे सादर अनुरोध है कृपया ट्रस्ट द्वारा विगत 11 वर्षों से निरंतर किये जा रहे जनहित में समाज उत्थान व समाज कल्याण के कार्यों के दृष्टिगत, लाभार्थियों के हित में तथा ट्रस्ट को प्रभावशाली कार्य करने हेतु अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करना चाहें l
आज सम्मानित होने वाले सभी महानुभावों का सम्मान करके ट्रस्ट स्वयं सम्मानित हो रहा है |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि," मैं हमारे मुख्य अतिथि माननीय श्री बृजेश पाठक जी, जोकि कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो पाए है तथा सम्मानित अतिथि डॉ श्री राजेंद्र प्रसाद जी का हार्दिक अभिनंदन करती हूं |
हेल्प यू सम्मान से नवाजे गए सभी विभूतियों तथा हेल्प यू कोरोना वॉरियर्स से सम्मानित महानुभावों को बहुत-बहुत बधाई |
आज हम हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का 11 वां स्थापना दिवस मना रहे हैं तथा विगत 11 वर्षों में बहुत कुछ बदला और हमने सबसे कठिन दौर तब देखा जब वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरे विश्व को ज़कर लिया | उस समय लखनऊ शहर के अनेक संवेदनशील लोगों ने हमारा साथ दिया, जिससे हम सही समय पर असहाय व जरूरतमंद लोगों की मदद कर पाए |
मैं बस यही कहना चाहूंगी कि आप भविष्य में भी इसी तरह हमारा साथ दीजिए जिससे हम समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की अपनी मुहिम को पूरा कर सकें |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन डॉ अलका निवेदन ने किया I
कार्यक्रम के हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल तथा ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समिति के सदस्यगण डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव, श्री एम० पी० अवस्थी, श्री अशोक कुमार जायसवाल, श्री एम०पी० सिंह, श्री मोहम्मद शहरयार, श्री विनय त्रिपाठी, प्रोफ़ेसर राज कुमार सिंह, डॉ अलका निवेदन, श्री पंकज अवस्थी, श्री कुलदीप पाण्डेय, श्रीमती श्रुति सिंह तथा शहर के गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही |
हाल ही में बाढ़ पीड़ितों को संत रामपाल जी महाराज जी ने राहत सामग्री प्रदान की है। संत रामपाल जी महाराज जी की असीम कृपा से उनके अनुयायियों ने घर-घर तक राहत सामग्री पहुंचाई है। यहां तक की पशुओं के लिए भी चारे की व्यवस्था की। कोरोना काल में भी संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा पीड़ितों को घर-घर तक राहत सामग्री पहुंचाई गई। संत रामपाल जी महाराज जी का समाज सुधार में विशेष योगदान है।
हाल ही में बाढ़ पीड़ितों को संत रामपाल जी महाराज जी ने राहत सामग्री प्रदान की है। संत रामपाल जी महाराज जी की असीम कृपा से उनके अनुयायियों ने घर-घर तक राहत सामग्री पहुंचाई है। यहां तक की पशुओं के लिए भी चारे की व्यवस्था की। कोरोना काल में भी संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा पीड़ितों को घर-घर तक राहत सामग्री पहुंचाई गई। संत रामपाल जी महाराज जी का समाज स��धार में विशेष योगदान है।
💎समाज कल्याण हेतु संत रामपाल जी महाराज जी की अद्भुत एवं अलौकिक परमार्थी कार्य💎
समाज में जब जब भी त्रासदी अथवा आपदा आई है संत रामपाल जी महाराज जी व उनके शिष्य हमेशा आगे रहते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी का यही ज्ञान है कि परोपकार तथा परमार्थ के कार्य में हमेशा आगे रहना चाहिए और यही कारण है कि संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य हमेशा आगे रहते हैं।
जो कोई करै सो स्वार्थी, अरस परस गुण देत।
बिन किये करै सो सूरमा, परमारथ के हेत ।।
कोरोना कल में मदद
संत रामपाल जी महाराज जी की आदेश अनुसार संत रामपाल जी महाराज जी की शिष्य कोरोना काल में विशेष योगदान दिए थे। कुरूना महामारी में लॉकडाउन के कारण जहां कहीं भी खाने की व्यवस्था नहीं थी वहां खाने की व्यवस्था किए थे। जगह-जगह लोगों को ताज सामग्री पहुंचाई गई थी।
बाढ़ त्रासदी में मदद
संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य कोरोना कल में साथ देने के साथ-साथ बाढ़ टेस्ट में भी लोगों की विशेष मदद की है। हाल ही में जहां कहीं भी बाढ़ आई थी वहां पर लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई गई। संत रामपाल जी महाराज जी के शिक्षा का ही परिणाम है संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य आगे रहते हैं।
दहेजमुक्त समाज का निर्माण
एक तरफ समाज में जहां बेटियों को बोझ समझा जाता है वहीं दूसरी ओर संत रामपाल जी महाराज जी बेटियों के लिए दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रहे हैं और यही कारण है कि आज लाखों बेटियां दहेज मुक्त विवाह करके अपना सुखी जीवन जी रही है। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य न दहेज लेते हैं और ना देते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के पद चिन्हों पर चलकर दहेज मुक्त विवाह करते हैं।
नशा मुक्त समाज का निर्माण
संत रामपाल जी महाराज जी समाज के परोपकारी कार्य में नशा मुक्त का कार्य भी सम्मिलित है। जहां युवा पीढ़ी नसीब मिलत है वहीं दूसरी ओर संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य नशा नहीं करते हैं और यहां तक कि ना ही नशा की सामग्री को हाथ लगाते हैं। इससे समाज एक नई दिशा की ओर अग्रसर होगा जिसमें किसी भी प्रकार का नशा चोरी जारी रिश्वतखोरी इत्यादि से मुक्त होगा।
देहदान एवं रक्तदान में योगदान
संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य सदैव परोपकार के कार्य में आगे रहते हैं और यही कारण है कि वह संत रामपाल जी महाराज जी के प्रत्येक आदेशों का पालन करते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य रक्तदान एवं देहदान में विशेष योगदान दिए हैं।
संत रामपाल जी महाराज व उनके शिष्य हमेशा से ही परमार्थ के कार्यों में आगे रहे हैं । संत रामपाल जी महाराज जी का यही उद्देश्य है समाज में अनैतिक कार्यों को समाप्त करके नैतिकता को बढ़ावा देना है।
कोरोना काल में भी संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा पीड़ितों को घर-घर तक राहत सामग्री पहुंचाई गई। संत रामपाल जी महाराज जी का समाज सुधार में विशेष योगदान है।
हाल ही में बाढ़ पीड़ितों को संत रामपाल जी महाराज जी ने राहत सामग्री प्रदान की है। संत रामपाल जी महाराज जी की असीम कृपा से उनके अनुयायियों ने घर-घर तक राहत सामग्री पहुंचाई है। यहां तक की पशुओं के लिए भी चारे की व्यवस्था की। कोरोना काल में भी संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा पीड़ितों को घर-घर तक राहत सामग्री पहुंचाई गई। संत रामपाल जी महाराज जी का समाज सुधार में विशेष योगदान है।
नई दिल्ली: कोरोना काल के चलते कई लोगो की नोकरी चली गई है। कई लोगो को अभी नौकरी की सख्त जरूरत है।आज के समय में अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने व जरूरतों को पूरा करने के लिए रोजगार बहुत जरूरी है। कोरोना काल से रोजगार की समस्या ज्यादा गंभीर बनी हुई है। अगर आप भी अपने लिए नौकरी की तलाश कर रहे है तो यह खबर आपके लिए खुशी की खबर है।
UPSC Success Story: 30 बार फेल होने के बावजूद बने IPS , जानिए सफलता के…
किताब के बारे में...
जैसे जैसे आविष्कार हुए उपलब्धियां मिली वैसे वैसे अहम भी बढ़ता गया। वापस घर में बैठने और कुछ न करने के अलावा किसी से मिलने से और गले लगाने से समाज को न कोई परहेज रहा और न ही किसी ने सोचा कि भविष्य में हमे कोई इससे रोक सकेगा। लेकिन समय के काल चक्र ने जब अपनी फिरकी घुमाई तो दिखा तो नही लेकिन सभी ने कोरोना की अनुभूति की। डर ऐसा सताया कि घर से बाहर निकलने में भी हिम्मत बांधने की जहमत उठाना भी इसी समाज के लोगो ने मुनासिब न समझा। इस दौरान जो समाज विकास और मदद की बात कर रहा था उसी में से कुछ ने आपदा को अवसर बना लिया। कुछ ने सेवा किया तो कुछ ने मलाई काट ली। समाज को इसी दौरान लोगो के द्वारा दिखाई गई हकीकत को लेकर मैंने इसे वर्णित करने का प्रयास अपनी इसी पुस्तक "बनते बिगड़ते जमाने के रंग" में किया है। आशा है आपको ये बीते आपदा के अवसर में खट्टे मीठे अनुभवों को ताज़ा करने में सहायक होगी।
यदि आप इस पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक से इस पुस्तक को पढ़ें या नीचे दिए गए दूसरे लिंक से हमारी वेबसाइट पर जाएँ!
राजवर्धन आज़ाद की नई किताब : “नीम का शहद” आद्योपांत पढ़ा।बारंबार पढ़ने का मन हुआ,इसलिए कई बार पढ़ा ।
इस किताब के बारे में कुछ कहने से पहले, एक वाक़या शेयर करना चाहूँगा । सुप्रसिद्ध हार्ट सर्जन डॉ पी. वेणु गोपाल से एम्स,दिल्ली में भेँट हुई ।उन्होंने मेरे बड़े भाई की ओपेन हार्ट सर्जरी की थी- जहां तक मुझे याद है,वह तारीख़ थी 12 जनवरी 1992 ! मैंने उनके प्रति कृतज्ञता प्रगट की और उन्होंने आत्मीय भाव से मेरी ओर देखा । मैं उनका फ़ैन हो गया ।बाद के बर्षों में जब उन्होंने सफलतापूर्वक पहला हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी किया और एक के बाद एक नयी ऊँचाइयों को छूने लगे- तभी किसी इंटरव्यू में उनसे किसी ने सवाल किया, “डॉक्टर साहब,आप शत प्रतिशत सफलता के साथ इतने सारे कठिन सर्जरी कैसे कर लेते हैं ?”
डॉक्टर वेणु गोपाल ने बड़ी सादगी से ऊपर ईश्वर की ओर देखने की मुद्रा में जवाब दिया, “आइ सिम्पली मूव माइ हैंड्स, रेस्ट एवरीथिंग इज डन बाइ द ऑलमाइटी हिमसेल्फ” !
डॉ. पी. वेणु गोपाल जैसे सुविख्यात हार्ट सर्जन और डॉ. राजबर्धन आज़ाद जैसे सुविख्यात रेटिनल सर्जन की सृजन शक्तियों में यह ‘कॉमन थ्रेड’ नजर आया - इसलिए मैंने उस वाक़ये की चर्चा की । कोई ज़रूरी नहीं है कि उनके अन्य विचार भी एक-दूसरे से मिलते ही हों । मुझे लगता है कि किसी भी सफल और ईमानदार प्रोफेशनल के लिए- चाहे साइंटिस्ट,डॉक्टर , इंजीनियर हो , लेखक या किसी अन्य विधा में पारंगत व्यक्ति - “ग्रैटिच्युड” प्राईम मूवर है - “Finding smoother pebbles on the sea shore” (न्यूटन)
“नीम का शहद” के सभी 240 कविताओं को पढ़कर,रचनाकार में वही भाव दिखे जिसमें कहीं कर्ता होने का लेश मात्र कोई दंभ नहीं है।
किसी रचनाकार की कृतियों को पढ़ने से पहले, मेरा सहज स्वभाव है कि यह जानूँ कि उसने अपनी कृति किन्हें समर्पित किया है और खुद अपनी बात में, उनका क्या कहना है ?
इन्होंने “जिन लक्ष्मी दुर्गा सरस्वती” को अपनी यह पहली कृति समर्पित किया है,उन्हें उसी श्रद्धा के साथ प्रणाम करता हूँ जिन्हें महर्षि अरविन्द ‘प्लेन्स ऑफ कॉन्शसनेस’ सत्-चित्-आनन्द ( Existence-Consciousness-Bliss ) कहते हैं - ये ही मोटिवेशन की अक्षय ऊर्जा के स्रोत हैं।
“अपनी बात” में रचनाकार ने प्रयोगवादी नई कविता का ज़िक्र करते समय अज्ञेय द्वारा सम्पादित ‘दूसरा सप्तक’ की चर्चा की है- अपने स्कूली जीवन के दौरान अज्ञेय कृत गद्य रचनाएँ यथा: “नदी के द्वीप”; “शेखर : एक जीवनी” पढ़ पाया,पर ‘दूसरा सप्तक’ मैंने अभी तक नहीं पढ़ा था । राज वर्धन जी की प्रेरणा से,
अज्ञेय सम्पादित “तार सप्तक”, “दूसरा सप्तक” , “तीसरा सप्तक” और “चौथा सप्तक” के दरवाज़ों पर सिर्फ़ दस्तक देकर ताका-झांका- इसी क्रम में, अज्ञेय की प्रिय कविता, “दु:ख सबको माँजता है” की यादें ताज़ा हो गईं ।
”नदी के द्वीप” उपन्यास के शुरुआती पन्ने पर ‘अज्ञेय’ ने पी.बी. शेली की कविता उद्धरित कर इसका अनुवाद इस तरह से किया है:
दु:ख सबको मांजता है
व्यथा के गहरे और फैले सागर में
कई हरे - भरे द्वीप भी अवश्य होंगे
नहीं तो थका-हारा सागरिक
कभी ऐसे यात्रा करता न रह सकता!”
-अज्ञेय
Many a green isle needs must be
In the deep wide sea of Misery,
Or the mariner, worn and wan,
Never thus could voyage on
- P.B. Shelley
“नीम का शहद” काव्य संग्रह में रचनाकार ने अपनी अकुलाहट,छटपटाहट,मानवीय संवेदनाओं को कम-से-कम शब्दों में कहने का प्रयास किया है ।किसी एक कविता में औसतन 50 शब्द ही पूरे पेज पर दिखेंगे (हो सकता है,कुछ कविताओं में अधिकतम 100 शब्द भी मिल जायें ) पर वे आपको ‘गागर में सागर’ की तरह महसूस होंगे । सभी कविताएँ स्वत:स्फूर्त हैं ।ये सब ’देखन में छोटन’ भले लगते हों,पर ‘गंभीर घाव’ नहीं करते बल्कि अंधेरे से वास्तविकता की ओर ले जाते हैं मानो ज्योति के लिए तरस रहे किसी मरीज़ के आँख की पट्टी खुलते ही अचानक रोशनी दिख जाने पर उसके चेहरे पर उल्लास की ख़ुशी दमक उठे ! रचना काल 2021 - 22 है जो कोरोना-काल की यादें लेकर दर्द का एहसास भी ताज़ा कराता है ।
अपने रोज़मर्रा ज़िंदगी के ऐसे ‘डिफाइनिंग मोमेंट्स’ को बिना किसी आयास के कम से कम शब्दों में गढ़ने की अद्भुत क्षमता है रचनाकार में - उनमें यह नैसर्गिक गुण ईश्वर प्रदत्त है। वे ‘ओम्’ की असीम शक्ति कम से कम शब्दों में पिरोना चाहते हैं जिसे वे ‘मौन की अभिव्यक्ति’ के रूप में देखते हैं - यही तो असली साधना और इबादत है ।
‘कर्टेन रेजर’ के बतौर “नीम का शहद” काव्य संग्रह से , मात्र सात कविताएँ शेयर कर रहा हूँ जिन्हें ‘सप्तक’ की तरह पढ़कर शेष दो सौ तैंतीस ( 233 ) कविताओं का रसास्वादन करने की उत्कंठा आपमें बनी रहे और राजकमल प्रकाशन का यह अनूठा काव्य संग्रह , मूल्य 895 रू. ( आमेजन पर उपलब्ध हार्ड कवर 605/- रूपये में ) आप मंगा कर पढ़ सकें ।
1) धृतराष्ट्र आज भी ज़िन्दा है:
धृतराष्ट्र आज भी
ज़िन्दा है
फ़र्क़ इतना है कि
ऑंख होते हुए भी
अंधा है
2) ज़िन्दगी :
ज़िन्दगी है उल्फ़त
ज़िन्दगी है क़िस्मत
जिनके हैं ख़ादिम
उनकी है जन्नत
ज़िन्दगी है दीवानी
करती है मनमानी
चाहत की आड़ में
लिख रही कहानी
ज़िन्दगी ज़माना है
आना और जाना है
चलती किसी की नहीं
लिक्खा ठिकाना है
3) बीमार है मुल्क :
हवा लिये कन्धे पर
हवा को ढूँढ़ रहे हैं
बिस्तर लिये सर पर
घर को ढूँढ़ रहे हैं
बीमार है मुल्क
बीमार हैं कुर्सियाँ
बीमार हकीम से
हम दवा पूछ रहे हैं
श्मशान में है भीड़
हम घाट ढूँढ़ रहे हैं
बचे हैं जो लोग
चालीसा पढ़ रहे हैं
कुदरत का है क़हर
परवरदिगार बेख़बर
हर गाँव हर शहर
हम रहमत ढूँढ़ रहे हैं
4) कब तक साथ चलोगी मॉं तुम
कब तक साथ चलोगी मॉं तुम
कब तक साथ चलोगे पापा
कष्ट सहकर दिया जन्म
पढ़ा- लिखाकर बड़ा किया
खड़ा पॉंव पर कर मॉं तुमने
ब्याह रचाकर घर दिया
पग-पग पर पापा तुमने
मुश्किल से आगाह किया
जीने का मूल मंत्र देकर
बढ़ने की राह प्रशस्त किया
माँ तुमने घर और बाहर
हम सबको सँभाल दिया
पापा तुमने साहस देकर
कवच में हमको ढ़ाल दिया
हम तो चाहते हैं तुम दोनों
अनन्त काल तक संग रहो
ईश्वर की भी है इच्छा
समस्त परिवार के अंग रहो
पर जीवन तो क्षणभंगुर है
यही तो है इसका स्यापा
कब तक साथ चलोगी मॉं तुम
कब तक साथ चलोगे पापा
5) नीतीश कुमार:
ऑंखें तेज़
आवाज़ बुलन्द
चाल सहज
भाषा स्वच्छन्द
अपार शक्ति
अपरिमित क्षमता
इच्छा सेवा
विश्वास समता
देश- सेवा
करने तैयार
चित्त उदार
नीतीश कुमार
6) नीम का शहद
कुर्सी बनी जागीर
खोखले बने अमीर
नकार का ताज
लिये स्वयं आज
लिख रहे रोज़ लेख
अनभिज्ञता का आलेख
प्रतिरूप अवरोध का
बन रहे हैं प्रत्येक
गा रहे जो संगीत
द्रव्य का हर तरफ़
पिला रहे सदियों से
वो नीम का शहद
7) सात दशक :
सात दशक
पहचानी महक
हर रोज़
दे रही दस्तक
एक फूल
मेरा रसूल
कभी प्रतिकूल
कभी अनुकूल
एक चिन्तन की
अनोखी पाठशाला
वो चमका
जिसने पढ़ डाला
एक लौ जिसने
किया उजाला
एक शक्ति पुंज
अनन्त वाला
हर दशक की
अपनी झलक
थोड़ी ललक
थोड़ी कसक
मेरे संग थे
मेरे उसूल
घर बना
हमारा गुरूकुल
अंत में, मेरे मन में यह जिज्ञासा उठी कि डॉ. राजवर्धन आज़ाद ने अपने इस खूबसूरत काव्य संग्रह के शीर्षक का नाम “नीम का शहद” ही क्यों चुना ?
क्या इसलिए कि विश्व रूप दर्शन कराने के लिए श्रीमद्भागवत गीता के ग्यारहवें अध्याय में वर्णित, “पश्य मे पार्थ रूपाणि” की दिव्य दृष्टि चाहिए जो भगवत्कृपा के बिना संभव नहीं है, अत: साधारण ऑंखों से, उन चकाचौंध तेज शक्ति-पुंज के सौम्य दर्शन हेतु, कोरेंटाइन औषधीय गुणों से परिपूर्ण “नीम का शहद” एक प्रयोगात्मक प्रतीक ( Allegorical Significance ) के रूप में सहजता प्रदान कर सके ?
मेरा यह पूर्ण विश्वास है कि “नीम का शहद” कृति को अप्रत्याशित सफलता मिलेगी । डॉक्टर राजवर्धन आज़ाद को दिल की गहराइयों से बहुत बहुत बधाई , हार्दिक शुभकामनाएँ एवं अनेकों धन्यवाद - भगवान श्री राम एवं माता जानकी की कृपा उनके समस्त परिवार पर सदैव बनी रहे !
मेरी ओर से इस खूबसूरत काव्य संग्रह को फ़ाइव स्टार 🌟 🌟 🌟 🌟 🌟 !
कलेक्टर बंगले मे होली खेल, बच्चों के चेहरों पर बिखरे खुशियों के रंग
बच्चों संग होली मिलन ‘‘बाल रंग 2024’’ का आयोजनसतना 29 मार्च 2024/कलेक्टर बंगले में शुक्रवार की सुबह कोरोना काल में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए खुशियों के नए रंग लेकर आई। कलेक्टर सपरिवार जिले भर के इन बच्चों के मेजबान बने और अपने निवास में इन बाल मेहमानो की खूब आव-भगत की। कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा के साथ उनके विशेष रूप से बाल सुलभ साज-सज्जा युक्त कलेक्टर बंगले मे जिले भर से आये बच्चों…
नीरजा फुटपाथ स्कूल गरीब बच्चों को प्लास्टिक के बदले मुफ्त शिक्षा दे रहा है
कहा जाता है कि ज्ञान को बांटने से ही वह बढ़ता है, और नीरजा सक्सेना इस कहावत की जिंदा मिसाल हैं। गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र में पिछले कई सालों से नीरजा फुटपाथ स्कूल का संचालन हो रहा है, जहां गरीब और उन्नति की इच्छा रखने वाले बच्चों से फीस के बदले प्लास्टिक वस्तुओं को मांगा जाता है। नीरजा सक्सेना, जो एक एनटीपीसी के पूर्व कार्यालयी प्रमुख हैं, पर्यावरण प्रेमी होने के साथ-साथ प्लास्टिक अपशिष्ट के खतरे के प्रति भी जागरूकता फैला रही हैं।
नीरजा सक्सेना ने अपने जीवन का एक उद्देश्य बना लिया है, जो है बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करना। नीरजा के फुटपाथ स्कूल में छात्र-छात्राओं का स्वागत सुबह 10:30 बजे होता है। स्कूल 12:30 बजे तक चलता है, जहां वह अपने छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ सभी महत्वपूर्ण जीवन ग्यान भी देना चाहती हैं, जो उनके जीवन में उपयोगी हो सकता है। इससे बच्चों का व्यक्तित्व विकसित होता है और उनकी जीवन में अनुशासन आता है।
नीरजा स्कूल के छात्रों को गायत्री मंत्र, राष्ट्रीय गीत, हिंदी और अंग्रेजी में प्रार्थना, शपथ, और राष्ट्रगान गाने का आयोजन किया जाता है। अगर किसी छात्र को कुछ समझने में कोई समस्या होती है तो उसे अलग समय देकर उनकी समस्या को हल करने में भी मदद की जाती है।
कैसे शुरू किया नीरजा फुटपाथ स्कूल
नीरजा सक्सेना ने साल 2019 में एनटीपीसी से सेवानिवृत्त हो गई थीं, और इसके कुछ महीने बाद ही पूरी दुनिया में कोरोना महामारी ने हलचल मचा दी थी। कोरोना के कारण, लोग अपने घरों में बंद हो गए थे। नीरजा ने DNN24 को बताया कि "उस समय, मैं टीवी देख रही थी और देखा कि कोरोना काल में भी लोग काम कर रहे हैं। यह दृश्य मुझे बहुत प्रेरित किया और मैं सोचने लगी कि मैं भी कुछ कर सकती हूँ।"
नीरजा ने बताया कि अन्नदान महादान समूह लोगों को ऑनलाइन खाना उपलब्ध कराता है, लेकिन कोरोना काल में अन्नदान महादान बंद हो गया। कोरोना महामारी के दौरान, अन्नदान महादान ने लोगों से मिले डोनेशन की मदद से लोगों को खाना बांटना शुरू किया, और इस संघर्ष में नीरजा भी उनके साथ जुड़ गईं।
पूरे देश में जनसेवा करने का लक्ष्य है - हर्ष वर्धन अग्रवाल
लखनऊ, 28.04.2023 | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना के 11 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर "स्थापना दिवस कार्यक्रम" तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC) के संयुक्त तत्वावधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम "धरोहर” का आयोजन सी एम एस ऑडिटोरियम, विशाल खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया |
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान तथा श्री हर्ष वर्धन अ��्रवाल, संस्थापक एवं प्रबंध न्यासी, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा डॉ रूपल अग्रवाल, न्यासी, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समिति के सदस्यगण ने दीप प्रज्वलन करके किया l
"स्थापना दिवस कार्यक्रम" में, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, ट्रस्ट की न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल, ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समिति के सदस्यगण ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की विवरण पुस्तिका का विमोचन किया गया | विवरण पुस्तिका में ट्रस्ट के विगत 11 वर्षों के कार्यों का विवरण उपलब्ध है |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा विगत 11 वर्षों में ट्रस्ट को महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करने वाली 7 विभूतियों का हेल्प यू सम्मान तथा वैश्विक महामारी कोरोना काल में बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने हेतु 119 कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया गया |
हेल्प यू सम्मान से सम्मानित विभूतियां डॉ जगदीश गाँधी, फाउंडर मैनेजर, सिटी मांटेसरी स्कूल, डॉ तूलिका चंद्रा, विभागाध्यक्ष, ट्रांसफ्यूजन विभाग, के जी एम यू, जोनल मैनेजर, बैंक ऑफ़ इंडिया, जोनल मैनेजर, पंजाब नेशनल बैंक, श्री योगेश नारायण माथुर, अधिवक्ता, फॅमिली कोर्ट, डॉ संजय कुमार राणा, होमोपैथी चिकित्सक, डॉ अलका निवेदन, प्राचार्या, भारतीय विद्या भवन गर्ल्स पी जी कॉलेज |
119 कोरोना वॉरियर्स से सम्मानित विभूतियां के पी एस चौहान, ए.के. जायसवाल, मानवेंद्र प्रताप सिंह, प्रशांत सिंह अटल, स्वर्गीय अमित पुरी, कुलदीप पांडे, महेंद्र कुमार, अनुज जिंदल, डॉ. एसएन कुरील, गोविंद गौर, वंश खन्ना, मनीष शर्मा, मनीष अग्रवाल, सीए तुषार गर्ग और सीए प्रियंका गर्ग, विपिन जायसवाल , हर्ष बर्धन सिंह और प्रीति सिंह, पल्लवी आशीष, वैभव कुमार शाह, नम्रता रॉय, दिनेश चंद्र अवस्थी, अतुल चौरसिया, वी के श्रीवास्तव, शिप्रा श्रीवास्तव, काजी मैराज अहमद, आदर्श कुमार पांडे, प्रगति सिंह, सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, संतोष कुमार सिंह, अमित श्रीवास्तव और अक्षिता श्रीवास्तव, राजेश्वर यादव और उर्मिला यादव, आदित्य भटनागर, प्रीति तिवारी, वीरेंद्र कुमार यादव, राज कुमार सिंह, राजेश कुमार यादव, अनिल सिंह, मोध। जमील, मोहम्मद अली साहिल, अनूप जायसवाल, अमरेश कुमार सिंह, प्रेम कुमार गुप्ता, स्वंतना अवस्थी, अरुणा नारायण और सफदर अली सिद्दीकी को प्रशस्ति पत्र से अलंकृत किया गया |
इस मौके पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि, "आज के मुख्य अतिथि आदरणीय श्री बृजेश पाठक जी प्रदेश में निकाय चुनाव में व्यस्तता के कारण कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो पा रहे हैं, वह आज इस समय वाराणसी में हैं | परन्तु समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने के हमारे लक्ष्य को पूर्ण करने में हमें हमारे मुख्य अतिथि आदरणीय श्री बृजेश पाठक जी का भरपूर प्रोत्साहन मिला है |
हमारे लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने अपनी स्थापना के 11 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं | अपने पूज्य बाबा श्री राधेश्याम अग्रवाल जी व अपने पिताजी श्री राजीव अग्रवाल जी के जनहित के कार्यों से प्रभावित होकर 28 अप्रैल, 2012 को हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की | तत्कालीन मेयर परम आदरणीय श्री दिनेश शर्मा जी ने ट्रस्ट को अपना बहुमूल्य सहयोग एवं मार्गदर्शन प्रदान किया | आगे समाज के सवेदनशील लोगों की मदद से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का कारवां आगे बढ़ता गया तथा हमें संरक्षक के रूप में महाकवि पदम भूषण डॉ श्री गोपाल दास नीरज जी, पदम श्री अनवर जलालपुरी तथा भजन सम्राट पदम श्री अनूप जलोटा जी का सानिध्य प्राप्त हुआ | जिनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन में ट्रस्ट के जनहित के कार्यों को एक नई दिशा मिली | यह कहना उचित होगा कि हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश में जनसेवा के क्षेत्र में एक नई पहचान मिली |
आज यह आप सबका ही आशीर्वाद है कि हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट निरंतर ही जनसेवा तथा समाज सेवा के कार्यों में कार्य कर रहा है जिसका विवरण ट्रस्ट की वेबसाइट एवं सोशल मीडिया फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टम्बलर तथा youtube पर उपलब्ध है |
साथ ही देश के सभी राज्यों की राजधानियों तथा अन्य देशो में ट्रस्ट के कार्यालय स्थापित कर जनहित के कार्यों को और विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है जिससे हम सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में जनहित के कार्यों में अपना योगदान दे सकें |
वर्तमान समय में माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी के मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, सबका विश्वास का अनुसरण करते हुए समाज के हर क्षेत्र में लोगों की मदद कर रहे हैं |
आप यदि समाजसेवा में अपना योगदान करना चाहें तो आप हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट से जुड़ सकते हैं और ट्रस्ट को अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान कर, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से समाजसेवा कर सकते हैं I यह आवश्यक नहीं है कि आप ट्रस्ट को आर्थिक सहयोग (Donation, Sponsorship, CSR आदि) ही प्रदान करें बल्कि आप अपने सेवा क्षेत्र के माध्यम से हमारे सलाहकार, आतंरिक सलाहकार समिति के सदस्य, समन्वयक, सद्भावना राजदूत, स्वयंसेवक बनकर, संयुक्त तत्वावधान मं आयोजन करके, भी अपना बहुमूल्य योगदान जनहित में प्रदान कर सकते हैं I
आपसे सादर अनुरोध है कृपया ट्रस्ट द्वारा विगत 11 वर्षों से निरंतर किये जा रहे जनहित में समाज उत्थान व समाज कल्याण के कार्यों के दृष्टिगत, लाभार्थियों के हित में तथा ट्रस्ट को प्रभावशाली कार्य करने हेतु अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करना चाहें l
आज सम्मानित होने वाले सभी महानुभावों का सम्मान करके ट्रस्ट स्वयं सम्मानित हो रहा है |
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि," मैं हमारे मुख्य अतिथि माननीय श्री बृजेश पाठक जी, जोकि कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो पाए है तथा सम्मानित अतिथि डॉ श्री राजेंद्र प्रसाद जी का हार्दिक अभिनंदन करती हूं |
हेल्प यू सम्मान से नवाजे गए सभी विभूतियों तथा हेल्प यू कोरोना वॉरियर्स से सम्मानित महानुभावों को बहुत-बहुत बधाई |
आज हम हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का 11 वां स्थापना दिवस मना रहे हैं तथा विगत 11 वर्षों में बहुत कुछ बदला और हमने सबसे कठिन दौर तब देखा जब वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरे विश्व को ज़कर लिया | उस समय लखनऊ शहर के अनेक संवेदनशील लोगों ने हमारा साथ दिया, जिससे हम सही समय पर असहाय व जरूरतमंद लोगों की मदद कर पाए |
मैं बस यही कहना चाहूंगी कि आप भविष्य में भी इसी तरह हमारा साथ दीजिए जिससे हम समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की अपनी मुहिम को पूरा कर सकें |
सांस्कृतिक कार्यक्रम "धरोहर” में, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्माभूषण स्वर्गीय गोपाल दास नीरज, पद्माश्री स्वर्गीय अनवर जलालपुरी तथा वर्तमान संरक्षक पद्माश्री अनूप जलोटा की रचनाओं, गीतों, शायरी तथा भजनों की प्रस्तुति प्रदीप अली, आकांक्षा सिंह, मल्लिका शुक्ला ने की तथा भारतीय सभ्यता और संस्कृति को समर्पित सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत भाव नृत्य राम भी रहीम भी, अवधी नृत���य नाटिका वैदेही के राम, महारास, राजस्थानी लोक नृत्य घूमर, की प्रस्तुति उर्मिला पाण्डेय ग्रुप द्वारा की गयी |
मल्लिका शुक्ला की प्रस्तुति –
अनूप जलोटा का भजन - जय गणपति वंदन गणनायक....
प्रदीप अली की प्रस्तुति –
गोपाल दास नीरज जी के गीत - दिल आज शायर है गम आज नगमा है,....
अनवर जलालपुरी जी की ग़ज़ल - मयकदे से, दैर से, काबा से रखसत हो गए...., हवा हो तेज तो शाखों से पत्ते टूट जाते है...
आकांक्षा सिंह की प्रस्तुति –
गोपाल दास नीरज जी के गीत - जैसे राधा ने माला जपी श्याम की...
उर्मिला पाण्डेय ग्रुप - भाव नृत्य राम भी रहीम भी
हमारी भारतीय संस्कृति ने हमेशा ही राष्ट्रीय भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा दिया है । राष्ट्रीय भाईचारे और सौहार्द्र को समर्पित भाव नृत्य शीर्षक राम भी रहीम भी प्रस्तुत किया ।
कलाकार- रॉनी सिंह, प्रेक्षा श्रीवास्तव, ज्योति शुक्ला, मलखान सिंह
अवधी नृत्य नाटिका वैदेही के राम
श्री राम तथा माता सीता इनके मिलन की ही गाथा है ये नृत्य नाटिका वैदेही के राम। प्रभु श्री राम जब महर्षि विश्वामित्र के साथ मिथिला नगरी पहुँचे और वहाँ की पुष्प वाटिका में देवी सीता और श्री राम एक दूसरे को देख मंत्र मुग्ध हो गए। अंततः प्रभु श्री राम ने स्वयंवर में रखे शिव धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ा कर राजकुमारी सीता से विवाह किया।
राधा कृष्ण और गोपियों द्वारा किया जाने वाला आनंदमयी तथा सौंदर्यवर्धक नृत्य रास कहलाता है। लीलापुरुषोत्तम भगवान श्री कृष्ण ने शरद पूर्णिमा की रात में छः महीने की रातों को एक कर ब्रजभूमि के कुंज में सर्वप्रथम यह नृत्य किया था । नृत्य की बंदिशों के साथ भाव भंगिमाओं तथा डांडिया नृत्य का उच्चतम प्रयोग रास के अंतर्गत देखने को मिलता है। इसमें श्रृंगार रस की प्रधानता होती है तथा यह राधा कृष्ण के प्रेम से परिपक्व नृत्य शैली मानी जाती है।
आज की इस रासलीला में सर्वप्रथम बाल कृष्ण तत्पश्चात युवा कृष्ण एवम् राधा रानी का नृत्य प्रस्तुत किया ।
घूमर और राजस्थान दोनो एक दूसरे के पर्याय हैं और घूमर राजस्थान का सर्व जन प्रिय लोक नृत्य है। यह नृत्य महिलाओं द्वारा किया जाता है। किसी भी मांगलिक अवसर एवम् उत्सव में घूमर नृत्य अति आवश्यक रूप से नाचा जाता रहा है।
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन डॉ अलका निवेदन ने किया I
कार्यक्रम के हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल तथा ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समिति के सदस्यगण डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव, श्री एम० पी० अवस्थी, श्री अशोक कुमार जायसवाल, श्री एम०पी० सिंह, श्री मोहम्मद शहरयार, श्री विनय त्रिपाठी, प्रोफ़ेसर राज कुमार सिंह, डॉ अलका निवेदन, श्री पंकज अवस्थी, श्री कुलदीप पाण्डेय, श्रीमती श्रुति सिंह तथा शहर के गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही |
tulsi ki kheti - कुछ अलग करो, तुरंत 🤑 सफलता 🤑 मिलेगी
हर तरह से हारे जुए राजेश जी पास रिक्शा चलाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प बचा ही नहीं था। जो कि उन्हें पिता द्वारा विरासत में मिला था। लेकिन कोरोना काल के लॉकडाउन ने जहाँ उनसे जीने का ये ज़रिया भी चीन लिया था वहीँ एक नया काम शुरू करने के बारे में सोचने को मजबूर भी कर दिया था। Read More
Regional Marathi Text Bulletin, Chatrapati Sambhajinagar
Date – 15 March 2024
Time 7.10 AM to 7.20 AM
Language Marathi
आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक १५ मार्च २०२४ सकाळी ७.१० मि.
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स्वनिधी योजनेमुळे आत्मनिर्भर पथविक्रेत्यांना मोठी स्वप्न पाहण्याचं बळ-पंतप्रधानांचं प्रतिपादन
पेट्रोल आणि डिझेलच्या दरात दोन रुपयांनी कपात
अश्लील आशय प्रसारित करणाऱ्या १८ ओटीटी मंचांवर केंद्र सरकारची कारवाई
राष्ट्रीय आरोग्य अभियानांतर्गत लातूर जिल्ह्यातल्या कासार बालकुंदा प्राथमिक आरोग्य केंद्राला दोन लाख रुपयांचा कायाकल्प प्रथम पुरस्कार
आणि
रणजी करंडक क्रिकेट स्पर्धेत मुंबई संघाला विक्रमी बेचाळीसावं विजेतपद
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स्वनिधी योजनेमुळे पथविक्रेता वर्ग आत्मनिर्भर झाला असून, या वर्गाला मोठी स्वप्न पाहण्याचं बळ मिळाल्याचं प्रतिपादन पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी केलं आहे. नवी दिल्लीत काल पंतप्रधान स्वनिधी योजनेच्या लाभार्थ्यांना संबोधित करताना ते बोलत होते. पंतप्रधान स्वनिधी योजना फेरीवाल्यांसाठी महत्त्वाचं साधन असून, कोरोना काळात देशाने या विक्रेत्यांची ताकद पाहिल्याचं पंतप्रधानांनी नमूद केलं. फेरीवाले आणि रस्त्यालगतच्या दुकानदारांनी समाजासाठी दिलेल्या योगदानाबद्दल पंतप्रधानांनी त्यांच अभिनंदन केलं. यावेळी त्यानीं एक लाख पथविक्रेत्यांना कर्जाचं वितरण केलं. आतापर्यंत देशभरात ६२ लाखांहून अधिक फेरीवाल्यांना १० हजार ९७८ कोटी रूपयांहून अधिक जास्त रकमेची कर्ज वितरित करण्यात आली आहेत.
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राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू यांनी माजी सनदी अधिकारी ज्ञानेश कुमार आणि सुखबीर सिंह संधू यांची देशाचे नवे निवडणूक आयुक्त म्हणून नेमणूक केली आहे. केंद्रीय कायदा आणि न्याय मंत्रालयानं यासंदर्भात आदेश जारी केला.
दरम्यान, एक देश एक निवडणूक मुद्यावर स्थापन समितीनं काल आपला अहवाल राष्ट्रपतींकडे सादर केला. १८ हजार ६२६ पानांच्या अहवालात या समितीनं, निवडणुका एकाच वेळी घेण्याच्या दृष्टीनं कायद्यात ४४ सुधारणा करण्यास सुचवलं आहे. माजी राष्ट्रपती रामनाथ कोविंद यांच्या अध्यक्षतेखाली ही समिती स्थापन करण्यात आली होती.
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निवडणूक आयोगानं निवडणूक रोख्यांची माहिती त्यांच्या संकेतस्थळावर प्रकाशित केली आहे. सर्वोच्च न्यायालयाच्या आदेशानुसार भारतीय स्टेट बँकेनं परवा आयोगाला ही माहिती दिली होती.
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पेट्रोल आणि डिझेलच्या दरात दोन रुपयांनी कपात करण्यात आली आहे. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान यांनी काल ट्विट करुन ही माहिती दिली. त्यानुसार मुंबईत पेट्रोलचे दर प्रतिलिटर १०४ रुपये २० पैसे, तर डिझेलचे दर ९२ रुपये १५ पैसे प्रतिलिटर झाले आहेत. आजपासून हे नवे दर लागू झाले.
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अश्लील आणि असभ्य आशय प्रसारित करणाऱ्या १८ ओटीटी मंचांवर केंद्रीय माहिती प्रसारण मंत्रालयानं बंदी घातली आहे. त्याचबरोबर आक्षेपार्ह माहिती देणाऱ्या १९ वेबसाईट, १० ॲप आणि ५७ सोशल मीडिया अकांउंटसवर देखील मंत्रालयानं कारवाई केली आहे. या सर्वांचं प्रसारण कालपासून रोखण्यात आलं.
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वर्धा जिल्ह्यात सिंदी रेल्वे इथलं ड्रायपोर्ट आणि मल्टी मोडल लॉजिस्टिक पार्क इथल्या रेल्वे टर्मिनल सेवेचं उद्घाटन, काल केंद्रीय रस्ते वाहतूक आणि महामार्ग मंत्री नितीन गडकरी यांच्या हस्ते झालं. सिंदी रेल्वे इथल्या ड्रायपोर्ट वरून विदर्भातला कापूस, कापड, संत्री यासारख्या उत्पादनाची निर्यात करता येईल, असा विश्वास गडकरी यांनी व्यक्त केला.
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काँग्रेस नेते खासदार राहुल गांधी यांच्या भारत जोडो न्याय यात्रेनं काल नाशिक जिल्ह्यातून मार्गक्रमण केलं. चांदवड इथं जाहीर सभेला संबोधित करताना त्यांनी, काँग्रेस सरकारचे आणि आपले दरवाजे सदैव शेतकरी आणि सर्वसामान्यांसाठी खुले असल्याचं सांगितलं. कांद्याचा मुद्दा शेतकऱ्यांसाठी अत्यंत महत्त्वाचा असून, केंद्र सरकार या मुद्यावर मौन बाळगून असल्याचा आरोपही त्यांनी केला. राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाचे नेते शरद पवार, ठाकरे गटाचे नेते खासदार संजय राऊत, काँग्रेसचे प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले यावेळी उपस्थित होते.
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लोकसभा निवडणुकीच्या पार्श्वभूमीवर महाविकास आघाडीच्या राज्यातल्या ४८ जागांचं वाटप येत्या आठवडाभरात जाहीर होईल, अशी माहिती काँग्रेस नेते अमित देशमुख यांनी दिली. ते काल लातूर इथं वार्ताहरांशी बोलत होते.
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राष्ट्र��ादी काँग्रेसच्या अजित पवार गटानं शरद पवार यांचं नाव आणि छायाचित्र वापरू नये, असे निर्देश सर्वोच्च न्यायालयानं दिले आहेत. राष्ट्रवादी काँग्रेस शरदचंद्र पवार पक्षानं दाखल केलेल्या याचिकेच्या सुनावणी दरम्यान, न्यायालयानं हे आदेश दिले. या संदर्भात अजित पवार गटाला दोन दिवसांत प्रतिज्ञापत्र सादर करण्याचे निर्देश न्यायालयानं दिले असून, या संदर्भात पुढची सुनावणी १९ मार्चला होणार आहे.
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नवमतदारांसाठी, मेरा पहला वोट देश के लिए, हे मतदार जागरूकता अभियान सरकारने सुरु केलं आहे. प्रसिद्ध अभिनेता सुबोध भावे यांनी सर्व नवमतदारांना मतदान करण्याचं आवाहन केलं आहे....
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निवडणुकीच्या पार्श्वभूमीवर छत्रपती संभाजीनगर इथं जिल्हाधिकारी दिलीप स्वामी यांनी पश्चिम मतदारसंघातल्या अधिकारी, कर्मचाऱ्यांची काल आढावा बैठक घेतली. पारदर्शक आणि निष्पक्ष निवडणूक प्रक्रिया राबवण्यासाठी काम करण्याचे निर्देश त्यांनी यावेळी दिले.
दरम्यान, परभणी जिल्ह्यात गंगाखेड विधानसभा मतदार संघात सर्व नोडल अधिकारी आणि कर्मचाऱ्यांचं प्रशिक्षण काल झालं. अपर जिल्हाधिकारी डॉ. प्रताप काळे यावेळी उपस्थित होते.
बीड इथं यासंदर्भात झालेल्या प्रशिक्षण कार्यशाळेत जिल्हाधिकारी दीपा मुधोळ मुंडे यांनी मार्गदर्शन केलं.
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राज्यातल्या मान्यताप्राप्त प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक आणि उच्च माध्यमिक अनुदानित शाळांमधल्या शिक्षकेतर कर्मचाऱ्यांना दोन लाभांची सुधारित सेवांतर्ग�� आश्वासित प्रगती योजना एक जानेवारी २०२४ पासून लागू करण्याचा निर्णय घेण्यात आला आहे. याबाबतचा शासन निर्णय काल जारी करण्यात आला. ही योजना पूर्वलक्षी प्रभावाने लागू राहणार नाही, तसंच थकबाकी देय होणार नाही, असंही स्पष्ट करण्यात आलं आहे.
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राष्ट्रीय आरोग्य अभियानांतर्गत कायाकल्प पुरस्कार जाहीर झाले आहेत. लातूर जिल्ह्याच्या कासार बालकुंदा इथल्या प्राथमिक आरोग्य केंद्राला दोन लाख रुपयांचा कायाकल्प प्रथम पुरस्कार जाहीर झाला आहे. जिल्ह्यातल्या ३२ प्राथमिक आरोग्य केंद्राची कायाकल्प प्रोत्साहनपर पुरस्कारासाठी राज्यस्तरावरुन निवड झाली आहे, या संस्थाना प्रत्येकी रुपये ५० हजार रुपये पुरस्कार जाहीर झाला आहे. या पुरस्कारांतर्गत राज्यात सर्वाधिक ५८ लाख रुपयांहून अधिक रकमेचे पुरस्कार लातूर जिल्ह्याला मिळाले आहेत.
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रणजी करंडक क्रिकेट स्पर्धेत मुंबईनं अजिंक्य रहाणेच्या नेतृत्वाखाली विजय साकारत विक्रमी बेचाळीसावं विजेतपद पटकावलं. अंतिम सामन्यात मुंबई संघानं विदर्भ संघाचा १६९ धावांनी पराभव केला. दुसऱ्या डावात शतकी खेळी करणारा आणि दोन बळी टिपणारा मुशीर खान सामनावीर ठरला. तर, स्पर्धेत पाचशेपेक्षा अधिक धावा आणि २९ बळी अशी कामगिरी करणारा तनुष कोटीयन ���ालिकावीर ठरला.
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परभणी जिल्ह्यातल्या मानवत तालुक्यातल्या पाळोदी गावात जल जीवन मिशन योजनेमुळे घराघरात दररोज नळाचं पाणी उपलब्ध झालं आहे. या योजनेतून या गावात दोन कोटी रुपयांच्या निधीतून विहीर, पाणी टाकी आणि जलवाहिन्यांची कामं पूर्ण करून ६५० घरानां नळ जोडणी करून नियमितपणे पुरेशा दाबाने पाणी पुरवठा होत आहे. याविषयी गावातले रहिवाशी रामराव काकडे आणि अरुणा सोळंके यांनी माहिती दिली.
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स्वातंत्र्याच्या अमृत महोत्सवानिमित्त जालना शहरातल्या छत्रपती संभाजी उद्यानात उभारण्यात आलेल्या दीडशे फूट उंचीच्या राष्ट्रीय ध्वजाचं काल केंद्रीय रेल्वे राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे यांच्या हस्ते लोकार्पण झालं. दरम्यान, जालना शहराला पाणीपुरवठा करणाऱ्या घाणेवाडी जलाशयासह जायकवाडी पाणीपुरवठा योजनेच्या ७२ कोटी रुपयांच्या सुधारणात्मक कार्यक्रमांचा शुभारंभही काल दानवे यांच्या हस्ते झाला. छत्रपती संभाजीनगर जिल्ह्यात फुलंब्री इथं देखील विविध विकासकामांचं लोकार्पण आणि भूमिपूजन त्यानीं केलं.
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राज्य शासनाच्या गाळमुक्त धरण आणि गाळयुक्त शिवार अभियानाला नांदेड जिल्ह्यात सुरुवात करण्यात आली. शेतकऱ्यांनी याचा लाभ घ्यावा, असं आवाहन जिल्हाधिकारी अभिजीत राऊत यांनी केलं आहे. दरम्यान, राज्य शासनाच्या लेक लाडकी योजनेअंतर्गत जिल्ह्यातल्या २०१ लाभार्थ्यांना काल जिल्हाधिकारी राऊत यांच्या हस्ते पहिला हप्ता वितरीत करण्यात आला.
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नांदेड इथं येत्या १६ आणि १७ तारखेला ग्रंथोत्सवाचं आयोजन करण्यात आलं आहे. जिल्हा ग्रंथालय अधिकारी कार्यालयात होणाऱ्या या ग्रंथोत्सवाचा लाभ घेण्याचं आवाहन जिल्हा प्रशासनाने केलं आहे.