पड़ोस में झगड़ा छुड़ाने गई महिला की लोगों ने कर दी जमकर पिटाई अस्पताल में भर्ती चल रहा है इलाज
पड़ोस में झगड़ा छुड़ाने गई महिला की लोगों ने कर दी जमकर पिटाई अस्पताल में भर्ती चल रहा है इलाज
Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम खुर्दे में पड़ोस में हो रहे झगड़ा को छुड़ाने गई एक महिला को उस घर के लोगों ने जमकर पीटा, मारपीट में घायल महिला को परिजनों के द्वारा चैनपुर सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां महिला का इलाज चल रहा है घायल महिला की पहचान ग्राम खुर्दे की निवासी तेतरी देवी पति टेंगर राम के रूप में हुई है।
इससे जुड़ी जानकारी देते हुए घायल महिला तेतरी देवी…
कम सिबिल (CIBIL) पर लोन कैसे लें आसान तरीका क्या है
कम सिबिल (CIBIL) पर लोन कैसे लें आसान तरीका क्या है
कम सिबिल (CIBIL) पर लोन कैसे ले आसान तरीका क्या है यदि आप को पर्सनल लोन की आवश्यकता है और आप पर्सनल लोन के लिए कई बैंकों के चक्कर काट चुके लेकिन फिर भी आपको पर्सनल लोन नहीं मिल पा रहा है बैंक आपका सिबिल (CIBIL) स्कोर कम होने के कारण लोन अप्रूव नही करता है इस वजह से आप मानसिक रूप से परेशान हो गए हैं। कई नए ग्राहक को इस सिबिल (CIBIL) स्कोर के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है और पर्सनल लोन लेने के…
खुद को दुर्गा बता हाजत में बंद शराबी पति को छुड़ाने पहुंची महिला, एक हाथ में चावल तो दूसरे हाथ में...
खुद को दुर्गा बता हाजत में बंद शराबी पति को छुड़ाने पहुंची महिला, एक हाथ में चावल तो दूसरे हाथ में…
जमुई. बिहार के जमुई जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. हाजत में बंद शराबी पति को छुड़ाने थाने पहुंची महिला खुद को दुर्गा बताने लगी. इससे पुलिस स्टेशन में अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई. विचित्र रूप में थाने पहुंची महिला के एक हाथ में चावल था और दूसरे हाथ में खास किस्म का डंडा था. महिला ने थाने में जमकर ड्रामा किया. पुलिसवालों ने जब उन्हें भी हाजत में बंद करने की बात कही तब जाकर…
लखनऊ, 27.04.2024 । माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में श्री शिव नन्दन इंटर कॉलेज, छतौनी, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमे 23 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी ज़िम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना ।
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा श्री शिव नन्दन इंटर कॉलेज के शिक्षकों श्री संतोष शुक्ला, डॉ सरजीत कुमार, श्री आर.के.मिश्रा, श्री निर्दोष अवस्थी एवं रेड ब्रिगेड से तंजीम अख्तर ने दीप प्रज्वलित किया ।
श्री शिव नन्दन इंटर कॉलेज के शिक्षक श्री पी.एन.माधव ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “महिला सशक्तिकरण के महत्वपूर्ण संदेश को आगे बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है और यह तभी संभव है जब हम महिलाओं के अंदर आत्मविश्वास एवं आत्मबल की भावना विकसित कर सकें | आज की महिलाएं सशक्त हैं, सबल हैं तथा स्वाभिमानी भी हैं लेकिन फिर भी कहीं ना कहीं समाज के खोखले रीति रिवाजों में बंधी हुई है | महिलाओं और लड़कियों को समाज में उचित स्थान दिलाने हेतु यह जरूरी है कि हम उन्हें एक सुरक्षित वातावरण दें तथा उन्हें अपने ऊपर भरोसा करना सिखाए तभी इस देश की प्रगति संभव है |"
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तंजीम अख्तर ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकत��� के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला के समापन के बाद, छात्राओं ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि, "हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस कार्यशाला से हमने जो आत्मरक्षा के गुर सीखे है उसने हमें अपने जीवन में अपनी सुरक्षा कैसे की जाती है इसके बारे में सिखाया है ।"
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र वितरित किये गये ।
कार्यशाला में श्री शिव नन्दन इंटर कॉलेज के शिक्षकों श्री पी.एन.माधव, श्री ब्रिजेश चौहान, श्री विशाल शाह, श्री नागेन्द्र यादव, श्री निर्दोष अवस्थी, श्री आर.के.मिश्रा, डॉ सरजीत कुमार, श्री संतोष शुक्ला, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तंजीम अख्तर तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
बन्दी छोड़ का अर्थ है कैदी को कारागार से छुड़ाने वाला। हम सब जीव काल ज्योति निरंजन की कारागार में बंदी (कैदी) है। इस बंदीगृह से केवल कबीर परमात्मा ही छुड़ा सकते हैं इसलिए सब ब्रह्माण्डों मे परमात्मा कबीर जी एकमात्र बन्दी छोड़ है।।
🎢संत रामपाल जी महाराज जी का समाज सुधारक में मुख्य योगदान🎢
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र ऐसे संत हैं जिनके अनुयाई अपने गुरु के बनाए नियमों को निभाते हैं। संत रामपाल जी ने अपने शिष्यों के लिए रिश्वतखोरी, चोरी, ठगी, दहेज लेना देना आदि की मनाही कर रखी है। उनके बताए भक्ति मार्ग पर चलकर अनगिनत लोगों को नई ज़िन्दगी मिली है और अनगिनत लोगों को आशा की किरण दिखाई दी है।
संत रामपाल जी महाराज जी का समाज सुधारक का अनेको योगदान है जैसे कि:-
दहेज प्रथा को खत्म करना:-
संत रामपाल जी महाराज ने दहेज प्रथा जैसी कुरीति को खत्म कर दिया है। उनके शिष्यों के लिए यह नियम सख्ती से लागू है कि न तो दहेज लेना है न देना है। संत रामपाल जी के शिष्यों की मात्र 17 मिनट में बिना दहेज के रमैनी हो जाती है। हमने देखा है सरकार भी बहुत सारे अभियान चलाती है ताकि दहेज प्रथा जैसी बुराई को खत्म किया जा सके लेकिन फिर भी यह प्रथा भयानक रूप लेती जा रही है। हर वर्ष कई लड़किया दहेज की बली चढ़ती हैं। इसके लिए कई कानून बने हैं लेकिन फिर भी बहुत सी महिलायें तो दहेज की शिकायत भी दर्ज नहीं करवाती। लेकिन संत रामपाल जी के अनुयाई बहु को बेटी जैसा सम्मान देते हैं और बिना दहेज़ के रमैनी करवाते हैं, यह अपने आप में मिसाल है कि जो काम सरकार नहीं कर सकी वो संत रामपाल जी ने कर दिखाया।
नशे जैसी बुराई को छुड़ाना
संत रामपाल जी को ऐसे ही मसीहा नहीं कहते है। यह बात उनसे पूछिए जिनके अपनो ने नशे जैसी बुराई को मात्र संत रामपाल जी से दीक्षा लेने बाद छोड़ दिया हो। देश के युवाओं को देश का भविष्य कहा जाता है, लेकिन उस देश का क्या भविष्य होगा जिसके युवा नशे में डूबे रहते हैं। कहने को तो सरकार ने और संस्थाओं ने नशा छुड़ाने के लिए अभियान चला रखे हैं लेकिन फिर भी यह बुराई भयंकर रूप लेती जा रही है। नशे के कारण हर रोज पता नहीं कितने घरों में चूल्हा नहीं जलता, पता नहीं कितने घरों के चिराग नशे की ओवरडोज से बुझ जाते हैं
वही दूसरी ओर संत रामपाल जी महाराज के शिष्य न तो नशा करते हैं न किसी को नशे का साधन लाकर देते हैं। कहने का मतलब है वो नशे को हाथ तक नहीं लगाते। संत रामपाल जी के बनाए नियम के अनुसार उनका शिष्य नशा नहीं करता। संत गरीब दास जी महाराज अपनी वाणी में कहते हैं:-
मदिरा पीवैं कड़वा पानी, सत्तर जन्म कुत्ते के जानी।
बेटा और बेटी के भेदभाव को खत्म करना:-
वर्तमान में समाज में चाहे स्थिति अब बदल गई है और कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीति जिस पर सरकार ने बैन लगा दिया और कानून बना दिया पर यह अभी भी समाज में पनप रही है। हम घरों से लेकर ऑफिस तक आम तौर पर देखते हैं कि बेटियों के साथ भेदभाव किया जाता है। सरकार ने बहुत से अभियान चला रखे हैं जैसे कि “बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ” आदि, लेकिन फिर भी कुछ सफलता नही मिली। लेकिन संत रामपाल जी के शिष्य बेटा और बेटी में अंतर नहीं करते, क्योंकि संत रामपाल जी महाराज कहते हैं कि बेटा और बेटी दोनों परमात्मा के बच्चे हैं।
चोरी, ठगी, रिश्वतखोरी जैसी बुराइयों को समाज से खत्म करने में योगदान:-
इस बात में कोई शक नहीं है कि यह समाज बुराइयों से भरा पड़ा है। यहाँ हमे रोज समाचार पत्रों में चोरी, ठगी, रिश्वतखोरी जैसी खबरे पढ़ने को मिल ही जाती हैं। ऐसे में संत रामपाल जी ऐसा समाज तैयार कर रहे हैं जहां ऐसी बुराइयों के लिए कोई जगह नहीं होगी। संत रामपाल जी महाराज के अनुयाई ऐसी बुराइयों के निकट भी नहीं जाते। क्योंकि उनका मानना है कि बुराई करना और बुराई में सहयोग देना दोनों महापाप हैं। संत रामपाल जी के दिये ज्ञान के अनुसार परमात्मा जब मेहर करता है तब ही कोई लाभ हो सकता है ऐसे चोरी ठगी से तो नुकसान ही होता है। कबीर साहेब जी कहते हैं:-
कबीर साहेब से सब होत है बंदे से कछु नांहि।
राई से पर्वत करे पर्वत से फिर राई।।
संत रामपाल जी महाराज हर प्रकार के समाज सुधारक के कार्यों में हमेशा आगे रहते हैं। और भी उनके द्वारा किये गए और भी अनेकों समाज सुधारक एवं कल्याणकारी कार्य है।
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संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
पिस्तौल की नोक पर घरवालों को बंधक बनाया, छुड़ाने पहुंची पुलिस को भी 4 घंटे रखा कमरे में बंद, गिरफ्तार
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Bihar: पश्चिमी चंपारण जिले के बानुछापर थाना क्षेत्र अंतर्गत महेंद्र कॉलोनी मोहल्ले में सोमवार की सुबह एक शिक्षक के घर में एक सिरफिरा युवक घुस आय��� और घरवालों को बंधक बना लिया सूचना पर पुलिस की टीम पहुंची जिसमें बानुछापर ओपी प्रभारी समेत दो पुलिसवाले सिविल ड्रेस में घर में घुसे तो इन दोनों को भी पिस्तौल की नोक पर एक कमरे में बंद कर दिया गया, करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद युवक को गिरफ्तार किया जा…
Live : भक्ति करने के लिए जंगल में रहना आवश्यक नहीं || Episode: 1357 || S...
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SUPREME GOD KABIR
Saviour of the world Sant Rampal Ji
पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज
Amazing And Precious Amrit Rupi Pvitr Aur Nirmal Saty Tatv Gyan According To Our All Holy Scriptures🙏📕🙏
Tatavdarshi Sant
Jagatguru
Satguru
Bandichod
Avatar Of Puran Brahm Kabir God_
Sant Rampal Ji Maharaj
"और ज्ञान सो ज्ञानडी, कबीर ज्ञान सो ज्ञान | जैसे गोला तोब का,करता चले मैदान"
बंदी छोड़ सतगुरु संत रामपाल जी महाराज हमारे धर्म ग्रंथो के अनुसार शास्त्र अनुकूल परम पवित्र सत्य तत्व अमृत ज्ञान दे रहे हैं🙏
#Aadi_Sanatan_Dharma
#आदि_सनातन_धर्म_महान_है
जितने भी नकली संत, महंत हैं वे सभी सनातन धर्मग्रंथ के विपरीत विधान बताते हैं कि परमात्मा निराकार है।
जबकि संत रामपाल जी महाराज सनातन धर्म ग्रंथ पवित्र यजुर्वेद अध्याय 1 मंत्र 15, अध्याय 5 मंत्र 1, पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, सूक्त 86 से प्रमाणित कर दिया है की पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर से शरीर है पापों और बंधनों छुड़ाने वाले हैं सर्व सुखदायक और मोक्षदायक परमात्मा हैं |📕
संत रामपाल जी महाराज ने ही ऋग्वेद मंडल नंबर 10 सूक्त 161 मंत्र नंबर 2 में प्रमाण सहित बताया है कि पूर्ण परमात्मा अपने साधक के असाध्य रोग को नाश करके स्वस्थ कर देता है,उसकी 100 वर्ष की आयु भी बढ़ा देते हैं।
📕श्रीमद् भागवत गीता में शास्त्र अनुकूल भक्ति न करने वालों को मनमाना आचरण धारण करने वाला कहां है और मनमाने आचरण से भक्ति करने वालों की पूजा भक्ति विधि को मूर्खों की पूजा और अविद्या कहा है और ऐसे मनुष्यों को आसुरी( राक्षसी) स्वभाव की संज्ञा दी है |
📕गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में भी प्रमाण है कि जो पितरों की पूजा करते हैं वे पितरों को प्राप्त होते हैं, जो भूत पूजते हैं वो भूत बनते हैं
श्राद्ध पूजा से मुक्ति संभव नहीं है।
📕पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर ने भी अपनी वाणी में कहा है_ "तीन देव की जो करते भक्ति, उनकी कभी ना होती मुक्ति | तीन गुणों की भक्ति में, भूल पड़ो संसार, कहे कबीर निज नाम बिन कैसे उतरो पार"||
📕कबीर गुरु बड़े गोविंद से, मन में देख विचार | हरि सुमिरे सो वारि हैं, गुरु सुमिरे होए पार ||
📕कबीर ये तन विष की बेलरि, गुरु अमृत की खान | सीस दिए जो गुरु मिले, तो भी सस्ता जान ||
📕सात द्वीप नौ खंड में, गुरु से बड़ा ना कोए | करता करे न कर सके, गुरु करे सो होए ||
📕गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पाएँ | बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाये ||
🙏निशु:ल्क मंगवायें और पढ़े पवित्र पुस्तक *ज्ञान गंगा*/*जीने की राह* आदि |
सत्संग के अंत में सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं |
किताब के बारे में...
एक ऐसे भाई की कहानी जो अपनी बहन को वेश्यालय से छुड़ाने का प्रयास करता है और उसमें सफल भी होता है।
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